शुक्रवार, 28 सितंबर 2012

राजस्थानी महज भाषा नहीं हमारी संस्कृति और पहचान हें..कविया

राजस्थानी भाषा समिति की समीक्षा बैठक संपन


,राजस्थानी महज भाषा नहीं हमारी संस्कृति और पहचान हें..कविया

बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर के तत्वाधान में शुक्रवार को समिति के संस्थापक लक्ष्मण दान कविया की के मुख्य आतिथ्य और कवि कृष्ण कबीर की अध्यक्षता में कार्यसमिति की बैठक का आयोजन डाक बंगलो में किया गया ,बैठक में संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी , इन्द्र प्रकाश पुरोहित ,रणवीर भादू ,रिड़मल सिंह दांता ,शेर सिंह भुरटिया महेश दादानी ,,पुरुषोतम अग्रवाल ,दीप सिंह रन्धा ,जिला सहसंयोजक नरेश देव सारण ,रघुवीर सिंह तामलोर ,रहमान जायादू विजय कुमार ,,अशोक सारला ,दुर्जन सिंह गुडीसर ,रमेश गौड़ ,दिनेश दवे ,आवड सिंह सोढा ,भोम सिंह बलाई ,विजय सिंह खारा ,दिनेशपाल सिंह लखा ,जीतेन्द्र फुलवारिया ,खान मोहम्मद ,सामाराम सारला ,सुरेश जांगिड ,तेजाराम हुड्डा सहित कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे ,स्थानीय डाक बंगलो में राजस्थानी भाषा अभियान की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी .इससे पूर्व राजस्थानी भाषा बाड़मेर समिति द्वारा समिति संस्थापक लक्ष्मण दान कविया का सम्मान किया गया .बैठक को संबोधित करते हुए लक्षमण दान कविया ने कहा की राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता नहीं मिलाने का खामियाजा युवा वर्ग को भुगतना पद रहा हें उन्होंने कहा की राजस्थानी भाषा को राजनीति कारणों तथा बाहरी प्रान्तों के प्रभावशाली लोगो द्वारा सोची समझी रणनीति के तहत वंचित रखा जा रहा हें ,उन्होंने कहा की राजस्थानी भाषा का सम्रध इतिहास हें ,राजस्थानी महज भाषा नहीं हमारी संस्कृति और पहचान हें ,उन्होंने कहा की अपनी भाषा के आभाव में हम अपनी पहचान खोते जा रहे हें ,राजस्थानी के बिना राजस्थान की कल्पना बेमानी हें ,उन्होंने कहा की राजनेता वोट की भाषा समझते हें इस बार हम उन्हें उनकी भाषा में राजस्थानी का महत्त्व समझेंगे .उन्होंने कहा की अगला अभियान सुन ले नेता सगला डंके की चौत ,पेली भाषा पछे वोट की तर्ज पर चलेगा जिसमे जो नेता राजस्थानी भाषा के लिए आगे आएगा उन्हें ही समर्थन देंगे .बैठक को संबोधित करते हुए कृष्ण कबीर ने कहा की हिंदी साहित्य भी राजस्थानी भाषा के बिना अधूरा हें ,उन्होंने कहा की हिंदी साहित्य की संकल्पना राजस्थानी भाषा पर रची गई हें ,उन्होंने कहा की मीरा ,दादू ,चंदर बरदाई ,कन्हयालाल सेठिया को हिंदी साहित्य से निकाल ले तो हिंदी साहित्य सुन्या होगा ,इस अवसर पर समिति के जोधपुर संभाग के उप पाटवी न्दन सिंह भाटी ने कहा की भाषा के आभाव में हमारा समाज कई विक्रतियो के दौर से गुजर रहा हें ,उन्होंने कहा की एक मत से राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता के लिए आवाज़ बुलंद करने की जरूरत हें ,बैठक को संबोधित करते हुए रणवीर भादू ने कहा की बाड़मेर से राजस्थानी भाषा को मान्यता के उठी आवाज़ संसद तक पहुंची हें ,इस अवसर पर महेश दादानी ने कहा की राजस्थानी भाषा कोमायद भाषा को संवेधानिक मान्यता मिलाने में राजनीति अडचने आ रही हें ,इस अवसर पर समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष इन्दर प्रकाश पुरोहित ने कहा की ने कहा की राजस्थानी भाषा की अलख जगाने की मशाल जो बाड़मेर को पकडाई उसे जन जन तक पहुँचाने का पूरा प्रयास किया गया उन्होंने कहा की बाड़मेर में वाहनों पर राजस्थानी भाषा में स्लोगन ,ओखाने लिखने का अभियान शुरू किया जाएगा मोटियार परिषद् के जिला पाटवी रघुवीर सिंह तामलोर ने कहा की जैसलमेर में भी अभियान शुरू किया गया .उन्होंने अब तक राजस्थानी भाषा को लेकर चलाये अभियान की जानकारी दी .इस अवसर पर जिला पाटवी रीडमल सिंह दांता सहसंयोजक नरेश देव सारण ,शेर सिंह भुरटिया ,दीप सिंह रणधा ने राजस्थानी भाषा से युवा वर्ग के सक्रीय रूप से जुड़ने को उपलब्धि बताया . कार्यक्रम का सञ्चालन रघुवीर सिंह तामलोर ने किया

भानु प्रताप बाड़मेर के नए जिला कलेक्टर



भानु प्रताप बाड़मेर के नए जिला कलेक्टर


भानू प्रकाश बाड़मेर के नए कलेक्टर

१९ जिलों के कलेक्टर बदले

डॉ. वीणा प्रधान निदेशक मा.शिक्षा


राज्य सरकार ने गुरुवार देर रात भारतीय प्रशासनिक सेवा के 22 अधिकारियों के तबादले विभिन्न स्थानों पर किए है। इनमें 1९ जिलों के कलेक्टर को नई जगह पर भेजा है। वहीं एक अधिकारी को नया पदनाम दिया है तो , एक आईएएस को अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। आदेश के मुताबिक हनुमानगढ़ के कलेक्टर भानू प्रकाश एटूरू को बाड़मेर कलेक्टर लगाया गया है। मौजूदा कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान को माध्यमिक शिक्षा विभाग, बीकानेर का निदेशक बनाया गया है। इसके साथ ही राजस्थान प्रशासनिक सेवा के 11 अधिकारियों के भी तबादले किए हैं।

सात जिलों में आरएएस कलेक्टर

सात जिलों में आरएएस अधिकारियों को कलेक्टर लगाया गया है। चार आरएएस पहले से ही कलेक्टर लगे हैं। भरतपुर कलेक्टर पद से हटाए गए कृष्ण कुणाल और विदेश से ट्रेनिंग लेकर लौटे अश्विनी भगत को पोस्टिंग नहीं मिली है।


