शुक्रवार, 25 जुलाई 2014

मुरादाबाद में धारा 144 लागू, भाजपा नेता साध्वी प्राची हिरासत में -



मुरादाबाद। विश्व हिंदू परिषद के प्रस्तावित जलाभिषेक मार्च में शामिल होने जा रही भाजपा नेता साध्वी प्राची को पुलिस ने बिजनौर में हिरासत में ले लिया। पुलिस ने मुरादाबाद जिले के कांठ इलाके में धारा 144 लगा दी है। यूपी सरकार का कहना है कि वीएचपी के मार्च से कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है। इसी के चलते साध्वी प्राची को हिरासत में लिया गया है।
VHP prepares for yatra in Moradabad; Sec 144 imposed, Sadhvi Prachi detained
भाजपा मुरादाबाद के कांठ इलाके में शनिवार को विरोध प्रदर्शन करेगी जबकि कांग्रेस शांति मार्च निकालेगी। साध्वी प्राची ने 2012 में विधानसभा का चुनाव भाजपा के टिकट पर लड़ा था। साध्वी प्राची और अन्य 40 लोगों पर भड़काऊ भाषण के जरिए मुजफ्फरनगर दंगे भड़काने का आरोप है। ताजा विवाद मुस्लिम बहुल गांव अकबरपुर में जाटव समुदाय के एक मंदिर से लाउट स्पीकर हटाने को लेकर है।

समस्या पिछले महीने उस वक्त पैदा हुई जब कुछ ग्रामीणों ने मंदिर में लाउड स्पीकर लगाने का विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि जिला प्रशासन ने मंदिर से लाउड स्पीकर हटवाया था। जाटवों ने इसका विरोध किया और भेदभाव का आरोप लगाया। उनका कहना था कि मंदिर में पिछले 15 साल से लाउड स्पीकर लगा हुआ था। जून में पुराने लाउड स्पीकर की जगह नया लाउड स्पीकर लगाया गया था। वीएचपी लाउड स्पीकरों से फिर से लगाने और मंदिर में पूजा करने की मांग कर रही है।

 

प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा अध्यक्ष शाह से मिली राजे -



नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को राजस्थान के सांसदों से दिल्ली में मुलाकात की। इस दौरान राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी मौजूद रही। मुख्यमंत्री राजे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी मुलाकात की।
BJP president Amit Shah meets Rajasthan MPs



सूत्रों के अनुसार बैठक में बजट में राजस्थान को मिले हिस्से पर चर्चा की गई। इसके अलावा केन्द्रीय मंत्रीमंडल में राजस्थान के प्रतिनिधित्व के मुद्दे को भी शाह के सामने रखा गया। साथ ही राजस्थान में होने वाले मंत्रीमंडल पर भी मुख्यमंत्री राजे और अमित शाह के बीच चर्चा हुई। राजे के शुक्रवार शाम को ही जयपुर लौटने का कार्यक्रम है। मुलाकात के दौरान राजस्थान भाजपा अध्यक्ष अशोक परनामी और प्रदेश के अन्य बड़े नेता भी मौजूद थे।




 

मुस्लिम लड़की से प्यार हुआ तो कैथोलिक पादरी को पागलखाने भेजा -



तिरूअनंतपुरम। केरल के 29 साल के कैथोलिक पादरी को परिवार वालों ने जबरन पागलखाने में भर्ती कराया दिया। परिजनों का कहना है कि विश्वास से भटकने और विचित्र बर्ताव के कारण उन्हें मानसिक अस्पताल में भर्ती कराया गया है,जहां उनका मानसिक मूल्यांकन कराया जाएगा।
Catholic priest sent to mental hospital for falling in love
एक अंग्रेजी समाचार पत्र की रिपोर्ट के मुताबिक पादरी का मुस्लिम युवती से अफेयर चल रहा था। मुस्लिम युवती ने दो साल पहले ईसाई धर्म ग्रहण कर लिया था। वह पादरी से शादी करना चाहती थी। पादरी को उस वक्त अस्पताल से रिहा किया गया जब उसकी 22 वर्षीय गर्लफ्रेंड सुरूमी अस्पताल पहुंची और विरोध किया। पादरी वर्गीज जैन कैथोलिक कांग्रेगेशन रोगेशनलिस्ट्स के सदस्य हैं। वर्गीज और सुरूमी की दिक्कतें कोट्टायम और एर्नाकुलम से शुरू हुई जब दोनों ने शादी के लिए 31 मई को कोच्चि के रजिस्ट्रार ऑफिस में मैरिज ऑफिसर से संपर्क किया।

