तिरूअनंतपुरम। केरल के 29 साल के कैथोलिक पादरी को परिवार वालों ने जबरन पागलखाने में भर्ती कराया दिया। परिजनों का कहना है कि विश्वास से भटकने और विचित्र बर्ताव के कारण उन्हें मानसिक अस्पताल में भर्ती कराया गया है,जहां उनका मानसिक मूल्यांकन कराया जाएगा।
एक अंग्रेजी समाचार पत्र की रिपोर्ट के मुताबिक पादरी का मुस्लिम युवती से अफेयर चल रहा था। मुस्लिम युवती ने दो साल पहले ईसाई धर्म ग्रहण कर लिया था। वह पादरी से शादी करना चाहती थी। पादरी को उस वक्त अस्पताल से रिहा किया गया जब उसकी 22 वर्षीय गर्लफ्रेंड सुरूमी अस्पताल पहुंची और विरोध किया। पादरी वर्गीज जैन कैथोलिक कांग्रेगेशन रोगेशनलिस्ट्स के सदस्य हैं। वर्गीज और सुरूमी की दिक्कतें कोट्टायम और एर्नाकुलम से शुरू हुई जब दोनों ने शादी के लिए 31 मई को कोच्चि के रजिस्ट्रार ऑफिस में मैरिज ऑफिसर से संपर्क किया।
जब वर्गीज पिछले हफ्ते दफ्तर लौटे तो उन्हें बताया गया कि वाईकोम में उनके परिवार ने शादी का विरोध किया है। वर्गीज ने बताया कि वह पागल नहीं है। बकौल वर्गीज,मैं यह पता करने अपने घर गया था कि परिवार वाले शादी का विरोध क्यों कर रहे हैं? मेरे माता-पिता और रिश्तेदारों ने कहा कि वे मेरी शादी के खिलाफ हैं। उन्होंने मुझे बताया कि वे मुझे पादरी के रूप में ही देखना चाहते हैं। मैं सुरूमी के साथ रिलेशनशिप में हूं। पादरी के रूप में काम करने का सवाल ही नहीं उठता।
वर्गीज को पिछले साल विधिवत रूप से पादरी बनाया गया था। वर्गीज को 10 जून को धार्मिक आदेश के जरिए निलंबित किया गया था। वर्गीज ने बताया कि परिजन उन्हें थोडुपुझा के सेक्रेड हार्ट मेंटल अस्पताल ले गए। उनकी अनिच्छा के बावजूद अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। अस्पताल कैथोलिक नंस चलाती हैं। परिजनों ने यह कहते हुए वाइकोम के स्थानीय पादरी के इलाके से पत्र प्राप्त किया कि मैं विश्वास से भटक गया हूं। उस दिन सुरूमि ने कई बार वर्गीज से संपर्क करने की कोशिश की।
जब संपर्क नहीं हुआ तो उसने कोच्चि पुलिस को गुमशुदगी की शिकायत की। बकौल सुरूमि,मेरा वर्गीज से संपर्क नहीं हो पा रहा था। पुलिस को पता चला कि उन्हें मेंटल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सुरूमि की छह महीने पहले प्रार्थन के दौरान वर्गीज से मुलाकात हुई थी। उसे वर्गीज से प्यार हो गया। शनिवार रात सुरूमि अस्पताल पहुंची और वर्गीज को रिहा करने की मांग की। अस्पताल के सहायक मैनेजर डॉक्टर मेगी मैथ्यूज ने बताया कि वर्गीज के परिजनों ने बताया था कि वह पादरी है। विचित्र बर्ताव और विश्वास से भटकने के कारण उनके मानसिक मूल्यांकन की जरूरत है।
हमें उस दिन वर्गीज के महिला से रिलेशनशिप के बारे में जानकारी नहीं दी गई थी। जब हमने परिजनों से वर्गीज को अस्पताल से ले जाने के लिए कहा तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। हम किसी मुसीबत में नहीं पड़ना चाहते थे। इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने वर्गीज को घर भेजने के लिए पुलिस से मदद मांगी। इसके बाद वर्गीज सामान्य अस्पताल में भर्ती हो गए। वर्गीज ने आरोप लगाया कि मेंटल अस्पताल ने उन्हें लगातार बेहोशी की हालत में रखा। मेंटल अस्पताल के सहायक मैनेजर ने वर्गीज के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उन्हें शांत करने के लिए सिर्फ इंजेक्शन लगाया गया था। ऎसा सीमा में किया गया था।
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