सोमवार, 31 अक्तूबर 2016

खड़े ट्रक में घुसी बोलेरो, नवजात के साथ पीहर जा रही महिला सहित 5 की मौत

खड़े ट्रक में घुसी बोलेरो, नवजात के साथ पीहर जा रही महिला सहित 5 की मौत

खड़े ट्रक में घुसी बोलेरो, नवजात के साथ पीहर जा रही महिला सहित 5 की मौत
टोंक।टोंक में नेशनल हाईवे पर अनियंत्रित हुई बोलेरो एक खड़े ट्रक में जा घुसी जिससे उसमें सवार पांच लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में तीन महिलाएं, एक नवजात व ड्राइवर है। हादसा इतना जबरदस्त था कि बोलेरो आगे से पूरी पिचक गई। जानिए कैसे हुआ हादसा .....




- टोंक की रहने वाली सोना (25) पत्नी खुशीराम जाट ने धनतेरस पर टोंक के सरकारी अस्पताल में बेटी को जन्म दिया था।

- मेंदवास थाना के संडीला गांव की रहने वाली सोना डिलीवरी के बाद बोलेरो से अपने पीहर आकोड़िया गांव जा रही थी।

- बोलेरो में सोना की मां गडूली (50) पत्नी बद्रीलाल जाट निवासी आकोड़िया व सोना की बुआ दाखिया की पूर्व सरपंच रामप्यारी (43) पत्नी हरहर जाट भी सवार थीं।

- बोलेरो टोंक-देवली एनएच-12 से गुजर रही थी।

- रास्ते में देवड़ा वास मोड़ पर अचानक ड्राइवर का बोलेरो से नियंत्रण हट गया।

- इससे बोलेरो वहां खड़े एक ट्रक से टकरा गई।

- टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बोलेरो आगे से पिचक गई।

- हादसा होते ही वहां से गुजर रहे लोग मदद को आ गए और बोलेरो में फंसे लोगों को गाड़ी से निकाला।

- लोगों ने पुलिस व एंबुलेंस को सूचित किया।

- कुछ ही देर में पुलिस व एंबुलेंस भी आ गए।

- उन्हें टोंक के सआदत अस्पताल ले जाया गया।




सोना, मां व बुआ ने तोड़ा दम

- हादसे में सोना, उसकी मां गूडली व बुआ रामप्यारी ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।

- वहीं नवजात बच्ची, व ड्राइवर पंकज चौधरी को अस्पताल ले जाया गया।

- सआदत अस्पताल लाए जाने पर डाक्टरों ने ड्राइवर व बच्ची को मृत घोषित कर दिया।

ये पहुंचे अस्पताल

हादसे का पता चलते ही विधायक अजीत मेहता, भाजपा जिलाध्यक्ष गणेश माहुर व कांग्रेस जिलाध्यक्ष राम विलास चौधरी अस्पताल पहुंच गए।

पोकरण(जैसलमेर) - पटाखे से मौत - 1 भाई की मौत, 1 भाई गंभीर घायल

पोकरण(जैसलमेर) - पटाखे से मौत 
- 1 भाई की मौत, 1 भाई गंभीर घायल 
- दिपावली बनी काला दिन 
- टिप्पन में फोड़ रहे थे पटाखा 

]दीपावली के पर्व पर टेकरा गांव के पास स्थित भाखरराम मेघवाल की ढाणी में उसके 2 पुत्र पटाखे छोडकर दीपावली की खुशियां मना रहे थे कि वहीं दोनो दोनो भाईयों ने मिलकर  एक स्टील का टिप्पन में बडा फटाका रखकर उसको चिनगारी दे दी जिससे धमाके के साथ ही स्टील का बर्तन फट गया व उसके टुकडे टुकडे हो गये । पटाखे के पास बैठे दोनो भाईयो के शरीर में स्टील के बर्तनो के टुकडे घुस गये जिससे एक भाई 15 वर्षीय महेन्द्र की मौके पर ही मौत हो गई वहीं दुसरा भाई 12 वर्षीय जितेन्द्र  गंभीर रूप से घायल हो गया जिसे तत्काल प्रभाव से पोकरण के राजकीय चिकित्सालय पहुंचाया गया जहां पर चिकित्सको द्वारा उसका उपचार जारी किया गया वहीं घटना की जानकारी मिलते ही गांव का माहौल गमगीन हो गया ।

