सोमवार, 3 अप्रैल 2017

बकानी (झालावाड़): भरी पंचायत में की दुष्कर्म पीडि़ता की पिटाई



बकानी (झालावाड़): भरी पंचायत में की दुष्कर्म पीडि़ता की पिटाई
video: भरी पंचायत में की दुष्कर्म पीडि़ता की पिटाई

मुख्यमंत्री के गृह जनपद में ही महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। पहले दुष्कर्म किया जाता है और फिर पंचायत बुलाकर पूरी घटना को रफा-दफा करने की कोशिश होती है। पीडि़ता के इन्कार करने पर उसे भरी पंचायत में इतना पीटा जाता है कि वह बेहोश हो जाती है, लेकिन इन सबके बावजूद पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रहती है।

मामला बकानी थाना क्षेत्र के रात्या डूंगरी गांव का है। इस गांव का मान सिंह लोधा पुत्र देवीलाल लोधा एक लड़की को शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करता रहा। फरवरी में भी आरोपी पीडि़ता को झालरापाटन ले गया और एक कमरे में दुष्कर्म किया। पीडि़ता ने बताया कि वह पिछले एक महीने से अपनी बुआ के घर रह रही थी, लेकिन रविवार की रात मान सिंह ने उसे अपने गांव बुलाया। जिसके बाद पीडि़ता सीधे उसके घर जा पहुंची। जिससे मान सिंह बौखला गया और उसने पीडि़ता को वहीं पीटना शुरू कर दिया।










मामला बढ़ने पर समाज के प्रमुख लोगों की मौजूदगी में रात में पंचायत बुलाई गई, लेकिन आरोपियों के हौसले इस कदर बढ़े हुए थे कि उन्होंने भरी पंचायत में भी दुष्कर्म पीडि़ता के साथ मारपीट की। जिससे वह बेहोश होकर वहीं गिर गई। पीडि़त पक्ष उसे बेहोशी की हालत में रात डेढ़ बजे बकानी अस्पताल लेकर पहुंचा। सूचना मिलने पर पुलिस ने अस्पताल में ही पीडि़ता के बयान लिए और मानसिंह के खिलाफ दुष्कर्म व अन्य आरोपियों के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज कर लिया। हालांकि इस मामले में अभी तक किसी की कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।













पंचायत ने ही सुनाया था शादी का फैसला




बकानी थाना पुलिस के मुताबिक आरोपी युवक मान सिंह ने पीडि़ता के साथ ढाई साल पहले भी दुष्कर्म किया था। इस मामले में आरोपी 9 माह की जेल भी काट चुका है। उस समय भी समाज की पंचायत बुलाकर फैसला हुआ था कि दोनों की शादी करवा दी जाएगा। जिसके बाद पीडि़ता ने युवक के पक्ष के बयान देकर उसे छुड़वाया था, लेकिन एक साल गुजरने के बाद भी आरोपी युवक ने पीडि़ता के साथ शादी नहीं की। उल्टा शादी का झांसा देकर लगातार दुष्कर्म करता रहा।










ना महिला डॉक्टर और ना ही कॉस्टेबल




बकानी अस्पताल में महिला चिकित्सक की तैनाती ना होने के कारण पीडि़ता का चिकित्सीय परीक्षण झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में कराया जाएगा। बकानी थाने में दो महिला कांस्टेबल तैनात है, लेकिन दोनों की टे्रनिंग में डूयूटी होने के कारण रायपुर से महिला कांस्टेबल बुलाकर पीडि़ता के बयान दर्ज किए गए।

महोबा।बेटी को प्रेमी संग आपत्तिजनक हालत में देख पिता ने दोनों को मौत के घाट उतारा



महोबा।बेटी को प्रेमी संग आपत्तिजनक हालत में देख पिता ने दोनों को मौत के घाट उतारा
बेटी को प्रेमी संग आपत्तिजनक हालत में देख पिता ने दोनों को मौत के घाट उतारा
उत्तर प्रदेश के महोबा जनपद के थाना महोबकंठ क्षेत्र के बम्हौरी कुर्मिन गांव में सोमवार की सुबह एक पिता ने अपनी पुत्री और उसके प्रेमी की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी।




इस वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी ने स्वयं को कानून के हवाले कर दिया। एसपी सहित आला अफसर घटनास्थल पर पहुंचे और स्थितियों का जायजा लिया। दोहरे हत्याकांड से इलाके में सनसनी फैल गई है। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।




