सोमवार, 14 सितंबर 2015

उत्पाद मचाते एक गिरफ्तार

उत्पाद मचाते एक गिरफ्तार

बाड़मेर। कोतवाली थानान्तर्गत पुलिस ने शराब के नशे में धुत उत्पाद मचाते एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
    पुलिस के मुताबिक हीरालाल पुत्र गिरधारीलाल जीनगर निवासी जीनगर मौहल्ला, पनघट रोड़ बाड़मेर पुलिस थाना कोतवाली को शराब के नशे में धुत हाथ में पत्थर लिये आम लोगों को गाली-गलोज कर मारने को उतारु हो रहा था। पुलिस ने शान्ति एवं कानून व्यवस्था भंग कर लड़ाई झगड़ा करने पर उतारु होने पर गिरफ्तार कर उपखण्ड मजिस्टेªट बाड़मेर के न्यायालय में पेश किया गया। जहां न्यायालय में बाद सुनवाई आरोपी को भविष्य में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने हेतु पांबद कर रिहा करने का आदेश दिया गया।

जैसलमेर,विभागीय मुकदमों की सूचना तत्काल ‘लाईट्स’ पोर्टल पर कराएं अपलोड

जैसलमेर,

विभागीय मुकदमों की सूचना तत्काल ‘लाईट्स’ पोर्टल पर कराएं अपलोड

जैसलमेर, 14 सितंबर। विभिन्न विभागों के लंबित मुकदमों की सूचना न्याय विभाग के ‘लाईट्स’ पोर्टल पर अपलोड करने के कार्य की समीक्षा के लिए सोमवार को कलक्ट्रेट सभाकक्ष में बैठक का आयोजन किया जाएगा।

बैठक को संबोधित करते हुए अतिरिक्त जिला कलक्टर भागीरथ शर्मा ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देष दिए हैं कि वे अपने-अपने विभाग के मुकदमों की सूचना तत्काल इस पोर्टल ‘लाईटस’ पर अपलोड कराएं। उन्होंने कहा कि अपलोड करने के साथ-साथ इन प्रकरणों की प्रभावी माॅनीटरिंग भी करें। इस कार्य में पूर्ण गंभीरता रखें और किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतें।

अतिरिक्त कलक्टर ने बताया कि बुधवार इस संबंध में प्रषिक्षण आयोजित किया जाएगा, जिसमें अपलोडेषन के कार्य के संबंध में तकनीकी जानकारी दी जाएगी। प्रत्येक विभागीय अधिकारी यह सुनिष्चित करें कि उनके कार्यालय की सहभागिता इस प्रषिक्षण में सुनिष्चित हो ताकि कार्य में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आए।

उन्होंने कहा कि पोर्टल पर 12 प्रकार के फोरमेट उपलब्ध हैं, जिनमें अलग-अलग जानकारी भरी जानी है। इसके अलावा मुकदमों की श्रेणी भी निर्धारित की गई है। जो प्रकरण जिस श्रेणी में आता है उसे उसी श्रेणी में अंकित करें। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की समस्त कार्यवाही के पीछे मंषा यह है कि सरकारी विभागों की ओर से इन प्रकरणों की प्रभावी माॅनीटरिंग हो और मामलों का समुचित निस्तारण हो, इसलिए सभी अधिकारी इसे गंभीरता से लेते हुए आवष्यक कार्यवाही सुनिष्चित करें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इसको गंभीरता से ले रही है इसलिए सभी जिलाधिकारी लाईट्स वेबसाइट में विभागीय स्तर के न्यायिक प्रकरणों के संबंध में सूचना अपलोड करने में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतें।

उन्होंने कहा कि स्थानांतरण पर कार्यभार हस्तांतरण में भी यह महत्वपूर्ण है कि कार्यालय के लंबित मुकदमों के कार्य का भी चार्ज आदान-प्रदान किया जाए। सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग की प्रोग्रामर जयश्री ने अपलोडेषन प्रक्रिया की जानकारी दी। बैठक में डीएफओ डाॅ ख्याति माथुर, तहसीलदार धर्मराज गुर्जर, श्रम कल्याण अधिकारी भवानी प्रताप चारण, पीएमओ डाॅ बीएल वर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

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आमजन को मिले समुचित सुविधाएं: शर्मा