खान विभाग के निदेशक पद का अतिरिक्त कार्यभार अब आबकारी आयुक्त दिनेश कुमार को सौंपा गया है। अभी तक इस पद का काम आरएसएमएम के प्रबंध निदेशक अजिताभ शर्मा देख रहे थे।



नाम वर्तमान पद नया पद

हेमंत गेरा कलेक्टर, उदयपुर आईजी, स्टांप, अजमेर

नवीन महाजन कलेक्टर, जयपुर एमडी, रीको, जयपुर

टी. रविकांत आयुक्त, हाउसिंग बोर्ड कलेक्टर, जयपुर

सुबीर कुमार निदेशक, कॉलेज शिक्षा कलेक्टर, हनुमानगढ़

भवानी सिंह देथा आयुक्त, कृषि विभाग कलेक्टर, चित्तौडग़ढ़

विकास भाले कलेक्टर, चूरू कलेक्टर, उदयपुर

डॉ. पृथ्वीराज कलेक्टर, बीकानेर पीडी, आरयूआईडीपी, जयपुर

 
भानूप्रकाश एटूरू कलेक्टर, हनुमानगढ़ कलेक्टर, बाड़मेर 

नीरज के. पवन कलेक्टर, पाली आयुक्त, हाउसिंग बोर्ड, जयपुर

सिद्धार्थ महाजन कलेक्टर, जोधपुर आयुक्त, बीआईपी, जयपुर

रवि जैन कलेक्टर, चित्तौडग़ढ़ कलेक्टर, श्रीगंगानगर

अम्बरीश कुमार कलेक्टर, श्रीगंगानगर कलेक्टर, पाली

आरुषि मलिक एपीओ निदेशक, जलग्रहण विकास व

मृदा संरक्षण, जयपुर

गौरव गोयल कलेक्टर, भरतपुर कलेक्टर, जोधपुर

आरती डोगरा कलेक्टर, बूंदी कलेक्टर, बीकानेर

रोहित गुप्ता कलेक्टर, झालावाड़ कलेक्टर, चूरू

वी. सरवन कलेक्टर, बारां अति. आयुक्त एंटीइवेजन,

वाणिज्यिक कर विभाग, जयपुर

बिष्णु मल्लिक कलेक्टर, करौली सचिव, जेडीए, जयपुर

टीना कुमार कलेक्टर, प्रतापगढ़ निदेशक, साक्षरता विभाग

आरएस जाखड़ कलेक्टर, दौसा कलेक्टर, भरतपुर

डॉ. वीना प्रधान कलेक्टर, बाड़मेर निदेशक, मा. शिक्षा, बीकानेर

बन्ना लाल कलेक्टर, सिरोही निदेशक, पब्लिक सर्विसेज









गुरुवार, 27 सितंबर 2012

देह व्यापार कारोबार में लेडी कांस्टेबल का नाम

   देह व्यापार  कारोबार में लेडी कांस्टेबल का नाम
जयपुर। राजस्थान पुलिस के सब इंस्पेक्टर व महिला कांस्टेबल पर देह व्यापार में धकेलने के आरोप लगने के बाद एक बार फिर पुलिस को लेकर आमजन में गलत संदेश जा रहा है। हालांकि मामले में आरोपों की सच्चाई पर जांच अभी पीडिता के बयानों पर टिकी हुई है।

जानकारी के अनुसार पीडिता के पिता की ओर गत चार सितंबर सब इंस्पेक्टर,महिला कांस्टेबल सहित पांच पर पुत्री को देह व्यापार में ढकेलने का आरोप लगाया गया था। मामले के दर्ज होने के बीस दिन बाद भी बालिका के बयान व मेडिकल नहीं होना पुलिस की कार्यश्ौली पर सवाल लगा रहा है।

जांच कर रही पुलिस का कहना है कि पीडिता के बयान दर्ज करने को लेकर कई बार उसके घर पर दस्तक भी दी गई, लेकिन मानसिक संतुलन ठीक नहीं होने के चलते बैरंग लौटना पड़ा।

बाप ने लगाए बेटी से दुराचार के आरोप

उल्लेखनीय है कि आगरा रोड निवासी एक व्यक्ति ने इस्तगासा के जरिए दर्ज मामले में उनके घर पर किराए से रहने वाले सब इंस्पेक्टर बनवारी लाल सब इंस्पेक्टर, दूर संचार में महिला कांस्टेबल के पद पर कार्यरत ज्योति चौहान व निरंजन चौहान व दो अन्य पर षडयंत्र रचकर मोबाइल के जरिए उसकी पुत्री की अश्लील क्लीपिंग बनाने, लज्जा भंग करने, देह व्यापार में धकेल कर उसकी गलत तस्वीरें खींच लेने, क्लीपिंग व तस्वीरों को उजागर कर देने का भय दिखाकर उसे वैश्यावृत्ति मे लिप्त करवाने का मामला दर्ज कराया है।

सुस्त पड़ी पुलिस कार्रवाई

पीडिता के पिता की ओर से करीब बीस दिन पहले इस्तागासा के जरिए आदर्श नगर थाने पर मामला दर्ज कराया गया था। लेकिन कार्रवाई में पुलिस की सुस्त चाल के चलते मामला अटका हुआ है। मामले की जांच कर रहे आदर्श नगर थाने के सब इंस्पेक्टर का कहना है कि दर्ज मामले में पूछताछ करते हुए पीडिता के पिता के अलावा अन्य परिजनों के बयान दर्ज कर लिए गए हैं,अभी पीडिता के बयानों का आना बाकी है। उसके आधार पर ही मामले की जांच को दिशा दी जाएंगी।

जैसलमेर पुलिस डायरी आज के समाचार

जैसलमेर पुलिस डायरी आज के समाचार 

बिना लाईसेंस गाईड कर पर्यटको को परेशान करते 01 लपका गिरफतार



जैसलमेर बुधवार को पुलिस थाना जैसलमेर के हल्खा क्षैत्र में भंवरसिंह कानि0 पर्यटक सुरक्षा बल जैसलमेर द्वारा गडीसर तालाब से दीनदयाल पुत्र खमूराम माली को बिना लाईसेंस गाईडिंग कर पर्यटको को परेशान करने पर पर्यटक अधिनियम के तहत गिरफतार किया।


