बाड़मेर जैसलमेर तीन स्थानो पर इक्कीस को होगा पुनर्मतदान
बाड़मेर गुरूवार को सम्पन हुए लोकसभा चुनावो में कुछ स्थानो पर गड़बड़ियों के कारण तीन स्थानो पर पुनर्मतदान होगा , अधिकारी ने बताया की बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र के बांकसार ,शिव विधानसभा क्षेत्र के पुंजराज का पार और जैसलमेर विधानसभा के भागु का गांव में पुनर्मतदान इक्कीस अप्रैल को होगा ,
मुस्लिम मतदाताओ ने तय किया बाड़मेर सांसद ?
बाड़मेर गुरुवार को सम्पन हुए लोकसभा चुनावो में बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा क्षेत्र में दुनिआ भर की नज़ारे लगी हुई थी। सरहद पार पाकिस्तान से निर्दलीय प्रत्यसि जसवंत सिंह के पक्ष में समर्थन आने की चर्चाओं के बीच सभी की नज़ारे मुस्लिम मतों पर टिकी हैं। इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले में मुस्लिम मतदाता निर्णायक माने जाते हैं,
बाड़मेर जैसलमेर क्षेत्र में कोई साढ़े तीन लाख सिंधी मुस्लिम मतदाता हैं। जिनकी डोर अलग अलग क्षेत्रो में उनके प्रभावी नेताओ के पास हैं ,चौहटन में अब्दुल हादी परिवार ,शिव में अमिन खान और जैसलमेर में गाज़ी फ़क़ीर परिवार ,साढ़े तीन लाख मतों का ध्रुवीकरण किसके पक्ष में हुआ यह देखने की बात हैं क्यूंकि जसवंत सिंह का इस क्षेत्र में चुनाव लड़ने मुख्य कारन मुस्लिम मतदाता हैं ,मुस्लिम समाज पर जसवंत सिंह परिवार की बेहतरीन पकड़ हैं ,मुस्लिमो के एकल मुश्त वोट जसवंत सिंह को पड़े हो ऐसा कहा जा रहा हैं मगर जैसलमेर के सैम पंचायत समिति के कुछ बूथों पर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के मुस्लिम धर्म गुरु गाज़ी फ़क़ीर पर दबाव के चलते दस से बीस फीसदी मुस्लिम मत भाजपा में जाने की बात कही जा रही हैं ,मुख्यमंत्री ने गाज़ी फ़क़ीर पर ज़बरदस्त दबाव बनाया ऐसा चर्चा में हैं इसके बावजूद मुस्लिम समाज के सत्तर से अस्सी फीसदी मत जसवंत के पक्ष में जाने की बात कही जा रही हैं। सम क्षेत्र के मोहम्मद करीम ने बताया की मतदान से पूर्व हमारे पास जसवंत सिंह को वोट देने की सूचना थी मगर मतदान के एक दिन पूर्व गाज़ी फ़क़ीर खुद कुछ मुस्लिम गाँवों में पहुंचे तथा मुख्यमंत्री के दबाव का हवाला देते हुए कुछ मत भाजपा को देने को कहा ज्यादा तो नहीं कुछ वोट भाजपा को गए हैं तो कुछ जगहों पर कांग्रेस प्रत्यासी हरीश चौधरी को मुस्लिम मत मिले हैं जसवंत को अधिकांश मुस्लिम मत मिले हैं।
जैसलमेर में मुस्लिम वर्ग के साथ से सतर फीसदी मुस्लिम जसवंत के पक्ष में दिखे वाही शिव विधानसभा क्षेत्रो में तीन चार बूथों को छोड़ दे तो मुस्लिम मतदाता जसवंत सिंह के प्रति लामबंद थे। पूर्व मंत्री अमिन खान के प्रभाव और उनके गाँव के नज़दीक बूथों पर हरीश चौधरी को मत मिलने की बात कही जा रही हैं। गगरिया ,गडरा ,हरसाणी और आन्तरा , नेगरड़ा में जसवंत का जोर रहा। चौहटन में मुस्लिम मतदाता खुल कर जसवंत के समर्थन में बताये जा रहे हैं ,तो बालोतरा के नवोड़ा बेर ,सहित पटौदी क्षेत्र के मुस्लिम भी जसवंत सिंह के साथ खड़े दिखे ,शहरी क्षेत्र में मुस्लिम तेली ,कोतवाल ,मांगणियार ,आदि मतदाता जसवंत के साथ थे ,
जसवंत सिंह ,करनाल सोनाराम और हरीश चौधरी में से वो ही जीतेगा जिनके पक्ष में मुस्लिम मत गए।