बम्हौरी कुर्मिन गांव निवासी मूलचंद्र अहिरवार की पुत्री गीता का अजनर थाना क्षेत्र के बछेछर गांव निवासी सुनील से प्रेम प्रसंग चल रहा था। बताया जा रहा है कि रविवार की रात सुनील बम्होरी आया।




उस समय गीता का पिता मूलचंद खेत पर था। जब मूलचंद्र सोमवार सुबह छह बजे घर लौटा तो एक कमरे में दोनों आपत्तिजनक स्थिति में मिले। इससे आगबबूला पिता ने अपनी पुत्री व उसके प्रेमी की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी।

पिता का गुस्सा देखकर गीता ने बात को संभालने की कोशिश की। उसने बताने की प्रयास किया वो दोनों प्यार करते है और शादी करना चाहते है। दोनों परिवारों की रजामंदी से एक-दूसरे से साथ फेरे लेने की चाहत है।




लेकिन गीता की समझाने की तमाम कोशिश बेकार हो गई और इन बातों को अनसुना कर पिता ने कुल्हाड़ी ताबड़तोड़ से हमला कर सुनील को मौत के घाट उतार दिया। इससे भी मूलचंद का गुस्सा शांत नहीं और वो गीता के सिर पर कुल्हाड़ी से वार उसे भी मौत के घाट उतार दिया।

रविवार, 2 अप्रैल 2017

बाड़मेर जेल में कैदी द्वारा लिंग काटने की घटना नेत सुरक्षा पर सवालिया निशान खड़ा किया।

जेल में कैदी द्वारा लिंग काटने की घटना ने सुरक्षा पर सवालिया निशान खड़ा किया।

बाड़मेर शहर स्थित कारागृह में कैदियों की सुरक्षा को लेकर आज बड़ा सवाल खड़ा हो गया जब एक कैदी ने व्यथित होकर ब्लेड से अपना लिंग काट दिया।इस घटना से जेल।प्रशासन में हड़कम मच गया।कैदी को आनन फानन में अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया।



बाड़मेर । जिला मुख्यालय पर स्थित जिला कारागाह में बन्द एक कैदी ने अपना गुप्तांग काट दिया. प्राप्त जानकारी के अनुसार बाड़मेर जिला कारागाह में बन्द हसन खान निवासी गडरारोड ने ब्लेड से अपना गुप्तांग काट लिया, बाद में बाकी कैदियों को पता चलने पर इसकी सूचना जेल प्रशाशन को दी

जिसके बाद उसे 108 एम्बुलेंस की सहायता से कैदी को लहूलुहान हालात में बाड़मेर राजकीय अस्पताल लाया गया जहाँ उसका उपचार चल रहा है हालांकि कैदी द्वारा गुप्तांग के काटने का कारणों का पता नहीं चल पाया है. डाक्टरो के अनुसार कैदी के गुप्तांग पर ब्लेड से काटने के गहरे घाव है फ़िलहाल कैदी की हालात खतरे से बाहर है.

दुष्कर्म के आरोप में भाजपा नेता गिरफ्तार, पहले भी जा चुका है जेल

दुष्कर्म के आरोप में भाजपा नेता गिरफ्तार, पहले भी जा चुका है जेल

दुष्कर्म के आरोप में भाजपा नेता गिरफ्तार, पहले भी जा चुका है जेलराजस्थान में जालोर की करड़ा पुलिस ने दुष्कर्म के आरोपी भाजपा नेता हुकमसिंह राव को शनिवार सुबह गिरफ्तार कर लिया.

हुकमसिंह राव भाजपा किसान मोर्चा में प्रदेश सदस्य हैं. पीड़िता ने भाजपा नेता सहित तीन लोगों पर गैंगरेप की एफआईआर दर्ज करवाई, जिसके बाद से ही भाजपा नेता हुकमसिंह राव फरार चल रहा था.

