गुरुवार, 24 सितंबर 2015

स्वैच्छिक रक्तदान शिविर आज आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चिित करने के निर्देश



स्वैच्छिक रक्तदान शिविर आज  आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चिित करने के निर्देश

बाडमेर, 24 सितम्बर। पण्डित दीनदयाल उपाध्याय की जयन्ती के अवसर पर 25 सितम्बर को उच्च शिक्षा विभाग द्वारा महाविद्यालयों में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा।

जिला कलक्टर मधुसूदन शर्मा द्वारा एक आदेश जारी कर स्वेच्छिक रक्तदान शिविर के सफल संचालन हेतु रक्तदान शिविर स्थल राजकीय महाविद्यालय बाडमेर के लिए उपखण्ड अधिकारी बाडमेर तथा राजकीय महाविद्यालय बालोतरा के लिए उपखण्ड अधिकारी बालोतरा को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। उन्होने जिले में स्थित सभी विभागीय अधिकारियों को 25 सितम्बर को आयोजित होने वाले रक्तदान शिविर में उनके अधीनस्थ अधिकारियों एवं कर्मचारियों को स्वैच्छिक रक्तदान हेतु प्रोत्साहित करते हुए संकल्प पत्र भरवाकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बाडमेर को उपलब्ध कराने एवं आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चिित करने के निर्देश दिए है।

उन्होने रक्तदान शिविर के सफल संचालन के लिए जोधपुर विद्युूत वितरण निगम लिमिटेड के अधीक्षण अभियन्ता बाडमेर, अधिशाषी अभियन्ता बाडमेर एवं बालोतरा को निर्बाध विद्युत की आपूर्ति सुनिश्चित करने तथा जिला पुलिस अधीक्षक बाडमेर को रक्तदान शिविर स्थलों पर पर्याप्त पुलिस व्यवस्था करने के निर्देश दिए है।

बाडमेर,सड़क सुरक्षा हेतु सघन जांच अभियान 28 से बिना वैद्य लाइसेन्स वाहन संचालन पर कार्यवाही



बाडमेर,सड़क सुरक्षा हेतु सघन जांच अभियान 28 से बिना वैद्य लाइसेन्स वाहन संचालन पर कार्यवाही
बाडमेर, 24 सितम्बर। जिले में सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए 28 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक सघन जांच अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान में परिवहन, पुलिस, सार्वजनिक निर्माण, नगरीय विकास एवं ग्रामीण विकास विभागों द्वारा संयुक्त कार्यवाही की जाएगी। जिला कलक्टर मधुसूदन शर्मा की अध्यक्षता में गुरूवार को आयोजित बैठक में अभियान के दौरान किए जाने वाले कार्यो पर विस्तृत चर्चा की गई।

इस अवसर पर जिला कलक्टर शर्मा ने सड़क दुघटनाओं की रोकथाम के लिए अभियान के दौरान परिवहन एवं पुलिस विभाग को विशेष कार्ययोजना बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होने बिना वै़द्य चालक लाईसेन्स के एवं निर्धारित आयु से कम आयु के व्यक्ति द्वारा वाहन संचालन के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिए। इसी प्रकार बिना हेलमेट एवं सीट बैल्ट लगाकर वाहन चलाने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध कार्यवाही करने तथा ऐसे वाहन जो बिना फिटनेस, बिना अनुज्ञापत्र एवं बिना वाहन बीमा कराये संचालित किए जा रहे है, उनके विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होने जिले में सभी भार तथा यात्री वाहनों पर रिफलेक्शन टेप लगाने के निर्देश दिए। उन्होने बताया कि धीमी गति के गैर मोटर चलित वाहन जैसे बैल गाडी, ऊंट गाडी इत्यादि पर स्वयं सेवी संस्थाओं के सहयोग से रिफलेक्टिव टेप लगवाए जाएगें।

जिला कलक्टर ने क्षमता से अधिक भार परिवहन करने, भार वाहन में यात्रियों को बिठाकर वाहन चलाने वाले, नशे में या तेज गति व खतरनाक तरीके से वाहन चलाने वाले एवं वाहन चलाते समय मोबाईल पर बात करने वाले तथा टेªफिक सिग्नल का उल्लंधन करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होने नशे में वाहन चलाने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध मोटर वाहन अधिनियम की धारा 185 के तहत न्यायालय में अभियोंजन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।