शांतिभंग के आरोप में चार गिरफतार

जैसलमेर जिले जैसलमेर में पुलिस द्वारा अलगअलग थाना क्षैत्रों में 04 गैरसायलो को शांति भंग के आरोप में गिरफतार किया।
पुलिस थाना नोख के हल्खा क्षैत्र में कल दिनांक 26.09.12 को अमृतलाल हैड कानि0 पुलिस थाना नोख मय जाब्ता द्वारा दौराने गश्त ईमानखॉ पुत्र आनाबचाया मुसमान नि0 चिनु को शांतिभंग करने के आरोप में गिरफतार किया गया।
दूसरी तरफ पुलिस थाना जैसलमेर के हल्खा क्षैत्र से प्रेमशंकर हैड कानि0 मय जाब्ता ने दौराने हल्खा गश्त चिमाराम की ाणी जैसलमेर से जुगताराम पुत्र मुलाराम भील उम्र 25 साल नि0 चिमाराम की ाणी, परबतराम पुत्र डलाराम भील उम्र 22 साल नि0 डलाराम की ाणी एवं विक्रमराम पुत्र देउराम भील उम्र 19 साल नि0 डलाराम की ाणी को शांतिभंग के आरोप में गिरफतार किया।


मारपीट कर पैसे की मांग करने वाले गिरफतार 

जैसलमेर पुलिस थाना जैसलमेर के हल्खा क्षैत्र में आज दिनांक 27.09.2012 को डामराराम सउनि मय जाब्ता द्वारा कस्बा जैसलमेर से भगवानिंसह, भाखरसिंह पिसरान चौथसिंह भाटी नि0 कीता को मारपीट कर पैसे मांगने के जूर्म में गिरफतार कर न्यायायिक हिरासत में भिजवाया गया।


मारपीट चोरी लज्जा भंग के मामले दर्ज


मारपीट चोरी लज्जा भंग के मामले दर्ज


बाड़मेर खेताराम पुत्र बालाराम जाट नि. भूणीया ने मुलजिम रायमलराम पुत्र खेताराम जाट नि. ाको का तला वगेरा 8 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिमान द्वारा एक राय होकर मुस्तगीस की दुकान में बेठे हुए को बाहर लाकर मारपीट कर चोटे पहुंचाना वगेरा पर मुलजिमान के विरूद्व पुलिस थाना धोरीमना पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है। इधर
जाट जाति की ओरत ने मुलजिम जसाराम पुत्र निम्बाराम जाट नि. लुखो का तला वगेरा 2 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिमान द्वारा रात्रि में मुस्तगीसा के घर में प्रवेश कर मुस्तगीसा के साथ मारपीट कर लज्जा भंग करना, रूपये व सामान चुराकर ले जाना वगेरा पर मुलजिमान के विरूद्व पुलिस थाना महिला पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।
इसी तरह मुलसिंह पुत्र खेतसिंह दईया नि. नेहरू नगर ने मुलजिम अज्ञात के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि अज्ञात मुलजिम द्वारा रात्रि में मुस्तगीस के घर में प्रवेश कर लोहे के सन्दुक में रखी सोने की निम्बोली व चांदी का गहना, पीतल के बर्तन चुराकर ले जाना वगेरा पर अज्ञात मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना कोतवाली बाडमेर पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है। -


- जुआ अधिनियम के तहत दो गिरफ्तार

बाड़मेर राहुल बारहठ जिला पुलिस अधीक्षक बाड़मेर ने जानकारी देते हुए बताया कि जुआ सट्टा की रोकथाम के सम्बन्ध में दिये गये निर्देशानुसार श्री श्री मगन खान स.उ.नि. मय पुलिस जाब्ता थाना सदर बाडमेर द्वारा मुखबीर की ईत्तला पर शिव नगर में सार्वजनिक स्थान पर ताश के पतो पर दाव लगाकर जुआ खेल रहे मुलजिम प्रकाश पुत्र पेमाराम जटीया नि. जोगीयो की दड़ी वगेरा दो को दस्तयाब कर इनके कब्जा से ताश व 260/रूपये जुआ राशि बरामद कर मुलजिमान के विरूद्व पुलिस थाना सदर बाड़मेर पर जुआ अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया।

दहेज़ की खातिर विवाहिता की हत्या का आरोप

दहेज़ की खातिर विवाहिता की हत्या का आरोप


बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिले के गिदा थाना क्षेत्र में एक विवाहिता की दहेज़ के कारन हत्या कर शव पानी के टाँके में डालने मुक़दमा परिजनों ने दर्ज कराया .पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट ने बताया की पैमाराम पुत्र नगाराम प्रजापत नि. मूगा ने मुलजिम ताजाराम पुत्र चैतनराम प्रजापत नि. खेजड़ली वगेरा 3 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिमान द्वारा मुस्तगीस की पुत्री श्रीमति जीयोदेवी को दहेज हेतु प्रताड़ित कर हत्या कर शव को पानी की टांकली में डालना व बिना सूचना दिये शव का दाह संस्कार करना वगेरा पर मुलजिमान के विरूद्व पुलिस थाना गिड़ा पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।

रेगिस्तान मेंं उगने लगे अनार, खजूर और बेर




खेती-बाड़ी में आया विकास का नया दौर

रेगिस्तान मेंं उगने लगे अनार, खजूर और बेर

- डॉ. दीपक आचार्य

जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी

बाड़मेर


रेगिस्तानी इलाका होने की वजह से प्रसिद्ध बाडमेर जिले में सरकार के अनथक प्रयासों की बदौलत अब खेती-बाड़ी का सुकूनदायी मंजर दिखाई देने लगा है तथा कृषि और इससे संबंद्ध गतिविधियों और खेती-बाड़ी की अत्याधुनिक विधाओं और नवाचारों की अपनाने में मरुस्थल के किसान पूरी रुचि के साथ आगे आ रहे हैं।

बाड़मेर जिले में कृषि आधारित योजनाओं व कार्यक्रमों का बेहतर क्रियान्वयन हो रहा है और इसी का परिणाम है कि बाड़मेर जैसे रेगिस्तानी क्षेत्रों में अब नए जमाने के अनुरूप खेती होने लगी है।

बूंद-बूंद सिंचाई से भरने लगी समृद्धि की गागर

सूक्ष्म सिंचाई मिशन अन्तर्गत बाड़मेर जिले में जल संरक्षण के लिए कृषकों द्वारा बूंद-बूंद सिंचाई पद्धति अपनाने पर जोर दिया जा रहा है। किसानों को अपने खेत पर बूंद-बूंद सिंचाई सयंत्र स्थापित करने पर कुल लागत का 90 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है।

वित्तीय वर्ष 2011-12 में लगभग 502 हैक्टेयर क्षेत्र में बूंद-बूंद सिंचाई सयंत्र स्थापित कर सरकार द्वारा लगभग 487 लाख रुपये का अनुदान दिया जाकर लगभग 250 कृषकों को लाभान्वित किया गया है। जिले में बूंद-बूंद सिंचाई मुख्यतः सब्जियां, अरण्डी, बेर, खजूर, नीम्बू, अनार, आंवला इत्यादि उद्यानिकी फसलों में की जा रही है।