जब वर्गीज पिछले हफ्ते दफ्तर लौटे तो उन्हें बताया गया कि वाईकोम में उनके परिवार ने शादी का विरोध किया है। वर्गीज ने बताया कि वह पागल नहीं है। बकौल वर्गीज,मैं यह पता करने अपने घर गया था कि परिवार वाले शादी का विरोध क्यों कर रहे हैं? मेरे माता-पिता और रिश्तेदारों ने कहा कि वे मेरी शादी के खिलाफ हैं। उन्होंने मुझे बताया कि वे मुझे पादरी के रूप में ही देखना चाहते हैं। मैं सुरूमी के साथ रिलेशनशिप में हूं। पादरी के रूप में काम करने का सवाल ही नहीं उठता।

वर्गीज को पिछले साल विधिवत रूप से पादरी बनाया गया था। वर्गीज को 10 जून को धार्मिक आदेश के जरिए निलंबित किया गया था। वर्गीज ने बताया कि परिजन उन्हें थोडुपुझा के सेक्रेड हार्ट मेंटल अस्पताल ले गए। उनकी अनिच्छा के बावजूद अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। अस्पताल कैथोलिक नंस चलाती हैं। परिजनों ने यह कहते हुए वाइकोम के स्थानीय पादरी के इलाके से पत्र प्राप्त किया कि मैं विश्वास से भटक गया हूं। उस दिन सुरूमि ने कई बार वर्गीज से संपर्क करने की कोशिश की।

जब संपर्क नहीं हुआ तो उसने कोच्चि पुलिस को गुमशुदगी की शिकायत की। बकौल सुरूमि,मेरा वर्गीज से संपर्क नहीं हो पा रहा था। पुलिस को पता चला कि उन्हें मेंटल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सुरूमि की छह महीने पहले प्रार्थन के दौरान वर्गीज से मुलाकात हुई थी। उसे वर्गीज से प्यार हो गया। शनिवार रात सुरूमि अस्पताल पहुंची और वर्गीज को रिहा करने की मांग की। अस्पताल के सहायक मैनेजर डॉक्टर मेगी मैथ्यूज ने बताया कि वर्गीज के परिजनों ने बताया था कि वह पादरी है। विचित्र बर्ताव और विश्वास से भटकने के कारण उनके मानसिक मूल्यांकन की जरूरत है।

हमें उस दिन वर्गीज के महिला से रिलेशनशिप के बारे में जानकारी नहीं दी गई थी। जब हमने परिजनों से वर्गीज को अस्पताल से ले जाने के लिए कहा तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। हम किसी मुसीबत में नहीं पड़ना चाहते थे। इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने वर्गीज को घर भेजने के लिए पुलिस से मदद मांगी। इसके बाद वर्गीज सामान्य अस्पताल में भर्ती हो गए। वर्गीज ने आरोप लगाया कि मेंटल अस्पताल ने उन्हें लगातार बेहोशी की हालत में रखा। मेंटल अस्पताल के सहायक मैनेजर ने वर्गीज के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उन्हें शांत करने के लिए सिर्फ इंजेक्शन लगाया गया था। ऎसा सीमा में किया गया था।

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गुजरात में भारी बारिश,जनजीवन अस्त-व्यस्त