शर्मा ने शैक्षणिक संस्थानों में छात्रों के आवागमन हेतु प्रयुक्त वाहन जैसे आॅटो रिक्शा, वैन, मिनी बसे, टाटा मैजिक इत्यादि को नियमों की पालना करने हेतु जागरूकता रैली का आयोजन कर उन्हें जागरूक करने के निर्देश दिए। साथ ही स्कूल बसों पर बाल वाहिनी अंकित करने तथा विशेष पीला रंग पेन्ट करने के निर्देश दिए।

जिला कलक्टर ने अभियान के दौरान सार्वजनिक निर्माण विभाग को सभी सडकों के जंक्शन पर गति सीमा दर्शाने वाले सूचना पट्ट लगाने तथा सडक के किनारे आ रहे वृक्षों पर रिफ्लेक्टर लगाने तथा रोड मिडियन एवं जंक्शन पर चालकों को बाधित करने वाले वृक्षों, झांडियों की कटिंग करवाने के निर्देश दिए। साथ ही दुर्घटना संभावित क्षेत्रों को चिन्हित एवं दुरस्त कर सुरक्षा के उपाय करने के निर्देश दिए।

जिला कलक्टर ने अभियान के दौरान रेड क्राॅस सोसायटी के माध्यम से टोल प्लाजा कार्मिकों, ढाबे वालों, ट्रक चालक को फस्ट एड की ट्रेनिंग दिलवाने को कहा। साथ ही वाहन चालकों की आंखों की जांच के लिए शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए।

उन्होने नगरीय क्षेत्रों में नो पार्किग के सूचना पट्ट अंकित करने तथा आबादी क्षेत्रों में अधिकतम गति सीमा निर्धारित करने के लिए अधिसूचना जारी करने को कहा। साथ ही सम्पूर्ण अभियान के लिए अतिरिकत जिला कलक्टर को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।

बैठक मे जिला पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख, अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी. बिश्नोई, अतिरिकत पुलिस अधीक्षक रधुनाथ गर्ग, जिला परिवहन अधिकारी बाडमेर डी.डी. मेघाणी तथा जिला परिवहन अधिकारी बालोतरा अचलाराम मेघवाल एवं अधिशाषी अभियन्ता मुरलीधर खत्री मौजूद थे।

बाड़मेर, 24 सितंबर।डिस्काॅम आपके द्वार अभियान का अगला शिविर 27 को



बाड़मेर, 24 सितंबर।डिस्काॅम आपके द्वार अभियान का अगला शिविर 27 को


विद्युत विभाग द्वारा राज्य सरकार एवं निगम आदेशानुसार बाड़मेर जिले मंे घरेलू विद्युत कनेक्शनों से वंचित परिवारों के लिए शुरू किए गए हर घर बिजली-डिस्काॅम आपके द्वारा अभियान के तहत तीसरा शिविर 27 सितंबर रविवार को आयोजित होगा।

यह जानकारी देते हुए अधीक्षण अभियंता बाड़मेर श्री गोपाराम सिरवी ने बताया कि इस अभियान के तहत जिले के सभी 14 उपखण्डों में किया जाएगा। शिविर ग्राम पंचायत भवन, अटल सेवा केन्द्र या गांव मंे मौजुद 33/11 केवी सब स्टेशन भवन मंे आयोजित किया जाएगा।

अधीक्षण अभियंता श्री गोपाराम सिरवी ने बताया कि अभियान का दूसरा शिविर 27 सितंबर को आयोजित होगा, जिसके तहत बाड़मेर शहर प्रथम में विशाला, शहर द्वितीय में कवास, बाड़मेर ग्रामीण में रामसर, बायतु मंे सवाउ पदमसिंह, शिव में शिव एवं चैहटन मंे चैहटन, बालोतरा शहर मंे वार्ड संख्या 34 रतन विहार, बालोतरा ग्रामीण मंे कनाना, पचपदरा दुधवा, सिवाना मंे समदड़ी, पादरू में कांखी, सिणधरी में मेहलू, गुड़ामालानी मंे भैडाणा एवं धोरीमन्ना में बामरला में शिविर आयोजित होगे।

