बाड़मेर
थार में जाता सावन बारिश की सौगात दे गया। पूर्णिमा को अलसुबह ही बारिश का दौर शुरू हुआ जो रुक रुककर दिन भी जारी रहा। लेकिन इस सौगात ने कई जगह हालात बदल दिए। बीसूकला गांव में तालाब टूटने से कलाकारों के घरों में पानी घुस गया। शिव से गडरा जाने वाली सड़क तिबनियार गांव के पास टूटने से संपर्क कट गया। कई जगह नदी, नाले उफान पर आ गए। कवास में पानी घरों में घुस गया। सड़कों पर चादर चलने लगी। समूचे जिले में बारिश से खरीफ फसलों को जीवनदान मिला है।
गांव- ढाणियों का संपर्क टूटा
शिव तहसील के बीसूकला गांव में स्थित खीमासर तालाब की मेड़ बंदी टूटने से पानी कलाकारों के घरों में घुस गया। करीब आधा दर्जन गांवों में चार फीट तक पानी का भराव हो गया। लोग घर छोड़कर बाहर निकल आए। तेज बारिश से आस पास के खेतों में बने छोटे एनीकट टूटने से बहाव ने नदी का रूप ले लिया। खेतों में चादर चलने लगी। गांवों व ढाणियों का संपर्क टूट गया।
आकाशीय बिजली गिरने से 25 बकरियां मरीं
जिला मुख्यालय से बीस किलोमीटर दूर स्थित रोहिली गांव में शनिवार को आकाशीय बिजली गिरने से 25 बकरियां मर गईं। ग्रामीण ईशा पुत्र गाजी खां निवासी रोहिली ने बताया कि उसके खेत में स्थित पेड़ के
नीचे बकरियां बैठी थी। इस दौरान बिजली गिरी और बकरियां उसकी चपेट में आ गईं।
सुहाने मौसम का लुत्फ उठाया : शहरवासियों ने शनिवार के दिन सुहाने मौसम का जमकर लुत्फ उठाया। सुबह से बूंदाबांदी का दौर शुरू हुआ जो दिन भर जारी रहा।
काली घटाओं के बीच बारिश ने मौसम का मिजाज ही बदल दिया। दोपहर बाद तक बादलों की आवाजाही बनी रही। शहरवासियों ने छुट्टी के चलते पिकनिक व गोठ के आयोजन किए।
बॉर्डर के गांवों में भी मूसलाधार : गडरारोड़. जिले के सरहदी गांवों में शुक्रवार को दिनभर बारिश का दौर जारी रहने गडरा, हरसाणी, गिराब, बंधड़ा, कुबडिय़ा, बीकूसी, सरगुवाला, पूंजराज का पार, ढूठोड़ा समेत दर्जनों गांवों में अच्छी बारिश के बाद किसान खरीफ की बुवाई में जुट गए। यहां कुछ क्षेत्रों में शनिवार अलसुबह तक बारिश का दौर चला। क्षेत्र में लंबे इंतजार के बाद हुई बारिश से तालाब, टांके व एनीकट पानी से लबालब भर जाने से पेयजल समस्या से निजात मिला है।
सिवाना, पाटोदी व गुड़ामालानी में भी बरसे
. बालोतरा में शनिवार को मौसम खुशगवार रहा। अलसुबह व दिन में सावन की बौछारों से सड़कें तर हो गईं। भगतसिंह सभा स्थल में पानी भर जाने से अब स्वतंत्रता दिवस मुख्य समारोह खेड़ रोड स्थित राजकीय माध्यमिक विद्यालय में आयोजित होगा। वहीं न्यू डागा अस्पताल के पास एक कच्चे मकान की दीवार ढह गई। पाटोदी में दो जगह बिजली गिरी। हालांकि कोई नुकसान नहीं हुआ।
गुड़ामालानी. क्षेत्र में शनिवार को पांचवें दिन भी इन्द्रदेव मेहरबान रहे। उपखंड मुख्यालय के मुख्य मार्गों पर जलभराव हो गया। जिससे राहगीरों व वाहन चालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
सिवाना. सिवाना सहित आस-पास गांवों में सावन मास के अंतिम दिन अच्छी बरसात हुई। बारिश का दौर देर रात्रि से शुरू हुआ जो रुक रुककर शाम तक जारी रहा।
पचपदरा. क्षेत्र में शुक्रवार रात्रि व शनिवार को बादल जमकर बरसे। दिनभर रही उमस से लोगों को बारिश से निजात मिली। दिनभर रिम-झिम व तेज बारिश के चलते तालाबों में भी पानी की आवक हुई।
जसोल. जसोल सहित आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों में शुक्रवार रात्रि में हुई बारिश के बाद एक ओर मौसम सुहाना हो गया। किसानों के चेहरों पर खुशी नजर आई। बारिश के कारण कस्बे की सड़कों पर पानी भर गया।अच्छी बारिश होने से नाकोड़ा रोड स्थित भूर की नाडी, नयापुरा स्थित गांवाई तालाब व भीमजी का नाडा में पानी लबालब भर गया है।