पाकिस्तान के स्कूल में दो आतंकियों ने की अंधाधुंध फायरिंग

पाकिस्तान के स्कूल में दो आतंकियों ने की अंधाधुंध फायरिंग


पाकिस्तान के एक स्कूल में हथियारों से लैस दो आतंकियों ने घुसने की कोशिश की और नाकाम होने पर अंधाधुंध फायरिंग की। उन्होंने स्कूल को गार्ड को घायल कर घुसने का प्रयास किया था। हालांकि इस खबर के बाद भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गई और वे दोनों आतंकी भागने में सफल रहे।


पाकिस्तान के स्कूल में दो आतंकियों ने की अंधाधुंध फायरिंग

पाकिस्तान ट्रिब्यून के अनुसार, पंजाब प्रांत के बहावलनगर के हारूनाबाद इलाके में स्थित एक निजी स्कूल में दो हथियारबंद आतंकी घुसने की कोशिश कर रहे थे। तभी वहां मौजूद गार्डों ने उन्हें रोका। जवाब में आतंकियों ने उन पर भी फायरिंग की और उन्हें घायल कर दिया। इसके बावजूद जब वे स्कूल में नहीं घुस पाये तो उन्होंने वहीं से अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद मौके पर पुलिस पहुंच गई। इससे पहले कि वे किसी बड़ी वारदात को अंजाम देते, सुरक्षा बल सभी बच्चों को स्कूल से सुरक्षित निकालने में कामयाब हो गए। इस बीच मौका पाकर वे दोनों आतंकी भी फरार हो गए।




इसी साल रावलपिंडी में बच्चियों के स्कूल पर भी आतंकियों ने हमला किया था। जबकि पिछले हफ्ते ही क्वेटा स्थित पुलिस ट्रेनिंग सेंटर पर भी आतंकियों ने हमला बोलकर 61 सुरक्षा बलों को मार दिया था। इस हमले में 165 अन्य लोग भी घायल हो गए थे।

10 घंटे में 10 किमी भी नहीं भाग पाए 'गद्दार', यूं कर दिया गया 'नापाक' बदन छलनी

10 घंटे में 10 किमी भी नहीं भाग पाए 'गद्दार', यूं कर दिया गया 'नापाक' बदन छलनी
10 घंटे में 10 किमी भी नहीं भाग पाए 'गद्दार', यूं कर दिया गया 'नापाक' बदन छलनी

भोपाल। केंद्रीय जेल से फरार हुए प्रतिबंधित संगठन स्टुडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) के आठों आतंकवादियों को पुलिस मार गिराया है। विशेष आॅपरेशन के तहत राजधानी के पास स्थित खेजड़ी देव गांव (अचारपुरा इलाका) की मडीखेड़ा पहाड़ी पर पुलिस और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। (यहां क्लिक कर पढ़ें एनकाउंटर की पूरी कहानी)।

चादर की रस्सी बनाकर फांदी थी जेल की दीवार

रात 2 बजे के बाद जेल के बी ब्लॉक में बंद सिमी आतंकवादियों ने ओढऩे वाली चादरों और कथित तौर पर कुछ औजारों की मदद से जेल की सुरक्षा में सेंध लगाई थी। अनुमान था कि शहर के बाहरी इलाके में स्थित जेल से बाहर निकलने के बाद आरोपी आतंकवादी बैरसिया बायपास की ओर से भागे थे। आतंकवादी पिछले 10 घंटों में 10 किमी भी नहीं भाग पाए थे। पुलिस ने बैरसिया क्षेत्र स्थित अचारपुरा गांव के पास ही सभी को घेर लिया था।

