मंगलवार, 28 जून 2011

ठाकरे की संपत्ति जब्त करने का नोटिस

ठाकरे की संपत्ति जब्त करने का नोटिस 
 

पटना। बिहार की एक स्थानीय अदालत ने सोमवार को शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे की संपत्ति जब्त करने का नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने पार्टी के मुखपत्र सामना में घृणित टिप्पणी करने व अदालत की अवमानना करने पर यह नोटिस जारी किया है।

आरा जिले के सब डिवीजनल ज्यूडिशिनल मजिस्ट्रेट एस बी एम त्रिपाठी ने एडवोकेट राजेश कुमार सिंह द्वारा ठाकरे के खिलाफ दायर शिकायत पर सुनवाई करते हुए ठाकरे की संपत्ति जब्त करने का नोटिस जारी किया। राजेश ने 7 मार्च 2008 को सेना के मुखपत्र सामना में घृणास्पद टिप्पणी छापने पर ठाकरे के खिलाफ याचिका दायर की थी। राजेश का आरोप है कि ठाकरे की टिप्पणी से बिहार के करोड़ों लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं।

कोर्ट ने इस मामले में ठाकरे को अपना पक्ष रखने के लिए समन भेजकर कई बार अदालत में बुलाया लेकिन ठाकरे न तो खुद हाजिर हुए और न ही अपना वकील भेजा। इसके बाद अदालत ने ठाकरे की संपत्ति जब्त करने का नोटिस जारी किया। 

सेटेलाईट नक्शे बने विवाद का कारण अवैध रूप से जारी हो रहे हैं खातेदारी सेटेलाईट नक्शे