थार में जाता सावन बारिश की सौगात दे गया। पूर्णिमा को अलसुबह ही बारिश का दौर शुरू हुआ जो रुक रुककर दिन भी जारी रहा। लेकिन इस सौगात ने कई जगह हालात बदल दिए। बीसूकला गांव में तालाब टूटने से कलाकारों के घरों में पानी घुस गया। शिव से गडरा जाने वाली सड़क तिबनियार गांव के पास टूटने से संपर्क कट गया। कई जगह नदी, नाले उफान पर आ गए। कवास में पानी घरों में घुस गया। सड़कों पर चादर चलने लगी। समूचे जिले में बारिश से खरीफ फसलों को जीवनदान मिला है।
गांव- ढाणियों का संपर्क टूटा
शिव तहसील के बीसूकला गांव में स्थित खीमासर तालाब की मेड़ बंदी टूटने से पानी कलाकारों के घरों में घुस गया। करीब आधा दर्जन गांवों में चार फीट तक पानी का भराव हो गया। लोग घर छोड़कर बाहर निकल आए। तेज बारिश से आस पास के खेतों में बने छोटे एनीकट टूटने से बहाव ने नदी का रूप ले लिया। खेतों में चादर चलने लगी। गांवों व ढाणियों का संपर्क टूट गया।
आकाशीय बिजली गिरने से 25 बकरियां मरीं
जिला मुख्यालय से बीस किलोमीटर दूर स्थित रोहिली गांव में शनिवार को आकाशीय बिजली गिरने से 25 बकरियां मर गईं। ग्रामीण ईशा पुत्र गाजी खां निवासी रोहिली ने बताया कि उसके खेत में स्थित पेड़ के
नीचे बकरियां बैठी थी। इस दौरान बिजली गिरी और बकरियां उसकी चपेट में आ गईं।
सुहाने मौसम का लुत्फ उठाया : शहरवासियों ने शनिवार के दिन सुहाने मौसम का जमकर लुत्फ उठाया। सुबह से बूंदाबांदी का दौर शुरू हुआ जो दिन भर जारी रहा।
काली घटाओं के बीच बारिश ने मौसम का मिजाज ही बदल दिया। दोपहर बाद तक बादलों की आवाजाही बनी रही। शहरवासियों ने छुट्टी के चलते पिकनिक व गोठ के आयोजन किए।
बॉर्डर के गांवों में भी मूसलाधार : गडरारोड़. जिले के सरहदी गांवों में शुक्रवार को दिनभर बारिश का दौर जारी रहने गडरा, हरसाणी, गिराब, बंधड़ा, कुबडिय़ा, बीकूसी, सरगुवाला, पूंजराज का पार, ढूठोड़ा समेत दर्जनों गांवों में अच्छी बारिश के बाद किसान खरीफ की बुवाई में जुट गए। यहां कुछ क्षेत्रों में शनिवार अलसुबह तक बारिश का दौर चला। क्षेत्र में लंबे इंतजार के बाद हुई बारिश से तालाब, टांके व एनीकट पानी से लबालब भर जाने से पेयजल समस्या से निजात मिला है।
सिवाना, पाटोदी व गुड़ामालानी में भी बरसे
. बालोतरा में शनिवार को मौसम खुशगवार रहा। अलसुबह व दिन में सावन की बौछारों से सड़कें तर हो गईं। भगतसिंह सभा स्थल में पानी भर जाने से अब स्वतंत्रता दिवस मुख्य समारोह खेड़ रोड स्थित राजकीय माध्यमिक विद्यालय में आयोजित होगा। वहीं न्यू डागा अस्पताल के पास एक कच्चे मकान की दीवार ढह गई। पाटोदी में दो जगह बिजली गिरी। हालांकि कोई नुकसान नहीं हुआ।
गुड़ामालानी. क्षेत्र में शनिवार को पांचवें दिन भी इन्द्रदेव मेहरबान रहे। उपखंड मुख्यालय के मुख्य मार्गों पर जलभराव हो गया। जिससे राहगीरों व वाहन चालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
सिवाना. सिवाना सहित आस-पास गांवों में सावन मास के अंतिम दिन अच्छी बरसात हुई। बारिश का दौर देर रात्रि से शुरू हुआ जो रुक रुककर शाम तक जारी रहा।
पचपदरा. क्षेत्र में शुक्रवार रात्रि व शनिवार को बादल जमकर बरसे। दिनभर रही उमस से लोगों को बारिश से निजात मिली। दिनभर रिम-झिम व तेज बारिश के चलते तालाबों में भी पानी की आवक हुई।
जसोल. जसोल सहित आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों में शुक्रवार रात्रि में हुई बारिश के बाद एक ओर मौसम सुहाना हो गया। किसानों के चेहरों पर खुशी नजर आई। बारिश के कारण कस्बे की सड़कों पर पानी भर गया।अच्छी बारिश होने से नाकोड़ा रोड स्थित भूर की नाडी, नयापुरा स्थित गांवाई तालाब व भीमजी का नाडा में पानी लबालब भर गया है।
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