पुलिस ने आरोपी हुकमसिंह को हिरासत में 15 घंटे की लम्बी पूछताछ के बाद शनिवार को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने भाजपा नेता राव की कॉल डिटेल खंगाली, जिसमें सामने आया कि आरोपी भाजपा नेता राव लम्बे समय से पीड़िता के सम्पर्क में था. पुलिस को मोबाइल में एसएमएस भी मिले हैं. शुक्रवार देर तक एएसपी जसाराम बोस ने भी आरोपी राव से लंबी पूछताछ की, जिसके बाद शनिवार सुबह गिरफ्तार किया गया.एसपी कल्याणमल मीणा ने बताया की युवती ने तीन लोगों के खिलाफ गैंगरेप की एफआईआर पुलिस थाने में दर्ज करवाई थी, जिसके बाद से ही पुलिस भाजपा नेता हुकमसिंह राव की तलाश कर रही थी. साथ ही उन्होंने बताया कि इस मामले में अभी तक एक युवक का नाम फर्जी पाया गया. वहीं दूसरे युवक की भूमिका भी नहीं मिली, ऐसे में अब भाजपा नेता से पूछताछ के बाद पुलिस मामले की पूरी सच्चाई का खुलासा करेगी.गौरतलब है कि भाजपा नेता हुकमसिंह राव क्रेडिट कार्ड की क्लोन तैयार कर करोड़ों की धोखाधड़ी के मामले में पहले भी गुजरात में जेल जा चुके हैं, लेकिन उस समय आरोपी राव भाजपा में किसी भी पद पर नहीं थे. उस समय आरोपी राव नाइजीरियाई गैंग के सम्पर्क में आने के बाद विदेशों से डाटा चोरी कर क्रेडिट कार्ड की क्लोन बनाकर धोखाधड़ी का नेटवर्क चलाया करते थे.


राजस्थान के झुंझुनूं में 150000 रुपए की दुल्हन और उसका 'रखवाला' पति!

राजस्थान के झुंझुनूं में 150000 रुपए की दुल्हन और उसका 'रखवाला' पति!

राजस्थान के झुंझुनूं में 150000 रुपए की दुल्हन और उसका 'रखवाला' पति!
राजस्थान का झुंझुनूं जिला खरीदकर लाई गई दुल्हनों का गढ़ बनता जा रहा है, जिसके चलते कुंवारे लड़कों को ठगी का शिकार होना पड़ रहा है. ऐसा ही एक चौकाने वाला मामला सामने आया है.

दरअसल, दस दिन पहले एक युवक की शादी हुई थी, जिसके बाद उस शादी की असलियत सामने आ गई. दुल्हन ने शादी के दस दिन बाद ही यहां से भागने का प्रयास किया, लेकिन भागने नहीं दिया गया.

जिला मुख्यालय के नया बास के बाबूलाल सैनी ने बताया कि बुड़ाना और नागड़िया वाली ढाणी माखर के दो युवकों ने शादी करवाने के लिए उससे डेढ़ लाख रुपए में सौदा किया था. डेढ़ लाख रुपए देने के बाद युवती से शादी करवा दी गई. अब यह भागने की फिराक में थी, लेकिन भागने नहीं दिया गया. पति बाबूलाल घर में बैठकर उस पर नजर रखे हुए है.शादी करवाने वाले गिरोह के दलालों ने दुल्हे बाबूलाल को हरियाणा के सिंगावाला निवासी हीना उर्फ मनप्रीत से मिलवाया. हीना की पहली वाली शादी इस्मालाबाद में हुई थी. पांच माह की एक बेटी भी है. पति की मौत हो गई. अब आरोपितों ने हीना और बाबूलाल की 16 मार्च 2017 को मंदिर में दूसरी शादी करवा दी.दुल्हन बनकर आई हीना दो-तीन दिन तक तो सही रही. इसके बाद नाटक करने लगी और यहां से भागने का प्रयास किया. बाबूलाल ने इसकी वजह जाननी चाही तो हीना ने बताया कि उसके दौरे आने की समस्या है. इलाज के लिए रुपयों की जरूरत थी तो उसे यहां पांच-छह दिन के लिए भेजा था. इसलिए अब वह अपने घर जाना चाहती है. हीना अपना नाम मनप्रीत भी बता रही है, जबकि आधार कार्ड में उसका नाम हीना लिखा हुआ है.