सामुदायिक जल हौज बदल रहे हैं भूमिपुत्रों की तकदीर

राष्ट्रीय बागवानी मिशन के अन्तर्गत जिले के कृषकों को वर्षा का जल संरक्षण कर खेती में उपयोग लेने हेतु सामुदायिक जल स्रोत का निर्माण करवाया जा रहा है। यह योजना जिले की भौगोलिक विषम परिस्थितियों को देखते हुए कृषकों के जीवनयापन का नया स्रोत बन कर उभर रही है।

इस योजनान्तर्गत कृषक जल संरक्षण के साथ-साथ उद्यानिकी फसलों की भी खेती कर रहे हैं,जिससे उद्यानिकी की फसलें जैसे - बेर, नीबू, आंवला, अनार के बुवाई क्षेत्रफल में कई गुना विस्तार हुआ है।

बढ़ा रुझान खजूर की खेती में

भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित राष्ट्रीय कृषि विकास योजनान्तर्गत जिले की विषम परिस्थितियों तथा खजूर की खेती के लिए आवश्यक भौगोलिक परिस्थिति उपयुक्त पाये जाने पर बाड़मेर जिले में कृषकाें में खजूर की खेती के प्रति खासा रुझान बढ़ा है। बाड़मेर जिले की आबोहवा और तमाम प्रकार की अनुकूलताओं को देखते हुए यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि खाड़ी देशों की भांति यहां पर भी अथाह खजूर उत्पादन संभव है।

इन्हीं संभावनाओं को आकार देने के लिए बाड़मेर जिले मे बहुआयामी प्रयास किए जा रहे हैं। जिले में विगत 5 वर्षो में कृषि एवं उद्यान विभाग के प्रयासों से खजूर के क्षेत्रफल में लगातार वृद्धि होकर लगभग 70 हैक्टेयर क्षेत्रफल में खजूर के बगीचे स्थापित किये जा चुके हैं।

मिठास दे रहा बेर

राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना के अन्तर्गत बाड़मेर जिले में विगत वर्षो में लगभग 500 हैक्टेयर में बेर के बगीचे विभिन्न कृषकों द्वारा स्थापित किये गये हैं। यहां बेर की सेव, गोला किस्में प्रसिद्ध हैं। अब ये कम पानी में अधिक उपज एवं आमदनी देने वाली यह मुख्य उद्यानिकी फसल का दर्जा पा चुकी है।

छायी अनार की लाली

जिले की जलवायु अनार उत्पादन के अनुकूल होने से अनार की फसल का विस्तार जिले मे तेजी से बढ़ रहा है। अनार की फसल दूसरी उद्यानिकी फसलों की तुलना में अधिक आय देती है। इस वजह से बूंद-बूंद सिंचाई पद्धति से अनार की खेती करने वाले किसानों के लिए जल संरक्षण के साथ-साथ अधिक आय देने वाली यह फसल वरदान साबित हो रही है।

नवाचार अपनाने लगे हैं किसान

बाड़मेर में विभिन्न फलों की खेती और सरकारी योजनाओं के लाभों ने आम किसानों में भी नए जमाने के अनुसार खेती करने और नगदी फसलों के जरिये आर्थिक विकास लाने की भावनाएं मूत्र्त रूप लेती जा रही हैं। इसी के फलस्वरूप अब खेती-बाड़ी के नवाचारों की ओर किसानों का रुझान उत्तरोत्तर बढ़ता जा रहा है।

दूसरी शादी के बाद भी पहली को दो खर्चा

दूसरी शादी के बाद भी पहली को दो खर्चा

मुंबई। दूसरी शादी होने पर भी पहली बीवी को गुजारा भत्ता देना होगा। बोम्बे होईकोर्ट ने यह आदेश दिया है। हाईकोर्ट ने एक मुस्लिम महिला की याचिका पर सुनवाई करते हुए यह आदेश दिया। कोर्ट ने कहा कि यह तो पति को देखना चाहिए कि वह दूसरी शादी के लिए वित्तीय रूप से सक्षम है या नहीं।

न्यायाधीश रोशन दलवी ने 30 साल की साजिदा खान की याचिका पर सुनवाई के दौरान यह टिप्पणी की। साजिदा ने 2007 में अनवर खान के साथ शादी की थी। अनवर खान एक विदेशी बैंक में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। शादी के बाद साजिदा और अनवर में अनबन हो गई। इसके बाद अनवर ने साजिदा को उसके पिता के घर छोड़ दिया।

अनवर का कहना है कि उसने 2008 में साजिदा को तलाक दे दिया था। नवंबर 2010 में बांद्रा की फैमिली कोर्ट ने मामले पर सुनवाई के दौरान कहा कि तलाक देने के कोई लिखित सबूत नहीं है। कोर्ट ने अनवर को आदेश दिया कि वह साजिदा को हर महीने 7,900 रूपए गुजारा भत्ते के रूप में दें। अनवर को हर माह 31,973 रूपए सैलरी मिलती है। अनवर ने कहा था कि उसकी सैलरी का ज्यादातर हिस्सा उसकी दूसरी पत्नी और उससे हुए बच्चे पर खर्च हो जाता है।

इस पर कोर्ट ने सैलरी का एक चौथाई साजिदा को देने को कहा। 2011 में साजिदा हाईकोर्ट में चली गई। उसने कहा कि गुजारा भत्ते के रूप में दिए जा रहे पैसा पर्याप्त नहीं हैं। कोर्ट में साजिदा के वकील सईद अख्तर ने कहा कि अनवर ने पहली पत्नी को तलाक नहीं दिया है इसलिए उसे गुजारा भत्ता देना ही होगा।

जुलाई 24 को न्यायाधीश रोशन दलवी ने इस पर सहमति जताई। न्यायाधीश दलवी ने कहा कि फैमिली कोर्ट के आदेश में मूलभूत गलती थी। कानून में पति और पत्नी बराबर हैं। दोनों को बराबर के अधिकार हैं और बराबर की जिम्मेदारियां हैं। न्यायाधीश दलवी ने अनवर को आदेश दिया कि वह साजिदा को हर माह 18 हजार रूपए गुजारा भत्ते के रूप में साजिदा को दें।

हिना ने शौहर को धमकाया,नहीं उठाया फोन!

हिना ने शौहर को धमकाया,नहीं उठाया फोन!

