गुरुवार, 2 जुलाई 2015

अलवर। 2 ट्रोलों में भीषण टक्कर, 3 लोग जिंदा जले

अलवर। 2 ट्रोलों में भीषण टक्कर, 3 लोग जिंदा जले



अलवर| अलवर जिले के राजगढ़ थाना अंतर्गत राजगढ़ से 6 किलोमीटर दूर अलवर-सिकंदरा मेगा हाइवे पर गोठ गांव के पास पाइपो से भरा ट्रोला और कतला पट्टी से भर ट्रोला में भीषण भिड़ंत हो गई, जिससे दोनों ट्रोलों में आग लग गई|

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आग ने इतना भयानक रूप ले लिया कि उसमे मौजूद चालक और खलासी भी निकलने में कामयाब नहीं हो सके। जिससे दोनों ट्रोलों में मौजूद 3 लोग जिन्दा जल गए|

सुचना के बाद राजगढ़ से नगर पालिका की छोटी फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची, लेकिन उससे आग पर काबू नहीं पाया जा सका। इसके बाद राजगढ़ कसबे में जलदाय विभाग की और पेयजल सप्लाई करने वाले एक दर्जन टैंकरों को आग बुझाने में लगाया गया, लेकिन आग पर काबू नहीं पाया जा सका।



इसके बाद दौसा जिले के बांदीकुई से फायर ब्रिगेड की गाड़ी आई और आग पर काबू पाया गया। हादसे के बाद दोनों और रोड पर करीब 4 किलोमीटर लंबा जाम लग गया।

जयपुर| बड़ी बहन की तबियत ख़राब है, घर चलिए और फिर महिला के साथ किया वो गलत काम

जयपुर| बड़ी बहन की तबियत ख़राब है, घर चलिए और फिर महिला के साथ किया वो गलत काम


जयपुर| राजधानी जयपुर के गलता गेट थाना इलाके में 25 वर्षीय महिला के साथ एक साल तक दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है| एक परिचित युवक ने महिला को बड़ी बहन की तबीयत खराब होने की कहकर उससे मिलाने का झांसा देकर उसके अपने साथ ले गया और उससे जबरदस्ती दुष्कर्म किया|

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इस संबंध में महिला ने अपने एक परिचत के खिलाफ नामजद मामला दर्ज करवाया है| पुलिस के अनुसार गलता गेट इलाके में किराए से रहने वाली 25 वर्षीय महिला ने मामला दर्ज करवाया है कि करीब एक साल पहले उसकी बहन का देवर हनुमान मीना उसके घर आया और उसकी बहन की तबीयत ख्रराब होने की बात कहीं| महिला को उसकी बहन से मिलवाने का झांसा देकर अपने साथ उसके घर ले गया|



आरोपी पीड़िता को जब घर लेकर पहुंचा तो घर पर कोई नहीं था| इसी दौरान आरोपी हनुमान मीना ने दरवाजा बंद कर जबरदस्ती महिला ने दुष्कर्म किया और इस बारे में किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दे डाली| इसके बाद आरोपी एक साल तक महिला का देहशोषण करता रहा| अन्त में परेशान होकर महिला ने आपबीती अपने पति को बताई, जिस पर उसका पति उसे लेकर थाने पहुंचा और मामला दर्ज करवाया| फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है|

बाड़मेर। नेहा हत्याकांड मामले में दशरथ को गिरफ्तार करने की मांग

बाड़मेर। नेहा हत्याकांड मामले में दशरथ को गिरफ्तार करने की मांग



बाड़मेर। नेहा हत्याकांड मामले में नेहा के परिजनों ने एसपी को ज्ञापन सौंपकर गडरारोड के भाजपा नेता दशरथ को भी आरोपी बताते हुए गिरफ्तार करने की मांग की है।

ज्ञापन में नेहा के पिता भीमा राम पुत्र बस्ता राम मेघवाल निवासी बिंजासर ने बताया कि नेहा हत्याकांड में आरएएस अफसर प्रदीप बालाच, उसके भाई हितेष मीना देवी को गिरफ्तार किया गया, लेकिन राजनैतिक पहुंच के कारण आरोपी भाजपा नेता दशरथ को पुलिस ने अभी तक गिरफ्तार नहीं किया है। नेहा के पिता का दावा है कि दशरथ भी षड़यंत्र में शामिल था। परिजनों ने दशरथ को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है।

ब्रेकिंग न्यूज़ :- बाड़मेर। 4 विदेशी पिस्टल सहित एक गिरफ्तार

ब्रेकिंग न्यूज़ :- बाड़मेर। 4 विदेशी पिस्टल सहित एक गिरफ्तार 


बाड़मेर। बाड़मेर पुलिस की बड़ी कामयाबी पाकिस्तान से लाये गए हथियार बरामद 4 विदेशी पिस्टल 65 कारतूस बरामद पाकिस्तान से लाई खेप का हिस्सा थे ये हथियार नबिया नामक तस्कर लाया था पाकिस्तान से हथियार हार्ड कोर आरोपी दिनेश उर्फ़ दिनीया गिरफ्तार। 