जैसलमेर, 14 सितंबर। अतिरिक्त जिला कलक्टर भागीरथ शर्मा ने कहा है कि जिले में आमजन को सरकार की ओर से संचालित योजनाओं, सेवाओं व दी जा रही सुविधाओं का समुचित लाभ मिलना चाहिए। इसके लिए जरूरी है कि जिला स्तरीय अधिकारीगण योजनाओं को बेहतरीन माॅनीटरिंग करें।

वे सोमवार को कलक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित साप्ताहिक समीक्षा बैठक में विभागीय सेवाओं की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने सीएमएचओ डाॅ एनआर नायक से कहा कि वे मौसमी बीमारियों पर नियंत्रण के लिए समुचित इंतजाम करें तथा खासतौर पर रामदेवरा मेले को देखते हुए खाद्य पदार्थों के नमूने लेने की कार्यवाही में तेजी लाएं। उन्होंने कहा कि यह सुनिष्चित किया जाना चाहिए कि मेले में श्रद्धालुओं को गुणवत्तायुक्त सामग्री ही मिले। उन्होंने विभिन्न स्थानों से मिली षिकायतों को गंभीरता से लेते हुए स्वास्थ्य सेवाओं में अधिक बेहतरी लाने के निर्देष दिए। एडीएम ने सानिवि के अधीक्षण अभियंता सीएस कल्ला से कहा कि निर्माणाधीन कार्यों में गति लाएं और यह भी देखें कि निर्माण कार्यों में गुणवत्ता के साथ किसी प्रकार की समझौता नहीं हो। उन्होंने कहा कि गौरव पथ का निर्माण राज्य सरकार की ओर से निर्धारित मानदंडों के अनुरूप ही होना चाहिए। एडीएम ने पषुपालन विभाग के संयुक्त निदेषक डाॅ मलखान मीणा से कहा कि वे पषु चिकित्सा षिविर का समुचित प्रचार-प्रसार करें ताकि पषुपालकों को षिविरों का अधिक से अधिक लाभ मिल सके। उन्होंने विद्युत अधिकारियों से कहा कि वे जिले में ढीले तारों को कसने के काम में तेजी लाएं। उन्होंने सीएमएचओ कार्यालय में पेयजल व्यवस्था सुधारने के निर्देष पीएचईडी अधिकारियों को दिए और कहा कि पानी के अवैध कनेक्षन काटे जाएं और पानी चोरी करने वाले व्यक्तियों पर मुकदमे दर्ज कराए जाएं। उन्होंने नगर परिषद अधिकारियों से कहा कि वे शहर में साफ-सफाई की व्यवस्था को दुरूस्त करें तथा यह भी देखें कि लगाए गए डस्टबीनों का समुचित उपयोग हो। बाजार क्षेत्र में लगाए गए डस्टबीन के उपयोग के लिए व्यापारियो ंको पाबंद करे तथा पाॅलिथिन के विरूद्ध अभियान छेड़कर व्यापारियों पर जुर्माना लगाएं। एडीएम ने राजसंपर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों के निस्तारण मंें तेजी लाने के निर्देष दिए और कहा कि प्रकरणों के निस्तारण का सही सत्यापन होना चाहिए।

इस मौके पर उन्होंने विभिन्न विभागों की गतिविधियों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को आवष्यक निर्देष दिए। इस मौैके पर पीएचईडी के एसई ओपी व्यास, एक्सईएन एके पांडे, के माथुर, पीएमओ डाॅ बीएल वर्मा, डाॅ रामनरेष सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

रविवार, 13 सितंबर 2015

कोटकासिम (अलवर).चाकुओं से गोदकर 11 साल के मासूम को बाजरे के खेत में फेंका



कोटकासिम (अलवर).चाकुओं से गोदकर 11 साल के मासूम को बाजरे के खेत में फेंका


कोटकासिम थाना इलाके के गांव जाटूवास में एक मासूम की चाकुओं से गोदकर निर्मम हत्या कर दी गई। हत्या के कारणों का अभी पता नहीं चला है। बाजरे के खेत में शव मिलने के बाद गांव में सनसनी फैल गई।

थानाधिकारी सुगनचंद पंवार ने बताया कि शव जाटूवास निवासी संतराम के 11 वर्षीय इकलौते पुत्र सचिन का है। वह सातवीं कक्षा में पढ़ता था। परिवार के ही प्रेमचंद पुत्र श्रीचंद व जितेन्द्र पुत्र रणसिंह ने मिलकर मासूम की योजनाबद्ध तरीके से हत्या कर शव बाजरे के खेत में डाल दिया।

