गुरुवार, 1 सितंबर 2011

सीमा पार से फायरिंग में जेसीओ शहीद, भारत का करारा जवाब- तीन पाकिस्‍तानी फौजी ढेर

श्रीनगर. पाकिस्‍तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। उसने फिर संघर्षविराम का उल्‍लंघन किया है। इसमें भारतीय सेना का एक जेसीओ शहीद हो गया। भारत ने भी जबरदस्‍त जवाबी कार्रवाई कर पाकिस्‍तान के तीन फौजियों को ढेर कर दिया है।

पाकिस्‍तानी सेना ने तीन दिन में तीसरी बार संघर्षविराम का उल्‍लंघन किया है। उत्‍तर कश्‍मीर के कुपवाड़ा के केरन सेक्‍टर में पाकिस्‍तान की ओर से हुई फायरिंग का भारत ने भी जोरदार जवाब दिया, जिसमें उसके तीन फौजी मारे गए। पाकिस्तान ने केरन सेक्टर में दो बार युद्ध विराम का उल्लंघन किया। गोलीबारी के बीच भारतीय जवानों ने घुसपैठ की कोशिश नाकाम कर दी।

सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल जेएस बरार के मुताबिक, 'कश्मीर के केरन सेक्टर में बुधवार को रात 8 बजे के बाद से दो बार सीमा पार से गोलीबारी की गई। पहली बार 8 बजे शुरू हुई गोलीबारी 50 मिनट तक चली। इसके बाद आज सुबह 11 बजे से सीमापार से गोलीबारी शुरू हुई, जो आखिरी रिपोर्ट मिलने तक जारी थी।' इस गोलीबारी में शहीद हुए जेसीओ का नाम नायब सूबेदार गुरदयाल सिंह है।

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तानी सैनिकों ने सहेली पोस्ट से शालापथरी पोस्ट पर गोलीबारी शुरू कर दी, इसमें एक सैनिक ज़ख़्मी हो गया। पाकिस्तानी सैनिकों ने भारतीय ठिकानों को निशाना बनाने के लिए मोर्टार और भारी हथियारों का इस्तेमाल किया। भारतीय जवानों ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया। युद्धविराम का उल्लंघन तब हुआ जब भारतीय सैनिकों ने ईद के मौके पर इसी इलाके में घुसपैठ की कोशिश नाकाम कर दी। सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान की तरफ से हुई गोलीबारी का मकसद आतंकवादियों को भारत की सीमा में प्रवेश कराना था।

दूसरी तरफ, पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल अतहर अब्बास ने वहां की मीडिया को जानकारी दी है कि गोलीबारी में तीन पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं। अतहर का दावा है कि भारतीय सैनिकों ने गोलीबारी की शुरुआत की। अब्बास का कहना है कि पाकिस्तानी सैनिक अपने पोस्ट की तरफ बढ़ रहे थे, लेकिन मौसम खराब होने की वजह से वे नीलम घाटी में खो गए। अब्बास के मुताबिक भारतीय कमांडर के साथ एक बैठक की जाएगी और युद्धविराम के उल्लंघन का मुद्दा उठाया जाएगा। पाकिस्तानी सेना के दावे पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए बरार ने कहा, 'भारतीय सेना की तरफ से युद्धविराम का उल्लंघन नहीं हुआ है।'

रोल चाहिए,तो बिकनी में करो "चैट"

रोल चाहिए,तो बिकनी में करो "चैट"

मुंबई। फिल्म इंडस्ट्री में कास्टिंग काउच नया नहीं है। टीवी एक्ट्रेस लिजा मलिक कास्टिंग काउच का ताजा शिकार बनी हैं। हालांकि, लिजा किसी डयरेक्टर या प्रोड्यूसर द्वारा उनके ऑफिस या घर में नहीं बल्कि टेक्नोलॉजी के जरिए कास्टिंग काउच में फंसी हैं।

लिजा के अनुसार उनके मोबाइल पर प्रोड्यूसर रितेश सिधवानी और फिल्मकार विक्रम भट्ट के नाम से एक मैसेज आया है, जिसमें फिल्म में रोल पाने के लिए लिजा से विडियो चैट पर बिकनी में ऑडिशन देने को कहा गया है। एक्ट्रेस ने इस मामले में वर्सोवा पुलिस थाने में दो अज्ञात लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। लिजा ने बताया कि "मेरे ब्लैकबेरी फोन पर रितेश सिधवानी नाम से एक शख्स ने कॉन्टैक्ट रिक्वेस्ट भेजा था। मुझे लगा कि वो फेमस प्रोड्यूसर सिधवानी हैं और इसलिए मैंने उस रिक्वेक्ट को स्वीकार कर लिया।"