अहमदाबाद।प्रदेश के अधिकांश भागों में झमाझम बारिश का दौर जारी है। बुधवार से गुरूवार तक तीस जिलों की 216 तहसीलों में बारिश हुई है इसमें से सूरत जिले की चौर्यासी तहसील में सर्वाधिक 200 मिलीमीटर से अधिक बारिश दर्ज हुई है।
Heavy Rain in Gujarat
राज्य के वडोदरा, राजकोट, जामनगर समेत तमाम जगहों पर अच्छी बारिश हुई है। गुरूवार तक राज्य में औसतन 206 मिलीमीटर बारिश हो गई जो मौसम की 26 फीसदी है। भारी बरसात को देखते हुए राज्य में स्कूलों में गुरूवार को अवकाश घोçष्ात कर दिया गया।

अहमदाबाद शहर में अच्छी बारिश के चलते अनेक इलाकों में पानी भर गया। जिससे ट्रैफिक बाधित हुआ वहीं पूर्व क्षेत्र के अनेक स्कूलों में अवकाश जैसा माहौल रहा। रात को हुई झमाझम बारिश से शहर में तीन अंडरब्रिजों में पानी भरने के कारण यातायात को बंद करना पड़ा। जगह-जगह पानी भरने से महानगर पालिका की प्री-मानसून योजना भी विफल नजर आई। सौराष्ट्र में कई नदियां उफान पर हैं।

सुरेंद्र नगर में 6 इंच वष्ााü
सुरेंद्रनगर में बुधवार रात से गुरूवार तक 6 इंच पानी गिरा है। इसके अलावा लख्तर में पांच इंच वर्षा दर्ज की गई है। गिर सोमनाथ जिले में भी वर्षा जारी है। जूनागढ जिले में शाम तक भेसांण और माणावदर में चार चार इंच, वंथली और विसावदर में तीन तीन इंच, जूनागढ शहर में पौने तीन इंच तथा केशोद, माçलया गिर तलहटी क्षेत्र में खोडियार धूणा, दामोदर कुंड, सोनरख नदी व नारायण धरो नदियों में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। शहर के अंबिका चौक में एक जर्जरित आवास टूट गया।

वडोदरा में पांच इंच
वडोदरा शहर में बुधवार रात से शुरू हुई बारिश गुरूवार शाम तक चली। इस दौरान करीब पांच इंच बारिश होने की खबरें हैं। शहर भर में पानी जमा हो गया। उधर नागरवाडा क्षेत्र में सौ वर्ष पुराना वृक्ष धाराशायी हो गया। हालांकि इसमें किसी के हताहत होने की खबरें नहीं हैं। गुरूवार को दिनभर बारिश का दौर रहा। जिससे निचले इलाकों में पानी भर गया। शहर की अनेक शालाओं में पानी भरने के कारण विद्यार्थियों की संख्या काफी कम थी। तेज बारिश के कारण मनपा की बारिश पूर्व तैयारियों की भी पोल खुलती नजर आई। जिले में अच्छी बारिश के कारण किसानों में खुशी नजर आई। बारिश के कारण विश्वमित्री नदी की सपाटी चौदह फीट पर पहुच गई। शहर एवं जिले के तमाम तालाबों पानी की आवक हुई है।


सौराष्ट्र में पानी-पानी
सौराष्ट्र में राजकोट सहित जूनागढ, भावनगर, सुरेंद्र नगर, गिर सोमनाथ, में बारिश का दौर जारी है। जिले के जसदण, गोंडल, विंछिया, जेतपुर, धोराजी, उपलेटा, कोटड़ा सांगाणी व लोधिका सहित सभी तहसीलों और गांवों में अच्छी वर्षा से किसानो के चेहरे पर मुस्कान आ गई है। भावनगर के गौरी कुंड़ खोडियार तालाब का जल स्तर भी 33 फीट तक पहुंच गई है।

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शिक्षक भर्ती का खुला रास्ता, बोर्ड ही कराएगा परीक्षा -

अजमेर। राज्य में शिक्षक भर्ती सह पात्रता परीक्षा की जिम्मेदारी माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को सौंपी गई है।
rajasthan board to organise teacher requirements exam