ढाका। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी अपने बेटे बिलावल और विदेश मंत्री हिना रब्बानी के अफेयर पर पर्दा डालने में लगे हैं। जरदारी ने संघीय जांच एजेंसी को कहा है कि वह विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार के फोन कॉल की डिटेल उजागर करने से मना कर दिया है। हिना के पति फिरोज गुलजार ने संघीय जांच एजेंसी को आवेदन देकर हिना के फोन कॉल की डिटेल मांगी थी। हालांकि फिरोज ने इस बात से इनकार किया है।

बांग्लादेश के एक समाचार पत्र के मुताबिक फिरोज ने जब अपनी बीवी के बिलावल से इश्क की खबर सुनी तो उन्होंने तुरंत हिना को फोन घुमाया। हिना इस वक्त न्यूयॉर्क में हैं। वह राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के साथ संयुक्त राष्ट्र की महासभा में भाग लेने के लिए न्यूयॉर्क में हैं। हिना ने अपने शौहर से अफेयर वाली न्यूज का लिंक भेजने को कहा।

फिरोज ने लिंक भेज दिया। आधे घंटे बाद फिरोज ने हिना को फोन किया। इससे हिना गुस्से से आग बबूला हो गई। हिना ने कहा कि तुमको ये सब बकवास खबरें कहां से मिल रही है। इसके बाद हिना ने फोन काट दिया। इसके बाद फिरोज ने दो बार हिना को फोन किया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठया। इसके बाद फिरोज ने अपने एक करीबी को फोन किया और हिना के फोन कॉल की डिटेल का पता करने को कहा।

हिना के पारिवारिक सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान की विदेश मंत्री के पास 6 फोन नंबर हैं। इनमें से दो नंबर अज्ञात शख्स के नाम पर है। फिरोज ने अपने और हिना के पारिवारिक लोगों से मामले पर बात की। उन्होंने फिरोज को शांत रहने की सलाह दी। इसके बाद गुस्साए फिरोज ने संघीय जांच एजेंसी को हिना के तीन फोन नंबरों की कॉल डिटेल मांगी। इसके कुछ घंटे बाद ही फिरोज को संघीय एजेंसी के अधिकारियों और पीपीपी के कुछ नेताओं ने फोन किए। उन्होंने फिरोज को इस तरह की हरकत से बाज आने को कहा।

समाचार पत्र के मुताबिक फिरोज हमेशा हिना पर इसलिए गुस्सा करता था क्योंकि वह देर रात नेट पर चैटिंग करती रहती थी। अक्सर वीकेण्ड के दौरान हिना नेट पर बिलावल के साथ चैट करती थी। फिरोज को इस बात का भी पता चल गया था कि हिना विदेशों दौरों पर बिलावल के साथ घूमती है। हिना ने अपनी सफाई में कहा कि वह बिलावल के साथ राजनीतिक और कूटनीतिक मामलों पर बात करती है। वह अपना नॉलेज बढ़ाने के लिए पपीपी के चेयरमैन बिलावल के साथ चैटिंग करती है। फिरोज को जब हिना की बातों पर विश्वास नहीं हुआ तो वह भड़क गई। उसने कहा कि अगर तुमने अपना बर्ताव नहीं बदला तो मैं तुम्हें छोड़ कर चली जाऊंगी।

हिना ने की थी खुदकुशी की कोशिश




हिना ने की थी खुदकुशी की कोशिश



दो साल पहले परवान चढ़ा प्यार



पति की बेवफाई से लगा था सदमा, इसलिए आईं बिलावल के करीब



खून से लिखे 200 प्रेम पत्र



दो और मंत्रियों का प्यार चर्चा में



बंग्लादेशी अखबार का दावात्नहिना के शौहर फिरोज गुलजार के भी हैं महिला कर्मचारी से अवैध संबंध




कराची पाकिस्तान के सिंध प्रांत में भी दो और नेताओं का प्रेम प्रसंग खूब चर्चा में हैं। खबर है कि सिंध प्रांत के कैबिनेट मंत्री मखदूम जमील उज जमन संस्कृति मंत्री सासुई पालिजो को अपना दिल दे बैठे हैं। दोनों ही शादीशुदा हैं। उम्र में मखदूम जमील अपनी गर्लफ्रेंड पालिजो से 15 साल बड़े हैं। अब दोनों जल्द से जल्द शादी करने की योजना बना रहे हैं। पालिजो पहली बार 2002 में विधानसभा में चुनकर आई थीं। गौरतलब है कि पालिजो के पति सुहैल कलहारो सिंध प्रांत के बड़े उद्योगपति हैं और अब ब्रिटेन में रहते हैं।




इस्लामाबाद । बंग्लादेशी अखबार ने पाकिस्तान की विदेशमंत्री हिना रब्बानी खर और बिलावल भुट्टो के बारे में कुछ और खुलासे किए हैं। दो साल पहले हिना को पता चला कि उनके पति फिरोज गुलजार का उनके ऑफिस में काम करने वाली युवती के साथ अवैध संबंध हंै। इसके बाद से ही दोनों के संबंधों में कड़वाहट शुरू हो गई। रब्बानी के हाथ पति के अवैध संबंध के बारे में कई ठोस सबूत भी लगे। उन्होंने इसके बारे में पिता को भी बताया। एक बार हिना ने खुदकुशी की भी कोशिश की। पाक मीडिया में भी यह खबर खूब सुर्खियों में रही। यही वह समय था जब हिना रब्बानी और बिलावल भुट्टो एक-दूसरे के करीब आए और फिर प्यार परवान चढ़ा।

बंग्लादेशी अखबार का दावा : जरदारी ने दी हिना की हत्या की सुपारी

बांग्लादेशी अखबार में पश्चिमी खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट के हवाले से छपी खबर के मुताबिक राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने दुबई में अपने एक दोस्त के माध्यम से अंडरवल्र्ड के जरिए हिना रब्बानी खर की हत्या कराने के लिए दो मिलियन डॉलर (करीब 10 करोड़ रुपए) की सुपारी देने की भी पेशकश की है।

हिना से ११ साल छोटे हैं बिलावल

ञ्चजन्म : 21 सितंबर 1988 (कराची, सिंध)

ञ्चपरिवार : पिता आसिफ अली जरदारी (राष्ट्रपति), माता बेनजीर भुट्टो (पूर्व प्रधानमंत्री), नाना जुल्फिकार अली भुट्टो (पूर्व प्रधानमंत्री)

ञ्चशिक्षा : स्नातक (इतिहास), ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी, लंदन ब्रिटेन (2010)

ञ्चराजनीति : पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष (2007), इससे पहले वे पार्टी के उपाध्यक्ष थे।

दो बच्चों की मां हैं हिना रब्बानी

ञ्चजन्म : 19 नवंबर 1977 (34) सिंध

ञ्चपरिवार : पिता नूर रब्बानी खर (पूर्व केंद्रीय मंत्री), चाचा गुलाम मुस्तफा खर (पूर्व गवर्नर, पंजाब)