आतंकवादियों के पास थे हथियार: आईजी

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एनकाउंटर पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि आतंकवादियों का भागना जांच का विषय। इस पर भोपाल आईजी योगेश चौधरी ने कहा कि आतंकवादियों के पास हथियार थे। पहले उन्होंने ही पुलिस पर फायर किया था जवाबी फायरिंग में आतंकवादी मारे गए।

पुलिस पर आतंकवादियों ने बरसाए थे पत्थर

-पुलिस को सुबह भोपाल के बाहरी क्षेत्र अचारपुरा गांव के पास कुछ लोगों के होने की सूचना मिली थी।

-सूचना मिलते ही पुलिस तत्काल सक्रिय हुई और पहाडी पर आतंकवादियों को घेर लिया गया।

-आतंकवादियों ने पुलिस पर पत्थर बरसाने शुरू कर दिए थे।

-जवाब में पुलिस ने भी ताबड़तोड़ गोलियां चलाई, जिसमें आठों आतंकवादी ढेर हो गए।

-मुठभेड स्थल को चारों तरफ से पुलिस ने घेर लिया है और आसपास के इलाकों की सघन तलाशी ली जा रही है।

-आशंका है कि जेल से भागने के बाद आतंकवादियों को सिमी से जुडे बाहरी लोगों ने मदद की होगी और उनके पास हथियार भी हो सकते हैं।

खंडवा के रहने वाले थे पांच आतंकवादी

-पुलिस सूत्रों ने बताया कि अकील, जाकिर, मेहबूब, अमजद और मोहम्मद सादिक सिमी की गतिविधियों का केंद्र रहे खंडवा जिले के निवासी हैं।

-ये सभी खंडवा जेल से 30 सितंबर 2013 को फरार हुए थे, जिन्हें बाद में गिरफ्तार कर लिया गया था।

-इनके साथ ही मूल रूप से मुंबई निवासी डॉ अबू फैजल भी उस समय खंडवा जेल से फरार हुआ था।

-ये सभी 6 आतंकवादी 21 अगस्त 2013 से खंडवा जिला जेल में बंद थे।




सभी पर दर्ज था देशद्रोह का आरोप

-ये सभी विचाराधीन कैदी थे, जिन पर खंडवा में आतंकवादी निरोधक दस्ता (एटीएस) जवान और दो नागरिकों की दिनदहाड़े हत्या, रतलाम जिले में भी एटीएस जवान की हत्या, देशद्रोह, बैंक डकैती, लूट जैसे संगीन अपराधों के गंभीर आरोप हैं।

-इन सभी पर खंडवा सहित प्रदेश की विभिन्न अदालतों में गंभीर मामले विचाराधीन हैं।

-सूत्रों के मुताबिक खंडवा जिला जेल में सिमी और इंडियन मुजाहिदीन के 9 सदस्य बंदी थे।

-इनमें से 6 फ़रार हो गए थे, जिन्हें बाद में पकड़ लिया गया था।

-अन्य प्रकरणों में गिरफ्तार तीन बंदियों को सेंट्रल जेल इंदौर और भोपाल में स्थानांतरित किया गया है।

-सिमी का अकील खिलजी (42वर्ष), अब्दुल रकीब (27वर्ष) तथा अब्दुल्ला उर्फ अल्ताफ (19वर्ष) शामिल है।

-सभी पर धार्मिक उन्माद भड़काने, राष्ट्रद्रोह, विधि विरुद्ध क्रियाकलाप निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज हैं।

दिग्विजय ने दिया था बयान

-मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा, 'जिस प्रकार सिमी के लोग जेल तोड़ के भाग रहे हैं, यह जांच का विषय है कि इसमें मिलीभगत तो नहीं हैं। आरएसएस और कट्टरपंथी विचारधारा के लोग मिलकर दंगे कराते हैं।'

