करौली दर्दनाक हादसे में छह श्रद्धालुओं की मौत
करौली-धौलपुर मार्ग स्थित सरमथुरा थानान्तर्गत बथुआ खोह के समीप शुक्रवार देर रात हुए दर्दनाक हादसे में छह श्रद्धालुओं की मौत हो गई। इनमें से तीन की मौके पर मौत हुई जबकि तीन ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। अभी भी घायल 13 में से कुछ की गंभीर स्थिति बनी हुई है।कैलादेवी से दर्शन कर लौट रहे एक परिवार की खुशियों को शुक्रवार देर रात हुए हादसे ने गम में बदल दिया। अपनों के खो देने के गम में घायल अपना दर्द भुला बैठे। हादसे की दहशत से उनकी आंखें पथरा गईं।
सरमथुरा थाने के एएसआई रामदीन शर्मा ने बताया कि एक ही परिवार के 18 सदस्य जीप से शुक्रवार सुबह करीब नौ बजे आगरा के फतेहाबाद थानान्तर्गत पोखर पाण्डे गांव से कैलादेवी दर्शनों को रवाना हुए थे। वहां दर्शन कर रात करीब 12 बजे वापस लौट रहे थे।
इसी दौरान करौली-धौलपुर मार्ग स्थित सरमथुरा थानान्तर्गत बथुआ खोह के समीप चालक को नींद की झपकी आ जाने से जीप पुलिया की सुरक्षा दीवार से जा टकराई। गति तेज होने के कारण जीप सुरक्षा दीवार पर जा चढ़ी।
इससे जीप में सवार लज्जाराम (70) पुत्र पातीराम जाटव, पूनिया देवी (65) पत्नी लज्जाराम, रोशनी (13) पुत्री रणजीत की मौके पर ही मौत हो गई। दुर्घटना स्थल पर घायलों की चीख-पुकार मच गई। सूचना पर पहुंची सरमथुरा पुलिस ने मृतकों को सरमथुरा अस्पताल भिजवाया। घायलों को एम्बुलेंस से करौली सामान्य चिकित्सालय में भर्ती कराया।
अस्पताल पहुंचते ही अनिल (35) पुत्र किशन सिंह जाटव ने दम तोड़ दिया। गंभीर स्थिति होने पर पुलिस ने रणजीत (30) पुत्र लज्जाराम को रैफर किया, जिसकी रास्ते में मौत हो गई। जबकि गौतम (8) पुत्र रणजीत ने अस्पताल में उपचार के दौरान सुबह 11 बजे दम तोड़ दिया। पोस्टमार्टम करा शव परिजनों को सुपुर्द कर दिए।
घायलों को ले गए आगरा
दुर्घटना में चालक सहित 13 जने घायल हो गए। इसमें टोडीपुरा निवासी सीमा पत्नी राजकमल, रोहित पुत्र राजकमल, अवनी पुत्री राजकमल, मोहित पुत्र राजकमल, बंटी पुत्र महावीर, नेमवती पत्नी बंटी, निशा पुत्री बंटी, अमन पुत्र बंटी, रूबी पुत्री किशन सिंह, लक्ष्मी पत्नी रणजीत, विशाल पुत्र रणजीत, बंटू पुत्र छविराम सहित एक अन्य घायल हो गए। परिजन सभी को डिस्चार्ज कराकर आगरा ले गए।