शनिवार, 25 अप्रैल 2015

बाड़मेर सोलंकिया प्रकरण के प्रशासनिक जांच के आदेश ।मृतका के आश्रितों को पचास हज़ार घायलो को पांच से दस हज़ार की राहत राशि।



बाड़मेर सोलंकिया प्रकरण के प्रशासनिक जांच के आदेश ।मृतका के आश्रितों को पचास हज़ार घायलो को पांच से दस हज़ार की राहत राशि।



बाड़मेर शिव उपखंड के सओलंकिया में कल रात टांका ढहने की घटना को जिला कलेक्टर मधुसूदन शर्मा ने गंभीरता से लेते हुए प्रसासनिक जांच के आदेश दिए हे।प्रकरण की जांच उप खण्ड अधिकारी शिव करेंगे।इधर जिला कलेक्टर ने मृतक के आश्रितों को पचास हज़ार गंभीर घायलो को दस और घायलो को पांच हज़ार की राहत राशि प्रदान करने के आदेश जारी किये।

बाड़मेर शिव मलेरिया दिवस पर रैली का आयोजन


बाड़मेर शिव मलेरिया दिवस पर रैली का आयोजन

शिव उप खाद के भियांड में चिकित्सा विभाग और कृष्णा संस्था के तत्वाधान में मलेरिया जागरूकता रैली का आयोजन मातेश्वरी विद्या मंदिर द्वारा किया गया ,मलेरिया दिवस पर रैली को प्रधानाध्यापक देवी सिंह राठोड ने हर झंडी दिखाकर रवाना किया ,रैली में व्यवस्थापक राजेंद्र सिंह भीयांड ,अशोक जांगिड़ ,धनदां आरंग ,बाबू सिंह ,गिर्वीर सिंह स्वरुपाराम ,ईश्वर सिंह मगदान बाबूलाल ,मनोहर लाल सहित कई लोग उपस्थित थे ,

बाड़मेर मलेरिया रोकने में सरकार के साथ ही खुद भी उठाएं जिम्मेदारीः डॉ बिष्ट

विश्व मलेरिया दिवस पर विचार गोष्ठी का आयोजन

मलेरिया रोकने में सरकार के साथ ही खुद भी उठाएं जिम्मेदारीः डॉ बिष्ट




बाड़मेर हर साल विश्व में लाखों लोग एक ऐसी बीमारी के शिकार बन मौत के आगोश में समा जाते हैं जिसकी वजह बहुत छोटी सी होती है. एक छोटे से मच्छर की वजह से विश्व में हर साल 2,05,000 मौतें होती हैं. इतनी बढ़ी संख्या में होने वाली मौतों के पीछे अक्सर वजह तो मच्छर होते हैं लेकिन उनके पनपने में हमारा ही हाथ होता है.यह विचार मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुनील कुमार सिंह बिष्ट ने विश्व मलेरिया दिवस पर जयनारायण व्यास फॉर्मेसी कॉलेज में आयोजित विचार गोष्टी में मुख्य वक्ता के रूप में कही ,विचार गोष्ठी का आयोजन चिकित्सा विभाग और कृष्णा संस्था के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया था ,संस्था द्वारा जिले के आठो ब्लॉक में विश्व मलेरिया दिवस पर विभिन कार्यक्रम आयोजित किये गए।


डॉ बिष्ट ने कहा की कभी आस-पड़ोस में जमा गंदे पानी में तो कभी छत पर पड़े घड़े या अन्य बर्तनों में पैदा होने वाले यह मच्छर इंसान का खून चूस दूसरे में इंजेक्ट कर देते हैं जिसकी वजह से मलेरिया हो जाता है.