ञ्च शिक्षा : अर्थशा (स्नातक), लाहौर विश्वविद्यालय (1999), हॉस्पिटेलिटी एंड टूरिज्म मैनेजमेंट (स्नातकोत्तर), मैसाचुसेट्स यूनिवर्सिटी,

ञ्चराजनीति : 2002 में मुजफ्फरगढ़ से सांसद 2007 में चुनाव में हार, 2008 में फिर से सांसद बनीं।

जरदारी पर भी थी नजर

बेनजीर भुट्टो की हत्या के बाद सुसाई पालिजो ने राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से भी काफी नजदीकियां बढ़ा ली थीं। इसके पीछे इश्क के साथ-साथ उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षा भी थी। कहा तो यह भी जाता है कि वे सिंध प्रांत की मुख्यमंत्री बनना चाहती थीं।

सुसाई पालिजो जब संस्कृति मंत्री बनीं तो उनकी खूबसूरती देख मंत्रालय का एक वरिष्ठ अधिकारी इलियास हुलियो भी फिदा हो गया। इलियास ने अपना प्यार जताने के लिए पालिजो को 200 प्रेम पत्र खून से लिखे थे। बाद में दोनों के संबंध बिगड़ गए और पालिजो की शिकायत पर कोर्ट ने इलियास को 15 साल की सजा सुनाई थी।






















दूल्हा जोधपुर पहुंचा मेहंदी की रस्म आज


 

दूल्हा जोधपुर पहुंचा मेहंदी की रस्म आज

शाही शादी : चार्टर विमान से टेनिस स्टार महेश भूपति, फिल्म अभिनेता अनिल कपूर सहित कई हस्तियां आज जोधपुर आएंगी

जोधपुर

बॉलीवुड की नामी कॉपीराइट कंपनी ईरोज के सीईओ किशोर लुल्ला की बेटी ऋषिका की शाही शादी के तीन दिवसीय समारोह की शुरुआत गुरुवार शाम साढ़े 7 बजे बालसमंद में मेहंदी रस्म के साथ होगी। इधर, दूल्हे एनआरआई स्वनीत सहित वर पक्ष के कई सदस्य बुधवार को जोधपुर पहुंच गए। शादी समारोह में शिरकत करने के लिए टेनिस स्टार महेश भूपति व फिल्म अभिनेता अनिल कपूर सहित कई हस्तियों के गुरुवार को चार्टर प्लेन से जोधपुर आने की संभावना है। शादी समारोह को लेकर उम्मेद भवन में तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। विवाह को लेकर भवन को सजाया जा रहा है।

दूल्हे स्वनीत और लुल्ला फैमिली के करीब 60-70 सदस्य एयरपोर्ट से बाहर निकलते ही उम्मेद भवन के लिए रवाना हो गए। वहां पहुंचने पर उनका मारवाड़ी परंपरा के अनुसार तिलक लगा कर व फूल-मालाएं पहना कर स्वागत किया गया। गुरुवार को मेहंदी की रस्म के लिए बालसमंद में विशेष सजावट की गई है। समारोह में भाग लेने के लिए अभिनेता अनिल कपूर व उनकी बेटी सोनम कपूर, टेनिस स्टार महेश भूपति व उनकी पत्नी अभिनेत्री लारा दत्ता के साथ कई हस्तियों के आने की संभावना है। समारोह में सुरक्षा व्यवस्था के लिए स्थानीय पुलिस के साथ विदेशी सिक्युरिटी कंपनी भी तैनात की गई है। मेहंदी रस्म में भाग लेने वाले मेहमानों के लिए ड्रेस कोड ट्रेडिशनल रखा गया है। उम्मेद भवन में इससे पहले लिज हर्ले व अरुण नायर की शादी चर्चित रही थी।

डीसीपी ईस्ट राहुल प्रकाश ने बताया कि शाही शादी को देखते हुए १५० पुलिस जवानों की एक टीम गुरुवार से लगाई जाएगी। इस टीम की मोनिटरिंग एसीपी करेंगे। पुलिस की इस टी में ट्रेफिक, सिविल तथा आरएसी के जवान शामिल होंगे।

बिना निमंत्रण पत्र के प्रवेश नहीं

॥विवाह समारोह में आने वाली हस्तियों को देखते हुए पुलिस के साथ विदेशी सिक्युरिटी कंपनी को सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई है। ये सभी इसी शर्त पर इस शाही शादी में शामिल होने आ रहे हैं, इसलिए पूरे प्रोग्राम को गुप्त रखा गया है। शादी में बिना निमंत्रण प्रवेश नहीं दिया जाएगा।ञ्जञ्ज वायलेट, किशोर लुल्ला के निजी सचिव

हिंदू सम्मेलन व त्रिधारा पथ संचलन को लेकर संपर्क बैठक आयोजित




हिंदू सम्मेलन व त्रिधारा पथ संचलन को लेकर संपर्क बैठक आयोजित

रामदेवरा जिला मुख्यालय पर 2 अक्टूबर को आयोजित होने वाले विराट हिंदू सम्मेलन व त्रिधारा पथ संचलन में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने के लिए निकटवर्ती गांव लोहारकी में बुधवार को चिडिय़ानाथ के धूणे पर संपर्क बैठक का आयोजन किया गया। बैठक को संबोधित करते हुए संस्कृत भारती के क्षेत्रीय प्रचारक हुलास चन्द्र ने कहा कि साथ-साथ, खेलने-कूदने, उठने-बैठने व विभिन्न क्रिया-कलापों से पारस्परिक संबंधों में प्रगाढ़ता का विकास होता है। भाईचारे की इस मौलिक मानवीय गुण को आधार बनाकर ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्य कर रहा है। उन्होंने सामाजिक एकता को विश्व बंधुत्व का कारक बताते हुए स्वामी विवेकानंद का उदाहरण देते हुए कहा कि स्वामी संपूर्ण विश्व को अपना परिवार मानते थे, तभी तो वे निडरता व नि:संकोच अपनी ओजस्वी वाणी पहुंचाने के लिए अमेरिका पहुंच गए। बैठक को संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य शैतानसिंह राठौड़ ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघ चालक मोहनराव भागवत हमारे जिले में पहली बार आ रहे हैं। इसलिए इस अवसर को ऐतिहासिक बनाने के लिए अधिकाधिक संख्या में इस कार्यक्रम में पहुंचे। इस बैठक में भाजपा सांकड़ा मंडल अध्यक्ष नारायणसिंह तंवर, मोतीलाल पुरोहित, विहिप के बींजराजसिंह तंवर, माधुसिंह चंपावत, बीकानेर के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष गोरधन सिंह रावलोत, भारत स्वाभिमान ट्रस्ट के चन्द्र सिंह, मूलसिंह, करण सिंह, पूर्व सरपंच टीकूराम, हरचंदराम, समुंदरसिंह, देवीसिंह, मोहनराम व रघुनाथसिंह बरडाना सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।