जैसलमेर। जैसलमेर जिले में गुरूवार रात्रि बारिश व बिजली की भारी गड़गड़ाहट के साथ आए तेज अंधड़ से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। जैसलमेर सहित समूचे जिले में कई पेड़ धराशाही हो गए, वहीं घरों, दुकानों व बाजारों में लगे होर्डिग व छप्परे भी उड़ गए। तेज अंधड़ में कई पक्षी भी काल का ग्रास बन गए।
गुरूवार रात्रि में एकाएक बदले मौसम के मिजाज के बाद आए अंधड़ से शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में काफी नुकसान हुआ। जैसलमेर के अंबेडकर कॉलोनी, जवाहर अस्पताल, नगरपरिषद मार्ग रोड, बाड़मेर रोड, शिव रोड सहित कईस्थानों पर पेड़ धराशाही हो गए, जिससे आवागमन बाधित हो गए। घरों, होटलो व व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर लगे छप्परे भी अंधड़ में उड़ गए। बेमौसम आए तेज अंधड़ व बारिश के कारण जिले मे खेतों में खड़ी व रखी फसलों की भी बर्बादी हुई जिससे करोड़ो रूपए का नुकसान हुआ।
विद्युत तंत्र को झटका
जिले भर में कई जगह बिजली के टावर भी गिर गए व बिजली की लाइने भी जमीन पर टूट कर गिर गई, जिससे बिजली की आपूर्ति भी ठप हो गई। जैसलमेर मे डिस्कॉम के 33 केवी जीएसएस से जुड़े कई विद्युत पोल धराशाही होने से विद्युतापूर्ति ठप हो गई। इसके अलावा देवीकोट, फतेहगढ़, तेजमालता सहित कई गांवों में बिजली की आपूर्ति ठप हो गई, वहीं जैसलमेर शहर में कई कई जगह बिजली के तार टूटने से विद्युतापूर्ति ठप हो गई।
कनोई, सम व खुहड़ी में उडे टेंट
जैसलमेर जिले के सम, कनोई व खुहड़ी में पर्यटन व्यवसासियो की ओर से लगाए गए टेंट भी तेज अंधड़ की भेंट चढ़ गए। इस दौरान दर्जनों टेंट खराब हो गए। अंधड़ के कारण शहर में कई जगह दीवारें भी धराशाही हो गई। उधर, अंधड़ के साथ आई बारिश के कारण जैसलमेर के ऑफिसर्स चौराहा मार्ग, एयरफोर्स रोड, रेलवे स्टेशन रोड सहित कई स्थानों पर पानी जमा हो गया, जिससे वाहनों को आवाजाही में दिक्कतें झेलनी पड़ी।
चुनाव ड्यूटी में लगे कार्मिक भी परेशान
तेज अंधड़ के साथ हुई बारिश के कारण मतदान प्रक्रिया के बाद एसबीके कॉलेज में मतपेटियां जमा कराने पहुंची टीमों को असुविधा झेलनी पड़ी। यहां रात्रि में तेज अंधड़ के कारण कॉलेज परिसर में लगाए टेंट भी उखड़ गए और कार्मिकों को परेशानी झेलनी पड़ी। ज्यो ही टीमे गुरूवार रात्रि को कॉलेज पहुंची तो अचानक आए अंधड़ से अफरा-तफरी मच गई। हालांकि देर रात तक मतदान प्रक्रिया से संबंधित पेटियां जमा की गई, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी ओर दिन भर थकान से चूर कार्मिको को अपने घर अपने गंतव्य स्थान लौटने मे काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा।
दीवार ढहने से युवक व युवती की मौत
पोकरण. लाठी थानाक्षेत्र के जावंध नई गांव में एक खेत में निर्माणाधीन मकान की दीवार ढह जाने से एक युवक व युवती की मौत हो गई। थानाधिकारी वीरसिंह ने बताया कि जावंध नई गांव में हकीमखां पुत्र जुसुबखां के नलकूप पर पाली जिले के डिगरना निवासी रामचरण का परिवार किसान के रूप में कार्य करता है। गुरूवार रात परिवार के सदस्य नलकूप पर एक निर्माणाधीन मकान की दीवार के ओट में बैठे थे। तभी दस बजे आए तेज चक्रवाती तूफान व बारिश के थपेड़ों से मकान की दीवार गिर गई।