राज्य सरकार ने अब तक आरटेट की परीक्षा कराते आ रहे शिक्षा बोर्ड को ही नई परीक्षा "रिक्रूटमेंट कम एलिजिबिलिटी एक्जॉम फॉर टीचर्स" (रीट) की तैयारियां प्रारंभ करने के लिए कह दिया है। इसके साथ ही राज्य में पिछले डेढ़ साल से बंद पड़ी शिक्षक भर्ती का रास्ता भी खुल गया है।

सरकार ने बजट घोषणा में राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (आरटेट) को समाप्त कर उसकी जगह रीट कराने की घोषणा की थी। इसके तहत शिक्षक भर्ती के लिए एक ही परीक्षा की व्यवस्था लागू की गई है। रीट की घोषणा के बाद से ही परीक्षा आयोजन एजेंसी पर संशय बना हुआ था।

गुरूवार को जयपुर में बोर्ड प्रशासन और राज्य के स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव नरेश गंगवार के साथ उच्च स्तरीय बैठक में रीट परीक्षा शिक्षा बोर्ड के माध्यम से कराने का फैसला किया गया। बैठक में शिक्षा बोर्ड सचिव अजयकुमार शुक्ला व एसीपी आर.के. भट्ट सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

सरकार वापस ले सकती है एसएलपी
आरटेट में विभिन्न वर्गो के लिए सरकार की ओर से दी गई कट ऑफ मार्क्स में रियायत का मसला फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। राज्य सरकार ने कट ऑफ मार्क्स रियायत पर उच्च न्यायालय के आदेशों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में विशेष अनुमति याचिका दायर कर रखी है।

न्यायालय में मामला लंबित होने की वजह से पिछले डेढ़ साल से राज्य में शिक्षक भर्ती नहीं हो पा रही है। इसी वजह से पिछले साल से आरटेट का भी आयोजन नहीं हो रहा। अब सरकार ने शिक्षक भर्ती प्रक्रिया नए सिरे से प्रारंभ करने के लिए विशेष अनुमति याचिका वापस लेने का मानस बनाया है।

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान के सचिव अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि रीट का आयोजन शिक्षा बोर्ड की ओर से कराना लगभग तय है। गुरूवार को इस संबंध में जयपुर में आयोजित बैठक में तैयारियां शुरू करने के निर्देश मिल गए हैं। रीट का विस्तृत कार्यक्रम शीघ्र बनाया जाएगा। - 

यौन संबंध से इनकार पर पति ने बना दी..

लंदन। अगली बार अगर आप पति को सेक्स के लिए मना कर रही हों, तो इसकी जांच अवश्य कर लें कि आपके आसपास कोई कागज तो नहीं।The husband took his wife's sexual rejection 'list

ऎसा इसलिए, क्योंकि यहां एक व्यक्ति ने पत्नी द्वारा सेक्स से मना करने की "तीन पंक्तियों में बंटी एक यौन अस्वीकृति" लिस्ट तैयार कर ली, जो यह दर्शाती है कि छह सप्ताह के दौरान उसकी पत्नी ने सेक्स को ना कहने के लिए क्या-क्या बहाने बनाए।

हफिंग्टन पोस्ट की रपट के मुताबिक, पहली पंक्ति ए में उसने तारीख, दूसरी पंक्ति बी में प्रतिçRया जबकि तीसरी पंक्ति सी में उसने पत्नी द्वारा सेक्स को ना कहने के लिए किए गए बहाने को नोट किया।

इस लिस्ट के मुताबिक वह व्यक्ति छह सप्ताह के दौरान 27 बार प्रयास करने के बावजूद केवल तीन बार ही सेक्स कर पाया।

यह लिस्ट रेडिट डॉट कॉम पर उपलब्ध है, हालांकि इसे अब लॉक पोस्ट में बदल दिया गया है।

इस पोस्ट पर उपयोगकर्ताओं की ढेर सारी प्रतिक्रियाएंआई हैं। कुछ पति के पक्ष में तो कुछ पत्नी के।

