सोमवार, 30 मार्च 2015

निष्क्रिय पदाधिकारियों को हटाने की तैयारी में कांग्रेस



जयपुर निष्क्रिय नेताओं पर नकेल कसने की कवायद के तहत कांग्रेस आलाकमान ने काम नहीं करने वाले नेताओं को घर भेजने की तैयारी कर ली है।

Congress preparation remove inactive bearers

प्रदेश कांग्रेस कमेटियों की लगातार तीन बैठकों से बिना कारण बताए नदारद रहने वाले नेताओं को पद से हटा दिया जाएगा।




कांग्रेस संविधान के एक पुराने प्रावधान को पहली बार राजस्थान से लागू किया जा रहा है। इसके बाद इसे अन्य प्रदेशों में भी लागू किया जाएगा।




अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं राजस्थान के प्रभारी गुरुदास कामत ने गत 25 फरवरी को यहां प्रदेश कांग्रेस कमेटी की पहली बैठक में कहा था कि 'काम नहीं करने वाले घर जाएंगे, बहुत लोग बैठे हैं काम करने वाले।




Ó अब उन्होंने कांग्रेस संविधान के प्रावधान को लागू करने की दिशा में औपचारिक कदम बढ़ाया है।

संविधान का सहारा

सूत्रों के अनुसार कांग्रेस के संविधान में प्रावधान है कि किसी कमेटी का कोई सदस्य लगातार तीन बार बैठकों से अनुपस्थित रहता है तो उसे कमेटी से हटाया जाएगा। लेकिन इससे पहले पार्टी ने कभी इस प्रावधान का इस्तेमाल नहीं किया।




बड़े नेता निशाने पर

दरअसल, कांग्रेस के कई नेताओं को उनके राजनीतिक कद के हिसाब से प्रदेश कांग्रेस कमेटी में रखना मजबूरी होती है और अधिकतर ऐसे नेता ही पीसीसी की बैठकों की परवाह नहीं करते। संभवत: ऐसे नेताओं को रास्ते पर लाने के लिए बैठकों में उपस्थिति को सख्ती से लागू करने का निर्णय किया गया है।




निष्क्रिय पदाधिकारियों के बारे में कांग्रेस संविधान में पहले से ही प्रावधान है। आलाकमान चाहे जब इसे लागू कर सकता है।

सचिन पायलट, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष

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