अधिकाधिक फायदा उठाए ग्रामीणः

अधीक्षण अभियंता सिरवी ने बताया कि शिविरों का मुख्य उद्देश्य विभागीय प्रक्रिया एवं जानकारी के अभाव मंे सर्विस लाईन विद्युत कनेक्शन से वंचित सभी ग्रामीणो को विद्युत कनेक्शन जारी किये जाने हैं। इसके तहत सभी उपखण्ड अधिकारियों को आवेदन फाॅर्म उपलब्ध करा दिए गए हैं जो सीसीए/लाईनमैन को बांटे गए हैं। आवेदक ग्रामीण संबंधित सीसीए एवं लाईनमैन से संपर्क कर निःशुल्क फाॅर्म प्राप्त कर आवश्यक प्रक्रिया अपनाते हुए फाईल जमा कराएं। उन्हें शिविर मंे ही कनेक्शन जारी किए जाएगे। उन्होंने ग्रामीणों से इस शिविर का लाभ उठाने का आव्हान किया हैं। उन्होने बताया कि इसके बाद अगर कोई व्यक्ति बिना कनेक्शन बिजली चोरी करते पाया गया तो उसके विरूद्ध एफआईआर दर्ज कर कार्यवाही की जाएगी।







रियायती योजना भी लागूः

अभियान के तहत पुराने स्थाई रूप से कटे चुके कनेक्शन भी बकाया राशि जमा करवाकर जुड़वाने की योजना लागू की गई हैं। इसके तहत बकाया राशि में ब्याज माफ किया जाएगा। योजना की जानकारी आवेदक विभाग के उपखण्ड कार्यालय में जाकर प्राप्त कर सकता हैं। यह योजना अभियान की समाप्ति से पूर्व तक ही लागू रहेगी।

बाड़मेर बीपीटी दल का चार दिवसीय प्रशिक्षण आज सम्पन्न

बाड़मेर बीपीटी दल का चार दिवसीय प्रशिक्षण आज सम्पन्न
महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत सघन सहभागी नियोजन अभ्यास 2 के तहत वार्षिक कार्य योजना 2016-17 एवं श्रम बजट 2016-17 हेतु दिनंांक 21.09.2015 से 24.09.2015 तक ग्राम पंचायत स्तर पर गठित बीपीटी दल का चार दिवसीय प्रशिक्षण आज सम्पन्न हुआ।

कार्यक्रम अधिकारी नवलाराम चैधरी ने बताया कि इस प्रशिक्षण का उद्वेश्य ग्रामीण क्षैत्र में हर गरीब परिवार तक पहुच कर उनकी प्राथमिकता और संसाधनों के आधार पर उनके लिये टिकाउ आजीविका विकसित करना हैं। गांव स्तर तक सहजकर्ताओं की उपलब्धता सबसे गरीब परिवारों को मिलने वाले विभ्भिन लाभों की जानकारी मिलेगी तथा जरूरतों को समझकर प्राथमिकता के आधार पर आजीविका के अवसरों की पहवान की जा सकती हैं। ग्राम पंचायत में श्रम नियोजन के आधार पर ही ब्लाक, जिला एवं राज्य का नियोजन होगा। बीपीटी क्षरा 02 अक्टुबर तक सर्वे कार्य पूर्ण कर ग्राम स्भा से वार्षिक योजना अनुमोदित की जायेगी। प्रशिक्षण कार्यक्रम में सहायक अभियन्ता रामलाल जैन, श्योर के हनुमानराम चैधरी, जेटीए शेरसिंह एवं लेखा सहायक ललित छाजेड नें भी जानकारी दी।

बाड़मेर दोे उचित मूल्य दुकानदारों के विरूद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज



बाड़मेर दोे उचित मूल्य दुकानदारों के विरूद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज


सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत वितरण कार्य में गम्भीर अनियमितताऐं पाये जाने पर जिला कलक्टर बाड़मेर के आदेषानुसार महेषदान पुत्र विरधदान, उचित मूल्य दुकानदार साता एवं व्यवस्थापक, संत पीपा जन कल्याण समिति, हड़वेचा के विरूद्ध संबंधित क्रमषः पुलिस थाना बाखासर एवं पुलिस थाना षिव में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करवाई गई।