नागौर एक मिशाल हे नागौर पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख



नागौर एक मिशाल हे नागौर पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख


रिपोर्ट- पप्पू कुमार बृजवाल।नागौर आमजन में पुलिस की छवि अच्छी बनी रही,पुलिस के पास आने वाले हर फरियादी को न्याय मिले और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया जाए इसी सोच के साथ राजस्थान के नागौर जिले के दबंग युवा एसपी परिस देशमुख ने एक ऐसी पहल की है जिसको पुरे देश के पुलिस थानों में लागू करने की जरूरत है। दरअसल आमजन में बिगड़ती पुलिस की छवि को सुधारने और पुलिस के पास आने वाले प्रत्येक परिवादी की सुनवाई हो और पुलिस कर्मी उसके साथ गलत व्यवहार नहीं करे इस उद्देश्य के साथ नागौर पुलिस कप्तान परिस देशमुख ने नवाचार करते हुए जिले के थांवला पुलिस थाने के हर कक्ष और परिसर में सीसीटीवी कैमरे के साथ माइक्रोफोन भी लगाए है। ताकि सीसीटीवी फुटेज के साथ पुलिस अधिकारियो और जवानों की बात भी रिकॉर्ड की जा सके। नागौर एसपी परिस देशमुख बताते है की थांवला पुलिस स्टेशन अब पूरी तरह पारदर्शी हो गया है। आम तौर पर यह शिकायत रहती है कि थाने में पुलिसकर्मी अच्छा व्यवहार नहीं करते हैं। पीडि़त जब शिकायत दर्ज करवाने जाता है तो उससे रिश्वत मांगी जाती है। इन शिकायतों के मद्देनजर ही जनसहयोग से सात सीसीटीवी कैमरे और माइक्रोफोन लगाए गए है।


दबंग आईपीएस के नाम से जाने जाते है देशमुख नागौर पुलिस की कमान संभाल रहे परिस देशमुख बाड़मेर,बारां सहित कई जिलो में अपनी सेवाए दे चुके है। लेकिन खास बात यह है की बाड़मेर एसपी रहते हुए परिस देशमुख ने उन असामाजिक तत्वों की कमर तोड़ी जो कि राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल रहे। यंहा तक की परिस देशमुख ने बाड़मेर में सरहद पार से लाई गई करोड़ो की हेरोइन बरामद कर कई आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया था। इसके अलावा बाड़मेर शहर में गैस सिलेंडर फटने से कई मकान ध्वस्त हो गए उस दौरान मलबे के निचे दबे लोगो को बचाने के लिए अपनी जान की बाजी लगा दी थी। इसी बात को लेकर गृहमंत्री और डीजीपी से भी सम्मानित हो चुके है। बड़े से बड़े अपराधियो को सबक सिखाने और गरीबो के साथ न्याय करने वाले एसपी परिस देशमुख वर्तमान में प्रदेश के कुख्यात अपराधी आनंदपाल को पकड़ने के लिए दिन रात एक किए हुए अपनी टीम के साथ जुटे हुए है। इसी का नतीजा है की आनंदपाल के कई गुर्गे पुलिस के हत्थे पहले ही चढ़ चुके है। जिसमे एक गुर्गा एक लाख रुपए का इनामी भी शामिल है।



शहीद की बहिन से राखी बंधवाने पहुंच गए थे एसपी आनंद पाल की गैंग का शिकार हो चुके नागौर पुलिस के जवान शहीद खुमाराम की बहिन से रक्षाबंधन के दिन राखी बंधवाने के लिए परिस देशमुख भाई बनकर पहुंचे और राखी बंधवाने के साथ ही खुमाराम की बहिन के कंधे पर हाथ रखकर वचन दिया की राजस्थान पुलिस का हर जवान आपका भाई है। इतना सुनते ही शहीद खुमाराम की बहिन के आंखों से आंसू छलक पड़े। इसके बाद परिस देशमुख ने नागोर जिले के सभी पुलिस अधिकारियो और जवानों द्वारा शहीद परिवार को सहायता के रूप में साढ़े सात लाख रुपए का चेक भी भेंट किया था।

