पानी ही पानी, परेशान जिंदगानी
जैसलमेर। जिले में चहुंओर बारिश होने से कई गांवों में बारिश का पानी का जमा हो गया है। लंबे इंतजार के बाद हुई बारिश से जैसाणे में पानी ही पानी हो गया। जैसलमेर शहर में जोरदार बारिश के बाद कई स्थानों पर पानी भर गया, वहीं सिंहड़ार गांव में बारिश से घरों में पानी घुस आया, वहीं बईया, झिनझिनयाली, गुहड़ा, बोगनियाई, तेजपाला व मोढ़ा में पानी से रास्ते जाम हो गए। कुण्डा में तीन फीट तक पानी पहुंच गया। फतेहगढ़ तहसील अंतर्गत कुण्डा गांव के पूर्वसरपंच गोरधनसिंह के अनुसार क्षेत्र में लगातार बारिश हो रही है। बारिश के कारण पंचायत की भीलों की ढाणी में पानी जमा होने से यहां के करीब बीस परिवारों को ऊंचाईवाले स्थान पर शिफ्ट किया गया है।
इधर स्वर्णनगरी में लगातार तीसरे दिन भी बादल जमकर बरसे। सुबह जब लोगों ने आंख खोली, तो बूंदाबांदी का दौर जारी था। दोपहर तक कभी तेज तो कभी धीमी गति से बारिश होती रही। दोपहर करीब डेढ़ बजे बारिश का दौर थमा और सर्द हवा चलनी शुरू हो गई। करीब सवा दो बजे कुछ देर के लिए धूप खिली, लेकिन उसके बाद फिर आसमान को घटाओं ने घेर लिया। बारिश के कारण रेलवे स्टेशन मार्ग, बाड़मेर मार्ग, ग्रेफ कॉलोनी व कई निचले इलाकों में पानी जमा हो गया। यहां से आवाजाही के दौरान राहगीरों व वाहनचालकों को परेशानी झेलनी पड़ी। लगातार तीसरे दिन हुई बारिश के दौरान लोगों ने नहाने का लुत्फ उठाया।
बारिश ने किया नुकसान
स्वर्णनगरी में बारिश का लुत्फ उठा रहे लोगों के माथे पर उस समय चिंता की लकीरें छा गई जब बारिश के बाद हवा व धूप ने अपना असर दिखाना शुरू किया। ऎतिहासिक सोनार किले के कोटड़ी पाड़े में स्थित बुर्ज की दीवार सुबह भरभराकर गिर पड़ी और उसके पत्थर मोरी में बिखर गए। इसी तरह दुर्ग स्थित कुंड पाड़ा मोहल्ले में एक मकान भी भरभराकर ढह गया।
इससे कुंड पाड़ा व व्यासा पाड़ा का रास्ता जाम हो गया। मकान गिरने की आवाज सुनकर आसपास के लोग बाहर आ गए और वहां भीड़ जमा हो गई। हालांकि दोनों ही हादसों में कोई जनहानि नहीं होने से लोगों ने राहत की सांस ली। सूचना मिलने पर नगरपालिका आयुक्त मूलाराम लोहिया, तहसीलदार नाथूसिंह और नगरपालिका व तहसील कार्यालय के कर्मचारी व पार्षद भी मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली।
यहां भी बरसे मेघ
जैसलमेर में रविवार को शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में इन्द्रदेव मेहरबान रहे। जिले के मोकला, लाणेला, भादासर, सोनू, हाबूर, सूरों का गांव, खुईयाला, बांधा, नोख, नाचना, भदडिया, पांचे का तला, सत्याया, अवाय में भी जमकर बादल बरसे।
खुईयाला, निसं. क्षेत्र में दोपहर डेढ़ बजे छाई घटाओं ने सोनू, हाबूर, सूरों का गांव में जमकर बारिश की। मोकला, लाणेला, भादासर में भी अच्छी बारिश हुई। सुबह 11 बजे के दौर में सम में बादल करीब आधा घंटे जमकर बरसे। बरसाती नदी में पानी की तेज धार चलने लगी।
मोहनगढ़, निसं. तेज बारिश से कस्बे के गली-मोहल्लों में जगह-जगह पानी भर गया। रविवार को दिनभर रूक-रूककर बारिश होती रही। शनिवार से कस्बे के कई मोहल्लों में बिजली गुल रही, तो कहीं पर एक फेज में बिजली का वोल्टेज बिल्कुल ही कम रहा।
रामगढ़, निसं. कस्बे व आसपास के क्षेत्र में रविवार को पूरे दिन बारिश का दौर चलता रहा। दोपहर में हुई तेज बारिश से घरों की परनाले बहने लगी।
चांधन, निसं. कस्बे में शनिवार रात शुरू हुआ झमाझम बारिश का दौर अगले दिन रविवार को दोपहर तीन बजे तक चलता रहा। इससे खेतों व खड़ीनों में पानी भर गया।
