शनिवार, 1 जुलाई 2017

जयपुर/सीकर।वकील का दावा- राजस्थान सरकार के 4 मंत्रियों के इशारे पर हुआ आनंदपाल का फर्जी एनकाउंटर, इनका हर राज था उसके पास



जयपुर/सीकर।वकील का दावा- राजस्थान सरकार के 4 मंत्रियों के इशारे पर हुआ आनंदपाल का फर्जी एनकाउंटर, इनका हर राज था उसके पास
वकील का दावा- राजस्थान सरकार के 4 मंत्रियों के इशारे पर हुआ आनंदपाल का फर्जी एनकाउंटर, इनका हर राज था उसके पास

आनंदपाल के वकील एपी सिंह का दावा है कि आनंदपाल के राजस्थान सरकार के चार मंत्रियों से सीधे संबंध थे। आनंदपाल ने ही इन्हें नीचे से मंत्री पद तक पहुंचाया। इनका हर राज आनंदपाल के पास था। एेसे में इन मंत्रियों को राज खुलने का डर था। इन मंत्रियों ने आनंदपाल का सरेंडर नहीं होने दिया और योजनाबद्ध तरीके से फर्जी एनकाउंटर किया गया।







जनता के सामने रखेंगे सबूत

सीकर में पत्रकारों से बातचीत में एपी सिंह ने कहा कि यह सारे राज उनके पास रिकार्डिंग, टेलीफोन डिटेल और सीडी के रूप में मौजूद है। इन सबूतों के डर से ही सरकार आनंदपाल के एनकाउंटर मामले की सीबीआई जांच नहीं करवाना चाहती। इन सबूतों को पहले अदालत में पेश किया जाएगा। बाद में जनता के सामने रखा जाएगा।




जान का खतरा

एपी सिंह ने यह भी कहा कि सबूतों के चलते उन्हें भी जान का खतरा हो गया है। लगातार जान से मारने की धमकियां दी जा रही है। हालांकि आनंदपाल से संपर्क रखने वाले मंत्रियों और उन्हें धमकी देने वालों के नाम का खुलासा नहीं किया। उनका कहना है कि पहले सबूत अदालत में रखे जाएंगे। इसके बाद जनता के सामने।

आनंदपाल एनकाउंटरः दो कांस्टेबलों की भूमिका रही महत्वपूर्ण, एक ने आनंदपाल तक पहुंचाया तो दूसरे ने किया ढेर




सरेंडर के किए काफी प्रयास

एडवोकेट एपी सिंह ने बताया कि पिछले एक वर्ष में उन्होंने आनंदपाल को सरेंडर करवाने के काफी प्रयास किया। इसके लिए वे राज्यपाल और गृहमंत्री से भी मिले। स्वयं का वकालत नामा पेश कर कहा कि सुरक्षा की जिम्मेदारी और सीबीआई से मामलों की जांच के साथ वीसी से पेशी करवाई जाए तो आनंदपाल सरेंडर कर सकता है, लेकिन अभी तक उनका कोई जवाब नहीं आया है।




... तो जिंदा होता आनंदपाल!

उनका कहना है वह सरकार के भरोसे ना रहकर मीडिया के सामने अगर आनंदपाल का सरेंडर करवा देते तो आज आनंदपाल जिंदा होता।

बाड़मेर। बाल काटने की खबरो से दहशत में लोग , जिला प्रसाशन व पुलिस को इस मामले को गहराई तक जाना चाहिये।

बाड़मेर। बाल काटने की खबरो से दहशत में लोग , जिला प्रसाशन व पुलिस को इस मामले की गहराई तक जाना चाहिये।  


बाड़मेर में इन दिनों अजीब दहशत फैली हुई है .बाल कटने और शरीर पर त्रिशूल बनने की तथाकथित घटनाओं की चर्चाओं ने लोगों की नींद उड़ा रखी है.इससे लोगों में भय का माहौल है। हालांकि इन घटनाओं में कितनी सच्चाई है, इसकी जानकारी नहीं है, लेकिन कई महिलाओं के बाल भी कटे हैं और ललाट पर निशान भी बने हैं। यही नहीं दहशत के मारे महिलाएं बेहोश तक हो जाती है। गौरतलब है कि एेसी घटनाएं लगातार सोशियल मीडिया के माध्यम से सामने आ रही है। माना जा रहा है कि ऐसा तंत्र-मंत्र करने के लिए किया जा रहा है. बाल काटने की ऐसी घटनाऐ जोर पकडऩे लगी है.जबसे बाड़मेर में चर्चाओ का दौर शुरू हुआ तभी से पुलिस और प्रशासन सारे के सारे लोग यह कहते हैं कि ऐसी कोई बात नहीं है। लेकिन फिर भी बाल कट जाने की खबर सुनने को मिल रही है। अगर अफवाह हैं तो इस अफवाह का कारण क्या है ? क्यों इस तरह अफवाह फैलाई जा रही है ? कुछ तो बात है तभी रोज कही ना कही से ऐसी घटना सुनने को मिल रही है। जिला प्रशासन और पुलिस को इस मामले को गंभीरता लेते हुये मामले की गहराई तक जाना चाहिये जिसे इस मामले पर से पर्दा उठ सके। ताकि भयभीत लोगो के दिलो में से ये खौफ निकल सके। 