शिक्षकांे को देनी होगी परीक्षा मिलेगा पूरे विद्यालय को सम्मान

शिक्षकांे को देनी होगी परीक्षा मिलेगा पूरे विद्यालय को सम्मान

बाड़मेर 24 सितंबर। बच्चों की परीक्षा लेने वाले संस्था प्रधान और शिक्षकों को भी अब परीक्षा देनी होगी। उनके मूल्यांकन के लिए 100 अंक निर्धारित किए गए है। इसके लिए राज्य सरकार नई योजना प्रारंभ करने जा रही है।

शिक्षा विभाग मंे कार्यरत संस्था प्रधानांे एवं शिक्षकांे की कार्य प्रणाली मंे गुणात्मक सुधार के लिए राज्य सरकार 15 अक्टूबर से उत्कृष्ट विद्यालय चयन योजना प्रारंभ कर रही है। इसके तहत शिक्षकांे की अब परीक्षा ली जाएगी। इस योजना के तहत उनके कामकाज के मूल्यांकन के लिए 100 अंक निर्धारित किए गए हैं। इसमंे 16 कैटेगरी में प्रश्न (कामकाज) होंगे। इसके आकलन के आधार पर अंक दिए जाएंगे। इस परीक्षा मंे इसमें शिक्षक तो फेल नहीं होंगे, लेकिन पूरे विद्यालय को सम्मान दिया जाएगा। इस संबंध में शिक्षा विभाग ने उप निदेशकों को निर्देश जारी किए हैं। इसमें योजना के संचालन के लिए ब्लॉक स्तर पर कमेटी बनाने के लिए कहा गया है। कमेटी में बीईईओ, एबीईईओ, आरपी और संस्था प्रधान होंगे। यह कमेटी स्कूलों में औचक निरीक्षण करेगी। साथ ही इस दौरान मौके पर विभिन्न कैटेगरी में उसके आधार पर अंक दिए जाएंगे। इसके बाद मेरिट के आधार पर प्रदेश में 200 स्कूलों का चयन किया जाएगा।



प्रयोगशाला मंे उर्वरक भेजकर कराई जा सकेगी जांच

बाड़मेर, 24 सितंबर। किसान अब प्रयोगशाला के पते पर उर्वरक भेजकर उसकी निःशुल्क जांच करा सकेंगे। इससे उन्हें पता चल सकेगा कि उनका उर्वरक सही है या नहीं। कृषि विभाग ने हाल ही इस संबंध में निर्णय किया है। इसके पीछे विभाग का उद्देश्य है कि किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले उर्वरक मिले।

कृषि विभाग के अधिकारिक सूत्रांे के मुताबिक किसान को यदि उर्वरक पर शंका है तो वह उसकी निःशुल्क जांच करा सकेगा। इसके लिए किसान को प्रयोगशाला के पते पर अपना उर्वरक भेजना होगा। इसके लिए किसान को अपना पता भी लिखना होगा, जिससे उसे जांच में क्या कमी रही और क्या अच्छा रहा कि पूरी रिपोर्ट मिल सके। अब तक किसान उर्वरक की जांच स्वयं नहीं करा सकते थे। इसके लिए उर्वरक निरीक्षकों द्वारा ही विक्रेताओं के यहां से नमूने लेकर प्रयोगशाला भेजे जाते थे। उर्वरकों की जांच से किसानों को लाभ मिलेगा। उर्वरक सही या नहीं इसकी पहचान होने के बाद फसल और आमदनी दोनों में इजाफा होगा।


किसान यहां भेज सकेंगे उर्वरक का नमूनाः किसान राज्य में अधिसूचित उर्वरक प्रशिक्षण प्रयोगशाला दुर्गापुरा जयपुर जोधपुर भरतपुर और उदयपुर में से किसी एक में उर्वरक का नमूना भेजकर जांच करा सकेंगे। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कृषकों द्वारा जांच कराए जाने वाले उर्वरक नमूनों की विश्लेषण रिपोर्ट किसी भी वैधानिक कार्य के लिए मान्य नहीं होगी।

सामाजिक सुरक्षा योजनाआंे के लिए आनलाइन आवेदन

बाड़मेर] 24 सितंबर। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा संचालित सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के आवेदन पत्र आनलाइन वेबसाइट पर किए जा सकते है। इसके लिए वेबसाइट संबंधित सूचना जारी की गई है।