एक उपयोगकर्ता ने पोस्ट किया, "अगर कोई मुझे कई बार और बार-बार सेक्स से मना करे, तो मैं यही समझूंगा कि वह मुझे चाहती ही नहीं।"

एक अन्य उपयोगकर्ता ने लिखा, "यदि कोई सेक्स से मना करने के कारणों की लिस्ट बना ले, तो मैं उसके साथ तो बिल्कुल सेक्स नहीं करूंगी, बल्कि मैं तो उसका मुंह नोंच लूंगी।" - 

वृद्धा के साथ दरिंदगी, डायन बताकर गर्म सरियों से दागा -

आमेट। राजसमंद के टणका गांव में एक व्यक्ति ने दलित वृद्धा को डायन बताते हुए उसके शरीर को कई जगह सरिये से दाग दिया।
man torcher woman saying Witch in rajsamand rajasthan


दो दिन बाद पीडिता ने पुलिस थाने में पहुंचकर प्रकरण दर्ज कराया। पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। गुरूवार देर शाम कुंभलगढ़ पुलिस उप अधीक्षक माधुरी वर्मा ने घटनास्थल का मुआयना किया।

दिवेर थाना पुलिस के अनुसार 22 जुलाई की रात टणका निवासी 70 वर्षीय वृद्धा अपने घर में बैठी थी। वहां उसेक गांव का नरेन्द्र राजपूत पहुंचा और वृद्धा की चोटी पकड़कर अपने घर ले गया। नरेन्द्र ने डायन होने का आरोप लगाते हुए उलाहना दिया कि उसके टोने-टोटके की वजह से भैंस दूध नहीं दे रही।

इसी दौरान बीच बचाव के लिए कन्नीराम रैगर, रोशन, तेजा, चुन्नीदेवी, हगमीबाई, कमला आए लेकिन नरेन्द्र नहीं माना,दोनों पक्षों मारपीट हुई।

बाद में नरेन्द्र ने आग में लोहे का सरिया गर्म कर वृद्धा के शरीर को जगह-जगह से दाग दिया, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई।

दो दिन बाद पीडिता दिवेर थाने पहुंची। रिपोर्ट दर्ज कर दिवेर थाना प्रभारी योगेश चौहान घटनास्थल पर पहुंचे। प्रकरण की गंभीरता के मद्देनजर कुंभलगढ़ डीएसपी वर्मा भी गुरूवार शाम टणका पहुंची।

डीएसपी के नेतृत्व में गठित पुलिस दल ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिएग जगह-जगह दबिश दी पर उसका पता नहीं चल पाया।

आज भी भटक रहा है भगवान शिव का ये अवतार, यहां देता है दिखाई!

इन दिनों पवित्र श्रावण (सावन) मास चल रहा है। ये महीने भगवान शिव की भक्ति के लिए प्रसिद्ध है। यही उचित समय है भगवान शिव के चरित्र, स्वरूप व अवतारों के बारे में जानने का। धर्म ग्रंथों में भगवान शंकर के अनेक अवतारों का वर्णन भी मिलता है। उनमें से एक अवतार ऐसा भी है, जो आज भी पृथ्वी पर अपनी मुक्ति के लिए भटक रहा है। ये अवतार हैं गुरु द्रोणाचार्य के पुत्र अश्वत्थामा का। आज भी भटक रहा है भगवान शिव का ये अवतार, यहां देता है दिखाई!
द्वापरयुग में जब कौरव व पांडवों में युद्ध हुआ था, तब अश्वत्थामा ने कौरवों का साथ दिया था। महाभारत के अनुसार अश्वत्थामा काल, क्रोध, यम व भगवान शंकर के सम्मिलित अंशावतार थे। अश्वत्थामा अत्यंत शूरवीर, प्रचंड क्रोधी स्वभाव के योद्धा थे। धर्म ग्रंथों के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण ने ही अश्वत्थामा को चिरकाल तक पृथ्वी पर भटकते रहने का श्राप दिया था।


यहां दिखाई देते हैं अश्वत्थामा!

