बुधवार, 2 नवंबर 2016
थाने में हुई पति की पिटाई, पत्नी की हो गई मौत
मंगलवार, 1 नवंबर 2016
बालोतरा दुष्कर्म में नाकाम रहे तो विवाहिता को मार दी गोली
बालोतरा दुष्कर्म में नाकाम रहे तो विवाहिता को मार दी गोली
दीपावली के पर्व पर जहां परिवारों में खुशियो का माहौल था, वहीं बाड़मेर जिले के सिवाना क्षेत्र में दीपावली के पर्व पर एक परिवार की खुशियो पर गोली चली हैं, सिवाना थाना क्षेत्र के खाखरलाई रोड पर एक बकरी चराने वाली संगीता नाम की एक महिला की चार लोगो ने गोली मारकर हत्या कर दी। जानकारी अनुसार ओमाराम भील निवासी सिवाना ने थाने में रिपोर्ट पेश कर बताया की उसकी बहन संगीता पत्नी छगनाराम भील खेत में बकरिया चराने का काम करती थी, इस दौरान कुछ लोगो ने उसके साथ दुष्कर्म करने का प्रयास किया, लेकिन विरोध करने व चिल्लाने पर बदमाशों ने अवैध व् टोपीदार बन्दूक से युसूफ खान सहित चार लोगो ने उसके सिर पर गोली मार दी,जिससे उसकी मौत हो गई, घटना की जानकारी मिलने पर सिवाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सपुर्द कर दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
भाईयो को तिलक लगाकर बहनों ने की मंगलकामना
भाईयो को तिलक लगाकर बहनों ने की मंगलकामना
बाड़मेर। बहन और भाई के प्रेम का प्रतीक भाईदूज का पर्व उत्साह के साथ मनाया गया। भाईदूज पर बहनों ने भाई के लिए मंगलकामनाएं की। बहनों ने भाइयों का तिलक वंदन किया एवं आरती उतारकर दीर्घायु की कामना की।
रक्षाबंधन की तरह है पर्व
भाई दूज का पर्व रक्षाबंधन की तरह है। हालांकि भाई दूज में भाइयों की कलाई पर रक्षासूत्र नहीं बांधे जाते, लेकिन तिलक वंदन कर भाइयों की आरती उतारी जाती है। भाई-बहनों के बीच परस्पर प्रेम का यह पर्व धनतेरस, नरक चतुर्दशी, लक्ष्मी पूजा, गोवर्धन पूजा के बाद दीपावली के 5वें दिन मनाया जाता है। भाई दूज के साथ ही 5 दिवसीय दीवाली का पर्व पूरा होता है।
बाड़मेर। बहन और भाई के प्रेम का प्रतीक भाईदूज का पर्व उत्साह के साथ मनाया गया। भाईदूज पर बहनों ने भाई के लिए मंगलकामनाएं की। बहनों ने भाइयों का तिलक वंदन किया एवं आरती उतारकर दीर्घायु की कामना की।
मंगलवार को भाईदूज मनाने बड़ी संख्या में भाई अपनी बहनों के घर पहुंचे। बहनों ने अपने भाई की खुशहाली की कामना की। वहीं बड़ी बहनों से भाइयों ने जहां आशीर्वाद लिया। वहीं छोटी बहनों को उपहार दिये। भाईदूज के दिन भाई अपनी विवाहित बहनों के घर पहुंचे और बहनों के प्रति अपने प्यार और स्नेह व्यक्त किया। भाई दूज का कार्यक्रम दिनभर चलता रहा। बहनों के घर भाइयों का आना-जाना रहा। भाइयों के मस्तक पर कुमकुम का टीका शोभित होता रहा।
रक्षाबंधन की तरह है पर्व
भाई दूज का पर्व रक्षाबंधन की तरह है। हालांकि भाई दूज में भाइयों की कलाई पर रक्षासूत्र नहीं बांधे जाते, लेकिन तिलक वंदन कर भाइयों की आरती उतारी जाती है। भाई-बहनों के बीच परस्पर प्रेम का यह पर्व धनतेरस, नरक चतुर्दशी, लक्ष्मी पूजा, गोवर्धन पूजा के बाद दीपावली के 5वें दिन मनाया जाता है। भाई दूज के साथ ही 5 दिवसीय दीवाली का पर्व पूरा होता है।
बाड़मेर। बाड़मेर जिले में जारी है डेंगू का कहर
बाड़मेर। बाड़मेर जिले में जारी है डेंगू का कहर
बाड़मेर। जिले में एक तरफ डेंगू का दहशत है तो वहीं इसके मरीज और मर्ज अब शहर से निकल कर गांवों में भी अपना पांव पसारने लगे है। मौसम में बदलाव की वजह से बीमारियां फैलती जा रही हैं। पिछले साल डेंगू और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या काफी कम थी लेकिन इस समय डेंगू मच्छरों ने सिटी और ग्रामीण इलाके में कहर बरपा रखा है। वहीं, जिम्मेदारों की लापरवाही का आलम ये है कि अलर्ट के बाद भी इन बीमारियों से निपटने के इंतजाम नाकाफी हैं। पहली बार डेंगू के केस इतने अधिक सामने आए हैं। बाड़मेर के बायतू उपखण्ड में डेंगू के कहर से हर कोई सहमा नजर आ रहा है। बायतु के खोखसर पूर्व गांव के करालिया बेरा गांव के तीन लोगों को डेंगू होने की पुष्टि हो चुकी है इन तीनो डेंगू मरीजों का बालोतरा में इलाज चल रहा है। डेंगू से बायतु उपखण्ड में एक व्यक्ति की मौत पहले ही हो चुकी है वही दो दर्जन से अधिक लोगो को डेंगू से पीडि़त है। उपखण्ड में लगातार डेंगू के मरीजों में इजाफा होने से हर कोई सहम सा गया है।बाड़मेर,समाज को बेहतरीन एवं निष्ठावान अधिकारियांे की जरूरतः अंजना