जिला कलक्टर मधुसूदन शर्मा ने बताया कि इन वेबसाइटों पर ऑनलाइन आवेदन करने के साथ-साथ योजनाओं की विस्तृत जानकारी भी उपलब्ध हैं। पात्र व्यक्ति संचालित योजनाओं का लाभ लेने के लिए संबंधित वेबसाइट पर भी आवेदन कर सकता है।

यहां मिलेगी सारी जानकारीः राष्ट्रीय वृद्वावस्था विधवा एवं निःशक्त पेंशन योजना की जानकारी वेबसाइट www.nsap.nic.in और www.rajssp.raj.nic.in पर तथा राज्य वृद्घावस्था विधवा एवं निःशक्त पेंशन योजना की वेबसाइट www.rajssp.raj.nic.in पर जानकारी उपलब्ध है। इसी तरह से उत्तर मैट्रिक छात्रवृति योजना के अन्तर्गत अजा, जजा, अन्य पिछड़ा वर्ग विशेष पिछड़ा वर्ग विकलांग एवं मुख्यमंत्री सर्वजन उच्च शिक्षा योजना में राज्य के बाहर एवं राज्य की शिक्षण संस्थानों में अध्ययनरत विद्यार्थी वेबसाइट www.rajpms.nic.in पर छात्रवृति के लिए ऑन लाइन आवेदन पत्र प्रस्तुत कर योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं। विभाग द्वारा संचालित अनुप्रति योजना राजकीय एवं अनुदानित छात्रावास आवासीय विद्यालय अन्तरजातीय विवाह योजना आस्था कार्ड योजना विधवा पुत्री विवाह योजना मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना (विशेष योग्यजन पालनहार योजना नवजीवन योजना वृद्घाश्रम एवं डे-केयर सेन्टर के लिए आवेदन करने के साथ जानकारी वेबसाइट www.sjms.rajasthan.gov.in पर प्राप्त की जा सकती है।

विशेष आलेख बाड़मेर मुद्रा बैंक से बदलेगी छोटे उद्यमियांे की तकदीर



विशेष आलेख

बाड़मेर मुद्रा बैंक से बदलेगी छोटे उद्यमियांे की तकदीर

 बाड़मेर 24 सितंबर। छोटे उद्यमियांे के लिए मुद्रा बैंक योजना वरदान साबित होगी। इसके जरिए छोटे उद्यमियांे को दस लाख रूपए तक का ऋण बिना गारंटी एक फीसदी प्रति माह की दर पर उपलब्ध कराया जाएगा। छोटे उद्यमियांे को आसानी से ऋण उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री मुद्रा बैंक योजना की शुरूआत की थी। अब तक गारंटर के अभाव मंे छोटे-मोटे धंधांे से जुड़े लोग साहूकार से ऋण लेेने के लिए मजबूर होकर फंस जाते है।

मुद्रा बैंक की स्थापना के पीछे सरकार की मंशा है कि छोटे उद्यमियांे को व्यापार के लिए आसानी से ऋण मिले। देश का बहुत बड़ा तबका छोटे उद्यमांे से जुड़ा हुआ है, जिनको आमतौर पर बड़े बैंक कर्ज देने से कौताही बरतते है। ऐसे मंे केन्द्र सरकार ने मुद्रा बैंक स्थापित करने का निर्णय लिया। इससे छोटे उद्यमियांे को ऋण देने से सकल घरेलू उत्पाद बढ़ने के साथ आर्थिक वृद्वि तेज होगी। आमतौर पर माना जाता है कि छोटा-मोटा कारोबार करने वाले कर्जदार ऋण का समय पर भुगतान करते है। इस परंपरा को आगे बढाने एवं स्वरोजगार के अवसर बढाने के लिए मुद्रा बैंक की कल्पना करते हुए साकार रूप दिया गया। मुद्रा बैंक के जरिए तीन तरह के ऋण उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके तहत शिशु ऋण योजना मंे 50 हजार, किशोर योजना मंे 50 हजार से 5 लाख तथा तरूण योजना के तहत 5 से 10 लाख रूपए तक के ऋण उपलब्ध कराए जाएंगे।

क्या है मुद्रा बैंकः मुद्रा का पूरा नाम माइक्रो यूनिटस डेवलपमेंट फंड रिफाइनेंस एजेंसी है। इसके जरिए प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत छोटे उद्यमियों को 10 लाख रूपए तक के ऋण दिए जाएंगे। वित्तमंत्री अरूण जेटली ने बजट सत्र के दौरान बजट भाषण मंे मुद्रा बैंक की स्थापना की घोषणा की थी। उन्हांेने मुद्रा सुक्ष्म इकाई विकास एवं पुनर्वित एजंेसी बैंक खोलने का प्रस्ताव रखा था, जिसके पास 20 हजार करोड़ रूपए की राशि और 3 हजार करोड़ रूपए की साख गारंटी राशि होगी। मुद्रा बैंक बुनियादी तौर पर छोटी इकाइयांे को वित उपलब्ध कराने की नीति बनाने के साथ कर्ज देने के लिए राशि भी मुहैया कराएगी।

किसको मिलेगा ऋणः छोटी कारोबारी इकाइयां जो छोटे विनिर्माण, व्यापारिक एवं सेवा व्यवसायांे का संचालन करती है। इसमंे से 62 फीसदी इकाइयांे का स्वामित्व अजा, अजजा एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के हाथांे मंे है। कड़ी मेहनत करने वाले इन उद्यमियांे को ऋण लेने की औपचारिक प्रक्रिया के बारे मंे भी ज्यादा जानकारी नहीं है। ऐसे लोगांे को मुद्रा योजना मंे ऋ़ण लेकर कारोबार को आगे बढ़ाने का सुनहरा मौका मिलेगा। कर्ज देने के लिए अजा एवं अजजा उद्यमियांे को प्राथमिकता दी जाएगी। इससे युवा, शिक्षित एवं कुशल कामगारांे मंे विश्वास बढ़ने के साथ वे प्रथम पीढ़ी के उद्यमी बनने के लिए प्रेरित होंगे। इसके अलावा मौजूदा छोटे कारोबारी भी अपनी गतिविधियांे का विस्तार करने मंे सक्षम होंगे। मुद्रा बैंक मंे ठेले, खोमचे वालांे के साथ अचार, पापड़ का व्यापार कर रही महिलाआंे, छोटी-मोटी दुकान, ब्यूटी पार्लर, मैकेनिक, दर्जी, कुम्हार तथा ऐसा ही छोटा-मोटा व्यापार करने वालांे को ऋण देने का प्रावधान है।

ऐसे कार्य करेगा मुद्रा बैंकः मुद्रा बैंक पंजीकृत छोटे उद्योगांे को सीधे तौर पर ऋण देगी। जबकि निचले स्तर के उद्यमियों के लिए मुद्रा बैंक अलग-अलग स्वयंसेवी संस्थाआंे की भी मदद ले सकती है। मुद्रा योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए बैंकांे ने नोडल अधिकारी नियुक्त किए है। अधिकाधिक लोगांे को इस योजना से लाभांवित करने के लिए 25 सितंबर से 2 अक्टूबर तक लोन मेले का आयोजन किया जा रहा है।

मुद्रा कार्ड को प्राथमिकताः पूरे देश मंे 25 सितंबर से प्रारंभ हो रहे मुद्रा बैंक के स्पेशल कैम्पेन के दौरान छोटे कारोबारियांे को मुद्रा कार्ड उपलब्ध कराने को प्राथमिकता दी जाएगी। मुद्रा कार्ड एक रूपे डेबिट कार्ड है जो कि छोटे कारोबारियांे की जरूरतांे को देखते हुए लांच किया गया है। इसके तहत कारोबारी को वर्किग कैपिटल की जरूरतांे के लिए ऋण लेने की जरूरत नहीं रहेगी। बैंक कारोबारी की रिपेमेंट क्षमता को देखते हुए प्री-लोडेड कार्ड जारी करेगा। जिसमंे तय लिमिट के आधार पर ऋण की राशि डाल दी जाएगी। मुद्रा कार्ड एटीएम की तरह कार्य करेगा। संबंधित कारोबारी उसके जरिए अपनी वर्किग कैपिटल की जरूरत को पूरा कर सकेगा। यह जनधन योजना के खाते से भी लिंक रहेगा।

मुद्रा बंैक का स्पेशल कैम्पेन 25 से

बाड़मेर, 24 सितंबर। छोटे कारोबारियांे को ऋण उपलब्ध कराने के लिए 25 सितंबर से मुद्रा बैंक का स्पेशल कैम्पेन प्रारंभ होगा। देश भर मंे होने वाले इस आयोजन के तहत 10 लाख रूपए तक के ऋण उपलब्ध कराए जाएंगे। इसमंे 60 फीसदी ऋण 50 हजार रूपए तक के हांेगे। विशेष कैम्पेन मंे दुकानदारांे, असंगठित क्षेत्र के कारोबारियांे, एसएमई सेक्टर के कारोबारियांे को ऋण देने पर विशेष फोकस होगा।