दीवार की ओट में बैठे रामचरण (35) पुत्र तुलछाराम व उसके छोटे भाई राजूराम की पत्नी सुशीला (30) दीवार से गिरे मलबे के नीचे दब गए। जिन्हें तत्काल जैसलमेर राजकीय अस्पताल ले जाया गया। यहां दोनों ने रात्रि में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। घटना की जानकारी मिलने पर मुख्य आरक्षक आदाराम मय जाब्ता घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की तथा शुक्रवार को सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द किए। -
बाड़मेर। सोलहवीं लोकसभा के चुनाव में गुरूवार को हुए मतदान ने पिछले सारे रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया। बाड़मेर संसदीय क्षेत्र प्रदेश में दूसरे स्थान पर रहा है। देश में क्षेत्रफल के लिहाज से दूसरा बड़ा संसदीय क्षेत्र बाड़मेर प्रदेश में मतदान के मामले में दूसरे स्थान पर रहा। बाड़मेर संसदीय क्षेत्र में 72.43 प्रतिशत मतदान हुआ।
संसदीय क्षेत्र में शामिल आठ विधानसभा क्षेत्रों में महिलाओं ने सर्वाधिक मतदान शिव क्षेत्र में 78.68 प्रतिशत किया। बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक 77.53 फीसदी पुरूषों ने मताधिकार का उपयोग किया। क्षेत्र में मताधिकार का उपयोग करने के मामले में सबसे फिसड्डी सिवाना विधानसभा क्षेत्र रहा। यहां 60.90 पुरूषों और 60.35 फीसदी महिलाओं ने मतदान किया है।
विधानसभा वार आंकड़ों पर नजर डाले तो बायतु में 77.24 फीसदी पुरूषों और 78.62 महिलाओं ने ,शिव में 76.65 पुरूषों ने और 78.68 महिलाओं ने,बाड़मेर में 77.53 पुरूषों और 74.29 महिलाओं,जैसलमेर में 76.57 फीसदी पुरूषों और 73.03 महिलाओं,चौहटन में 73.89 पुरूष और 71.52 फीसदी महिलाओं,गुड़ामालानी में 74.39 फीसदी पुरूषों व 70.37 प्रतिशत महिलाओं ,पचपदरा में 67.59 फीसदी पुरूषों व 66.97 प्रतिशत पुरूषों एवं सिवाना में 60.35 पुरूषों और 60.90 प्रतिशत महिलाओं ने मताधिकार का उपयोग किया।
शिव व बायतु में मामूली अन्तर
आठ विधानसभा क्षेत्रों में सर्वाधिक मतदान बायतु क्षेत्र में 77.89 सर्वाधिक और दूसरे स्थान पर शिव रहा। यहां 77.59 फीसदी मतदान हुआ। बाड़मेर में 76.02,जैसलमेर में 74.93, चौहटन में 72.79, गुड़ामालानी में 72.50,पचपदरा में 67.30 और सिवाना में 60.61 फीसदी मतदान हुआ।
वोटर स्लीप का सर्वाधिक उपयोग बायतु में
चुनाव में मतदाताओं को घर-घर तक इस बार बीएलओ के माध्यम से वोटर स्लीप पहुंचाई गई। इसका उपयोग सर्वाधिक बायतु क्षेत्र के मतदाताओं ने किया। बायतु क्षेत्र के 92.63 फीसदी मतदाता वोटर स्लीप लेकर मतदान केन्द्रों पर मताधिकार का उपयोग करने पहुंचे । क्षेत्र में सर्वाधिक कम वोटर स्लीप उपयोग करने का रिकार्डबाड़मेर विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं के नाम रहा। यहां के 85.14 फीसदी मतदाताओं ने वोटर स्लीप का उपयोग किया।
मतदाता परिचय पत्र का सर्वाधिक उपयोग जैसलमेर में
क्षेत्र में मतदाता परिचय पत्र का सर्वाधिक उपयोग जैसलमेर विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं ने किया। यहां 13.60 फीसदी मतदाता मतदाता परिचय पत्र लेकर पहुंचे। सबसे कम पचपदरा विधानसभा क्षेत्र के मतदाता लेकर आए। यहां के 6.01 मतदाता परिचय पत्र लेकर आए। इसी तरह चुनाव आयोग द्वारा मान्य अन्य दस्तावजों का उपयोग भी पचपदरा के मतदाताओं ने सर्वाधिक 2.29 फीसदी ने किया। सबसे कम 0.76 फीसदी बायतु के मतदाताओं ने किया।