उन्होंने कहा की मलेरिया एक प्रकार का बुखार है. इसमें बुखार ठण्‍ड या सर्दी (कंपकपी) के साथ आता है. मलेरिया बुखार के मुख्य लक्षण हैं सरदर्द, उलटी और अचानक तेज सर्दी लगना. मलेरिया मुख्यत: संक्रमित मादा एनोलीज मच्‍छर द्वारा काटने पर ही होता है. जब संक्रमित मादा एनोलीज मच्‍छर किसी स्वस्थ व्‍यक्ति को काटता है तो वह अपने लार के साथ उसके रक्‍त में मलेरिया परजीवियों को पहुंचा देता है. संक्रमित मच्‍छर के काटने के 10-12 दिनो के बाद उस व्‍यक्ति में मलेरिया रोग के लक्षण प्रकट हो जाते हैं. मलेरिया के रोगी को काटने पर असंक्रमित मादा एनोलीज मच्‍छर रोगी के खून के साथ मलेरिया परजीवी को भी चूस लेते हैं व 12-14 दिनों में ये मादा एनोलीज मच्‍छर भी संक्रमित होकर जितने भी स्‍वस्थ मनुष्‍यों को काटते हैं उनमें मलेरिया फैलाने में सक्षम होते हैं. इस तरह एक मादा मच्छर कई स्वस्थ लोगों को बीमार कर सकती है.


विचार गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए संस्था सचिव चन्दन सिंह भाटी ने कहा की मलेरिया बहुत तेजी से स्वस्थ मनुष्यों में फैलता है और इसकी वजह से जान का नुकसान भी होने का आसार रहता है. मच्छर के काटने से फैलने वाली इस बीमारी के स्वरूप और संक्रामकता को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डबल्यूएचओ) ने पाया कि इस बीमारी से निपटने के लिए सरकारी उपायों के साथ-साथ लोगों में मलेरिया के प्रति जागरूकता भी आवश्यक है. इसे ध्यान में रखते हुए डबल्यूएचओ की संस्था वर्ल्ड हेल्थ एसेम्बली की मई 2007 की 60वें सत्र की बैठक में 25 मई को विश्व मलेरिया दिवस मनाने का निर्णय लिया गया.

उन्होंने कहा की वैसे मलेरिया से निपटने के लिए भारत ने बहुत पहले ही उपाय करने शुरु कर दिए थे. भारत सरकार ने वर्ष 1953 में राष्ट्रीय मलेरिया नियंत्रण कार्यक्रम (एनएमसीपी) चलाने के साथ ही डीडीटी का छिड़काव शुरू किया, जबकि वर्ल्ड हेल्थ एसेम्बली के अनुरोध पर वर्ष 1958 में राष्ट्रीय मलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम (एनएमईपी) और आगे चलकर मॉडिफाइड प्लान ऑफ ऑपरेशन (एमपीओ) नाम से नई योजना शुरू की गई.

इस अवसर पर कॉलेज प्रबंधक अनिल सुखानी ने कहा की तमाम कोशिशों और उपायों के बाद भी मलेरिया पर नियंत्रण पाना बहुत ही मुश्किल काम साबित हुआ जिसकी वजह थी जन जागरुकता की कमी. आज विश्व मलेरिया दिवस के मौके पर हमें उन छोटी-छोटी बातों का खास ख्याल रखना चाहिए जिससे मलेरिया के फैलने के आसार होते हैं. सबसे पहले तो अपने आसपास गंदा पानी जमा ना होने दें, बाल्टी या छत पर रखी टंकी की नियमित तौर पर सफाई करनी चाहिए. पानी की सफाई के साथ एक सबसे अहम बात का भी ख्याल रखना चाहिए कि यदि आपको कभी मलेरिया हो या उसके लक्षण दिखें तो घर पर ना बैठें बल्कि अपने खून की जांच कराएं और उचित दवाइयां ले. याद रखें कि मलेरिया का इलाज संभव है बस जरुरत है तो सही समय पर उपचार की.इस अवसर पर आखे दान बारहट ,रमेश सिंह इन्दा ,प्रवीण चौधरी ,राजेंद्र सिंह ,सेवाराम खत्री ,दिलीप शर्मा नीलेश शर्मा ,नितिन शर्मा और ठाकराराम चौधरी ने भी विचार रखे ,कार्यक्रम का संचालन ठाकरे राम चौधरी ने किया




Earthquake: भारत में अब तक 18 मौतें, बिहार में 14 और यूपी में 3 मरे


earthquake shakes india people died in up and bihar
नई दिल्ली।

नेपाल और भारत में शनिवार को भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए। भूकंप से भारत में अब तक कुल 9 लोगों की मौत हो गई है। जिसमें यूपी के 5 लोग, बिहार के तीन लोग और पश्चिम बंगाल के एक लोग शामिल है। नेपाल के काठमांडू में अब तक 8 बार भूंकप के झटके महसूस किए गए हैं।

यूपी में 3 की मौत

भारत में आए भूकंप से यूपी में तीन लोगों की मौत हो गी है। यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने बताया कि प्रशासन को अलर्ट रहने का निर्देश दे दिए है। साथ ही उन्होंने कहा कि मरने वालों के परिजनों को 5 लाख और घायलों को बीस हजार मुआवजा देने की घोषणा की है।

READ: नेपाल भूकंप : 80 की मौत, 400 लोगों के फंसे होने की आशंका

बिहार में 14 की मौत

वहीं भूंकप के कारण बिहार में 14 लोगों के मारे जाने की खबरे आ रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बिहार के चंपारण और सीतामढ़ी में चार-चार, दरभंगा में 2 और वैशाली में एक व्यक्ति की मौत हुई है।

पश्चिम बंगाल में एक की मौत

पश्चिम बंगाल में भूंकप के कहर से एक लोगों की मौत हो गई है। साथ ही सिलीगुड़ी में बिल्डिंग गिर गई है। जिसमें करीब दस लोगों के घायल होने की संभावना है। कोलकाता में भूकंप की वजह से मेट्रो टनल में दरार में दरार पड़ गई है। फिलहाल किसी के घायल होने की सूचना नहीं है।

रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता

नेपाल में रिक्टर स्केल पर भकंप की तीव्रता 7.5 थी। जबकि नेपाल की सीमा से पास होने के कारण यूपी और बिहार में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। बिहार और यूपी में 6 रिक्टर स्केल का भूकंप
आया था।

पाली/ सिरोही/ शिवगंज वृद्ध से दिनदहाड़े 70 हजार रुपए लूटे


पाली/ सिरोही/ शिवगंज वृद्ध से दिनदहाड़े 70 हजार रुपए लूटे
शिवगंज क्षेत्र में शनिवार दोपहर पूर्व हुई घटना
Older than 70 thousand rupees robbed in broad daylight
पाली/ सिरोही/ शिवगंज शहर के आर्य समाज मार्ग स्थित शनि महाराज मंदिर के समीप शनिवार दोपहर पूर्व बाइक सवार दो लुटेरे एक वृद्ध से 70 हजार रुपए छीन कर फरार हो गए। शहर में दिनदहाड़े हुई इस घटना का पता चलने पर शहर में सनसनी फैल गई। पुलिस ने लुटेरों की तलाश शुरू कर दी है।

पुलिस के अनुसार जोयला निवासी वृद्ध मूलाराम सुआरा ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि ये रुपए उसका बेटा मकान निर्माण का कार्य कर रहे श्रमिकों व कारीगरों को भुगतान करने के लिए देकर गया था। पुलिस के अनुसार राशि को लेकर वृद्ध बार-बार बयान बदल रहा है। पुलिस ने बाइक सवार लुटेरों की तलाश के साथ ही सम्बन्धित पक्षों से पूछताछ शुरू कर दी है। वृद्ध से लुटेरे कितने रुपए लूट कर भागे यह तो जांच के बाद ही स्पष्ट होगा, लेकिन दिनदहाड़े हुई इस घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है।

ओरण हमारी बहुमूल्य धरोहर, संरक्षण की दरकार



ओरण दिवस 26 अप्रैल को

ओरण हमारी बहुमूल्य धरोहर, संरक्षण की दरकार

संरक्षण के अभाव में दम तोड़ रही है ओरण गोचर,
मुकेश  बोहरा अमन 

बाड़मेर । जिले भर में पसरी आमजन की आस्था का केन्द्र ओरण गोचर को बचाने को लेकर 13 वर्ष पूर्व राणीगांव में धर्मपुरी की ओरण भू माफियों के चुंगल से छुडानें की स्मृति में प्रतिवर्ष 26 अप्रैल को ओरण दिवस के रूप में मनाया जाता है ।