सेटेलाईट नक्शे बने विवाद का कारण

अवैध रूप से जारी हो रहे हैं खातेदारी सेटेलाईट नक्शे


एक नक्शे के नाम पर वसूले जा रहे हैं हजार से पन्द्रह सौ रूपये

बाड़मेर।
पश्चिमी सरहद पर बसे बाड़मेर जिले में इन दिनों सेटेलाईट से जारी हो रहे अवैध खातेदारी नक्शे खातेदारों के बीच विवाद का कारण बने हुए हैं। हालात यह हैं कि बिना जिला प्रशासन की स्वीकृति से जारी हो रहे इन सेटेलाईट नक्शों के नाम पर मोटी रकम खातेदारों से इन दिनों एक व्यक्ति द्वारा वसूल की जा रही हैं। इससे भी चौकाने वाली बात तो यह हैं कि इस अवैध कारोबार पर रोक लगाने की बजाए स्वयं पटवारी एवं आरआई तक इन्हीं नक्शों को सही मानते हुए खातेदारों की जमीनों की सीमा का निर्धारण कर रहे हैं, जबकि गुगल अर्थ सेटेलाईट से जारी हो रहे यह नक्शे किसी भी सुरत में अधिमान्य नहीं हैं।
जानकारी के मुताबिक बाड़मेर जिले में सेटलमेंट के टाईम से आवंटित जमीन को पिछले कई महिनों से सेटेलाईट नक्शों के जरिये चुनौती दी जा रही हैं। इतना ही नहीं इन नए सेटेलाईट नक्शों ने सेटलमेट के टाईम दी गई जमीनों की सीमा को ही उल्ट करके रख दिया हैं। इसके कारण खातेदारों में इन दिनों जमीनों के विवाद यकायक बढ़ गए हैं। जिले में बहुतायत मात्रा में मिले खनिज भण्डार एवं पेट्रोलियम पदार्थो के कारण बढ़ी जमीनों की कीमतों के कारण एक-एक इंच जमीन के मायने बदल गए हैं।
बिना स्वीकृति जारी हो रहे हैं सेटेलाईट नक्शे....
बाड़मेर जिले में इन दिनों शहर के सिणधरी चौराहे के पास एक व्यक्ति के द्वारा व्यक्ति द्वारा दुकान लगाकर सेटेलाईट के जरिये जमीनी नक्शे जारी कर खातेदारों को दिये जा रहे हैं। इसके एवज में एक खातेदार को उसके खसरे की प्रतिलिपि प्रिंट आउट देने के लिए करीब एक हजार से 1500 रूपये वसूले जा रहे हैं। जबकि इस कार्य के लिए उसके द्वारा ना तो किसी तरह की स्वीकृति ली गई हैं और ना ही जिला प्रशासन द्वारा उन्हें इसके लिए अधिकृत किया गया हैं। बावजुद इसके पिछले कई महिनों से चल रहे इस गौरखधंधे के जरिये दुकान मालिक द्वारा अच्छा-खासा पैसा बटोर लिया गया हैं। लेकिन बिना किसी प्रमाणिकता के जारी किए जा रहे इन नक्शों में सेटलमेंट के टाईम से आवंटित जमीन और वर्तमान नक्शे में बड़े पैमाने में विविधता आ गई हैं। इसके कारण जमीनी सीमा को लेकर खातेदारों के बीच विवाद पैदा हो रहे हैं। जबकि कानूनी रूप से इस सेटेलाईट नक्शों को किसी तरह से वैद्य नहीं माना गया हैं। 
क्या हैं नियम...
जानकारों के मुताबिक बाड़मेर जिले में सेटेलाईट के जरिये जमीनी नक्शे जारी करने के लिए कोई भी फर्म या व्यक्ति अधिकृत नहीं हैं। जबकि इसके लिए जिला कलेक्टर की स्वीकृति के बाद स्वयं जिला कलेक्टर तहसीलदार या नायब तहसीलदार स्तर के किसी सेवानिवृत अधिकारी अधिकारी को इस कार्य के लिए अधिकृत कर सकता है। लेकिन वर्तमान में इस तरह की स्वीकृति जिला प्रशासन द्वारा किसी को भी नहीं दी गई हैं। इससे भी गंभीर बात तो यह हैं कि सेटेलाईट से जारी इन नक्शो को कानूनी रूप से अदालत में मान्यता नहीं हैं। ऐसे में अगर कोई खातेदार इस नक्शे के आधार पर कोई दावा भी करता हैं तो अदालत इस दावे को पहले ही चरण में खारिज कर देती हैं।
क्या हैं गड़बड़झाला....
बाड़मेर जिले में तेजी से बढ़ी जमीनों की कीमतो के कारण इन दिनों हर कोई खातेदार अपनी जमीन का सीमाज्ञान कराने में जुटा हुआ हैं। इसके लिए वह पटवारी से जब संपर्क करता हैं तो पटवारी द्वारा उसे उक्त सिणधरी चौराहे पर स्थित दुकान पर भेज दिया जाता हैं और वहां से सेटेलाईट नक्शे की प्रति लाने के लिए कहा जाता हैं। सूत्रों के मुताबिक इस कार्य में दुकानदार एवं पटवारी के बीच कुछ कमीशन भी तय हैं। इसके बाद सेटेलाईट से जारी बिना प्रमाणिकता के इन नक्शो को पटवारी एवं आरआई ग्रामीणों की अज्ञानता का फायदा उठाकर उनकी जमीनों की सीमा में परिवर्तन होने की बात बताकर उनकी जमीन का काफी हिस्सा दूसरे खातेदार के हिस्से में चले जाने एवं ओवरलिपिंग होने की बात कहकर उन्हें डरा देता हैं और बाद में बड़ी रकम खातेदार से वसूल लेता हैं। लेकिन काश्तकार अपनी अज्ञानता के कारण इस नक्शे की प्रमाणिकता का पता किए बिना ही अपने पड़ोसी खातेदारों से अपनी जमीन को लेकर लड़ रहे हैं जिसके कारण जिले का सौहादपूर्ण वातावरण खराब हो रहा हैं। वहीं इस सेटेलाईट नक्शे की आड़ में भूमाफिया लोग पटवारी एवं आरआई से मिलीभगत कर जमीनों में हेराफेरी करने में जुटे हुए हैं।
क्या कहते हैं उपखण्ड अधिकारी...
इस संबंध में बाड़मेर उपखण्ड अधिकारी सी.आर देवासी से बात करने पर उन्होंने कहा कि सेटेलाईट से जारी किए जा रहे यह खातेदारी नक्शे किसी तरह से भी मान्य नहीं हैं। हमारी जानकारी में भी इस तरह के प्रकरण आए हैं और इसके बाद हमारी ओर से सभी तहसीलदारों एवं पटवारियों को यह निर्देश जारी किए गए हैं कि वह इन सेटेलाईट नक्शों को आधार मानकर कोई कार्यवाही नहीं करे। लेकिन यह भी सही हैं कि इन निर्देशों की पालना नहीं हो रही हैं और गरीब एवं अनजान किसान लूटे जा रहे हैं। इस संबंध मंे पुनः फिल्ड अधिकारियों को निर्देश दिए जाएगे ताकि इन नक्शों के आधार पर जमीन की पेमाईश ना की जाए।
क्या कहते हैं विधि जानकार...
इस संबंध में विधि जानकारों से बात करने पर उन्होने बताया कि सेटेलाईट के जरिये जारी किए जा रहे जमीनों के नक्शे कानूनी रूप से वैध नहीं हैं। अदालत में किसी जमीनी दावे के प्रकरण मंे इस तरह के नक्शों को अदालत मान्यता नहीं देता हैं।
क्या कहते हैं पटवारी...
इस संबंध में नाम ना छापने की शर्त पर एक पटवारी ने बताया कि बाड़मेर शहर में जारी किए जा रहे सेटेलाईट नक्शे मान्य नहीं हैं। सिर्फ राजस्व विभाग तहसीलदार एवं पटवारी द्वारा जारी प्रमाणित नक्शे ही विधिमान्य हैं। इसके अलावा सेटेलाईट नक्शे किसी भी रूप से जमीनी हकदारी के लिए भी अधिकृत नहीं हैं। उन्होंने बताया कि बाड़मेर जिले में जो सेटेलाईट नक्शे जारी किए जा रहे हैं उसके लिए कोई व्यक्ति अधिकृत नहीं हैं।

