मिट्टी में दबकर तीन लड़कियों की मौत, महिला व दो बच्चे गंभीर
तावडू (मेवात). गांव पचगांवा में सोमवार को गड्ढे से मिट्टी खोदते समय मिट्टी ढह जाने से तीन लड़कियां दब गईं। जब तक उन्हें निकाला जाता उनकी मौत हो चुकी थी। इस हादसे में एक महिला और दो बच्चे भी गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे की सूचना मिलने पर जिला उपायुक्त मेवात बलराज सिंह मोर और पुलिस अधीक्षक योगेंद्र नेहरा ने भी मौके का निरीक्षण किया। उन्होंने मृतकों के परिजनों को सांत्वना भी दी।
गांव पचगांवा की कुछ महिलाएं सोमवार को सुबह 8 बजे गांव के जोहड़ में बने गड्ढे से मिट्टी निकाल रही थी। इस दौरान अचानक उनके ऊपर मिट्टी आ गिरी, जिसके कारण गड्ढे में डेढ़ वर्षीय सलमा पुत्री सहजाद, तीन वर्षीय खुर्शीदन पुत्री मुबीन और 20 वर्षीय रबीना पुत्र फारुख दब गईं। इसके अतिरिक्त 45 वर्षीय बसकरी पत्नी जोम खां, 4 वर्षीय आकिल पुत्र मुबीन और पांच वर्षीय जानिस्ता पुत्री सौराब भी दब गए।
चीख पुकार के बीच गांव के लोगों ने बसकरी, आकिल और जानिस्ता को निकाल लिया, लेकिन जब तक वे सलमा, खुर्शीदन और रबीना को मिट्टी के ढेर से बाहर निकालते उनकी मौत हो चुकी थी। फिलहाल बसकरी को भिवाड़ी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आकिल और जानिस्ता तावडू अस्पताल में भर्ती हैं। ग्रामीणों की अपील पर उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक ने मृतकों के शव को पोस्टमार्टम नहीं कराया।
मृतकों के शव को उनके परिजनों को सौंप दिया गया। हादसे की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ घटना स्थल पर जमा हो गई थी। बच्चों के शव देख सभी की आंखें नम थी। उपमंडल अधिकारी नागरिक नूंह एस के चहल, नायब तहसीलदार मीतू धनखड़, थाना प्रभारी गजेन्द्र कुमार व खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी रमेश मुखीजा सहित कई लोग उपस्थित थे।
गांव पचगांवा की कुछ महिलाएं सोमवार को सुबह 8 बजे गांव के जोहड़ में बने गड्ढे से मिट्टी निकाल रही थी। इस दौरान अचानक उनके ऊपर मिट्टी आ गिरी, जिसके कारण गड्ढे में डेढ़ वर्षीय सलमा पुत्री सहजाद, तीन वर्षीय खुर्शीदन पुत्री मुबीन और 20 वर्षीय रबीना पुत्र फारुख दब गईं। इसके अतिरिक्त 45 वर्षीय बसकरी पत्नी जोम खां, 4 वर्षीय आकिल पुत्र मुबीन और पांच वर्षीय जानिस्ता पुत्री सौराब भी दब गए।
चीख पुकार के बीच गांव के लोगों ने बसकरी, आकिल और जानिस्ता को निकाल लिया, लेकिन जब तक वे सलमा, खुर्शीदन और रबीना को मिट्टी के ढेर से बाहर निकालते उनकी मौत हो चुकी थी। फिलहाल बसकरी को भिवाड़ी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आकिल और जानिस्ता तावडू अस्पताल में भर्ती हैं। ग्रामीणों की अपील पर उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक ने मृतकों के शव को पोस्टमार्टम नहीं कराया।
मृतकों के शव को उनके परिजनों को सौंप दिया गया। हादसे की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ घटना स्थल पर जमा हो गई थी। बच्चों के शव देख सभी की आंखें नम थी। उपमंडल अधिकारी नागरिक नूंह एस के चहल, नायब तहसीलदार मीतू धनखड़, थाना प्रभारी गजेन्द्र कुमार व खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी रमेश मुखीजा सहित कई लोग उपस्थित थे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें