गुरुवार, 2 फ़रवरी 2012

जैसलमेर ....पुलिस न्यूज़ इनबॉक्स ..


बिना परमिट पिस्टल बरामद, तीन ओर गिरफतार 


जैसलमेर पुलिस अधीक्षक ममता बिश्नोई जिला जैसलमेर के निर्देशनुसार अवैध रूप हथियार रखने वालो के विरूद्ध पुलिस थाना जैसलमेर की गई कार्यवाही में आज को जरिये मुखबीर की सूचना अनुसार दौराने गस्त श्री विरेन्द्रसिंह निपु थानाधिकारी पुलिस थाना कोतवाली मय टीम श्री चिमनाराम उ.नि. मय श्री शोभसिंह सउनि, हैड कानि0 श्री प्रेमशंकर कानि0 बालेन्द्रसिंह, गंगासिंह, माधोसिंह, चालक श्री अकबरखां के मुल्जिम हबीबखॉ पुत्र हाजी इलमदीन मुसलमान नि0 हिन्दालगोल पुलिस थाना फलोदी जिला जोधपुर व भजनलाल पुत्र केशराराम जाति विश्नोई नि0 धोलिया पुलिस थाना पोकरण को यूनियन चौराहा से 03 किलोमीटर आगे म्याजलार रोड से गिरफतार किया गया तथा दौराने पुछताछ दोनो ने कबूल किया कि 01 पिस्टल जोकि उनके साथी के पास है जिस पर पुलिस थाना के जाब्ते द्वारा दोनो मुलजिमो के साथी को दोनो की निशानदेही पर मिठेखॉ उर्फ गफूरखॉ मुसलमान नि0 ब्बि पाडा जैसलमेर जयनारायण व्यास कॉलोनी से गिरफतार कर उनके कब्जा से बिना लाईसेंस, अवैध रूप से रखी पिस्टल बरामद कर आम्र्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। अनुसंधान जारी है। 




एनॉर कॉन कम्पनी की साईड से ताम्बे चोरी के अपराधी को गिरफ्तार कर केबल 
बरामद 
जैसलमेर जिले में चोरी की वारदातो पर रोक लगाने एवं चारो को पडने के लिए जिला 
पुलिस अधीक्षक ममता बिश्नोई द्वारा जिले के समस्त वृताधिकारियो,थानाधिकारियो को दिये गये निर्देशो पर 
पुलिस थाना जैसलमेर द्वारा चोरो के विरूद्ध बडी कार्यवाही करते हुऐ दिनांक 04.01.12 को श्री 
पेहपसिंह सुरक्षा अधिकारी एनॉर कॉन कम्पनी जैसलमेर ने प्राथमिकी दर्ज करवाई कि सरहद 
जोधा की साईड से दिनांक 25.12.11 की रात्रि में अज्ञात चोरों द्वारा टावर नम्बर 54 से केबल 
चोरी कर ली हैं इस सिलसिले में प्रकरण सं0 11/12 धारा 136 विद्युत अधिनियम में दर्ज कर 
माल मुल्जिमान की सुरागरसी हेतु श्री वीरेन्द्रसिंह नि.पु. मय जाब्ता श्री शोभसिंह सउनि, श्री 
प्रयाग भारती सउनि, कानि0 बालेन्द्रसिंह, गंगासिंह व जाब्ता द्वारा प्रयास कर मुल्जिमान पठानराम 
पुत्र लाभूराम भील नि0 कीता व नवीन पुत्र ईश्वरलाल जाति खटीक उम्र 20 साल नि0 आरपी. 
कोलोनी जैसलमेर को दस्तयाब कर गहन पुछताछ की गई तो जुर्म स्वीकार किया जिस पर 
मुल्जिमान की ईतलानुसार 05 किलो ताम्बे की तार बरामद की गई तथा शेष माल व अन्य 
चोरी के प्रकरणों में माल मसरूका के बारे में गहन पुछताछ जारी हैं 

मासूम फलक की हालत नाजुक

नई दिल्ली। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती दो साल की बच्ची फलक की हालत दो हफ्ते बाद गुरुवार को भी चिंताजनक बनी रही। एम्स के ट्रामा सेंटर के सहायक प्रोफेसर (न्यूरो सर्जन) दीपक अग्रवाल ने कहा, "बच्ची के बचने की सम्भावना 50 फीसदी से भी कम है।

जांच में पता चला है कि बच्ची को रक्त संक्रमण (सेप्टीसीमिया) हो गया है जिसके अन्य महत्वपूर्ण अंगों तक फैलने की आशंका है। जबकि फलक का सीना एवं मस्तिष्क पहले से ही संक्रमित है। अग्रवाल ने कहा, "हम उसके महत्वपूर्ण अंगों पर नजर रखे हैं और संक्रमण शरीर के अन्य भागों में पहुंचने से रोकने के लिए कड़ी एंटीबायोटिक्स दे रहे हैं। वह अपनी आंख, बांह एवं पैरों को हिला रही है लेकिन वह अभी भी गहरी अचेतावस्था में है।"

उन्होंने कहा, "हम फलक का अभी कोई भी ऑपरेशन नहीं करने जा रहे हैं। अभी हम दवाओं के प्रभाव को देख रहे हैं।" ज्ञात हो कि बुरी तरह घायल दो साल की फलक को 18 जनवरी को एक किशोरी लाई थी। बच्ची का सिर फूटा हुआ था और मस्तिष्क में दाईं ओर खून जम गया था। उसके समूचे शरीर पर इंसान के दांत के काटने के निशान थे।

इस किशोरी ने खुद को बच्ची की मां बताया था। किशोरी को बाल संरक्षण गृह भेज दिया गया। पुलिस ने बुधवार को किशोरी के पिता एवं उसे जबरिया देह व्यापार कराने वाले दो लोगों को गिरफ्तार करने के बाद मामला सुलझाने का दावा किया था।

तीन संतानें हैं तो नहीं दे पाएंगे छत्तीसगढ़ सर्विस कमिशन की परीक्षा!

 

रायपुर. राज्य लोक सेवा आयोग 2011 की प्रारंभिक परीक्षा में ऐसे उम्मीदवार आवेदन नहीं कर सकते जिनकी 26 जनवरी 2001 के बाद तीसरी संतान का जन्म हुआ है। आयोग के सचिव एसएन राठौर ने बताया कि राज्य शासन ने हाल ही में छत्तीसगढ़ के मूल निवासियों को आयु सीमा में तीन साल की छूट दी है। अब मूल निवासियों के लिए अधिकतम आयु सीमा 35 से बढ़कर 38 साल हो गई है।

आयु सीमा में छूट के बाद आयोग के पास ऐसे कई आवेदन आए हैं जिनमें उम्मीदवारों के तीन बच्चे हैं। राज्य शासन के नियम के मुताबिक 26 जनवरी 2001 के बाद अगर किसी व्यक्ति की तीसरी संतान का जन्म होता है तो वह सरकारी सेवा का पात्र नहीं है। तीन बच्चे वालों के आवेदन फार्म को स्वीकार ही नहीं किया जा रहा है, लेकिन अगर किसी उम्मीदवार की 26 जनवरी 2001 से पहले एक संतान है और उसके बाद जुड़वा बच्चे होते हैं तो ऐसे उम्मीदवार परीक्षा दे सकते हैं।

छत्तीसगढ़ के मूल निवासियों को तीन साल की आयु सीमा में छूट पुलिस सेवा में भी मिल रही है। ऐसा पहली बार हो रहा है जब 31 साल तक राज्य के उम्मीदवारों को डीएसपी बनने का अवसर मिलेगा। 2008 की परीक्षा में भी आयु सीमा में छूट दी गई थी मगर वह पुलिस सेवा में लागू नहीं थी।

आवेदन करने के लिए छह दिन अतिरिक्त

आयोग ने आयु सीमा बढ़ने के बाद आवेदन फार्म जमा करने की तारीख भी बढ़ा दी है। अब उम्मीदवार 16 फरवरी तक आवेदन फार्म जमा कर सकते हैं। वे आवेदन फार्म की त्रुटियों में 17 से 27 फरवरी तक संशोधन कर सकते हैं। साथ ही ऐसे उम्मीदवार जो शासकीय संस्थानों में संविदा पर काम कर रहे हैं, उन लोगों को जितने साल उन्होंने संविदा में काम किया है उतने साल की छूट मिलेगी। मगर यह छूट 38 साल की उम्र से अधिक नहीं होगी।

महोत्सव 5 से 7 फरवरी तक ...मरू मेले की प्रतियोगिताओं के नियम भी हैं खास


मरू मेले की प्रतियोगिताओं के नियम भी हैं खास

साफा बांध प्रतियोगिता   महोत्सव 5 से 7 फरवरी तक



जैसलमेर  मरू महोत्सव में आयोजित होने वाली प्रतियोगिताओं के नियम तय कर दिए गए हैं। पर्यटन विभाग एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में 5 से 7 फरवरी तक महोत्सव चलेगा। जिला प्रशासन एवं पर्यटन विभाग की ओर से इसको लेकर तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं।

मिस मूमल :

गल्र्स के लिए आयोजित होने वाली मिस. मूमल प्रतियोगिता के लिए प्रतिभागी की न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी जरूरी है जिसका प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करना होगा। मिस. मूमल प्रतियोगी अविवाहित होनी चाहिए एवं कोहनी के ऊपर वाला चूड़ा पहने हुए नहीं हो। प्रतियोगी को किसी प्रकार का यात्रा भत्ता एवं आवास सुविधा देय नहीं होगी। आवेदक को अतिरिक्त फोटो देना होगा। मिस. मूमल प्रतियोगी राजस्थान की मूलनिवासी होना आवश्यक है। पूर्व प्रथम विजेता मिस.मूमल सम्मिलित नहीं हो सकेगी।

साफा बांध प्रतियोगिता के प्रतियोगी को स्वच्छ एवं पारंपरिक पोशाक में स्टेज पर पहुंचना आवश्यक होगा। प्रतियोगी को जैसलमेर शैली का ही साफा बांधना अनिवार्य होगा। प्रतियोगी को शोभायात्रा में भाग लेना आवश्यक होगा। साफा पर्यटन विभाग द्वारा उपलब्ध करवाया जाएगा जो प्रतियोगिता पूर्ण होने पर वापिस लौटाना होगा।

मूंछ प्रतियोगिता

मूंछ प्रतियोगिता में भाग लेने वाला प्रतिभागी वयस्क होना आवश्यक है एवं उसकी अच्छी कद काठी होनी चाहिए। मूंछ विजेता को मेले के तीनों दिन उपस्थित रहना होगा एवं उसे अनुबंधित फोटोग्राफर से फोटो खिंचवाने होंगे एवं प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी मूंछ प्रतिभागियों को शोभायात्रा में भाग लेना होगा।

मूमल-महेंद्रा प्रतियोगिता

मूमल-महेंद्रा प्रतियोगिता में भाग लेने वालों की उम्र 10 से 18 वर्ष तक होना जरूरी है। इसका प्रमाण-पत्र देना होगा। मूमल व महेंद्रा एक साथ ऊंट पर नहीं बैठेंगे। मूमल व महेंद्रा की वेशभूषा पश्चिमी राजस्थान के मारवाड़ पद्धति पर आधारित होनी चाहिए एवं उनके गहने, परिधान एवं पूर्ण वेशभूषा एक अविवाहित लड़की व लड़के की अभिव्यक्ति एवं प्रस्तुतीकरण होनी चाहिए।

मरू श्री प्रतियोगिता

पर्यटक स्वागत केन्द्र के सहायक निदेशक अजीत सिंह ने बताया कि पहले दिन मरुश्री प्रतियोगिता आयोजित होगी। इसके लिए प्रतिभागी की न्यूनतम आयु 21 वर्ष होनी चाहिए जिसका उसे प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करना होगा। इसी प्रकार प्रतिभागी की लंबाई 5 फीट 6 इंच से कम नहीं होनी चाहिए। मरुश्री विजेता को मेले के तीनों दिवस तक मरुश्री पोशाक में उपस्थित रहना होगा एवं उन्हें विभाग द्वारा अनुबंधित फोटोग्राफरों से फोटो खिंचवाना होगा। इसके साथ ही प्रतियोगी को शोभायात्रा में भाग लेना भी आवश्यक होगा। प्रतियोगी को किसी प्रकार का यात्रा भत्ता एवं आवास सुविधा देय नहीं होगा। मरुश्री प्रतियोगी राजस्थान का मूल निवासी होना आवश्यक है। पूर्व प्रथम विजेता मरुश्री सम्मिलित नहीं हो सकेगा।

बाड़मेर गुरुवार २ फरवरी २०१२ पुलिस...आज की ताजा खबर.



चिंकारा शिकार प्रकरण तीनों आरोपियों को जेल भेजा


बाड़मेर धोरीमन्ना कस्बे में 27 जनवरी की रात गश्त के दौरान पकड़े गए चिंकारा शिकार के आरोपियों को पुलिस ने बुधवार को कोर्ट में पेश किया। जहां तीनों ही आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के निर्देश दिए गए।

धोरीमन्ना थानाधिकारी मूलाराम चौधरी ने बताया कि चिंकारा शिकार के मामले में पकड़े गए आरोपियों को तीन दिन की रिमांड के बाद बुधवार को एसीजेएम कोर्ट बाड़मेर में पेश किया गया। न्यायालय ने धोरीमन्ना निवासी दीपाराम पुत्र भंवराराम भील, कातरला निवासी शंकरा पुत्र फौजा और धोरीमन्ना निवासी मोहम्मद पुत्र भंवरु खां को न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के निर्देश दिए। वहीं कातरला निवासी रेशमा पुत्र सता भील की उम्र 18 वर्ष से कम होने के कारण उसे पहले ही बाल सुधार गृह भेज दिया गया था। थानाधिकारी ने बताया कि फरार आरोपी धोरीमन्ना निवासी हुकमाराम देशांतरी की तलाश की जा रही है।


सड़क हादसे में एक की मौत, तीन घायल

बालोतरा बांगुडी फांटा के निकट बुधवार रात ग्यारह बजे ऊंट गाड़ी को पीछे से इंडिका कार ने टक्कर मार दी जिससे कार में सवार विवाहिता ने घटना स्थल पर ही दम तोड़ दिया।विवाहिता बालोतरा से बाड़मेर जा रही थी।हादसे में घायल हुए तीन जनों को इलाज के लिए नाहटा अस्पताल में भर्ती कराया गया। पचपदरा थाने के एएसआई हरलाल सिंह ने बताया कि बांगुडी फांटा के निकट ऊंट गाड़े के पीछे चल रही इंडिका कार ने टक्कर मार दी। इस हादसे में इंडिका में सवार आहोर निवासी पुष्पा पत्नी प्रेमदास वैष्णव की मौके पर ही मौत हो गई। कार में विवाहिता के साथ आहोर निवासी सुरेश कुमार पुत्र पूनमचंद माहेश्वरी, गुलशन पुत्र सुरेश कुमार भी थे।ऊंट गाड़े पर सवार अकदड़ा निवासी बाबूलाल पुत्र बगताराम व भंवरलाल पुत्र मंगलाराम बूगडी भी गंभीर रूप से घायल हो गए।

दोनों का इलाज राजकीय अस्पताल नाहटा में चल रहा है।



खूनी संघर्ष के आरोपियों को जेल भेजा

बाड़मेर गडरारोड में मंगलवार को एक ही समुदाय के दो गुटों में हुए खूनी संघर्ष के मामले में हत्या के तीन आरोपियों को पुलिस ने बुधवार को अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के निर्देश दिए गए। चौहटन पुलिस उप अधीक्षक नरेंद्र गोदारा ने बताया कि गडरारोड में मंगलवार को जानलेवा हमला करने और सताराम पुत्र हकीमराम भील की हत्या के मामले में गिरफ्तार किए गए चंदणाराम, रहीमराम पुत्र धाणाराम व भंवराराम पुत्र दयाराम निवासी रासलाणी को बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के निर्देश दिए गए। डिप्टी गोदारा ने बताया कि हत्या के अन्य आरोपी राजकीय अस्पताल बाड़मेर में एडमिट है। वहां से उन्हें डिस्चार्ज करते ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

ग्राम पंचायत बिजावल के राजस्व गांव रासलाणी में सोमवार देर रात महारात कार्यक्रम के दौरान पुरानी रंजिश के चलते एक ही समुदाय के दो गुटों में हुए खूनी संघर्ष हो गया। मारपीट में एक की मौत हो गई, वहीं दूल्हा सहित 16 अन्य घायल हो गए। जिन्हें उपचार के लिए राजकीय अस्पताल बाड़मेर लाया गया। जहां गंभीर रूप से घायल दो व्यक्तियों को जोधपुर रेफर किया गया।परिवार में गुरुवार को शादी होनी थी। इसी उपलक्ष्य में कार्यक्रम आयोजित किया गया था। हंसी-ठिठोली के बीच ही विवाद बढ़ गया। सूचना मिलने पर चौहटन डीएसपी नरेन्द्र गोदारा मौके पर पहुंचे। इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

खूनी संघर्ष में भारथाराम पुत्र सताराम, अंतरी देवी पत्नी सखीराम, पीथाराम पुत्र सताराम, कोयल देवी पत्नी रहीमराम, ढेली देवी पत्नी दयाराम, भंवराराम पुत्र दयाराम, देवाराम पुत्र जेताराम, प्रभुराम पुत्र दयाराम, धीराराम पुत्र जेताराम, चांदी देवी पत्नी धाणूराम, धाणूराम पुत्र जवाराराम, रायधनराम पुत्र धाणूराम, मूलाराम पुत्र धाणूराम, आंबू देवी पत्नी मुढाराम व रहीम पुत्र धाणूराम घायल हो गए। जिन्हें उपचार के लिए बाड़मेर रेफर किया गया। इस दौरान गंभीर रूप से घायल सताराम (55)पुत्र हकीमराम भील ने रास्ते में दम तोड़ दिया। राजकीय अस्पताल बाड़मेर में प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर रूप से घायल दो जनों को जोधपुर रेफर किया गया। थानाधिकारी हुक्माराम ने बताया कि करमूराम पुत्र सताराम ने मामला दर्ज करवाया कि पुरानी रंजिश के चलते देवाराम वगैरह ने उसके पिता पर जानलेवा हमला कर दिया जिससे उनकी मौत हो गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी चंदणाराम, रहीमराम पुत्र धाणाराम व भंवराराम पुत्र दयाराम निवासी रासलाणी को गिरफ्तार किया है।

हिरासत में मौत, थाना प्रभारी और जांच अधिकारी निलंबित

हिरासत में मौत, थाना प्रभारी और जांच अधिकारी निलंबित



जयपुर  चोरी के मामले में पूछताछ के लिए मानसरोवर थाने लाए गए तिलक नगर निवासी योगेश सपरा (५२) की मौत हो गई। पुलिस कमिश्नर बीएल सोनी ने थाना प्रभारी धर्मवीर सिंह और जांच अधिकारी एएसआई जगदीश प्रसाद को निलंबित कर दिया है। एसएमएस अस्पताल के मेडिकल बोर्ड ने योगेश की मौत हार्ट अटैक से होना का अंदेशा जताया है।

पुलिस ने योगेश के घर से करीब 20 लाख रु. का चोरी का माल बरामद किया था। उसे मंगलवार को शाम चार बजे पूछताछ के लिए थाने लाया गया, जहां वह रात करीब ९:४० बजे बेहोश हो गया। एसएमएस अस्पताल में रात करीब ११ बजे उसने दम तोड़ दिया। योगेश मानसरोवर थाने के हिस्ट्रीशीटर हरीश थापा का परिचित था। थापा चोरी के आरोप में गिरफ्तार है। उसी ने चोरी का माल योगेश के घर होना बताया था।

यूं हुई थी जान-पहचान

हरीश को 2005 में चोरी के आरोप में 7 साल की सजा हुई थी। इस दौरान योगेश को भी मालवीय नगर थाना पुलिस ने धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया था। जिसे एक मई 2007 को दो साल का कारावास व दो हजार रुपए जुर्माने की सजा हुई। जेल में रहते हुए योगेश की हरीश से जान-पहचान हो गई। जेल में ही हरीश ने योगेश को धर्म का पिता बना लिया था। जेल से छूटने के बाद दोनों एक ही मकान में किराए से रह रहे थे। हरीश थापा चोरी करता और माल योगेश के पास जमा करता था।

चोरी के आरोप में किया था हरीश को गिरफ्तार

जेल से बाहर आने पर हरीश थापा ने शहर के विभिन्न थाना इलाकों में 10 चोरी की वारदात की। पूछताछ में हरीश थापा ने मानसरोवर, शिप्रापथ, जवाहरनगर में दो दो वारदातें, मालवीय नगर, सोडाला, वैशाली नगर, मोती डूंगरी में चोरी की एक एक वारदात करना कबूल किया। हरीश थापा 21 जनवरी को मानसरोवर निवासी एसपी सिंह के सू ने घर में चोरी कर रहा था। इसी दौरान वे घर पर आ गए। तब हाथापाई में हरीश ने एसपी सिंह के सिर में नकब की मार कर भाग गया लेकिन उसका मोबाइल वहीं गिर गया। जिसके आधार पर मानसरोवर थाना पुलिस ने हरीश को मंगलवार सुबह गिरफ्तार किया था।

बहन को प्रेमी के साथ देख पगलाया भाई, निकाली बंदूक-मार दी गोली



लुधियाना. गांव हंबड़ां में बहन को एक युवक के साथ आपत्तिजनक हालत में देख भाई ने दोनों को गोली मार दी। बचने की कोई गुंजाइश न रहे, इसलिए दोनों के सिर पर गोली मारी गई।
 

घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी ने खुद को पुलिस के हवाले कर दिया। हत्या में इस्तेमाल की गई रिवाल्वर पुलिस ने कब्जे में ले ली है। लड़की हंबड़ां की नवदीप कौर (25) व लड़का गांव थरीके का हरप्रीत सिंह जौहल उर्फ हैप्पी (26) था। आरोपी की पहचान बलजिंदर सिंह गिल के रूप में हुई है। घटना बुधवार तड़के की है।



बलजिंदर और उसकी बहन नवदीप कोठी में अकेले थे। बलजिंदर बेडरूम में सो रहा था जबकि नवदीप ड्राइंगरूम में थी। पुलिस को दिए बयान में बंटी ने बताया कि तड़के 4:30 बजे बाहर आवाज सुनकर उसकी आंख खुल गई। किसी खतरे की आशंका से वह अपने पिता का 32 बोर का लाइसेंसी रिवाल्वर लेकर बाहर निकला। ड्राइंगरूम का दरवाजा खुला था। वहां नवदीप और हरप्रीत आपत्तिजनक हालत में थे। बंटी को देख हैप्पी सोफे के पीछे छिप गया। गुस्से में पागल बंटी ने उसके सिर पर एक के बाद एक चार फायर किए।



....बालों से पकड़ा और दाग दी गोलियां



भाई को गुस्से में देख नवदीप बेडरूम की तरफ भागी। बंटी ने वहां पहुंच उसे बालों से पकड़ा और कनपटी में दो गोलियां दाग दीं। सब इंस्पेक्टर गुरप्रीत सिंह ने बताया कि नवदीप के पिता तेजा सिंह मंगलवार को पत्नी छिंदर कौर और छोटे बेटे हरजिंदर सिंह के साथ धर्मकोट के गांव किशनपुरा में अपने ससुराल गए थे। इस दौरान नवदीप ने हैप्पी को घर बुला लिया। हैप्पी की इंडिका कार ललतों गांव से मिली है। मोगा में रहने वाला हैप्पी का दोस्त उसे हंबड़ां छोड़कर गया था।

तीन कप काली चाय (बिना दूध वाली) पीना रक्तचाप को कम करने में मददगार

चाय पीना और पिलाना आज हमारे दैनिक आवभगत के पेय में सम्मिलित हो चुका है,क्या गांव शहर शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति हो, जिसने अपने जीवन में चाय की चुस्कियों का एहसास न लिया हो,अभी हाल के ही एक शोध में यह बताया गया है, कि प्रतिदिन तीन कप काली चाय (बिना दूध वाली) पीना रक्तचाप को कम करने में मददगार होता है।  
यह खबर उन लोगों के लिए एक खुशखबरी हो सकती है,जो अपने दिन की शुरुआत ही चाय से करते हैं। युनिवर्सिटी ऑफ वेस्टर्न आस्ट्रेलिया के शोधकर्ताओं ने बिना दूध वाली काली चाय पर किये गए अध्ययन से इस बात की पुष्टि की है(दूध डालकर बनायी गयी चाय पर ऐसे परिणामों की पुष्टि अभी बाकी है), पूर्व में भी ऐसे कई परिणाम सामने आ चुके हैं, जो चाय के हृदय पर अच्छे प्रभाव की पुष्टि कर चुके हैं।

