बुधवार, 24 अगस्त 2011

विधानसभा में अन्ना की गूंज,बहिष्कार

विधानसभा में अन्ना की गूंज,बहिष्कार


जयपुर। भ्रष्टाचार और जन लोकपाल के लिए अन्ना हजारे की ओर से चलाए जा रहे आंदोलन को लेकर मंगलवार को राज्य विधानसभा के मानसून सत्र में प्रतिपक्ष के सदस्यों ने सदन की कार्रवाई से बहिर्गमन किया। बाद में सदन की कार्रवाई शोकाभिव्यक्ति के बाद शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी है।


सदन की कार्रवाई शुरू होते ही प्रतिपक्ष की नेता वसुंधरा राजे ने कहा कि पूरा देश भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलनरत है और जनता सड़क पर आ चुकी है। भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए अन्ना आज आठ दिन से अनशन पर हैं। उनकी तबीयत बिगड़ रही है। आईबी की रिपोर्ट भी है कि देश और राज्य की कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ चुकी है। सदन में इस पर चर्चा होनी चाहिए।

राजे के बयान के बाद भी अध्यक्ष ने पूर्व में निर्घारित कार्यक्रम के तहत सदन की कार्रवाई जारी रखी, तो प्रतिपक्ष के सदस्य राजेंद्र राठौड़, कालीचरण सराफ, अमराराम, राव राजेंद्र सिंह सहित सभी सदस्यों ने कार्रवाई रोक कर चर्चा की मांग की। बात नहीं सुने जाने पर प्रतिपक्ष ने सदन की कार्रवाई का बहिर्गमन किया।

इस दौरान संसदीय कार्यमंत्री शांति धारिवाल, मंत्री जितेंद्र सिंह सहित अन्य मंत्रियों ने राजस्थान नगरीय पथ विक्रेता विधेयक, किराया नियंत्रण संशोधन विधेयक, राजस्थान राज्य वित्तीय उत्तरदायित्व एवं बजट प्रबंध संशोधन विधेयक के अलावा आधा दर्जन विश्वविद्यालयों को स्वीकृति के लिए अध्यादेश सदन में रखे। बाद में सदन में पूर्व राज्यपाल पीसी अलेक्जेंडर, पूर्व मुख्यमंत्री दोरजी खांडू, भजनलाल, तकीउद्दीन, सहित एक दर्जन प्रमुख लोगों और मुंबई बम विस्फोट कांड, मथुरा व कालका एक्सप्रेस में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई।

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