बाड़मेर कल हुए चुनावो के दौरान फर्जी मतदान के लिए आये भाजपा समर्थको को रोकने पर भाजपा समर्थको ने आधा दर्जन से अधिक मतदान केन्द्रो के बहार अन्य दलों के समर्थको से भीड़ गए जिसमे चार से अधिक लोग घायल हो गए ,दो स्थानो पर भाजपा समर्थको द्वारा रिवाल्वर तनने की शिकायते प्रशासन को मिली हैं। सूत्रानुसार कानोड़ गाँव के एक बूथ पर मतदान समाप्ति से चंद मिनट पहले फर्जी मतदान के इरादे से आये भाजपा समर्थको को ग्रामीणो द्वारा रोके जाने पर युवको द्वारा धारदार हथियारों से हमला कर दिया जिसमे तीन युवक गंभीर घायल हो गए चार अन्य को मामूली चोटें आई ,इसी तरह बायतु के एक बूथ पर दलित युवक की पिटाई करने ,नेहरू की ढाणी ,और भुरटिया ने कांग्रेस भाजपा के समर्थको के बीच रिवाल्वर तानने ,रामदेरिया के एक बूथ पर मूल सिंह नमक एजेंट के साथ मारपीट ,सांभरा पचपदरा में भाजपा समर्थको द्वारा मतदान केंद्र पर लगे सरकारी कर्मचारी भट्टराम भील के साथ हाथा पाए ,भाडखा भीमड़ा रोड पर भाजपा समर्थको द्वारा नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष बलराम प्रजापत पर कातिलाना हमला किया गया। जिले भर से छूट पुट घटनाओ के भी समाचार हैं ,कानोड़ में इस हमले के विरोधः में शुक्रवार को कानोड़ बंद रखा गया साथ ही ग्रामीणो ने बैठक कर आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की ,इधर जिला मुख्यालय पर भाडखा और कानोड़ में जसवंत सिंह समर्थको पर हुए हमले की निंदा और आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग को लेकर अहम बैठक आयोजित की गयी ,जिसमे प्रशासन पर सरकारी दबाव में काम करणे का आरोप भी लगाया गया।
बाड़मेर उम्मीदवारों का ई वी एम में भाग्य हुआ बंद ,हार जीत पर चर्चाए शुरू बाड़मेर लोक सभा चुनावो में राजस्थान की सबसे चर्चित बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा सीट पर गुरूवार को चुनाव सम्पन हुए ,सभी ग्यारह उम्मीदवारों का भाग्य मशीनो में बंद हो गया .बाड़मेर जैसलमेर की जनता ने लोकतंत्र के इस पर्व के प्रति अपनी गहरी आस्था जताई बड़ी संख्या में मतदान अपनी सरकार चुनने के लिए किया .बाड़मेर जैसलमेर सीट पर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे पूर्व वित्त विदेश मंत्री जसवंत सिंह ने इसे दुनिआ की चर्चित सीट . नरेंद्र मोदी की लहर को रेगिस्तानी धोरो ने थाम लिया .बाड़मेर जैसलमेर में 73 फीसदी मतदाताओ ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया जिसमे 653938 पुरुष मतदाता तथा 561918 महिला मतदाताओ ने वोट डाले .कुल 1215856 मतदाताओ ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया .बाड़मेर विधान सभा क्षेत्र में 161460 ,बायतु में148289 ,शिव में 177069,जैसलमेर में चौहटन में 166475,गुडा मालानी 144910,पचपदरा में 136446,सिवाना में 130302 मतदाताओ ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। मतदाता खामोश जातिगत आंको में उलझे समीकरण लोकसभा चुनावो में मतदान के दौर सियाय मतदान केन्द्रो के अन्य जगह ख़ामोशी थी ,वोटो को लेकर कुछ विधानसभा क्षेत्रो में खासा उत्साह देखा गया तो कुछ स्थानो पर ख़ामोशी ,जातिगत बाहुल्य क्षेत्रो में अपने अपने उम्मीदवारों को लेकर खासी चहल पहल , वाही कुछ स्थानो पर मतदाता ख़ामोशी से वोट देकर रवाना हो गए ,वोट किसको दिया इस पर चर्चा करना भी वो मुनासिब नहीं समझता। मुस्लिम मेघवाल वोटो पर नज़र मतदान के बाद तीनो उमीदवार भाजपा के करनाल सोनाराम ,कांग्रेस के हरीश चौधरी और