प्रमुख शोधकर्ता जोनाथन होजसन ने आस्ट्रेलिया के अखबार डेली मेल को बताया कि यह अध्ययन चाय और हृदय रोगों के बीच के सम्बन्ध को स्थापित करने कि दिशा में एक महत्वपूर्ण खोज होगा। हृदय द्वारा सम्पूर्ण शरीर को रक्त छोडऩे के दौरान उत्पन्न धड़कन का दबाव सीसटोलिक एवं हृदय द्वारा रक्त को लेने की स्थिति में उत्पन्न धड़कन का दवाब डायस्टोलिक को रक्तचाप के दौरान मापा जाता है।

35 से 75 आयु के 95 लोगों में कराये गए अध्ययन, जिनको प्रतिदिन तीन कप काली चाय पिलाई गई और एक दूसरा प्लेसिबो समूह जिसे किसी और स्रोत से प्राप्त कैफीन पिलाया गया में इस परीक्षण के परिणाम छ: महीने के बाद उक्त प्लेसीबो समूह से तुलनात्मक रूप में अध्ययन द्वारा देखे जाने पर यह पाया गया कि जिन लोगों ने काली चाय पी थी उनका सीसटोलिक एवं डायस्टोलिक रक्तचाप 2-3 घट गया। शोधकर्ताओं का मानना है, कि दो से तीन की रक्तचाप में कमी, उच्च रक्तचाप एवं हृदयरोगों की संभावना को दस प्रतिशत तक कम कर देती है। यह अध्ययन आर्चीव ऑफ इंटर्नल मेडीसिन में प्रकाशित हुआ है ...।

सिद्धपुरुष खेमा बाबा

सिद्धपुरुष खेमा बाबा


बाड़मेर जिलै रै बायतू गाम मांय जनम्या खेमा बाबा जाटा हा। अै सदीव साधु-संन्यासी रै बेस मांय रैया करता हा, जिणरी वजै सूं लग इणां नै 'खेमा बाबा' रै नाम सूं बतलावता। अै आपरै जीवण मांय जैरीलै जीव-जंतुवां रै काटियौड़ै लोगां रा झाड़ा-झपटा करिया करता। इण भांत अै अणगिणत लोगां नै अभयदान दिया। आपरै जीवण रै छहलै बगत ताईं अै बायतूं मायं इज रैया। सुरगवास सूं पांच-सात घड़ी पैला अै आपरै सगै-संबंधियां, मित्रां अर गामवासियां सूं आग्रह करियौ हौ के अबै म्हारौ अंतिम बगत आयग्यौ है, थे लोग म्हनै अमुक जगै लिजाय'र बिना बालियां गाड दीजौ अर उण जगै अेक चबूतरौ बणवाय दीजौ। जे किणी नै कोई तकलीफ हुय जावै तौ चबूतरै माथै नालेर इत्याद चढा देवैला तौ उणनै किणी ई तरै री तकलीफ नीं हुवैला। खास तौर सूं जैरीलै जीव-जंतुवां रै काटियां तौ तत्काल इज आराम हुय जावैला।
सिद्धपुरुष जाट खेमाराम जाखड़ आपरौ नश्वर शरीर त्याग दियौ। उणां रै कैयां मुजब उणां नै अमुक स्थान माथै गाडण सारू लेयग्या, पण वा जमीन बायतू रै अेक ठाकर री ही, जिकां अपणी जमीन मांय गाडण नीं दिया। कीं बगत बाद अचाणचक ठाकर नै निपटण री शंका हुई। ठाकर निपटण सारू गाम रै बारै गया। सिद्धपुरुष खेमा बाबा रै नश्वर शरीर नै आपरी जमीन मांय नीं गाडण देवण री बजै सूं जैरीला जीवजन्तु ठाकर नै घेर लियौ। ठाकर जद अणूंती देर तांी बावड़िया नीं तौ परिवार रा सगला ई लोग उणां रै नीं बावड़ियां चिंतातुर हुवण लागग्या। उठीनै खेमा बाबा रै नश्वर शरीर नै उणी जगै गाडण री मंजूरी सारू हजारूं लोग उडीक रैया हा। जद ठाकर नै सोधण सारू नौकर भेजीजियौ तौ पतौ लागियौ के वै तौ जैरीलै जीव-जंतुवां रै जाल सूं मुगत हुया। ठाकर खेमा बाबा रै चमत्कार सूं प्रभावित हुय'र आपरी जमीन मांय उणां रै शरीरर नै गाडण री मंजूरी देय दी अर खुद आपरै खरजै सूं उण माथै चबूतरौ बणवाय'र पैलौ नालेर चढायौ।
आज वौ इज चबूतरौ अेक सुंदर मिंदर रै रूप मांय नागदेवता री बणियोड़ी प्रतिमावां अेक नीं, अनेकूं विराजमान है। मिंदर रै च्यारूंमेर पक्की दीवारां रौ परकोटौ अर उणरै बीच मांय जातरूवां रै ठैरण अर मिंदर रै कर्मचारियां अर पुजारियां रै रैवास सारू पक्का मकान बणियोड़ा है। मिंदर रे लारली कानी 150 फुट सूं ई ऊंचौ रेतीलौ धोरौ आयौ थकौ है। मेला स्थल माथै तीन टांकां रौ निरमाण ई हुयोड़ौ है।
मेलै मांय हिस्सौ लेवण सारू दूर-दूर सूं हजारूं जातरूं अेकठ हुवै। जैरीलै जीव-जंतुवां सांप-बिच्छु इत्यार रै काटियां उणी बगत इणां रै स्थल री जातरा करण, पूजा चढावण री जाचना करण अर मोरपांख नै काडियौडै़ स्थल माथै बांधियां सूं तत्काल आराम मिल जावै। अैड़ौ करियां अेक नीं, अनेकूं श्रद्धालू भगतां नै आराम अर राहत मिली है। नतीजन मैलै रै मौकै माथै हजारूं री तादाद में स्त्री, पुरुष, बच्चा, बूढ़ा सगला ी आवै, जिका आपरै साथै छोटौ-सोक सफेद कपड़ौ त्रिकोण आकार रौ लावै अर आपरी जाचना, चढावै चढायां रे बाद उणनै नजीक खड़ै पेड़ रै बांध देवै।
मेलै रै अेक दिन विसाल पैमानै माथै ठाकर री बणियोड़ी कोटी माथै भजन-कीरतन रौ आयोजन हुवै। उण मांय चमार जाति रै लोगां रै अलावा हर जाति रा लोग हिस्सौ लेवै। औ कार्यक्रम रात भर चालू रैवै। सूबै-सवाणी हजारूं लोग खेमा बाबा रै मिंदर दरसणां सारू जावै अर प्रसाद चढावै। प्रसाद सूं नीं जाणै कित्ती ई बोरियंा भर जावै। औ प्रसाद बाद में भजन करण वालां अर पिछड़ी जातियां रै लोगां मांय बांट दियौ जावै। सिंझ्या तांी मैलौ बिखरणौ सरू हुय जावै।
खेमा बाबा रै इम मेलै नै औरूं बेसी विसाल रूप देवण सारू पंचायत समिति, बायतु इणी स्थल माथै पशु मैलै रौ आयोजन करै जिकौ कोई सात दिन तांई रैवै। माघ सुदी 7 लेय'र माघ सुदी 13 तांई लगातार औ मेलौ चालै। इण मेलै मांय हजारूं री संख्या में उन्नत नस्ल रा थारपारकर अर कांकरेज नस्ल रै बलदां नै मारवाड़ी नस्ल रै ऊंटा रै अलावा दूजा केई पशु ई खरीदण-बेचण सारू लाया जावै। पशुवां री खरी सारू राजस्थान रै अलावा दूजै प्रदेशां रा केई वौपारी ई आवै। इण मेलै मांय पशुवां री अच्छी कीमत आंकीजै।