मृतक बालक के पिता संतराम का कहना है कि शनिवार को दिन में सचिन को दोनों आरोपियों के साथ देखा गया था। शाम को जब वह घर नहीं आया तो आसपास पूछताछ की। कहीं नहीं मिलने पर कोटकासिम थाने में गुमशुदगी दर्ज करवाई।

इसके बाद पुलिस ने शक के आधार पर रविवार सुबह प्रेमचंद पुत्र श्रीचंद उम्र 22 वर्ष तथा जितेन्द्र पुत्र रणसिंह उम्र 20 निवासी जाटूवास को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो दोनों आरोपितों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया।

उन्होंने पुलिस को बताया कि देर रात्रि को उन्होंने मिलकर चाकू से गोदकर सचिन की हत्या कर दी तथा शव बाजरे के खेत में फेंक दिया। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है।

घर से स्कूल गए बच्चे के अपहरण का शक, अजमेर के जंगलो मे मिला बच्चा

घर से स्कूल गए बच्चे के अपहरण का शक, अजमेर के जंगलो मे मिला बच्चा

जयपुर। प्रतापनगर थाना इलाके से एक स्कूली छात्र लापता हो गया। परिजनों ने पहले तो खुद के स्तर पर तलाश किया और उसके बाद नहीं मिलने पर पुलिस को सूचना दी। परिजनों ने एक युवक पर संदेह करते हुए मामला दर्ज कराया था। पुलिस अभी युवक और उसके साथियों से ही पूछताछ कर रही थी कि रविवार को लापता बच्चे की सूचना अजमेर के जंगलों में मिलने की आई।

पुलिस की टीम अजमेर पहुंची और बच्चे को जयपुर ले आई। पुलिस ने बताया कि सेक्टर 17 के निवासी जयशिव परमार का बेटा अतुल (16) जेवीटी स्कूल में 12वीं कक्षा का छात्र है। 11 सितंबर को सुबह सात बजे स्कूल जाने की कहकर निकला था, जो स्कूल नहीं पहुंचा।

कोटा। प्रेमिका के लिए दोस्त संग पत्नी की हत्या का प्रयास

कोटा। प्रेमिका के लिए दोस्त संग पत्नी की हत्या का प्रयास


कोटा। रेलवे कॉलोनी थाना क्षेत्र में पति ने प्रेमिका से शादी करने के लिए दोस्त के साथ मिलकर पत्नी की हत्या का प्रयास किया। पत्नी की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर रविवार को तीनों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस अधीक्षक शहर सवाईसिंह गोदारा ने बताया कि रोटेदा रोड निवासी उमा ने रविवार को रेलवे कॉलोनी थाने पहुंचकर शिकायत दी कि वह पति बलवीरसिंह, पुत्र साहिल तथा सास-ससुर के साथ रहती है। पति किराने की दुकान लगाता है। उसका मस्जिद गली स्टेशन निवासी निर्मला उर्फ सोनिया से लम्बे समय से प्रेम प्रसंग चल रहा है। वह निर्मला से शादी करना चाहता है।
उमा ने पति को कई बार समझाया, लेकिन वह नहीं माना। बलवीर ने उमा को धमकाया कि वह चुप रहे, नहीं तो उसे तलाक दे देगा। उसने यह बात सास-ससुर को बताई, उन्होंने भी बलवीर को समझाया।
इसके बाद कुछ दिन मामला शांत रहा। गत 11 सितम्बर की रात उमा, पति व बालक के साथ कमरे में सोई हुई थी, तभी एक युवक ने उसका गला दबाने की कोशिश की। उसने गला छुड़ाया और चिल्लाने लगी तो वह युवक भाग गया। चिल्लाने पर साहिल व बलवीर भी जाग गए। साहिल ने उस युवक को पहचान लिया। वह बलवीर का दोस्त सरस्वती कॉलोनी निवासी जितेन्द्र कुशवाह था।
घटना के बाद बलवीर ने कहा कि वह उमा से छुटकारा चाहता है, इसलिए जितेन्द्र को उसे मारने के लिए बुलवाया था। घर का दरवाजा भी उसने ही खुला छोड़ा था। उमा ने यह बात सास-ससुर व जेठ-जेठानी को बताई।
पहले तो सभी सोच में पड़ गए कि पति के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाएं या नहीं, लेकिन आगे गंभीर वारदात की आशंका के चलते उमा रविवार को थाने पहुंची और पति, उसकी प्रमिका निर्मला व दोस्त जितेन्द्र के खिलाफ मामला दर्ज कराया। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए तीनों को गिरफ्तार कर लिया।