बाड़मेर,समाज को बेहतरीन एवं निष्ठावान अधिकारियांे की जरूरतः अंजना
-उपखंड अधिकारी एच.आर.मेहरा को स्थानांतरण पर समारोहपूर्वक विदाई दी गई।
बाड़मेर, 01 नवंबर। मौजूदा समय में समाज को बेहतरीन कार्य करने वाले निष्ठावान अधिकारियों की जरूरत है। विदाई समारोह में उपस्थित लोगों को तादाद इस बात का परिचायक है कि आपने अपना काम निष्ठा एवं ईमानदारी से किया। जैसलमेर जिला प्रमुख अंजना मेघवाल ने मंगलवार को मेघवाल समाज शैक्षणिक एवं शोध संस्थान में आयोजित उपखंड अधिकारी एच.आर.मेहरा के विदाई समारोह के दौरान यह बात कही। जिला प्रमुख मेघवाल ने कहा कि शिक्षा से जुडऩे के साथ हर क्षेत्र में समाज की भागीदारी सुनिश्चित करने का प्रयास करें। कई बार गरीब तबका जानकारी के अभाव में सरकारी योजनाओं से लाभांवित नहीं हो पाता। ऐसे में जन प्रतिनिधियो एवं जागरूक लोगों को इसके लिए विशेष तौर से कार्य करना होगा।
ऐसे मंे जन प्रतिनिधियांे एवं जागरूक लोगांे को इसके लिए विशेष तौर से कार्य करना होगा। उन्हांेने कहा कि उपखंड अधिकारी मेहरा की सेवाएं दूसरे लोगांे के लिए प्रेरणा का कार्य करेगी। उन्हांेने मेहरा के उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उनके अनुभव का लाभ समाज को सदैव मिलता रहेगा।
इस दौरान उपखंड अधिकारी एच.आर.मेहरा ने अपने बाड़मेर कार्यकाल के अनुभव साझा करते हुए कहा कि समाज के प्रत्येक तबके विशेषकर गरीब तथा कमजोर लोगांे की मदद करवाने के लिए सदैव तत्पर रहे। उन्हांेने कहा कि वे जहां भी रहेंगे पिछड़े वर्ग की संवैधानिक रूप से यथासंभव मदद करने का प्रयास करेंगे। उन्हांेने कहा कि बाड़मेर मंे बेहतरीन सेवाएं देने का प्रयास किया। जन प्रतिनिधियांे एवं कार्मिकांे के सहयोग न्याय आपके द्वार अभियान, भामाशाह सुविधा शिविरांे मंे कई लंबित प्रकरणांे के निस्तारण के साथ खाद्य सुरक्षा योजना मंे वास्तविक लोगांे को लाभांवित करवाया।
इस अवसर पर पुलिस उप अधीक्षक अजा जजा सेल रतनलाल ने कहा कि बाड़मेर के लोग शिक्षा के प्रति बेहद जागरूक है। उन्हांेने कहा कि समाज के प्रति खरे उतरने के साथ आमजन को अपने अधिकारांे के प्रति जागरूक होना होगा। उन्हांेने उपखंड अधिकारी मेहरा के उज्जवल भविष्य की कामना की। इस दौरान आदूराम मेघवाल ने कहा कि उपखंड अधिकारी मेहरा गरीब तबके की मदद के लिए सदैव तत्पर रहे। लक्ष्मण वडेरा ने मेहरा की सेवाआंे को सराहनीय बताते हुए कहा कि डा.आंबेडकर के बताए रास्ते पर चलने की जरूरत है। पूर्व प्रधान उदाराम मेघवाल ने कहा कि उपखंड अधिकारी मेहरा ने बिना किसी दबाव एवं निष्पक्षता के साथ कानून की पालना करते हुए बेहतरीन सेवाएं दी। उन्हांेने उम्मीद जताई कि ये जहां पर भी जाएंगे गरीब तबके की मदद करेंगे। उन्हांेने कहा कि बेहतरीन कार्याें के लिए समाज सदैव इनका ऋणी रहेगा।
मेघवाल समाज एवं शैक्षणिक शोध संस्थान के अध्यक्ष बी.एल.मंसूरिया ने आभार जताते हुए कहा कि उपखंड अधिकारी मेहरा के कार्यकाल मंे हुए कई महत्वपूर्ण फैसलों की बदौलत आमजन को राहत मिली। उनकी सेवाएं सदैव स्मरणीय रहेगी। कार्यक्रम का संचालन चूनाराम पूनड़ ने किया। इस दौरान उपखंड अधिकारी मेहरा को स्मृति चिन्ह देने के साथ माल्यार्पण एवं साफा पहनाकर अभिनंदन किया गया। विदाई समारोह मंे कोषाधिकारी जसराज चौहान, भूराराम भील, श्रवण कुमार चंदेल, हजारीराम बांलवा, दीपाराम, रामदास सांगेला, रामचन्द्र बामणिया, बालाराम, अशोक बोस, भगवान बारूपाल, तिलाराम पन्नू समेत सैकड़ांे लोग उपस्थित थे
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