बुधवार, 1 जुलाई 2015

अजमेर। शिक्षा राज्य मंत्री के मौखिक आदेश पर बंद हुआ इंग्लिश मीडियम स्कूल

अजमेर। शिक्षा राज्य मंत्री के मौखिक आदेश पर बंद हुआ इंग्लिश मीडियम स्कूल


अजमेर। अजमेर में सावित्री माध्यमिक स्कूल को अंग्रेजी माध्यम से हिंदी माध्यम में मर्ज किये जाने का विवाद थम नही रहा है। शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी के मौखिक आदेश के बाद स्कूल प्रशासन स्वेच्छा से छात्राओं को हिंदी मीडियम में दाखिला दे रहा है। वही जो छात्राएं अंग्रेजी माध्यम में पढ़ना चाहती है उन छात्राओ को टीसी थमाई जा रही। सत्र शुरू होते ही अंग्रेजी मीडियम की शिक्षा को बंद कर देने से छात्राएं और अभिभावक परेशान है। वही यह मामला अब तूल पकड़ने भी लगा है।

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क्या है मामला
एक और पीएम नरेंद्र मोदी बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देकर बेटियो को शिक्षा से जोड़कर उन्हें स्वावलंबी बनाने की बात कर रहे है। वही राज्य सरकार भी बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने पर जोर दे रही है। वही राज्य के शिक्षा राज्य मन्त्री वासुदेव देवनानी की खुद की विधानसभा में स्थित सावित्री गर्ल्स माध्यमिक विद्यालय में छात्राओ को शिक्षा से रोका जा रहा है। दरअसल 2009 में सावित्री गर्ल्स माध्यमिक स्कूल में हिंदी के साथ अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा देने की व्यवस्था लागू की गई थी। तब से दोनों ही अलग अलग माध्यम में छात्राएं अध्यन करती आ रही थी। मगर इस बार सत्र शुरू होने के साथ ही स्कूल में अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा बंद कर दी गई। स्कूल में पहले से ही दाखिला प्राप्त छात्राओ को स्कूल में ही हिंदी माध्यम में दाखिला दिया जा रहा है। जबकि छात्राएं और उनके अभिभावक अपनी बेटियों को अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा दिलाने की मांग कर रहे है। जिला कलक्टर , जिला शिक्षा अधिकारी तक अभिभावक बेटियो के खातिर चक्कर लगा चुके है। मगर यह नन्ही बेटियां फिर से अंग्रेजी माध्यम में पढ़ पाए। इसके लिए कही से कोई सकारात्मक जवाब छात्राओं और अभिभावकों को नही मिला है।



क्यों किया जा रहा है बंद
स्कूल में अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा बंद करने के बाद ज्यादात्तर छात्राएं अंग्रेजी माध्यम में ही अपनी शिक्षा को आगे बढ़ाना चाहती है। स्कूल प्रशासन की ओर से दिया गया हिंदी माध्यम का विकल्प चुनने में छात्राएं और अभिभावक दोनों पशो पेश में है। आज स्कूल खुलने पर कई अभिभावक अपनी बेटियो को अंग्रेजी माध्यम की पढ़ाई के लिए स्कूल लेकर पहुंचे। मगर स्कूल में पढ़ाई की जगह छात्राओं को टीसी कटवाकर अंग्रेजी माध्यम की स्कूल दूसरी स्कूल में दाखिला देने की बात की जा रही है। लोगों के रोष को देखते हुए महिला कांग्रेस ने विवाद को मुद्दा बना लिया है और राज्य सरकार और शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी से बेटियों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए स्कूल में अंग्रेजी माध्यम को फिर से शुरू करने की मांग की है।



गौरतलब है कि सावित्री प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय शहर के सबसे पुराने स्कूलों में शुमार है। राज्य सरकार ने स्कूल को अग्रहित कर चुकी है। मगर स्टाफ की कमी को राज्य सरकार ने पूरा नही किया। यही वजह है कि स्टाफ की कमी की गाज 203 बच्चियो पर गिर रही है। वही शिक्षा राज्य मंत्री के मौखिक आदेशो ने तो छात्राओ की सारी उम्मीदों पर ही पानी फेर दिया है। जब सरकार खुद नही चाहती कि स्कूल में छात्राओं को अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा मिले तो स्कूल की शिक्षिकों के पास भी आदेशो की पालना करने के अलावा कोई चारा नही है।