डूंगरपुर.देश में 65 एेसे गांव जहां कई सालों से नहीं हुआ कोई अपराध
गंभीर अपराधों में लगातार वृद्धि से पुलिस व नीति निर्धारकों को जहां परेशानी से रूबरू होना पड़ रहा है, वहीं डूंगरपुर जिले में 12 पुलिस थाना क्षेत्रों में 65 गांव एेसे भी हैं, जहां बीते तीन वर्षों वर्ष 2013 से 2015 में एक भी आपराधिक घटना नहीं हुई है। इन गांवों के लोग छोटे-मोटे विवादों को स्थानीय स्तर पर बातचीत से सुलझा लेते हैं तथा उन्हें पुलिस थाने तक जाने की जरूरत ही नहीं रहती है। अपराधविहीन गांवों के रूप में यह जिले के अन्य गांवों के लिए नजीर बन रहे हैं।
अभियान से सफलता
इन 65 गांवों को अपराधविहीन बनाने में सबसे बड़ी भूमिका पुलिस, सीएलजी सदस्यों, जनप्रतिनिधियों , सामाजिक प्रतिनिधियों, मुिखयाओं के अथक प्रयास तथा पुलिस के विशेष अभियान व कार्यक्रमों ने निभाई है। पुलिस बीट कांस्टेबल, बीट प्रभारी, थाना प्रभारी तथा अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की ओर से समय-समय पर इन गांवों के लोगों से लगातार सम्पर्क कर बैठकें भी की गई। ग्रामीणों को सामाजिक बुराइयों से दूर रहने की प्रेरणा दी गई। विद्यालयों में भी आवश्यक जानकारी दी गई। युवाओं को भी जागृत किया गया। उन्हें बाल विवाह, मौताणा, नाता प्रथा जैसी सामाजिक कुप्रथाओं तथा समाज पर पडऩे वाले विपरीत प्रभावों से अवगत कराने से नवचेतना का संचार हुआ।
आपस में होता है समाधान
इन गांवों में दो पक्षों में विवाद होने पर गांव के बड़े-बुजुर्गो, पंचायत सदस्यों की ओर से उनकी समस्या का आपस में मिल बैठकर समाधान किया जाता है। इससे उन्हें पुलिस थाने तक जाने की आवश्यकता नहीं रहती है।
अन्य गांवों के लिए बनेंगे प्रेरणादायी
इस संबंध में डूंगरपुर जिला अधीक्षक अनिल कुमार जैन ने बताया कि अपराधविहीन गांव जिले के अन्य गांवों के लिए भी प्रेरणादायी बनेंगे। इनकी तर्ज पर अन्य गांव भी इसकी ओर अग्रसयर होंगे। इन अपराधविहीन गांवों को जिला प्रशासन की ओर से सम्मानित कराने के प्रयास कर रहे हैं। कांस्टेबल, बीट प्रभारी तथा थाना प्रभारी के लोगों से लगातार सम्पर्क से अपराधों पर अंकुश लगने के साथ ही शांति व आपसी सौहार्द की भावना भी विकसित होगी।