जालोर में पकड़ा फर्जी परीक्षार्थी

जालोर में पकड़ा फर्जी परीक्षार्थी

जालोर में पकड़ा फर्जी परीक्षार्थी
जालोर. राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा में फर्जी तरीके से घुसने का प्रयास कर रहे एक युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। युवक किसी अन्य के प्रवेश पत्र से परीक्षा देने आया था।
जांच के दौरान हापू की ढाणी बागोड़ा निवासी गोपीचंद पुत्र रामलाल के प्रवेश पत्र को देखकर केंद्राधीक्षक ने संदेह जाहिर किया।प्रवेश पत्र पर लगे फोटो से चेहरे का मिलान नहीं होने पर पूछताछ की तथा पुलिस को सूचना दी। इस पर उप निरीक्षक चैनप्रकाश पहुंचे तथा युवक को पकड़ लिया। पूछताछ में उसने बताया कि वह गोपीचंद के नाम से परीक्षा देने आया था। आरोपित युवक जाखल (सांचौर) निवासी अशोक पुत्र कालूराम विश्नोई को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। साथ ही केंद्राधीक्षक राजेंद्रसिंह की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की।

जयपुर।रिटायर्ड फौजी ने गोली मारकर की खुदकुशी, वैशाली नगर में पत्नी को गोली मार हुआ था फरार



जयपुर।रिटायर्ड फौजी ने गोली मारकर की खुदकुशी, वैशाली नगर में पत्नी को गोली मार हुआ था फरार

जयपुर के वैशाली नगर में दो दिन पहले पत्नी को गोली मारकर फरार हुए रिटायर्ड फौजी ने शनिवार को महलां के पास गोली मारकर खुदकुशी कर ली। उसका शव सड़क के बीचोंबीच लहूलुहान हालत में मिला है।

रिटायर्ड फौजी ने गोली मारकर की खुदकुशी, वैशाली नगर में पत्नी को गोली मार हुआ था फरार


जानकारी के मुताबिक वैशाली नगर निवासी रिटायर्ड फौजी भवानी सिंह शेखावत का शव महलां के पास एसएनजी सिटी की सड़क पर पड़ा मिला। पुलिस का मानना है कि वह कार से यहां सुनसान इलाके में आया और गाड़ी से उतरकर बीच सड़क पर खड़े होकर खुद को कनपटी पर गोली मार ली। घटनास्थल पर कार व उसके शव के पास से रिवॉल्वर भी मिली है। दूदू थाना पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल में रखवा दिया है।




गौरतलब है कि भवानी सिंह ने गुरुवार को वैशाली नगर स्थित एक निजी स्कूल के सामने अपनी ही पत्नी पूनम कंवर को गोली मार दी थी। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। सीसीटीवी में कैद हुई घटना के बाद पुलिस आरोपित की तलाश में थी लेकिन पुलिस के पकड़े जाने से पहले ही उसने खुद को गोली मार ली।




घटना की जानकारी मिलते ही जयपुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक डॉ. रामेश्वर सिंह, दूदू अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय गुप्ता, थाना प्रभारी सुरेन्द्र सिंह भी मौके पर पहुंचे और एफएसएल टीम को बुलाकर साक्ष्य जुटाए।

दुबई से आते ही आनंदपाल की बेटी चीनू को गिरफ्तार कर सकती है पुलिस

दुबई से आते ही आनंदपाल की बेटी चीनू को गिरफ्तार कर सकती है पुलिस
दुबई से आते ही चीनू को गिरफ्तार कर सकती है पुलिस
नागौर. आनंदपाल को भगाने के मामले (3 सितम्बर 2015) में उसकी बड़ी बेटी चीनू को भी आरोपित बनाया गया है। शायद यही कारण है कि आनंदपाल की मौत के 7 दिन बाद भी दुबई में ही है। हालांकि परिजनों ने चीनू के नहीं पहुंचने के कारण शनिवार को शव का अंतिम संस्कार नहीं किया। संभवतया वह रविवार को सांवराद पहुंच सकती है। संभव है पुलिस उसके यहां आते ही गिरफ्तार कर ले।इंजीनियरिंग की पढाई कर रही चीनू एक दिन पहले ही सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक ऑडियो में कथित रूप से यह कह रही है कि अगर वह भारत आएगी तो उसे पुलिस गिरफ्तार कर लेगी। परिजनों की याचिका पर न्यायालय के आदेश पर चुरु के भरतिया अस्पताल में उच्चतम न्यायालय की गाइड लाइन के अनुसार शव का दुबारा पोस्टमोर्टम होने के बाद पुलिस ने शनिवार सुबह आनंदपाल का शव परिजनों को सौंप दिया। हालांकि शनिवार को अन्त्येष्टि नहीं हो पाई। आनंदपाल का परिवार चाहता है कि आनंदपाल की बड़ी बेटी चरणजीत सिंह उर्फ चीनू व उसके भाई भी अन्त्येष्टि में शामिल हो।

पुलिस छावनी बना सांवराद

हालांकि आनंदपाल फरारी प्रकरण में हाई अजमेर सिक्योरिटी जेल में बंद विक्की उर्फ वीरेन्द्रपाल व गट्टू उर्फ देवेन्द्र सिंह की याचिका परबतसर एसीजेएम कोर्ट ने खारिज कर दी है। शव की अन्त्येष्टि के लिए सांवराद के ग्रामीणों समेत आनंदपाल के रिश्तेदार व अन्य लोग पहले से ही सांवराद में मौजूद है। अंतिम संस्कार के समय कानून व्यवस्था बिगड़े नहीं, इसको लेकर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। हालांकि परिजनों द्वारा शव लेने के बाद पुलिस ने कुछ राहत की सांस जरुर ली है। लेकिन अंतिम संस्कार होने तक पुलिस बल तैनात रहेगा।