रियलिटी टीवी एक्ट्रेस ने बताया कि "मेरे रिक्वेस्ट स्वीकारने के बाद से ही मुझे एक नंबर से लगातार मैसेज किया जाने लगा। मैसेज में मुझसे वेबकास्टिंग सॉफ्टवेयर की मदद से फिल्म में रोल के लिए ऑडिशन देने को कहा गया।" लिजा के अनुसार "चैटिंग के दौरान मुझसे कहा गया कि वो लोग अपनी फिल्म के लिए एक ऎसी एक्ट्रेस की तलाश में हैं, जो स्किम्पी आउटफिट्स में सेक्सी नजर आती हो। इसके लिए उन्होंने मुझे विडिया चैटिंग के दौरान बिकनी पहनने के लिए कहा।"

लिजा के मुताबिक "विडियो चैट करने वाले ने मुझसे कहा कि वो मुझे बिकनी में देख सकते हैं, पर मैं उन्हें चैट पर नहीं देख पाऊंगी, क्योकि उनके वेबकैम में कुछ खराबी आ गई है। जब मुझसेयह कहा गया, तो उसी समय मुझे समय में आ गया कि यहां पर कुछ तो गड़बड़ है। अंदेशा होने पर मैंने चैट करने वाले का पिन नंबर अपने एक फ्रेंड को फॉरवर्ड किया। तब मेरे दोस्त ने मुझे बताया कि जिससे मैं चैट कर रही हूं, वो सिधवानी नहीं है।"

टीवी एक्ट्रेस ने बताया कि "मुझे विक्रम भट्ट के नाम से भी कॉन्टेक्ट रिक्वेस्ट भेजी गई थी। मैं विक्रम को पहले से जानती हूं। जब मैंने उनसे (विक्रम भट्ट) से रिक्वेस्ट के बारे में पूछा,तो उन्होंने कोई रिक्वेस्ट भेजने से इनकार किया।" वर्सोवा पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर विश्राम अभ्यंकर ने फिलहाल इस मामले में विस्तृत जानकारी देने से इनकार किया है। हालांकि, उन्होंने इस खबर की पुश्टि करते हुए बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है। इस संदर्भ में विक्रम भट्ट ने भी शिकायत दर्ज कराई है।

थानेदार ने अपराधी से कहा, ‘अबे पुलिस आ रही है निकल ले’

बाड़मेर

गैंगस्टर दिनेश मांजू की हत्या के आरोपियों को तलाश रही बाड़मेर पुलिस को उस समय गहरा झटका लगा जब ओसियां थानेदार लाखाराम ने ही फोन कर आरोपी को भगा दिया। लेकिन चार दिन बाद ही पुलिस के हत्थे चढ़ गया। अपराधी को सचेत करने वाला थानेदार अब मामले में फंसता नजर आ रहा है।



अनुसंधान में कई और चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। थानेदार की करतूत नहीं पकड़ी जाती यदि कालू का फोन बाड़मेर पुलिस ने इंटरसेप्ट नहीं किया होता। दोनों के बीच हुई बातचीत रिकॉर्ड हो गई। फोन की रिकॉर्डिग सुन कर बाड़मेर एसपी संतोष चालके ने थानेदार की शिकायत आईजी उमेश मिश्रा से की। मामले की जांच एएसपी फलौदी को सौंपी गई है। भास्कर की पड़ताल में यह खुलासा हुआ।



मामला आठ माह पुराना है, नव वर्ष की पार्टी के दौरान बाड़मेर में गैंगस्टर दिनेश मांजू की हत्या कर दी गई थी। पुलिस को संदेह था कि इसमें कुख्यात अपराधी कालू उर्फ गुलाब का हाथ हो सकता है। इसी लिहाज से बाड़मेर पुलिस उसे पकड़ने जोधपुर आ रही थी, लेकिन बाड़मेर छुट्टी पर गए ओसियां थानेदार लाखाराम ने उसे फोन कर सावचेत कर दिया। कालू भाग निकला और पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा। थानेदार की करतूत नहीं पकड़ी जाती यदि कालू का फोन बाड़मेर पुलिस ने इंटरसेप्ट नहीं किया होता। दोनों के बीच हुई बातचीत रिकॉर्ड हो गई। फोन की रिकॉर्डिग सुन कर बाड़मेर एसपी संतोष चालके ने थानेदार की शिकायत आईजी मिश्रा से की।



इसकी जांच एएसपी फलौदी केसरसिंह से करवाई जा रही है। यह अलग बात है कि कालू के खिलाफ पुलिस को कोई हत्या के सबूत नहीं मिले, लेकिन उसका रिकॉर्ड आपराधिक रहा है। पुलिस और अपराधी के बीच सांठ-गांठ का यह मामला कई और खुलासे कर सकता है। बाड़मेर एसपी संतोष चालके की शिकायत पर आईजी उमेश मिश्रा ने एएसपी फलौदी को इसकी जांच सौंपी है।

आईएएस की खोज में लगीं पांच टीमें

आईएएस की खोज में लगीं पांच टीमें

जयपुर। पिछले मंगलवार को दिल्ली रोड पर एक रेस्टोरेंट से लापता हुए आईएएस अधिकारी नवीन जैन का 44 घंटे बाद भी पता नहीं लग पाया है। पुलिस की ओर से पिछले दिनों में दिल्ली व हरियाणा में जैन की खोज की गई है। अभी भी पुलिस की टीमें वहां जमी हुई हैं। फिलहाल दोनों ही जगह से पुलिस के हाथ कुछ खास हाथ नहीं लगा है। जैन की तलाश के लिए पुलिस की पांच टीमे इन दोनों राज्यों में खोजबीन में जुटी हुई हैं।

जानकारी के अनुसार, बुधवार को पुलिस की ओर से हरियाणा और दिल्ली में जैन की खोज की गई। इस दौरान पुलिस ने उनके रिश्तेदारों व पारिवारिक मित्रों से जानकारी ली और संभावित जगहों पर खोजबीन की है। आज सुबह भी जैन को खोजने के लिए टीमें हरियाणा में विभिन्न स्थानों पर गईं। मामले में दोनों राज्यों की पुलिस से भी मदद ली गई है। इधर जैन को खोजने के लिए उनके साथ के आईएएस अधिकारियों से भी जानकारी ली जा रही है। जैन अपने कार्यकाल के दौरान बारां में कलेक्टर रहे थे। उनके वहां के नजदीकी लोगों से भी जानकारी जुटाई जा रही है।

गौरतलब है कि जैन मंगलवार दोपहर में शाहजहांपुर के एक होटल में अपने परिवार को छोड़ कर गायब हो गए थे। जैन ने जाने से पहले अपने परिवार के नाम लिखी चिटी में ग्यारह साल की नौकरी के दौरान एक घर नहीं दे पाने की बात की थी। जैन भारतीय प्रशासनिक सेवा के वष्ाü 2001 बैच के अधिकारी हैं। जैन को जयपुर तबादले के बाद सरकारी मकान के आवंटन में विवाद के चलते उच्चाधिकारियों से लताड़ पड़ने की बात भी उठ रही है। हालांकि, इस संबंध में पूछे जाने पर राज्य के मुख्य सचिव एस अहमद ने बुधवार को ऎसे आरोपों से इनकार कर दिया था।

इनका कहना है : आईएएस अधिकारी नवीन जैन का फिलहाल कोई पता नहीं लगा है। उनकी खोज के लिए पुलिस टीमें हरियाणा व दिल्ली में गई हुई हैं। तलाश जारी है।
- महेश गोयल, एसपी अलवर

शेहला हत्याकाण्ड में तरूण से होगी पूछताछ

शेहला हत्याकाण्ड में तरूण से होगी पूछताछ

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के शेहला मसूद हत्याकाण्ड में भाजपा नेता तरूण विजय से पूछताछ होगी। तरूण विजय से पूछताछ के लिए भोपाल पुलिस दिल्ली आएगी। बताया जा रहा है कि हत्या के दिन भाजपा सांसद तरूण विजय की शेहला से बातचीत हुई थी।

इस बीच, विजय का कहना है कि वे शेहला हत्याकांड से संबधित कोई भी जानकारी देने को तैयार है। उन्होंने कहा कि मामले का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए। पीडित परिवार को इंसाफ मिलना चाहिए।


गौरतलब है कि गत 16 अगस्त को अन्ना समर्थक आरटीआई कार्यकर्ता शेहला मसूद की भोपाल के कोह-ए-फिजा स्थित उनके घर पर दिन दहाड़े हत्या कर दी गई थी।

अज्ञात हमलावरों ने शेहला को उस समय गोली मार दी थी, जब वो अन्ना हजारे के आंदोलन में शामिल होने के लिए घर से निकली थी। शेहला की हत्या के पीछे उन लोगों का हाथ होने की आशंका जताई जा रही है, जिनके खिलाफ वो सूचना के अधिकार के तहत जानकारियां निकाल रही थीं। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बहुचर्चित शेहला हत्याकांड मामले में हत्यारे का सुराग देने वाले को एक लाख रूपए का पुस्कार देने की घोषणा की है।