मंगलवार, 14 अप्रैल 2015

बाड़मेर दो साल से बंद थार महोत्सव इस साल फिर से होगा शुरू

दो साल से बंद थार महोत्सव इस साल फिर से होगा शुरू

 
16 से 18 नवम्बर तक महोत्सव की तिथि तय, 2012 में हुआ थार महोत्सव 
 बाड़मेर
दोसाल से बंद थार महोत्सव फिर से शुरू होगा। इसके लिए पर्यटन विकास समिति की बैठक में सोमवार को निर्णय किया गया। इस साल 16 से 18 नवंबर तक थार महोत्सव के आयोजन की तिथि तय की गई है। लोक संस्कृति, कला पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से थार महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है, लेकिन पिछले दो साल से प्रशासन की अनदेखी के चलते थार महोत्सव को ठंडे बस्ते में डाल दिया। वर्ष 2012 में अंतिम बार थार महोत्सव का आयोजन हुआ था।
सोमवार को जिला स्तरीय पर्यटन विकास समिति की बैठक में थार महोत्सव के आयोजन इसके कार्यक्रमों की विस्तृत चर्चा की गई। बैठक की अध्यक्षता जिला कलेक्टर मधुसूदन शर्मा ने की। बैठक में सहायक पर्यटन निदेशक विकास पंड्या ने बताया कि बाड़मेर जिले में आयोजित होने वाले थार महोत्सव के लिए वर्ष 2020 तक का कैलेंडर तैयार कर तिथियों का निर्धारण कर दिया गया है, जो कि प्रतिवर्ष दीपावली के बाद कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष में लाभ पंचमी के मौके पर यह त्रिदिवसीय आयोजन होगा। साथ ही इस कैलेंडर को राज्य सरकार के पर्यटन कैलेंडर में सम्मिलित करवाने की प्रक्रिया भी आरंभ कर दी गई है। बाड़मेर जिले में लोक कला को प्रोत्साहित करने के लिए स्थानीय लोक कलाकारों को सूचीबद्ध कर दिया गया है तथा पर्यटन विभाग बाड़मेर का पर्यटन साहित्य मुद्रित करवाकर इसका प्रचार प्रसार करवाया जा रहा है।
पर्यटनस्थलों तक बनेगी संपर्क सड़कें
जिलाकलेक्टर ने बाड़मेर जिले के पर्यटन स्थलों को संपर्क सड़कों से जोडने के लिए कार्ययोजना बनाने के भी निर्देश दिए। साथ ही जिले में बोर्ड, होर्डिंग्स के जरिये पर्यटन स्थलों का सचित्र विवरण तैयार कर प्रचार प्रसार करवाने के निर्देश दिए। शर्मा ने बताया कि जिले में किराडू, महाबार के रेतीले टीबे तथा हस्तशिल्प का पर्यटन के रूप में विकास किया जा सकता है। इसके लिए संभावनाएं तलाश करने के लिए उन्होंने उपखंड अधिकारी बाड़मेर की अध्यक्षता में समिति का भी गठन किया।
पर्यटनस्थलों का विकास
बाड़मेरमें तीन-चार पर्यटन स्थलों का विकास करने की योजना बनाई जाएगी ताकि पर्यटक यहां तीन-चार दिन का पैकेज बनाकर ठहराव कर सके। इसके लिए उन्होंने महाबार, शिल्पग्राम तथा किराडू के अलावा एक दो अन्य टूरिज्म साइटें विकसित करने को कहा। साथ ही बाड़मेर जिले के पर्यटन स्थलों के व्यापक प्रचार प्रसार के भी निर्देश दिए। बैठक में उपखण्ड अधिकारी मुकेश चौधरी, श्रवणसिंह राजावत, नाथूसिंह राठौड़ समेत संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। 

समदड़ी । अनियंत्रण होकर जीप पलटी ,दो की मोके पर ही मौत ,एक जोधपुर रेफर

समदड़ी । अनियंत्रण होकर जीप पलटी ,दो की मोके पर ही मौत ,एक जोधपुर रेफर

रिपोर्ट :- सुनील दवे /समदड़ी
समदड़ी । सोमवार देर रात सरवड़ी कल्याणपुर रोड पर जीप पलटने से हुआ हादसा दो जनो ने तोडा मोके पर ही दम एक को किया जोधपुर रेफर । जानकारी के मुताबित बालोतरा जोधपुर हाइवे पर सड़क निर्माण कार्य चल रहा है जिसे चलते सड़क पर जगह जगह पर गड़े बने हुए सोमवार देर रात जोधपुर से बाड़मेर की और 
जहा रही एक जीप का टायर गड़े में चला गया जिससे जीप चालक ने जीप का नियंत्रण खो दिया जिससे जीप पलट गई ।जिससे जीप में सवार तीन व्यक्तियो में से दो व्यक्तियो में मोके पर ही दम तोड़ दिया तथा एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया जिसे जोधपुर रेफर कर दिया । 108 के ड्राईवर हुक्मसिंह और नर्सिंग स्टाप महेंद्र भाटी ने दी जानकारी। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस पहुँची मोके पर ।हादसे में रूपा राम /लीखमाराम 47 वर्ष को किया जोधपुर और पुनमाराम /मानाराम 40 वर्ष और जिवाराम /हरचन्द़ राम 50 वर्ष ने मौके पर ही दम तोड दिया।

