बकानी (झालावाड़): भरी पंचायत में की दुष्कर्म पीडि़ता की पिटाई
मुख्यमंत्री के गृह जनपद में ही महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। पहले दुष्कर्म किया जाता है और फिर पंचायत बुलाकर पूरी घटना को रफा-दफा करने की कोशिश होती है। पीडि़ता के इन्कार करने पर उसे भरी पंचायत में इतना पीटा जाता है कि वह बेहोश हो जाती है, लेकिन इन सबके बावजूद पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रहती है।
मामला बकानी थाना क्षेत्र के रात्या डूंगरी गांव का है। इस गांव का मान सिंह लोधा पुत्र देवीलाल लोधा एक लड़की को शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करता रहा। फरवरी में भी आरोपी पीडि़ता को झालरापाटन ले गया और एक कमरे में दुष्कर्म किया। पीडि़ता ने बताया कि वह पिछले एक महीने से अपनी बुआ के घर रह रही थी, लेकिन रविवार की रात मान सिंह ने उसे अपने गांव बुलाया। जिसके बाद पीडि़ता सीधे उसके घर जा पहुंची। जिससे मान सिंह बौखला गया और उसने पीडि़ता को वहीं पीटना शुरू कर दिया।
मामला बढ़ने पर समाज के प्रमुख लोगों की मौजूदगी में रात में पंचायत बुलाई गई, लेकिन आरोपियों के हौसले इस कदर बढ़े हुए थे कि उन्होंने भरी पंचायत में भी दुष्कर्म पीडि़ता के साथ मारपीट की। जिससे वह बेहोश होकर वहीं गिर गई। पीडि़त पक्ष उसे बेहोशी की हालत में रात डेढ़ बजे बकानी अस्पताल लेकर पहुंचा। सूचना मिलने पर पुलिस ने अस्पताल में ही पीडि़ता के बयान लिए और मानसिंह के खिलाफ दुष्कर्म व अन्य आरोपियों के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज कर लिया। हालांकि इस मामले में अभी तक किसी की कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
पंचायत ने ही सुनाया था शादी का फैसला
बकानी थाना पुलिस के मुताबिक आरोपी युवक मान सिंह ने पीडि़ता के साथ ढाई साल पहले भी दुष्कर्म किया था। इस मामले में आरोपी 9 माह की जेल भी काट चुका है। उस समय भी समाज की पंचायत बुलाकर फैसला हुआ था कि दोनों की शादी करवा दी जाएगा। जिसके बाद पीडि़ता ने युवक के पक्ष के बयान देकर उसे छुड़वाया था, लेकिन एक साल गुजरने के बाद भी आरोपी युवक ने पीडि़ता के साथ शादी नहीं की। उल्टा शादी का झांसा देकर लगातार दुष्कर्म करता रहा।
ना महिला डॉक्टर और ना ही कॉस्टेबल
बकानी अस्पताल में महिला चिकित्सक की तैनाती ना होने के कारण पीडि़ता का चिकित्सीय परीक्षण झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में कराया जाएगा। बकानी थाने में दो महिला कांस्टेबल तैनात है, लेकिन दोनों की टे्रनिंग में डूयूटी होने के कारण रायपुर से महिला कांस्टेबल बुलाकर पीडि़ता के बयान दर्ज किए गए।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें