जयपुर/सीकर।वकील का दावा- राजस्थान सरकार के 4 मंत्रियों के इशारे पर हुआ आनंदपाल का फर्जी एनकाउंटर, इनका हर राज था उसके पास
आनंदपाल के वकील एपी सिंह का दावा है कि आनंदपाल के राजस्थान सरकार के चार मंत्रियों से सीधे संबंध थे। आनंदपाल ने ही इन्हें नीचे से मंत्री पद तक पहुंचाया। इनका हर राज आनंदपाल के पास था। एेसे में इन मंत्रियों को राज खुलने का डर था। इन मंत्रियों ने आनंदपाल का सरेंडर नहीं होने दिया और योजनाबद्ध तरीके से फर्जी एनकाउंटर किया गया।
जनता के सामने रखेंगे सबूत
सीकर में पत्रकारों से बातचीत में एपी सिंह ने कहा कि यह सारे राज उनके पास रिकार्डिंग, टेलीफोन डिटेल और सीडी के रूप में मौजूद है। इन सबूतों के डर से ही सरकार आनंदपाल के एनकाउंटर मामले की सीबीआई जांच नहीं करवाना चाहती। इन सबूतों को पहले अदालत में पेश किया जाएगा। बाद में जनता के सामने रखा जाएगा।
जान का खतरा
एपी सिंह ने यह भी कहा कि सबूतों के चलते उन्हें भी जान का खतरा हो गया है। लगातार जान से मारने की धमकियां दी जा रही है। हालांकि आनंदपाल से संपर्क रखने वाले मंत्रियों और उन्हें धमकी देने वालों के नाम का खुलासा नहीं किया। उनका कहना है कि पहले सबूत अदालत में रखे जाएंगे। इसके बाद जनता के सामने।
आनंदपाल एनकाउंटरः दो कांस्टेबलों की भूमिका रही महत्वपूर्ण, एक ने आनंदपाल तक पहुंचाया तो दूसरे ने किया ढेर
सरेंडर के किए काफी प्रयास
एडवोकेट एपी सिंह ने बताया कि पिछले एक वर्ष में उन्होंने आनंदपाल को सरेंडर करवाने के काफी प्रयास किया। इसके लिए वे राज्यपाल और गृहमंत्री से भी मिले। स्वयं का वकालत नामा पेश कर कहा कि सुरक्षा की जिम्मेदारी और सीबीआई से मामलों की जांच के साथ वीसी से पेशी करवाई जाए तो आनंदपाल सरेंडर कर सकता है, लेकिन अभी तक उनका कोई जवाब नहीं आया है।
... तो जिंदा होता आनंदपाल!
उनका कहना है वह सरकार के भरोसे ना रहकर मीडिया के सामने अगर आनंदपाल का सरेंडर करवा देते तो आज आनंदपाल जिंदा होता।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें