बुधवार, 1 अप्रैल 2015

शिक्षा मंत्रालय ने की यूजीसी को भंग करने की सिफारिश

शिक्षा मंत्रालय ने की यूजीसी को भंग करने की सिफारिश


जयपुर। शिक्षा मंत्रालय की एक कमेटी ने यूजीसी यानी यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन को भंग करने की सिफारिश की है। शिक्षा मंत्री स्मृति ईरानी ने इस कमेटी का गठन किया था। कमेटी ने यूजीसी के कामकाज की समीक्षा के बाद कहा है कि यूजीसी शिक्षा क्षेत्र की मुश्किलों से निपटने में फेल रही है।

education-ministry-recommended-the-dissolution-of-the-ugc-83201

 कमेटी के अध्यक्ष हरि गौतम है जो खुद यूजीसी चेयरमैन रह चुके हैं। कमेटी ने कहा है कि यूजीसी में किसी तरह के बदलाव से कोई फायदा नहीं है। अच्छा होगा कि सरकार नेशनल हायर एजुकेशन अथॉरिटी का गठन करे। यूजीसी देश के उच्च शिक्षण संस्थानों जैसे कॉलेज, यूनिवर्सिटी से जुड़े फैसले लेती है। सिलेबस तय करने, प्रोफेसरों की नियुक्ति और योग्यताएं भी यूजीसी करती है।

सोनिया पर विवादित टिप्पणी को लेकर सियासत तेज, गिरिराज की बर्खास्तगी की मांग

नई दिल्ली। कांग्रेस ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के बारे में केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की टिप्पणी की कड़ी निंदा करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की है। सिंह ने हाल ही में बिहार के हाजीपुर में एक बयान में कहा था कि अगर राजीव गांधी नाइजीरिया की किसी महिला से विवाह करते और वह गोरी न होती तो क्या कांग्रेस पार्टी उनका नेतृत्व स्वीकार करती। congress demand to dismiss giriraj singh from cabinet

कांग्रेस के संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बुधवार को कहा कि पार्टी केन्द्रीय मंत्री की इस असंयमित एवं अशिष्ट टिप्पणी की कड़ी निंदा करती है। उन्होंने कहा कि लगता है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लगातार खुश रखने की चाह में सिंह अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं। इस तरह की टिप्पणियां भाजपा और उसके कैडर में नैतिक मूल्यों की कमी को दशार्ती है।


सुरजेवाला ने कहा कि गिरिराज इस तरह की खीज निकालने वाली टिप्पणियों के लिए जाने जाते हैं। पिछले वर्ष लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने मोदी का विरोध करने वाले लोगों को देश छोड़कर पाकिस्तान चले जाने को कहा था। शायद वह एकमात्र ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने उनके घर से चोरी किए गए एक करोड़ से अधिक रूपए वापस लेने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि इस तरह के आचरण के लिए पुरस्कृत करके मोदी ने उन्हें मंत्री बनाया है।


सुरजेवाला ने कहा कि प्रधानमंत्री को गिरिराज सिंह को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करना चाहिए और देश से माफी मांगनी चाहिए।


भाजपा ने किया बचाव
इस बीच भाजपा के प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि उनकी पार्टी रंग और जाति को लेकर राजनीति नहीं करती। वह सबका साथ और सबका विकास में विश्वास रखती है। 'ऐसे लोगों को मंत्रिमंडल से बाहर किया जाना चाहिए।'


मंत्रिमंडल से हटाने की मांग
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा कि गिरिराज सिंह की टिप्पणी भाजपा की सोच को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि यह टिप्पणी शर्मनाक तथा रंगभेदी है। ऐसे लोगों को मंत्रिमंडल से हटाया जाना चाहिए। उन्होंने पहली बार ऐसा विवादास्पद बयान नहीं दिया है और वह पहले भी ऐसा कर चुके हैं।


पीएम की चुप्पी ऐसाी बातों को बढ़ावा देती है
मार्क्सवादी कयुनिस्ट पार्टी की नेता वृंदा करात ने कहा कि सिंह इस तरह के बयान देते रहते हैं और यह प्रधानमंत्री का कर्तव्य है कि वह इस स्थिति को सार्वजनिक रूप से ठीक करें। उन्होंने सवाल किया कि इस संबंध में प्रधानमंत्री के मन की बात क्या है और कहा कि उनकी चुप्पी ऐसी बातों को बढ़ावा देती है। जनता दल यू के अध्यक्ष शरद यादव ने कहा कि वह सिंह की टिप्पणी से सहमति नहीं रखते और रंगभेद तथा नस्लभेद के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि गांधी ने खुद को भारतीय संस्कृति के अनुरूप ढाला है।

