बुधवार, 24 अगस्त 2011

जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा


जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा
|| जय गणेश ||

एक दंत दयावंत चार भुजा धारी
माथे सिंदूर सोहे मूसे की सवारी
|| जय गणेश ||

अन्धन को आँख देत कोढिन को काया
बांझत को पुत्र देत निर्धन को माया
|| जय गणेश ||

हार चढ़े फूल चढ़े और चढ़े मेवा
लड्डूअन का भोग लगे संत करे सेवा
|| जय गणेश ||

दीनन की लाज राखो, शम्भु पुत्र वारी
मनोरथ को पूरा करो, जय बलिहारी
|| जय गणेश ||

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