मध्य प्रदेश के बुरहानपुर शहर से 20 किलोमीटर दूर एक किला है। इसे असीरगढ़ का किला कहते हैं। इस किले में भगवान शिव का एक प्राचीन मंदिर है। यहां के स्थानीय निवासियों का कहना है कि अश्वत्थामा प्रतिदिन इस मंदिर में भगवान शिव की पूजा करने आते हैं। कुछ लोग तो यह दावा भी करते हैं कि उन्होंने अश्वत्थामा को देखा है, लेकिन इस दावे पर में कितनी सच्चाई है इस पर संदेह है।

यहां सबसे पहले पूजा करते हैं अश्वत्थामा!

किवदंती है कि असीरगढ़ के किले में स्थित तालाब में स्नान करके अश्वत्थामा शिव मंदिर में पूजा-अर्चना करते हैं। आश्चर्य की बात यह है कि पहाड़ की चोटी पर बने किले में स्थित यह तालाब बुरहानपुर की तपती गरमी में भी कभी सूखता नहीं। तालाब के थोड़ा आगे गुप्तेश्वर महादेव का मंदिर है। मंदिर चारों तरफ से खाइयों से घिरा है।

मान्यता है कि इन्हीं खाइयों में से किसी एक में गुप्त रास्ता बना हुआ है, जो खांडव वन (खंडवा जिला) से होता हुआ सीधे इस मंदिर में निकलता है। इसी रास्ते से होते हुए अश्वत्थामा मंदिर के अंदर आते हैं। स्थानीय रहवासियों का दावा है कि सुबह सबसे पहले अश्वत्थामा ही इस मंदिर में आकर शिवलिंग की पूजा करते हैं।

फेंगशुई में क्यों माना गया है बैंबू को लकी पौधा, ये हैं इसकी बड़ी खासियत

बांस एक बहुत उपयोगी हैं। इसका प्रयोग मकान, मकान की छतों, झोपडिय़ों व दीवारों के निर्माण में होता है। इससे चटाइयां और टोकरियां भी बनाई जाती हैं। जापान में इसको भीतर से साफ कर पानी की पाइप के रूप में भी प्रयोग करते हैं। विश्व के कई देशों में इसका सब्जी के रूप में भी प्रयोग होता है। इसकी शाखाएं दवाइयां बनाने के काम भी आती हैं। बांस के पौधे में एक साथ कई बांस समुह में उगते हैं। खैर बांस के इन गुणों से तो हम सभी परिचित हैं, लेकिन आजकल एक स्पेशल बैंबू प्लांट भी बाजार में उपलब्ध है। जिसे लकी बैंबू कहा जाता है। फेंगशुई में इसे पॉजीटिव एनर्जी का प्रतीक माना गया है।
फेंगशुई में क्यों माना गया है बैंबू को लकी पौधा, ये हैं इसकी बड़ी खासियत
बैंबू प्लांट की विशेषता- बैंबू को फेंगशुई में लकी माना गया है। दरअसल, बांस का पौधा शांति और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। यह परम ज्ञान का प्रतीक है। बांस का पौधा खोखला होता है। इसीलिए इसके माध्यम से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह पूरे घर में होता है। यदि किसी के बगीचे में बांस का पौधा बहुत अच्छे से फल-फूल रहा हो वह बहुत लकी होता है।
बैंबू को घर व ऑफिस में लगाया जाता है। इस पौधे को सूरज की सीधी रोशनी की जरूरत नहीं पड़ती है।

इसे ज्यादा रखरखाव और देखभाल की भी जरूरत नहीं होती। पूरे साल में यह पौधा तीन-चार इंच ही बढ़ता है। यह पौधा नॉन टॉक्सिक है और बच्चों व पालतू जानवरों के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है। फेंगशुई मान्यता है कि ड्रेसीना सेडेंरियाना नामक यह पौधा घर में लगाने से बेड लक दूर होता है। वास्तु के अनुसार यह पौधा धातु, अग्नि, जल, पृथ्वी, आकाश, वायु और जंगल के तत्वों में संतुलन पैदा करता है।