-प्रथम दृष्टया जेल अधीक्षक अखिलेश तोमर, जेलर विवेक परस्ते और आलोक वाजपेयी के अलावा मुख्य प्रहरी आनंदीलाल को भी निलंबित कर दिया था।

रविवार, 30 अक्तूबर 2016

#INDvPAK: दिवाली पर हॉकी इंडिया ने दिया गिफ्ट, पाक को 3-2 से रौंदा

#INDvPAK: दिवाली पर हॉकी इंडिया ने दिया गिफ्ट, पाक को 3-2 से रौंदा


भारतीय पुरुष हॉकी टीम को एशियन चैम्पियंस ट्रॉफी के खिताब के लिए दिवाली के दिन अपने चिर प्रतिद्वंद्वी और मौजूदा विजेता पाकिस्तान को 3-2 से हराया। भारत के लिए पहला गोल रुपिंदर पाल सिंह ने पहले क्वार्टर में किया। उनके बाद रमनदीप सिंह ने दूसरा गोल भारत के लिए किया।




पहले हॉफ में आक्रामक खेल दिखाने वाली टीम इंडिया ने पाकिस्तान को पेनल्टी कॉर्नर दिया। पाक की ओर से मुहम्मद अलीम बिलाल ने कोई गलती नहीं की और पाक की ओर से पहला गोल दागा। इसके बाद अली शान ने पाक के लिए दूसरा गोल दागा। चौथे क्वार्टर में तनावपूर्ण क्षणों में नितिन थिमैया ने भारत के लिए तीसरा गोल दागा।


#INDvPAK: दिवाली पर हॉकी इंडिया ने दिया गिफ्ट, पाक को 3-2 से रौंदा

भारत ने अपने स्टार गोलकीपर और कप्तान पी.आर.श्रीजेश की बदौलत शनिवार को टूर्नामेंट के सेमीफाइनल मुकाबले में दक्षिण कोरिया को पेनाल्टी शूटआउट में हराकर फाइनल में प्रवेश किया था। एशियन चैम्पियंस ट्रॉफी के इतिहास पर एक नजर डालें, तो भारतीय टीम ने 2011 में पाकिस्तान को पेनाल्टी शूटआउट में मात देकर खिताबी जीत हासिल की थी। हालांकि, पाकिस्तान की टीम इस खिताब को दो बार अपने नाम कर चुकी है।




कतर की राजधानी दोहा में 2012 में आयोजित हुए इस टूर्नामेंट में पाकिस्तान ने अपना बदला पूरा करते हुए भारत को हराकर खिताबी जीत हासिल की थी और 2013 में मेजबान देश जापान को हराकर दूसरी बार खिताब जीता था।भारतीय टीम ने टूर्नामेंट के चौथे संस्करण में बेहतरीन खेल का प्रदर्शन करते हुए अपने तीसरे मुकाबले में पाकिस्तान को ही 3-2 से मात दी है।




भारत इस टूर्नामेंट में अपना एक भी मुकाबला नहीं हारा है। पहले मुकाबले में जापान को 10-2 की करारी शिकस्त देकर भारत ने एशियन चैम्पियंस ट्रॉफी के चौथे संस्करण का विजयी आगाज किया था, वहीं दूसरे मैच में उसने दक्षिण कोरिया को 1-1 से बराबरी पर रोका था। भारतीय टीम ने तीसरे मुकाबले में पाकिस्तान को हराने के बाद चीन के खिलाफ चौथे मैच में 9-0 से जीत हासिल की थी। सेमीफाइनल में उसने दक्षिण कोरिया को हराकर खिताबी मुकाबले में प्रवेश किया। पाकिस्तान की टीम को इस टूर्नामेंट में दो बार हार का सामना करना पड़ा है, वहीं उसने बाकी तीन मुकाबलों में जीत हासिल की।