सांकड़ा ग्राम पंचायत के सार्वजनिक सभा भवन में संघ के सह जिला कार्यवाहक चिरंजीलाल सोनी, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य शैतानसिंह सांकड़ा सहित सैकड़ों की संख्या में आस पास की ढाणियों के ग्रामीण उपस्थित थे। बैठक में सर कार्यवाह चिरंजीलाल ने हिंदु समाज का इतिहास, शौर्य, पराक्रम, तथा हिंदु समाज के साथ हुए कुठाराघात के संबंध में उपस्थित ग्रामीणों को अवगत करवाया। तथा आगामी अक्टूबर को जैसलमेर में आयोजित होने वाले विराट पंथ संचलन व हिंदु सम्मेलन ने ग्रामीणों से अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने का आह्वान किया। बैठक में कस्बे सहित आसपास क्षेत्र के सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे। बैठक में भीख सिंह, बीजराजसिंह, सूरजमल, दौलतसिंह, धनसिंह, खेताराम लीलड़, खंगार राम माली, शंभूसिंह, डला राम भील, चुतरसिंह, माधापुरा, सज्जनसिंह, दुर्ग सिंह, नकताराम भील, हमथाराम, नकताराम, चन्द्रपुरी स्वामी, पर्वतसिंह, सबलसिंह, नेपालसिंह सहित अनेक ग्रामीण व स्वयंसेवक उपस्थित थे।

लक्ष्मणनगर में हुआ अंतिम संस्कार, प्रदेश के कई नेता अंत्येष्टि में पहुंचे



महिपाल मदेरणा ने बेटी के सहारे मां को मुखाग्नि दी



जोधपुर  विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष परसराम मदेरणा की पत्नी छोटीदेवी का अंतिम संस्कार बुधवार को उनके गांव लक्ष्मण नगर में किया गया। ज्येष्ठ पुत्र महिपाल मदेरणा ने बेटी दिव्या के सहारे मां को कंधा दिया और मुखाग्नि दी। प्रदेश के कई बड़े नेता अंत्येष्टि में शामिल हुए और परसराम मदेरणा से मिल कर संवेदनाएं प्रकट की।

मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए कोर्ट ने महिपाल मदेरणा को तीन दिन तक पुलिस अभिरक्षा में घर पर रहने की अनुमति दे रखी है। वयोवृद्ध नेता परसराम मदेरणा मंगलवार रात ही अपनी पत्नी छोटीदेवी की पार्थिव देह गांव ले आए थे। गांव के पुराने मकान में ही परसराम मदेरणा का जन्म हुआ था और विवाह के बाद छोटीदेवी भी इसी घर में बहू बन कर आई थीं। इसलिए उनकी अंतिम विदाई भी इसी घर के आंगन से की गई।

लोगों के आने का सिलसिला बुधवार सुबह से ही शुरू हो गया था। दोपहर बारह बजे तक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चंद्रभान, राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी, सांसद अश्क अली टाक, बद्रीराम जाखड़ व ज्योति मिर्धा और दामाद हरेंद्र मिर्धा भी पहुंचेे। परसराम मदेरणा और बेटे महिपाल व अशोक ने छोटीदेवी के पार्थिव देह पर पुष्पचक्र अर्पित किए और उनकी अंतिम विदाई शुरू हो गई। घर के सामने ही उनका अंतिम संस्कार किया गया। महिपाल मदेरणा के पैरों में जैसे बीस कदम भी चलने की ताकत नहीं थी। बेटी दिव्या के सहारे उन्होंने मां की अर्थी को कंधा दिया और मुखाग्नि भी उसके सहारे ही दी। अंत्येष्टी में भोपालगढ़, बिलाड़ा, लूणी, ओसियां व फलौदी विधानसभा के अलावा जोधपुर शहर से भी कई लोग शामिल हुए।

सैकड़ों लोगों ने किए अंतिम दर्शन: छोटीदेवी की अंत्येष्टी में सैकड़ों लोग शामिल हुए। आंगन में परसराम मदेरणा और महिपाल पार्थिव देह के पास बैठे रहे। भाजपा नेता विजय पूनिया, पूर्व सांसद जसवंतसिंह विश्नोई, नारायणराम बेड़ा, पूर्व मंत्री रामनारायण डूडी, जेडीए चेयरमैन राजेंद्र सोलंकी, शहर कांग्रेस अध्यक्ष सईद अंसारी, देहात कांग्रेस अध्यक्ष हीरालाल, पूर्व विधायक जुगल काबरा, विधायक ओम जोशी, कमसा मेघवाल, जिला प्रमुख दुर्गादेवी बलाई सहित कई प्रधान, जिला परिषद व पंचायत समिति सदस्यों ने भी पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की।

कल शाम तक जेल में लौटना है महिपाल को: भंवरी मामले में आरोपी महिपाल मदेरणा को शुक्रवार को सेंट्रल जेल में लौटना है। वे पिछले दस माह से जेल में हैं। कोर्ट ने उन्हें अंत्येष्टी और सामाजिक रस्म अदायगी के लिए मंगलवार से तीन दिन तक गांव जाने की इजाजत दे रखी है। इस दौरान वे पुलिस अभिरक्षा में रहेंगे।








सिरोही सारणेश्वर मंदिर पलटा तो मुंह की खाई




सिरोही  सारणेश्वर मंदिर  पलटा तो मुंह की खाई

सिरोही। सारणेश्वर मंदिर पर एक दिन के लिए रेबारी समुदाय का अधिपत्य की असलियत वीरता और श्रद्धा से भरी हुई है। बात है 1298 ईस्वी की, जब दिल्ली के सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी ने सिद्धपुर के सोलंकी राजवंश को नेस्तनाबूत करके वहां पर रूद्रमाल मंदिर के शिवलिंग को उखाड़ लिया। इसे गाय की लहूलुहान चमड़ी में लपेटा। हाथी के पांव में जंजीरों से बांधकर घसीटता हुआ दिल्ली की ओर बढ़ गया। सिरोही के पूर्व राजघराने के वंशज व इतिहासविद् रघुवीरसिंह देवड़ा ने बताया कि उस समय की उत्थान पर रही चंद्रावली महानगरी तक पहुंचा तो सिरोही के महाराज विजयराज को इसकी सूचना मिली।

उन्होंने इस संबंध में एक पत्र अपने भाई जालौर के महाराव कान्हड़देव तथा अपने संबंधी मेवाड़ के महाराणा रतनसिंह (महारानी पद्मिनी के पति) को पत्र लिखकर इस घटना के बारे में बताया। अलाउद्दीन खिलजी अपनी सेना के साथ सिरणवा पहाडियों पास तक पहुंचा तो महाराव विजयसिंह को कान्हड़देव के पुत्र वीरमदेव और उनकी सेना तथा मेवाड़ की सेना की मदद मिल गई। इन तीनों सेनाओं ने अलाउद्दीन खिलजी को परास्त करके दीपावली के दिन शुक्ल कुण्ड के सामने रूद्रमाल के शिवलिंग की स्थापना की।