ना सनम मिला न विसाले यार ,पत्नी ने आत्महत्या कर ली ,प्रेमिकी की हत्या कर दी


सांजटा गांव में युवती का शव बरामद,हत्या का मामला दर्ज


ना सनम मिला न विसाले यार ,पत्नी ने आत्महत्या कर ली ,प्रेमिकी की हत्या कर दी

बाडमेर सीमावर्ती बाडमेर जिले के सदर थानाअन्तर्गत सांजटा गाांव में एक युवती का शव बरामद ीोने से गांव में सनसनी फैल गई।सदर पुलिस दल ने मौके पर पहूॅच कर शव बरामद कर हत्या का मामला  दर्ज कर जॉच आरम्भ कर दी हैं।थानाधिकारी रमेश कुमार शर्मा ने बताया कि पुलिस को मिली सूचना के आधार पर सांजटा गाांव के कुऐं से युवती का शव बरामद कर लिया हैं।प्रथम दृष्टया हत्या का मामला हैं।उन्होने बताया कि युवती की पहचान निर्मला उर्फ नेमकी निवासी गंगासरा के रूप में हुई हैं।पूलिस नें कुम्भारा राम सुथार के खिलाफ नामजद मामला दर्ज किया गया हैं।दन्होने बताया कि कुम्भाराम सरली गांव का रहने वाला हैं तथा भोपा गिरी का कािम करता हैंनिर्मला कुम्भाराम के प्रेम में पड कर पांच रोज पूर्व घर से उसके साथ भाग गई थी।इस सम्बन्ध में निर्मला के पिता बाबुसिंह ने सदर में मामला दर्ज कराया था कि कुमभाराम ने उसकी 16 साल कह नाबालिग लडकी का अपहरण कर लियौ पुलिस ने अनुसंधान आरम्भ कर दिया था।इसह बीच कुम्भाराम की पत्नी ने आत्महत्या कर ली।सोमवार को कुम्भाराम निर्मला वापस गांव आऐ।जिसकी किसी को कानों कान खबर नही हुई।देर रात को कुम्भाराम और निर्मला सांजटा गांव के बाहर स्थित मेगवालों के कुऐ के पास आऐ तथा कुम्भाराम ने निर्मला की गला धोंट कर हत्या कर शव कुऐं में  फेंक दिया।सुबह ग्रामीणों ने इतला कर पुलिस को बुलाया।पुलिस नें मामला दर्ज कर आरोपी कुम्भाराम को गिरफतार कर लिया।वही र्निमला के शव का पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया।पुलिस ने बताया कि कुम्भाराम और निर्मला के बीच प्रेम सम्बन्ध थे।दोनो शादी करना चाहते थे।मगर सामाजिक डर से साहस नही कर पाऐ।कुम्भाराम ने निर्मला की हत्या कर दी।


सांजटा गांव में युवती का शव बरामद,हत्या का मामला दर्ज


सांजटा गांव में युवती का शव बरामद,हत्या का मामला दर्ज

बाडमेर सीमावर्ती बाडमेर जिले के सदर थानाअन्तर्गत सांजटा गाांव में एक युवती का शव बरामद ीोने से गांव में सनसनी फैल गई।सदर पुलिस दल ने मौके पर पहूॅच कर शव बरामद कर हत्या का मामला  दर्ज कर जॉच आरम्भ कर दी हैं।थानाधिकारी रमेश कुमार शर्मा ने बताया कि पुलिस को मिली सूचना के आधार पर सांजटा गाांव के कुऐं से युवती का शव बरामद कर लिया हैं।प्रथम दृष्टया हत्या का मामला हैं।उन्होने बताया कि युवती की पहचान निर्मला उर्फ नेमकी निवासी गंगासरा के रूप् में हुई हैं।पूलिस नें देवाराम सुथार के खिलाफ नामजद मामला दर्ज किया गया हैं।अनुसंधान आरम्भ कर दिया हैं।

राजस्थान दर्शन भाग 3......चित्तोड़ गढ़...कीर्तिस्तम्भ


कीर्तिस्तम्भ (विजय स्तम्भ, जय स्तम्भ)


महाराणा कुम्भा ने मालवा के सुल्तान महमूद शाह खिलजी को सन् १४४० ई. (वि. सं. १४९७) में प्रथम बार परास्त कर उसकी यादगार में इष्टदेव विष्णु के निमित्त यह कीर्तिस्तम्भ बनवाया था। इसकी प्रतिष्ठा सन् १४४८ ई. (वि.सं. १५०५) में हुई।
यह स्तम्भ वास्तुकला की दृष्टि से अपने आप मंजिल पर झरोखा होने से इसके भीतरी भाग में भी प्रकाश रहता है। इसमें विष्णु के विभिन्न रुपों जैसे जनार्दन, अनन्त आदि, उनके अवतारों तथा ब्रम्हा, शिव, भिन्न-भिन्न देवी-देवताओं, अर्धनारीश्वर (आधा शरीर पार्वती तथा आधा शिव का), उमामहेश्वर, लक्ष्मीनारायण, ब्रम्हासावित्री, हरिहर (आधा शरीर विष्णु और आधा शिव का), हरिहर पितामह (ब्रम्हा, विष्णु तथा महेश तीनों एक ही मूर्ति में), ॠतु, आयुध (शस्र), दिक्पाल तथा रामायण तथा महाभारत के पात्रों की सैकड़ों मूर्तियाँ खुदी हैं। प्रत्येक मूर्ति के ऊपर या नीचे उनका नाम भी खुदा हुआ है। इस प्रकार प्राचीन मूर्तियों के विभिन्न भंगिमाओं का विश्लेषण के लिए यह भवन एक अपूर्व साधन है। कुछ चित्रों में देश की भौगोलिक विचित्रताओं को भी उत्कीर्ण किया गया है।
कीर्तिस्तम्भ के ऊपरी मंजिल से दुर्ग एवं निकटवर्ती क्षेत्रों का विहंगम दृश्य दिखता है। बिजली गिरने से एक बार इसके ऊपर की छत्री टूट गई थी, जिसकी महाराणा स्वरुप सिंह ने मरम्मन करायी।


सोमवार, 27 जून 2011

आराम

बाड़मेर. सर्किट हाउस के पास इंदिरा सर्किल पर लगा फाउंटेन पानी के अभाव में कई महीनों से बंद पड़ा है। ऐसे में लोग दोपहरी में यहां आराम करने के लिहाज से सो जाते हैं।