बाड़मेर जिला मुख्यालय पर मुद्रा बैंक लोन मेले का आयोजन 29 सितंबर को भगवान महावीर टाउन हाल मंे होगा। इस मुद्रा लोन मेगा केम्प के मुख्य अतिथि राजस्व राज्य मंत्री अमराराम चैधरी होंगे। जबकि अध्यक्षता जिला कलक्टर मधुसूदन शर्मा करेंगे। दोपहर दो बजे आयोजित होने वाले इस मेगा शिविर मंे मुद्रा बैंक योजना के तहत छोटे कारोबारियांे को ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। इस दौरान मुद्रा कार्ड उपलब्ध कराने को भी प्राथमिकता दी जाएगी। मुद्रा कार्ड एक रूपे डेबिट कार्ड है जो कि छोटे कारोबारियांे की जरूरतांे को देखते हुए लांच किया गया है। इसके तहत कारोबारी को वर्किग कैपिटल की जरूरतांे के लिए ऋण लेने की जरूरत नहीं रहेगी। बैंक कारोबारी की रिपेमेंट क्षमता को देखते हुए प्री-लोडेड कार्ड जारी करेगा। जिसमंे तय लिमिट के आधार पर ऋण की राशि डाल दी जाएगी। मुद्रा कार्ड एटीएम की तरह कार्य करेगा। संबंधित कारोबारी उसके जरिए अपनी वर्किग कैपिटल की जरूरत को पूरा कर सकेगा। यह जनधन योजना के खाते से भी लिंक रहेगा।

नई दिल्ली।गुुजरात के एंटी टेरर बिल को केन्द्र की मंजूरी



नई दिल्ली।गुुजरात के एंटी टेरर बिल को केन्द्र की मंजूरी


केन्द्र सरकार ने विवादों में घिरे गुजरात कंट्रोल ऑफ टेररिजम एंड ऑर्गनाइज्ड क्राइम (जीसीटीओसी) बिल पर अध्यादेश लाने का रास्ता साफ कर दिया है। पूर्व की संप्रग सरकार गुजरात सरकार की ओर से पारित इस विधेयक को तीन बार खारिज कर चुकी है।

यह विधेयक वर्ष 2001 में गुजरात सरकार ने तब पारित किया था, जब नरेंद्र मोदी राज्य के मुख्यमंत्री थे। इसके कई प्रावधानों को लेकर पूर्ववर्ती संप्रग सरकार को आपत्ति थी।

सूत्रों के अनुसार गृह मंत्रालय ने गुजरात कंट्रोल ऑफ टेररिजम एंड ऑर्गनाइज्ड क्राइम बिल-2015 को हरी झंडी दे दी है और इसे राष्ट्रपति सचिवालय को भेजा गया है।यदि राष्ट्रपति की सहमति मिल जाती है तो यह कानून बन जाएगा। सूत्रों के अनुसार हालांकि राजनाथ सिंह की अगुवाई वाले गृह मंत्रालय को इस विधेयक के कुछ प्रावधानों पर आपत्ति है, पर गृह मंत्री इसके पक्षधर हैं।उनका मानना है कि गुजरात सरकार को आतंकवाद और संगठित अपराधों से लडऩे की शक्तियां देने में बहुत देर हो गई है।

बाड़मेर सीमा सुरक्षा बल ने पाक रेंजर को ईद उल जुहा की मिठाई भेंट की।।



बाड़मेर सीमा सुरक्षा बल ने पाक रेंजर को ईद उल जुहा की मिठाई भेंट की।।




बाड़मेर सीमा सुरक्षा बल बाड़मेर के डी जी और एस डी जी के नेतृत्व में मुनाबाव सीमा चोकी 814 पर ईद उल जुहा की बधाई और शुभकामनाओ के साथ पाकिस्तान रेंजर्स को मिठाई भेट की।।गुरुवार प्रातः ग्यारह बजे बल के अधिकारियो और रेंजर के बीच मिठाई की दो टोकरियों भेंट की गयी।।