एसपी की पहल पर शहीदों की लगाई गई प्रतिमा बदमाशों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए नागौर पुलिस के जवानों की याद में 21 अक्टूबर 2016 को शहीद दिवस के अवसर पर नागौर जिला पुलिस अधीक्षक ने शहीद खुमाराम व फैज मोहम्मद की याद में शहीद स्मारक बनाकर प्रतिमा लगाई जो की आज नागौर पुलिस के जवानों की बहादुरी दर्शा रही है। गौरतलब है कि फैज मोहम्मद बदमाशों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गए थे। इसी प्रकार 21 मार्च 2016 गुढ़ा भगवानदास गांव में आनंदपाल गैंग के साथ मुठभेड़ में क्यूआरटी टीम के जवान खुमाराम बदमाशों की गोली लगने से शहीद हुए थे। फैज मोहम्मद के नाम से नागौर पुलिस पहले से ही पुलिस लाइन के बाहर एक बस स्टॉप प्रतिक्षालय बना चुकी है।

क्या उच्चाधिकारी करेंगे हौसला अफजाई नागौर एसपी परिस देशमुख द्वारा थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाने और आमजन में पुलिस की छवि बनाने को लेकर किए गए नवाचार ना केवल काबिल ए तारीफ है बल्कि दूसरे जिले के एसपी को भी नागौर एसपी की इस पहल को आगे बढ़ाना होगा तब जाकर आमजन में विश्वास और अपराधियो में भय का नारा बुलन्द होगा। हालाँकि नागौर एसपी का हौसला अफजाई करने के लिए गृहमंत्री और डीजीपी को आगे आना चाहिए।

बाड़मेर *शराब के ठेकों के खिलाफ जनमानस।एक सुखद पहल।।आगाज़ अच्छा तो अंजाम भी अच्छा होगा।*



बाड़मेर *शराब के ठेकों के खिलाफ जनमानस।एक सुखद पहल।।आगाज़ अच्छा तो अंजाम भी अच्छा होगा।*

बाड़मेर सरहदी जिले बाड़मेर जिला मुख्यालय पर महिलाओं ने सार्थक पहल कर आबादी बस्तियों में शराब की दुकान खोलने के खिलाफ सार्थक मोर्चा खोल जता दिया कि अब और महिलाएं अपने परिवारों को शराब की भेंट नही चढ़ने देंगी।महिलाओं में शराब बंदी के प्रति आई जागरूकता ने थार की उन महिलाओं को सम्बल प्रदान किया जिनके घर शराब ने उजाड़ दिए।बाड़मेर शहर में लगातार दूसरे दिन शराब की दुकान आबादी क्षेत्र और सार्वजनिक स्थानों के दायरे में आवंटन के विरोध में प्रदर्शन ने उम्मीद की किरण जग दी कि अब बाड़मेर के लोग नशे के विरोध में खुलकर सामने आने में हिचकिचा नही रहे।अवैध शराब और वेध शराब की मंडी अभी भी घनी आबादी क्षेत्र नेहरू नगर बनी हुई है।लोग जगरूक हुए तो सार्थक परिणाम भी सामने आने तय है।शनिवार को शराब के विरोध में वो समाज उतरा जो शराब से सबसे ज्यादा प्रभावित था।इन महिलाओं के आक्रोश के सामने आबकारी विभाग को झुकना पड़ा और ठेके का आवंटन निरस्त करना पड़ा।थार की धरा में यह अद्भुत जागरूकता की मिशाल है।महिलाए ही नही पुरुष भी शराब के ठेकों के विरोध में सडको पर उतर रहे हैं।।बफमेर आगोर के ग्रामीणों ने शुक्रवार को सार्थक पहल की तो जटिया समाज की महिलाओं ने इसे परवान चढ़ा सफलता हासिल की जो एक प्रेरणा बनेगी लोगो को जागरूक करने में।

अपने परिवारों को शराब की बलिवेदी पर उजड़ते देखने वाली आंखे अब इसके विरोध में खड़ी हुई जो सुखद अनुभूति हैं।।।