अपने 'उनको' देखकर सहम जाती है ये रूसी सुंदरी




लंदन. रूसी टेनिस सुंदरी मारिया शारापोवा को अपने मंगेतर साशा वुजेसिच के मैच देखना पसंद नहीं है। एक ब्रिटिश अखबार ने इस बात का खुलासा किया है।

ब्रिटिश अखबार डेली एक्सप्रैस ने शारापोवा के हवाले से लिखा है, "मैं हमेशा उसके गेम देखकर नर्वस हो जाती हूं। मेरे दिल की धड़कनें कुछ ज्यादा ही तेज हो जाती हैं। इतनी टेंशन तो मुझे अपने मैच खेलते समय नहीं होती। मुझे मैच खेलने से ज्यादा कठिन काम उसे लाइव देखना लगता है।"

गौरतलब है कि रूसी टेनिस स्टार शारापोवा ने हाल ही में बास्केटबॉल खिलाड़ी साशा वुजेचिच से सगाई की है। 17 साल की उम्र में विंबलडन जीतकर सबको चौंकाने वाली शारापोवा ने कहा, "जब आप खेलते हो और उसके बाद किसी अपने को खेलते हुए देखते हो तो आप की उम्मीदें बहुत बढ़ जाती हैं। टीम गेम में बात अलग होती है। कभी-कभी आप जीत के हीरो होते हो, तो कभी आप अच्छा खेलकर भी मैच हार जाते हो। मुझे इस फीलिंग से बहुत डर लगता है।"

पति-पत्नी बम’ का इस्तेमाल



मीरनशाह. तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान इनदिनों ‘पति-पत्नी बम’ का इस्तेमाल कर रहा है। तालिबान ने सोमवार को दावा किया कि शनिवार देर रात डेरा इस्माइल खान में मौजूद पुलिस थाने पर हुए फिदायीन हमले को एक उज्बेक जोड़े ने अंजाम दिया है। तालिबान ने आगे भी पति-पत्नी बम के इस्तेमाल की धमकी दी है।  यह अपनी तरह का पहला दावा है। पुलिस ने इस बात की पुष्टि की है कि इस धमाके को अंजाम देने में महिला शामिल रही है। दक्षिण वजीरिस्तान में बुरका पहने आतंकियों ने थाने पर हमला किया था जिसमें दस पुलिस वाले मारे गए थे।
तालिबान के प्रवक्ता एहसानउल्लाह एहसान ने बताया, ‘हमने पति-पत्नी के एक जोड़े को भेजा था जो उज्बेकिस्तान के नागरिक थे। हमारे पास ऐसे कई जोड़े हैं। जब तक अत्याचार नहीं रुकते हैं तब तक हम पाकिस्तान और अफगानिस्तान में सुरक्षा बलों पर ऐसे हमले जारी रखेंगे। हम चाहते हैं कि लोगों को अमेरिका की गुलामी से आज़ादी मिले। इसीलिए हमने पति-पत्नी बम का इस्तेमाल किया है।’ पुलिस अधिकारी इम्तियाज शाह ने कहा, ‘हमारे पास जो सूचना आई है, उसके मुताबिक हमलावर पति-पत्नी थे, लेकिन हमारे पास इस बात को साबित करने के लिए कोई ठोस सबूत नहीं है।

चंडीगढ़ में ऑनर किलिंग की भेंट चढ़ा युवक

चंडीगढ़।। पंजाब में एक व्यक्ति ने कुछ दोस्तों की मदद से अपने ही बहनोई की हत्या कर दी। पुलिस ने रविवार को इसे सम्मान के नाम पर की गई हत्या बताया।

इस सिलसिले में अब तक सिर्फ एक व्यक्ति की गिरफ्तारी हुई है। पुलिस के मुताबिक, प्रदीप उर्फ सोनू ने इस साल फरवरी में बलविंदर कौर से अंतरजातीय विवाह किया था। कौर के परिजन इससे नाराज थे। 22 जून को उसके भाई ने करीब 10 लोगों के साथ सोनू के घर पर हमला कर दिया और धारदार हथियार से उसकी हत्या कर दी।

उसे चंडीगढ़ अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कौर का भाई इस विवाह के खिलाफ था, इसलिए उसने परिवार के सम्मान के नाम पर सोनू की हत्या कर दी।