नई दिल्ली।चैनल के लाइव शो के दौरान भिड़े धर्मगुरू, कस-कस के मारे थप्पड़



नई दिल्ली।चैनल के लाइव शो के दौरान भिड़े धर्मगुरू, कस-कस के मारे थप्पड़

एक चैनल के लाइव शो के दौरान उस समय हंगामा मच गया जब दो मेहमानों के बीच मारपीट शुरु हो गई। न्यूज चैनल आईबीएन 7 के शो 'आज का मुद्दा' में राधे मां और उन पर लगने वाले आरोपों को लेकर चर्चा हो रही थी। इसी बीच शो में उपस्थित दो मेहमानों ओमजी महाराज और साध्वी दीपा शर्मा में हाथापाई हो गई।



इस शो में ज्योतिषाचार्य वाई राखी, हिंदू महासभा के ओमजी महाराज, धर्मगुरु साध्वी दीपा शर्मा और ज्योतिषचार्य राजकुमार शास्त्री चार मेहमान उपस्थित थे। शो की एंकरिंग प्रवीण तिवारी कर रहे थे।



पहले तो लाइव शो के दौरान वाई राखी और ओमजी महाराज ने अपशब्दों का इस्तेमान किया। एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाते रहे। इसी बीच दीपा शर्मा, ओमजी महाराज को जवाब देते हुए उठीं। इसके बाद उन्होंने अपनी माइक निकाल फेंकीं, फिर ओमजी महाराज के कंधे पर हाथ थपथपाते हुए उन्हें अपनी तरफ घूमने को कहा। इसके बाद साध्वी दीपा शर्मा ने ओमजी को थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद ओमजी ने भी साध्वी को थप्पड़ जड़े और दोनों के हाथापाई शुरु हो गई।

जालोर भीनमाल जेलर रिश्वत लेते गिरफ्तार

जालोर भीनमाल जेलर रिश्वत लेते गिरफ्तार 

जालोर जालोर जिले के भरष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने भीनमाल जेल के जेलर को चार हज़ार की रिश्वत लेते रंगे हाथो गिरफ्तार किया ,विस्तृत खबर आना शेष हैं 

लंदन, इंग्लैंड एक युवती का दूसरी युवती पर युवक बनकर संबंध बनाने का आरोप, अब कोर्ट में चल रहा मुकदमा



लंदन, इंग्लैंड एक युवती का दूसरी युवती पर युवक बनकर संबंध बनाने का आरोप, अब कोर्ट में चल रहा मुकदमा

मामला इंग्लैंड के चेशायर का है। यहां एक युवती ने दूसरी युवती पर इसलिए मुकदमा कर दिया है, क्योंकि वो युवक बनकर उसके साथ संबंध बना रही थी। पीड़िता ने अपनी दोस्त पर आरोप लगाते हुए बताया कि उसे लगता था कि वो युवक के साथ शारीरिक संबंध बना रही है, लेकिन अब सच्चाई का पता चला है।



दरअसल, पीड़िता के मुताबिक उसका बॉयफ्रेंड बनी युवती ने कहा करती थी कि वो ब्रेन ट्यूमर से उभर रहा है, इसलिए वो नहीं चाहता कि ऐसे नाजुक वक्त पर उसकी गर्लफ्रेंड उसे देखे। इसलिए जब भी वो दोनों संबंध बनाते थे तो उसकी आंखें बंद कर दी जाती थीं। इस तरह काफी वक्त तक उसे लगता रहा कि वो एक युवक के साथ रिलेशनशिप में है, लेकिन जब उसे सच्चाई का पता चला तो वह यकीन नहीं कर पाई।



पीड़िता का कहना है कि उसे सच्चाई का पता तब चला, जब एक दिन उसने अचानकअपनी आंखों से पट्टी हटाई और बॉयफ्रेंड को आर्टिफिशयल लिंग के साथ देखा। बताया जाता है कि इसके बाद पीड़िता आरोपी युवती को धक्का दे दिया, जिसके बाद वो सीढ़ियों से नीचे गिर गई और पीड़िता गुस्से में वहां से चली गई। इस दौरान सीढ़ियों से गिरने के बावजूद आरोपी युवती पीड़िता के पीछे दौड़ी, लेकिन वो नहीं। ये सीन सीसीटीवी फुटेज में रिकॉर्ड हो गया है, जिसे कोर्ट ने भी देखा है। इस मामले पर अभी चेस्टर क्राउन कोर्ट को फैसला देना है।



इस मामले में आरोपी युवती का कहना है कि उसने पीड़िता को कभी संबंध बनाते वक्त आंखें बंद करने के लिए नहीं कहा, जबकि पीड़िता ने ही उसे ऑनलाइन आर्टिफिशयल लिंग खरीदने के लिए कहा था। आरोपी युवती ने अपनी वकील को ये भी बताया है कि वह तो पीड़िता से प्यार करती थी। बताया ये भी जाता है कि सच्चाई सामने आने के बाद आरोपी युवती ने पीड़िता को समझाने के लिए कई मैसेज भी किए थे।

जयपुर आरक्षण: Reserve श्रेणी को नहीं मिलेगा General कैटेगरी में लाभ

जयपुर आरक्षण: Reserve श्रेणी को नहीं मिलेगा General कैटेगरी में लाभ 
गुजरात हाईकोर्ट के एक ताज़ा फैसले के बाद अब राज्य में सरकारी नौकरी चाहने वाले आरक्षित श्रेणी के आवेदकों को अब सामान्य श्रेणी का लाभ नहीं मिल सकेगा। उन्हें अब आरक्षित श्रेणी में ही आवेदन करना होगा, भले ही आवेदक की मेरिट कितनी ही ऊंची क्यों न हो। 
गुजरात हाईकोर्ट ने पिछले सप्ताह दिए एक ऐतिहासिक फैसले में कहा है कि आरक्षित श्रेणी के व्यक्तियों को आरक्षण सिर्फ उनके श्रेणी में ही दिया जाए, चाहे उसका मेरिट मे कितना ही ऊँचा स्थान क्यों न हो।
फैसले से साफ़ है कि यदि कोई जाति प्रमाण पत्र देता है तो उसे आरक्षित श्रेणी में ही जगह मिलेगी। वह अनारक्षित कोटा में जगह नहीं बना सकता।

 ये था मामला 
वर्ष 2013 में एकल न्यायाधीश ने गुजरात लोक सेवा आयोग, जीपीएससी से आरक्षित संवर्गों के उम्मीदवारों को सामान्य संवर्ग में शामिल करने का आदेश दिया था। इस मामले में जीपीएससी ने एकल न्यायाधीश के फैसले को खंडपीठ के समक्ष चुनौती दी थी।
जीपीएससी ने अपना पक्ष रखते हुए दलील दी थी कि उसने वर्ष 2011 में डिप्टी सेक्शन अधिकारी व उप तहसीलदार के 948 पदों के लिए आवेदन जारी किया था। प्राथमिक परीक्षा के बाद लिखित परीक्षा आयोजित की गई। मई 2011 में इस परीक्षा के परिणाम घोषित किए गए।
उत्तीर्ण नहीं हुए अनुसूचित जाति संवर्ग के उम्मीदवार नीलेश परमार व अन्य ने राज्य सरकार की इस मामले में आयु सीमा में छूट की नीति को उच्च न्यायालय में चुनौती दी। 
परमार को 140 अंक मिले थे वहीं इस संवर्ग में वरीयता सूची 144 अंक तक थी। इसमें दलील दी गई कि उसे सामान्य संवर्ग की वरीयता सूची में शामिल करना चाहिए था, क्योंकि उसके संवर्ग के कुछ उम्मीदवारों को सामान्य संवर्ग के उम्मीदवारों के समान या ज्यादा अंक मिले थे।

जीएसपीसी ने यह दी दलील
जीएसपीसी ने खंडपीठ के समक्ष दलील दी कि राज्य सरकार की नीति के तहत संबंधित आरक्षित संवर्ग के उम्मीदवारों को संबंधित संवर्ग में ही आयु सीमा की छूट मिलती है। 
यदि आरक्षित संवर्ग के उम्मीदवारों को सामान्य श्रेणी की वरीयता सूची में शामिल किया गया तो इससे सामान्य श्रेणी के उम्मीदवार चयन से वंचित रह जाएंगे। यह राज्य सरकार की नीति के खिलाफ है।
जीपीएससी ने इस पक्ष और दलीलों के आधार पर न्यायाधीश एमआर शाह व न्यायाधीश जीआर उधवानी की खंडपीठ ने एकल न्यायाधीश के फैसले को खारिज कर दिया।