बाड़मेर। शराब ठेके के विरोध में उतरी महिलाएं,आवंटन कराया निरस्त

बाड़मेर। शराब ठेके के विरोध में उतरी महिलाएं,आवंटन कराया निरस्त 

बाड़मेर। शहर की चौहटन रोड पर स्थित कॉपरेटिव सोसायटी के पास खुल रहे शराब ठेका के विरोध में महिलाएं सड़कों पर उतर आई। शराब ठेके को जिस जगह स्थापित करने की ठेकेदार योजना बना रहे हैं वहां की महिलाएं विरोध में उतर आई हैं। आबादी क्षेत्र में शराब के ठेके के विरोध में महिलाओं का गुस्सा भड़क उठा और महिलाओं ने शनिवार सुबह सड़क मार्ग को बंद करके जमा लगा दिया और जमकर प्रदर्शन व नारेबाजी की एवं नये सत्र में ठेकों को आबादी से दूर करने की मांग की। पुलिस उपा​धीक्षक ओमप्रकाश उज्ज्वल , यूआईटी चैयरपर्सन प्रियंका चौधरी , सहित कई अधिकारी धरना स्थल पर पहुंचे। शराब के ठेके खोलने के कुछ नियम-प्रावधान है। शिक्षण संस्थान, धार्मिक स्थल, अस्पताल आदि से 200 मीटर की पैरीफेरी में खोलने का प्रावधान नहीं है। शहर के चौहटन रोड पर स्थित कॉपरेटिव सोसायटी के पास जटिया समाज का हनुमान मंदिर है। जिसके कारण लोग यहां शराब ठेके का पुरजोर से विरोध कर रहे है। यहां रहवासियों का कहना है कि शराब का ठेका यहां होने से रहवासियों को भारी परेशानियोें का सामना करना पड़ेगा। धार्मिक स्थल नजदीक होने के कारण यहां ठेका आवंटित कैसे कर दिया, यह समझ से परे है। आबकारी विभाग ने सभी नियम ताक पर रख दिए है। रहवासियों लोगो के विरोध-प्रदर्शन के बाद अब आबकारी नियमानुसार धार्मिक स्थल से शराब दुकान की दूरी नापी जा रही है। नाप के बाद आबकारी विभाग ने आवंटन निरस्त कर दिया 

अजमेर दो लड़कियों की मौजूदगी से किशनगढ़ के नगर परिषद के एक अधिकारी के सरकारी आवास पर हंगामा।




अजमेर दो लड़कियों की मौजूदगी से किशनगढ़ के नगर परिषद के एक अधिकारी के सरकारी आवास पर हंगामा।
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1 अप्रैल को अजमेर जिले की किशनगढ़ नगर परिषद के एक अधिकारी के सिटी रोड स्थित सरकारी आवास पर प्रात: 11 बजे उस समय हंगामा हो गया, जब दो लड़कियों को देखा गया। अधिकारी और दो लड़कियों की मौजूदगी की जानकारी लगते ही पार्षद हमीदा बानो, अनिल दायमा, पूर्व पार्षद जगदीश जीनगर आदि मौके पर पहुंच गए। थोड़ी ही देर में मीडिया कर्मी और तमाशबीन भी आ गए। सरकारी बंगले के बाहर हंगामे को देखते हुए अधिकारी बाहर आए और बंगले पर ताला लगा कर निकल गए। अधिकारी का कहना था कि अंदर कोई नहीं है। उनकी पत्नी और बच्चे तो अजमेर में रहते हैं। लेकिन हमीदा बानो अपने समर्थकों के साथ अधिकारी के बंगले के बाहर हंगामा जारी रखा। हंगामे को देखते हुए किशनगढ़ के एसडीएम अशोक कुमार और डीएसपी मोटाराम बेनीवाल भी मौके पर आ गए। बाद में पुलिस ने जब घर के अंदर प्रवेश किया तो वहां दो लड़कियां मिलीं। इन दोनों ने माना कि वे अधिकारी के बुलाने पर आई हंै। लेकिन उनके आने का मकसद कोई गलत नहीं है। अधिकारी तो उनके अंकल लगते हैं। इस पर पार्षद हमीदा बानो ने कहा कि मैं आपकी आंटी (अधिकारी की पत्नी) से बात करवाती हंू, लेकिन लड़कियों ने अधिकारी की पत्नी से बात करने से साफ मना कर दिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस देानों लड़कियों को जीप में बैठा कर थाने ले गई। पार्षद हमीदा बानो ने कहा है कि इस पूरे घटनाक्रम की जांच करवाई जाए। लड़कियों के बारे में भी पता लगाया जाए कि वे कहां से आई हैं। मालूम हो कि अधिकारी अजमेर नगर निगम में सचिव के पद पर भी कार्य कर चुके हैं। इस संबंध में जब संबंधित अधिकारी का पक्ष जानने का प्रयास किया गया तो मोबाइल ऑफ मिला। वहीं पुलिस का कहना है कि कोई गंभीर बात नहीं है। न ही इस मामले में कोई लिखित शिकायत प्राप्त हुई है।