राणीगांव में वर्ष 2002 में हुए ऐतिहासिक ओरण बचाओ आन्दोलन की चिरस्मृति में प्रतिवर्ष 26 अप्रैल को ओरण दिवस के रूप में मनाया जाता है । 13 वर्ष पूर्व राणीगांव में चैहटन रोड़ फांटा पर विस्तृत भू भाग में फैली धर्मपूरी जी महाराज की ओरण को भूमाफियों एवं स्वार्थी तत्वों के चुंगल से बड़ी जदोजहद के बाद मुक्त करवाई गई थी । इसी की स्मृति में प्रतिवर्ष 26 अप्रैल को ओरण बचाओ आन्दोलन से जुड़े कार्यकर्ता एवं आमजन ओरण दिवस के रूप में मनाते है । साथ ही ओरण गोचर में पूजा अर्चना की जाती है तथा ओरण में स्थित वृक्षों को रक्षासूत्र बांधे जाने के साथ ही ओरण गोचर संरक्षण का संकल्प लिया जाता है ।

वहीें पिछले 13 सालों से यहां के लोग ओरण गोचर एवं उसकी बेषकीमती सम्पदा बचाने के लिए वृक्षों को भी राखियां बांधते आ रहे है तथा उनको बचाने के प्रयत्न भी । इसी की बदौलत ओरण और गोचर को पूर्ण संरक्षण मिला हआ है । प्रतिवर्ष 26 अप्रैल को ओरण गोचर को बचाये जाने की स्मृति में वृक्षों को रक्षासूत्र व धरती माता को वन्दन व पूजन किया जाता है ।

ओरण बचाओ आन्दोलन संयोजक मुकेष बोहरा अमन आन्दोलन को याद करते हुए बताते है कि अप्रैल 2002 की भीषण गर्मी के बाद भी राणीगांव, रड़वा, तारातरा, बालेरा, बलाउ, उण्डखा, निम्बड़ी, सेगड़ी सहित कई गावों के सैंकड़ों पशुपालकों एवं किसानों ने भाग लेकर धर्मपूरी की महाराज की ओरण में लगने वाले दो क्रेषर व डामर प्लांट को निरस्त करवा हमारी धरोहर ओरण गोचर को बचाने का महता उपक्रम किया । वहीं तारातरा मठ के महन्त श्री मोहनपुरी जी महाराज ने ओरण व गोचर के दूध की कार देकर सबको ओरण गोचर संरक्षण की शपथ दिलाई जिसका ग्रामीण आज भी बड़ी ही षिद्दत से पालना कर रहे है । जिसकी स्मृति में हर वर्ष 26 अप्रैल को राणीगांव फांटा पर स्थित धर्मपुरी जी महाराज की ओरण में कार्यक्रम का आयोजन ओरण बचाओ आन्दोलन के युवाओं एवं ग्रामीणों की ओर से किया जाता है ।

इस दिन राणीगांव में स्थित धर्मपुरी जी महाराज की ओरण में 26 अप्रेल को ओरण की पूजा अर्चना कर पेड-पौधों को रक्षासूत्र बांधे जायेेंगें । इस अवसर पर ओरण बचाओ आन्दोलन से जुड़े कई कार्यकर्ता मौजूद रहेंगें ।



ओरण हमारी धरोहर पुस्तक का होगा विमोचन

ओरण दिवस के अवसर पर ओरण-गोचर की महता एव संरक्षण को लेकर लेखक मुकेष बोहरा अमन की पुस्तक ओरण हमारी धरोहर का विमोचन आन्दोलन से जुड़े कार्यकर्ताओं द्वारा किया जायेगा ।