निर्दा;लिय जसवंत सिंह के समर्थक जातिगत आंकड़ों में उलझे हैं ,मुस्लिम मतों पर सबकी नज़र हैं मोटे टायर पर मुस्लिम मत जसवंत सिंह और कांग्रेस के हरीश चौधरी में बंटे हैं इक्का दुक्का वोट सोनाराम को आने की उम्मीद हैं वाही मेघवाल मत तीनो में गए हैं ,जाट वोट करनाल सोनाराम और हरीश चौधरी के बीच बंटे हैं वाही राजपूत वोट एक मुश्त जसवंत सिंह को मिलाने की उम्मीद जताई जा रही हैं भाजपा उम्मीदवार को भीतरघात का ख़तरा सता रहा हैं वाही हरीश चौधरी इतना प्रयास कर रहे थे की जमानत बच जाये ,करनाल सोनाराम की हर जीत मूल ओ बी सी के वोटर तय करेंगे साथ ही जैन समाज ,विश्नोई ,माली , निर्दलीय के पक्ष में दिखे। समर्थक जोड़ तोड़ कर आंकड़ा जीत तक पहुंचा रहे हैं। अलबत्ता बाड़मेर जैसलमेर की जनता ने दिल खोल कर वोट दिए। कई स्थानो पर फर्जी मतदान भी जमकर हुआ।
जयपुर। लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में राजस्थान की 20 लोकसभा सीटों पर मतदाताओं ने रेकार्ड मतदान किया। राज्य में छिटपुट घटनाओं को छोड़ मतदान शांतिपूर्ण तरीके से हुआ। राज्य में करीब 65 फीसद मतदान होने का अनुमान है। बाड़मेर सीट पर भी भारी मतदान से उम्मीदवारों के समीकरण गड़बड़ा गए हैं।
राज्य में गुरुवार को 25 लोकसभा सीटों में से 20 पर मतदान हुआ। राज्य में बाकी पांच लोकसभा सीटें अति संवेदनशील मानी गई है और वहां 24 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। बाड़मेर सीट पर भी रेकार्ड मतदान हुआ। इस सीट पर भाजपा के बागी वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह भी मैदान में है। बाड़मेर में जसवंत का मुकाबला भाजपा के सोनाराम के साथ ही कांग्रेस के हरीश चौधरी से है। तिकोने संघर्ष के कारण ही बाड़मेर में भारी मतदान हुआ। बाड़मेर के अलावा श्रीगंगानगर, बीकानेर, चूरू, झुंझुनूं, सीकर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर शहर, अजमेर, नागौर, पाली, जोधपुर, जालोर, उदयपुर, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ, राजसमंद, भीलवाड़ा, कोटा और झालावाड़ संसदीय सीटों पर वोट डाले गए। कांग्रेस और भाजपा के सीधे मुकाबले वाले इस चुनाव में करीब आधा दर्जन सीटों पर दमदार निर्दलीय उम्मीदवारों ने संघर्ष को तिकोनी लड़ाई में बदल दिया है।
निर्वाचन विभाग के अनुसार 20 सीटों पर 239 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं। कांग्रेस और भाजपा ने इन सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार मैदान में उतारे है। इन सीटों पर करीब 15 दिन तक चले प्रचार अभियान के दौरान दोनों दलों ने एक दूसरे पर जम कर आरोप-प्रत्यारोप के दौर चलाए। इन 20 सीटों में से 16 पर अभी कांग्रेस का कब्जा है। भाजपा के पास चार सीटें
है। इस बार तीन पूर्व केंद्रीय मंत्रियों ने अपने दलों से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ा। इनमें बाड़मेर सीट पर जसवंत सिंह, जालोर में बूटा सिंह और सीकर में सुभाष महरिया हैं। इनके अलावा कांग्रेस की तरफ से अजमेर में केंद्रीय मंत्री सचिन पायलट, चितौड़गढ में गिरिजा व्यास और जोधपुर में चंद्रेश कुमारी की किस्मत भी गुरुवार को वोटिंग मशीन में बंद हो गई। कांग्रेस के महासचिव सीपी जोशी का जयपुर ग्रामीण में भाजपा के राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के साथ कड़ा मुकाबला राजनीतिक दलों में कौतूहल का विषय रहा।