अब लड़की के अवतार में प्रकट हुए भगवान गणेश

अब लड़की के अवतार में प्रकट हुए भगवान गणेश

अलीगढ़| उत्तरप्रदेश के एक गांव में पैदा हुई नवजात कन्या गांववालों के लिए आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है| इस नवजात बच्ची के पैदाइश के समय से ही नाक की जगह सूंड बनी हुई है जो उसके दोनों आंखों के बीच एक उभार के रुप में है।

aligarh-girl-child-born-with-a-trunk-instead-of-a-nose-considered-to-be-lord-ganesha-54978

लोग इसे भगवान गणेश का अवतार मान रहे हैं| लोगों ने बच्ची की पूजा भी शुरू कर दी है| बच्ची को भगवान गणेश की पत्नी के रूप में भी पूजा जा रहा है| जोकि भगवान के प्रति लोगों की आस्था को दर्शाता है, लेकिन अगर परिवार चाहे तो उस बच्ची की सर्जरी कार्रवाई जा सकती है|

बालोतरा। तिहरा आत्महत्या प्रकरण पुलिस पर सही जांच नही करने का आरोप

बालोतरा।  तिहरा आत्महत्या प्रकरण पुलिस पर सही जांच नही करने का आरोप



रिपोर्ट :- ओम प्रकाश सोनी / बालोतरा 


बालोतरा। बालोतरा उपखंड के पचपदरा थाना हल्के के खारड़ियां गांव में बीते दिनो 8 मार्च को एक विवाहिता ओर उसके तीन मासुमो के शव घर के पास ही टांके में मिलने के मामले में मृतका के पीहर पक्ष ने पुलिस पर मामले मे आरोपियो को बचाने का प्रयास करने का आरोप लगाया है। मृतका के पिता ने बालोतरा के अतिरिक्त पुलिस अधिक्षक को ज्ञापन देकर मामले में जांच अधिकारी बदलने ओर मामले की निष्पक्ष जांच करवाने की मांग की है। गोरतलब है कि मृतका मुुमल व उसके तीन बच्चो के शव घर के पास में ही एक टांके में संदिग्ध हालात में मिले थे। घटना के दिन ही मृतका के पिता ने मृतका के पती ओर ससुराल के लोगो पर दहेज के लिये प्रताड़ित करने ओर हत्या करने के बाद शवो को टांके में डालने के आरोपो का मुकदमा दर्ज करवाया था। मृतका के पिता मोहम्मद खां ने बताया कि पुलिस उनके बयान भी सही तरीके से दर्ज नही कर रही है साथ ही आरोपियो को बचाने का प्रयास कर रही है। उन्होने मामले की जांच किसी ओर पुलिस अधिकारी से करवाने की मांग की है।

बाड़मेर अपहृता को छुड़ाने गए पुलिस दल को बंधक बना कर पीटा, थानेदार सहित तीन पुलिसकर्मी घायल


बाड़मेर  अपहृता को छुड़ाने गए पुलिस दल को बंधक बना कर पीटा, थानेदार सहित तीन पुलिसकर्मी घायल


चुन-चुन कर पुलिसकर्मियों को इस जगह ऐसे पीटा

सिणधरी क्षेत्र के टाकूबेरी की घटना | युवक का अपहरण कर मांगी थी दस लाख की फिरौती

 
बाड़मेर जिलेके सिणधरी क्षेत्र के टाकूबेरी गांव में एक युवक का अपहरण कर दस लाख रुपए की फिरौती मांगने की सूचना मिलने के बाद युवक को छुड़ाने गई पुलिस को ही बंधक बनाकर बदमाशों ने उन पर हमला कर दिया। हमले में तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए। हैड कांस्टेबल को इलाज के लिए जोधपुर रेफर किया है।

सिणधरी पुलिस को सूचना मिली थी कि खाजूवाला(बीकानेर) निवासी एक युवक का टाकूबेरी गांव में कुछ लोगों ने अपहरण कर दिया है। इसके एवज में बदमाशों ने युवक के पिता को फोन कर दस लाख रुपए फिरौती मांगी। युवक के पिता की ओर से यह सूचना मिलने के बाद सिणधरी थानाधिकारी मय पुलिस जाब्ता टाकूबेरी पहुंचा। यहां बदमाशों ने पुलिस पर लाठी, सरियों हॉकियों से हमला कर दिया। इसमें थानाधिकारी समेत एक हेड कांस्टेबल पुलिसकर्मी घायल हो गए। बदमाशों ने बंधक बनाकर पुलिस की जमकर धुनाई की। थाने से अतिरिक्त पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचा और पुलिस को छुड़ाकर लाए, तब तक बदमाश मौके से फरार हो गए। पुलिस के अनुसार टाकूबेरी गांव में मुकेश पुत्र भागीरथ विश्नोई निवासी खाजूवाला बीकानेर का आदूराम वगैरह 6-7 बदमाशों ने 29 मार्च को अपहरण कर लिया था। 30 मार्च की शाम को युवक के पिता ने बीकानेर पुलिस से शिकायत की। बीकानेर ने इसकी सूचना सिणधरी पुलिस को दी।

सूचना मिलने के बाद सोमवार रात 1.30 बजे थानाधिकारी राजेंद्रसिंह, हैड कांस्टेबल लाखा राम कांस्टेबल गजेसिंह मौके पर रवाना हुए। युवक को पुलिस ने छुड़ाने का प्रयास किया तो छिपे हुए बदमाशों ने पुलिस पर हमला बोल दिया। हमले में थानेदार राजेंद्रसिंह, हैड कांस्टेबल लाखा राम गजेसिंह को चोटें आई। गंभीर घायल हैड कांस्टेबल का जोधपुर के एमजीएच में इलाज चल रहा है। इसके बाद सिणधरी थाने से पहुंचे अतिरिक्त पुलिस जाब्ते ने बदमाशों के चंगुल से थानाधिकारी जवानों को मुक्त करवाया, लेकिन तब तक आरोपी मौके से भाग गए।

इलेस्ट्रेशन : संजय डिमरी

हत्या के प्रयास फिरौती के मामले दर्ज

पुलिसने मामला दर्ज करवाया कि युवक को छुड़ाने गई पुलिस पर आदूराम वगैरह 6-7 लोगों ने एकराय होकर हत्या करने की नियत से हमला किया और ड्यूटी में बाधा उत्पन्न की। मुकेश पुत्र भागीरथ विश्नोई निवासी खाजूवाला बीकानेर ने मामला दर्ज करवाया कि वह टाकूबेरी आया हुआ था। इस दौरान आदूराम वगैरह 6-7 लोगों ने उसे बंधक बना लिया और 10 लाख रुपए की फिरौती मांगी, नहीं देने पर हत्या करने की धमकी दी।

बदमाशों ने पुलिस पर सीधा हमला बोलने की तैयारी कर रखी थी। जैसे ही पुलिस मौके पर पहुंची, बदमाशों ने चुन-चुन कर पुलिसकर्मियों को पकड़ा और पिटाई की। पिटाई इतनी ज्यादा की गई की गई कि तीन जवान घायल हो गए। इनमें एक हैड कांस्टेबल को इलाज के लिए जोधपुर भेजना पड़ा।

इस युवक मुकेश को अपहृत कर बंधक बनाया था।

बेखौफ होते अपराधी

बढ़रहे अपराधों को देख तो यही लग रहा है कि अब खाकी खतरे में है। अपराधियों में पुलिस का खौफ खत्म सा हो गया है। अपरािधयों ने दुस्साहस की सारी हदें पार कर दी। पुलिस खुद महफूज नहीं है। बिना आदेश पुलिस अपने पॉवर का इस्तेमाल नहीं कर सकती।

दो आरोपी गिरफ्तार

पुलिसपर हमले की घटना के बाद बालोतरा एएसपी जसाराम बोस, गुड़ामालानी डीएसपी ओमप्रकाश उज्ज्वल सहित कई पुलिस अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे और पूरे मामले की जांच शुरू की। वहीं मामले में आरोपी आदूराम उसकी पुत्री को गिरफ्तार किया।

नहीं गए पूरी तैयारी से

जबदस लाख फिरौती मांगने केे बाद अपराधियों को पकड़ने और बंधक युवक को छुड़ाने की बड़ी घटना के बावजूद भी पुलिस पूरी तैयारी के साथ नहीं गई। घटनास्थल पर महज कुछ जवान ही गए। इनके पास तो हथियार थे और ही सुरक्षा उपकरण। ऐसे में बदमाशों ने पुलिस पर हमला कर दिया और ेबस पुलिस अपराधियों से पिटती रही।