जैसलमेर। जिले में चहुंओर बारिश होने से कई गांवों में बारिश का पानी का जमा हो गया है। लंबे इंतजार के बाद हुई बारिश से जैसाणे में पानी ही पानी हो गया। जैसलमेर शहर में जोरदार बारिश के बाद कई स्थानों पर पानी भर गया, वहीं सिंहड़ार गांव में बारिश से घरों में पानी घुस आया, वहीं बईया, झिनझिनयाली, गुहड़ा, बोगनियाई, तेजपाला व मोढ़ा में पानी से रास्ते जाम हो गए। कुण्डा में तीन फीट तक पानी पहुंच गया। फतेहगढ़ तहसील अंतर्गत कुण्डा गांव के पूर्वसरपंच गोरधनसिंह के अनुसार क्षेत्र में लगातार बारिश हो रही है। बारिश के कारण पंचायत की भीलों की ढाणी में पानी जमा होने से यहां के करीब बीस परिवारों को ऊंचाईवाले स्थान पर शिफ्ट किया गया है।
इधर स्वर्णनगरी में लगातार तीसरे दिन भी बादल जमकर बरसे। सुबह जब लोगों ने आंख खोली, तो बूंदाबांदी का दौर जारी था। दोपहर तक कभी तेज तो कभी धीमी गति से बारिश होती रही। दोपहर करीब डेढ़ बजे बारिश का दौर थमा और सर्द हवा चलनी शुरू हो गई। करीब सवा दो बजे कुछ देर के लिए धूप खिली, लेकिन उसके बाद फिर आसमान को घटाओं ने घेर लिया। बारिश के कारण रेलवे स्टेशन मार्ग, बाड़मेर मार्ग, ग्रेफ कॉलोनी व कई निचले इलाकों में पानी जमा हो गया। यहां से आवाजाही के दौरान राहगीरों व वाहनचालकों को परेशानी झेलनी पड़ी। लगातार तीसरे दिन हुई बारिश के दौरान लोगों ने नहाने का लुत्फ उठाया।
बारिश ने किया नुकसान
स्वर्णनगरी में बारिश का लुत्फ उठा रहे लोगों के माथे पर उस समय चिंता की लकीरें छा गई जब बारिश के बाद हवा व धूप ने अपना असर दिखाना शुरू किया। ऎतिहासिक सोनार किले के कोटड़ी पाड़े में स्थित बुर्ज की दीवार सुबह भरभराकर गिर पड़ी और उसके पत्थर मोरी में बिखर गए। इसी तरह दुर्ग स्थित कुंड पाड़ा मोहल्ले में एक मकान भी भरभराकर ढह गया।
इससे कुंड पाड़ा व व्यासा पाड़ा का रास्ता जाम हो गया। मकान गिरने की आवाज सुनकर आसपास के लोग बाहर आ गए और वहां भीड़ जमा हो गई। हालांकि दोनों ही हादसों में कोई जनहानि नहीं होने से लोगों ने राहत की सांस ली। सूचना मिलने पर नगरपालिका आयुक्त मूलाराम लोहिया, तहसीलदार नाथूसिंह और नगरपालिका व तहसील कार्यालय के कर्मचारी व पार्षद भी मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली।
यहां भी बरसे मेघ
जैसलमेर में रविवार को शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में इन्द्रदेव मेहरबान रहे। जिले के मोकला, लाणेला, भादासर, सोनू, हाबूर, सूरों का गांव, खुईयाला, बांधा, नोख, नाचना, भदडिया, पांचे का तला, सत्याया, अवाय में भी जमकर बादल बरसे।
खुईयाला, निसं. क्षेत्र में दोपहर डेढ़ बजे छाई घटाओं ने सोनू, हाबूर, सूरों का गांव में जमकर बारिश की। मोकला, लाणेला, भादासर में भी अच्छी बारिश हुई। सुबह 11 बजे के दौर में सम में बादल करीब आधा घंटे जमकर बरसे। बरसाती नदी में पानी की तेज धार चलने लगी।
मोहनगढ़, निसं. तेज बारिश से कस्बे के गली-मोहल्लों में जगह-जगह पानी भर गया। रविवार को दिनभर रूक-रूककर बारिश होती रही। शनिवार से कस्बे के कई मोहल्लों में बिजली गुल रही, तो कहीं पर एक फेज में बिजली का वोल्टेज बिल्कुल ही कम रहा।
रामगढ़, निसं. कस्बे व आसपास के क्षेत्र में रविवार को पूरे दिन बारिश का दौर चलता रहा। दोपहर में हुई तेज बारिश से घरों की परनाले बहने लगी।
चांधन, निसं. कस्बे में शनिवार रात शुरू हुआ झमाझम बारिश का दौर अगले दिन रविवार को दोपहर तीन बजे तक चलता रहा। इससे खेतों व खड़ीनों में पानी भर गया।
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