भाजपा की तरफ से मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बेटे दुष्यंत सिंह झालावाड़ में कांग्रेस के पूर्व मंत्री प्रमोद जैन से जूझ रहे हैं। भाजपा ने अजमेर में सचिन पायलट को टक्कर देने के लिए अपने मंत्री सांवरलाल जाट को मैदान में उतार कर सीट छीनने की रणनीति पर काम किया।
निर्वाचन विभाग के अनुसार प्रदेश में मतदान के दौरान कहीं भी अप्रिय घटनाएं नहीं हुई। अजमेर संसदीय क्षेत्र में दो तीन इलाकों में मामूली बात को लेकर कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं में मारपीट की घटनाएं हुई। प्रशासन और पुलिस के आला अफसरों ने मौके पर पहुंच कर हालात को काबू किया। कोटा में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बोगस मतदाताओं को लेकर शिकायत की। इस पर जिला निर्वाचन अधिकारी ने पड़ताल कर इसे गलत करार दिया और कहा कि सभी योग्य मतदाताओं को मतदान करने दिया गया है। कई मतदान केंद्रों पर वोटिंग मशीन में तकनीकी गड़बड़ी की शिकायतें सामने आई। इसके चलते ही मतदान की प्रक्रिया में बाधा पहुंची। इसके अलावा कुछ जगहों पर मतदाताओं ने मतदान का बहिष्कार करने की सूचना भी है।
एक शादीशुदा महिला को सात साल के एक बच्चे से रेप के आरोप में पांच साल कैद की सजा सुनाई गई है। 24 वर्षीय गुगुलेथु कुबे ने कक्षा दो में पढ़ने वाले छात्र को पेंसिल और रबर देने के बहाने अपने पास बुलाया था। जिसके बाद उसने बच्चे के पैंट उतार दी और उससे सेक्स करने को बोला। अभियोजन पक्ष के वकील ने बताया कि इस मामले के बारे में तब पता चला जब लड़का अपने स्कूल में बच्चों के साथ गंदी हरकतें करने लगा। जब उससे पूछा गया तो उसने बताया कि कुबे ने उससे सिखाया था कि अपने प्राइवेट पार्ट का इस्तेमाल कैसे करना है।उस पीडित की दादी ने आरोपी महिला के खिलाफ पुलिस से शिकायत की, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। यह घटना जिम्बाब्वे की राजधानी बुलावायो की है।
जौनपुर। आमतौर पर बारात दुल्हन के घर जाती है लेकिन यहां एक दुल्हन बारात लेकर ससुराल गई और पति के साथ सात फेरे लेने के बाद बाराती तो वापस चले गए लेकिन वह अपने ससुराल में ही रह गई।
यह वाकया उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के बरसठी क्षेत्र के घनापुर गांव का है। गांव के पूर्व प्रधान महेन्द्र यादव का पुत्र अरूण कुमार यादव बीएससी आईटी की डिग्री प्राप्त कर इलाहाबाद जिले के हंडिया एनआईटी कालेज में प्रवक्ता के पद पर कार्यरत है। इन्हें पता चला कि जिले के ही मुंगराबाद शाहपुर क्षेत्र के फत्तूपुर कलां गांव के कृपा शंकर यादव की पुत्री निशा यादव बीएससी आईटी की डिग्री प्राप्त की है तो महेन्द्र यादव ने लड़की के पिता से विवाह का प्रस्ताव रखा।
लड़की और उसके पिता ने प्रस्ताव स्वीकार कर शर्त रखी कि बारात लड़का नहीं लड़की लेकर आएगी। बस क्या था दुल्हन के रूप में सजी संवरी निशा गुरूवार को बाजे-गाजे के साथ बारात लेकर अपने पति के घर आई और वहां पर धूमधाम से शादी हुई।
बारातियों का स्वागत लड़की के ससुराल वालों ने किया। लड़के के दादा सुभाष यादव कटवार इण्टर कालेज के अवकाश प्राप्त प्रधानाचार्य हैं। उन्होंने कहा कि "दुल्हन ही दहेज है।" इसी स्लोगन को अपनाते हुए उन्होने अपने पौत्र अरूण कुमार यादव की शादी अपने ही घर पर धूमधाम से की।