नेपाल भूकंप : 80 की मौत, 400 लोगों के फंसे होने की आशंका



नेपाल के लामजुंग में शनिवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.5 दर्ज की गई। नेपाल से भूकंप में भारी नुकसान होने की खबर है। नेपाल में अब तक 80 लोगों के मरने जाने की खबर आ रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के नेपाल के अब तक 80 लोगों की मरने जाने की खबर आ रही है। साथ ही 400 लोगों के फंसे होने की आशंका है। राहत कार्य जारी है। लोगों की सड़कों पर इलाज किया जा रहा है। नेपाल के लोकनथाली और अरनीको हाइवे पर सड़क में दरार पड़ गई है। कई जगहों पर मकानों के ध्वस्त होने की सूचना है।
Nepal Earthquake
नेपाल के काठमांडू में भीमसेना टॉवर गिर गया है। टॉवर में 160 लोगों ने टिकट लिया था।भूकंप का केंद्र राजधानी काठमांडू से 83 किलोमीटर पश्चिमोत्तर में था। मीडिया रिपोट्र्स के अनुसार, नेपाल में 10 बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसे नेपाल का अब तक का सबसे खतरनाक भूकंप बताया जा रहा है। दो लोगों के मारे जाने की खबर मिल रही है।


राजसमंद।ससुराल में चूहों ने कुतरा दामाद का शव



राजसमंद।ससुराल में चूहों ने कुतरा दामाद का शव
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शहर के जलचक्की इलाके में ससुराल के मकान में दामाद का शव चूहों ने कुतर दिया। वह वहां अकेला रहता था और दो दिन पहले उसकी मौत हो गई थी। उसकी मौत कैसे हुई यह रहस्य बना हुआ है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही इसका खुलासा हो पाएगा।



पुलिस के अनुसार जलचक्की निवासी भैरूलाल (8 0) पुत्र उदयलाल बलाई अकेला रहता था। पड़ोसी ही उसे खाने-पीने को देते थे। वृद्ध दो दिन से जब घर से बाहर नहीं निकला,तो अनहोनी की शंका पर कुछ लोग उसे देखने पहुंचे।



वहां कमरे में भैरू का शव पड़ा था। वृद्ध की मृत्यु के बाद पुलिस पड़ताल में पता चला कि भैरूलाल मूलत: सालोर (नाथद्वारा) का रहने वाला था। जलचक्की राजसमंद में उसका ससुराल था। लंबे समय अकेला ससुराल के मकान में ही रह रहा था। सास- ससुर की वर्षों पहले मृत्यु हो गई । भैरू का बेटा दिनेश नाथद्वारा में रहता है।



पुलिस ने जब बेटे को पिता का शव ले जाने की सूचना दी, तो एक बार तो उसने इनकार कर दिया। बाद में पुलिस की सख्ती पर पिता का शव ले गया और सालोर में अंतिम संस्कार कर दिया।



जिला चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्साधिकारी डॉ. सीएल डूंगरवाल ने बताया कि शव दो दिन पुराना था। नाक व शरीर के कई हिस्सों को चूहों ने कुतर दिया था। पोस्टमार्टम डॉ. मुुनेश मीणा ने किया। रिपोर्ट आने पर ही मौत का कारण पता लगेगा।

जयपुर।सीएम राजे ने किसानों को दी राहत, बढ़ी बिजली दर वापस ली



जयपुर।सीएम राजे ने किसानों को दी राहत, बढ़ी बिजली दर वापस ली

cm raje withdraw new power tariff
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को हुई भारी क्षति के मद्देनजर कृषि पर बढ़ाई गई बिजली की दरें वापस लेने की घोषणा की हैं।

राजे शनिवार को अमरुदों के बाग में आयोजित भारतीय जनता पार्टी के विशाल कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित कर रही थीं। इस मौके पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह तथा अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे।

मुख्यमंत्री ने कृषि कनेक्शन पर बढाई गई बिजली की दरें वापस लेने की घोषणा करते हुए कहा कि प्रदेश के किसान की आवाज की अनदेखी नहीं की जा सकती।

उन्होंने कहा कि किसानों द्वारा बढ़ी हुई दरों के जमा कराए गए बिल की अंतर राशि का समायोजन आगामी बिल में कर लिया जाएगा और भुगतान में विलंब के कारण पेनल्टी को भी माफ कर दिया जाएगा।