इस युद्ध में तलवारें चली और दुश्मन को जबरदस्त नुकसान हुआ इसलिए इस मंदिर का नाम क्षरणेश्वर महादेव रखा जो बाद में अपभ्रंशित होकर सारणेश्वर के रूप में विख्यात हुआ। अपनी हार से कसमसाए अलाउद्दीन खिलजी ने दस महीने बाद 1299 में फिर से सिरोही पर आक्रमण कर यहां के महाराव का सिर कलम करने और मंदिर को नुकसान पहुंचाने का प्रण किया। लेकिन, तब सिरोही की प्रजा ने यहां के महाराव का साथ देकर सारणेश्वर के शिवलिंग को बचाने की प्रतिज्ञा की। आम्बेश्वर और सारणेश्वर के बीच की पहाडियों से रेबारी समुदाय ने गोपणों से अलाउद्दीन खिलजी की सेना पर आक्रमण करके उनके पैर उखाड़ दिए।

उस समय बंदूकों तथा तोपों को चलन नहीं होने से तीर और तलवारों से दिल्ली सुल्तान की सेना गोपणों को मुकाबला नहीं कर पाई। देवड़ा ने बताया कि हारने के बाद युद्ध स्थल से कुछ दूरी पर स्थित सुल्तान के शिविर में खिलजी को कोढ़ हो गया। भादव की धूप में विचलित उनके कुछ कुत्ते प्यास बुझाने के लिए शुक्ल कुंड में डुबकी लगाकर सुल्तान के कैम्प में गए। उन्होंने अपने कान हिलाए तो पानी की कुछ बूंदे सुल्तान के शरीर के जिन हिस्सों पर गिरी वहां पर कोढ़ ठीक हो गया।

फिर सुल्तान के सेनापति मलिक काफुर ने शुक्ल कुण्ड के औषधीय पानी की बात सुल्तान को बताई। सिरोही महाराव ने मानवता के नाते शुक्लकुण्ड का पानी खिलजी के शिविर में पहुंचाया तो वह ठीक हो गया। उसके बाद फिर सारणेश्वर मंदिर पर आक्रमण नहीं किया। देवड़ा ने बताया कि देवझूलनी एकादशी के दिन ही रेबारियों ने सुल्तान की सेना के पैर उखाड़े थे इसलिए सुल्तान ने एक रात के लिए सारणेश्वर मंदिर को पूरी तरह से रेबारी समुदाय को सौंप दिया। तब से यह परंपरा निरंतर निभाई जा रही है।

कण-कण पावणों के स्वागत को आतुर जालोर




पधारो म्हारे देश
जालोर। केसरिया बालम आवोनी पधारो म्हारे देश के ध्येय वाक्य के साथ यहां का कण-कण पावणों के स्वागत को आतुर है। यहां के स्थल स्थापत्य कला और सौहार्द के वातावरण से पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर सकते हैं, लेकिन राजस्थान पर्यटन विकास निगम की ओर से सकारात्मक पहल नहीं होने से पर्यटन के मानचित्र से गायब है। ऎसे में जालोर की माटी की महक पर्यटकों की पहुंच से दूर है। विश्व पर्यटन दिवस पर जिले में पर्यटन की संभावना को टटोलती खास रिपोर्ट-

स्वर्णगिरि दुर्ग
परमारों, चौहानों और राठौड़ों का शक्ति स्थल रहा जालोर का स्वर्णगिरि(सोनगिरि) दुर्ग स्वर्ण की भांति चमक रहा है। करीब 2408 फीट की ऊंचाई पर सुरम्य पहाडियों के बीच इस ऎतिहासिक स्थल को निहारने के लिए पर्यटक आ सकते हैं। इस ऎतिहासिक धरोहर को पर्यटन के मानचित्र पर उभारने के लिए थोड़े प्रयास की जरूरत है। दुर्ग में परमारों के शासनकाल में निर्मित कीर्तिस्तम्भ ऎतिहासिक वैशिष्टयता उत्र्कष्ट नमूना है। वहीं स्वर्णगिरि दुर्ग की रक्षा के लिए गरजने वाली तोपे भी यहां आने वाले पर्यटकों को जरूर आकर्षित करेंगी।

लुभा रहे झरने
जालोर. सुंधा माता कंजर्वेशन रिजर्व में खोड़ेश्वर की पहाडियों में बारिश के मौसम में कलकल करते झरने पर्यटकों को आकर्षित कर रहे है। यहां पर राजस्थान के अलावा गुजरात से सैकड़ों पर्यटक सैर के लिए पहुंच रहे है। सुंधा माता दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु खोडेश्वर के झरनों के नैसर्गिक नजारों का आनंद लेने से नहीं चूकते है। कंजर्वेशन रिजर्व घोषित होने के बाद में यहां पर पर्यटकों के लिए तीन बड़े-बड़े हॉल बनाए गए है। जहां पर पर्यटक कुछ देर के लिए आराम कर सकते है। यहां पर पेयजल के लिए नल भी लगाए गए है। हॉल में स्नानघर व शौचालय भी बनाए गए हैं। यहां पर चढ़ाई के समय व सफर में आराम के लिए जगह-जगह छतरियां बनाई गई हैं और बैंच लगाई गई है। जहां पर बैठकर पर्यटक कुछ देर के लिए सुस्ता सकते हैं। छुट्टी के दिन तो खोडेश्वर में कई टोलियां गोठ मनाती नजर आती है।

कोट-कास्तां का दुर्ग
जालोर. जिला मुख्यालय के करीब 65 किलोमीटर दूर कोट और कास्ता दो गांव थे। जो कालान्तर में कोटकास्तां हो गया। ईस्वी 1804 को राजा मानसिंह जोधपुर की गद्दी पर बैठे। उन्होंने आयस देवनाथ को अपना गुरू बनाया।
उस काल में पूरे मारवाड़ में नाथों का प्रभाव बढ़ गया। उस दौरान योगी भीमनाथ को कास्तां गांव के पास जागीर दी गई। भीमनाथ आईजी महाराज के नाम से प्रसिद्ध थे। उन्होंने गांव के पास पहाड़ी पर लघु दुर्ग का निर्माण करवाया। दुर्ग के चारों और परकोटा खिंचवाया गया। आज देखरेख के अभाव में यह दुर्ग अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। हॉलीवुड फिल्म द वारियर की शूटिंग के दौरान यह दुर्ग चर्चा में रहा था।