भारत की धर्मनिरपेक्षता इतनी कमज़ोर नहीं कि एक भाषा से हिल जाए-मोदी

भारत की धर्मनिरपेक्षता इतनी कमज़ोर नहीं कि एक भाषा से हिल जाए-मोदी


भारतीय प्रधानमंत्री दिनों विदेश यात्रिया पर हैं। मोदी ने बर्लिनि में सोमवार रात भारतीय समुदाय की ओर से आयोजित किए गए स्वागत समारोह को संबोधित किया। यहां मोदी ने कहा कि पहले जर्मन में रेडियों पर संस्कृत भाषा में समाचार सिने जाते थे।

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नरेंद्र मोदी ने कहा कि जिस समय जर्मन में ये समाचार सुने जाते थे, उस समय भारत में संस्कृत में कोई समाचार नहीं पढ़ता था। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि संस्कृत में समाचार जर्मन या और दूसरे देश में पढ़े जाते थे। मोदी ने भारतीय सरकारी स्कूलों में जर्मन भाषा की जगह संस्कृत को पढ़ाए जाने पर यह सवाल उठाए हैं।अपने इस संबोदन में मोदी ने कहा है कि भारत की धर्मनिरपेक्षता इतनी कमजोर नहीं है जो केवल एक भाषा से डग-मगा जाए। भारत का आत्मविश्वास अभी हिला नहीं है। आत्मविश्वास अभी बना हुआ है। साथ ही उन्होंने ने कहा कि भारत में उस समय संस्कृत में समाचार इसलिए नहीं पढ़े जाते थे कि कभी भारत की धर्मनिरपेक्षता ख़तरे में पड़ जाए।बर्लिनि में हुए इस कार्यक्रम में मोदी के द्वारा दिए गए बयानों को केन्द्रीय स्कूलों में तीसरी भाषा का दर्जा जर्मन की जगह संस्कृत को दिया जाने से जोड़ा जा रहा है।

रिव्यू के नाम पर पेयजल योजनाओं को बंद करना गलत : कर्नल

रिव्यू के नाम पर पेयजल योजनाओं को बंद करना गलत : कर्नल

 
प्रेसवार्ता | राज्य सरकार की रिव्यू कमेटी पर ही सवाल, केयर्न पर अनदेखी का आरोप 
बाड़मेर
बाड़मेरसांसद कर्नल सोनाराम चौधरी ने सोमवार को सर्किट हाउस में संवाददाताओं से बातचीत में पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार के कार्यकाल के अंतिम छह माह में हुए कार्यों के रिव्यू के लिए वर्तमान सरकार की ओर से बनाई गई रिव्यू कमेटी पर ही सवाल खड़े करते कहा कि कमेटी ने बाड़मेर जिले की पेयजल योजनाओं को रिव्यू के नाम पर बंद करने का गलत कार्य किया है। कर्नल ने तेल उत्पादन के कार्य में लगी केयर्न इंडिया कंपनी पर भी स्थानीय लोगों की अनदेखी करने का आरोप लगाते कहा कि यहां के लोगों को रोजगार नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने केयर्न के सीएसआर फंड के भी दुरुपयोग का आरोप लगाया। सांसद ने नगर परिषद आयुक्त के निलंबन मामले में आरोप लगाया कि इसमें बाड़मेर विधायक की भूमिका है।
पानीके लिए बजट मिलेगा :जिले की 5 पेयजल योजनाओं को सरकार की रिव्यू कमेटी ने रिव्यू के बाद बंद कर दिया था। इसको लेकर गत 22 मार्च को मुख्यमंत्री से मुलाकात की है, उन्होंने सरकार के फंड नाबार्ड से पेयजल योजनाओं के लिए बजट जारी करने की बात कही है। उम्मीद है कि पेयजल योजनाएं फिर से शुरू होगी। पानी का मुद्दा काफी गंभीर है। इसके अलावा जहां पेयजल समस्या है, वहां टैंकरों से जलापूर्ति शुरू कर दी गई है। पशु शिविरों की स्वीकृति जारी हो चुकी है। प्रशासन की ओर से देरी हो रही है तो बात कर जल्द से जल्द पशु शिविर शुरू किए जाएंगे।
केयर्नस्थानीय युवाओं को नहीं दे रही रोजगार :केयर्न कंपनी बाहरी युवाओं को रोजगार दे रही है, जबकि जिले में भी आईटीआई, इंजीनियर सहित कई डिग्रीधारी युवा है, जो रोजगार से वंचित है। स्थानीय युवाओं के साथ रोजगार को लेकर भेदभाव नहीं हो, इसके लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं।
बाड़मेरविधायक पर गंदी राजनीति का आरोप :कर्नल ने कहा कि बाड़मेर विधायक गंदी राजनीति करते हैं। आयुक्त के सस्पेंड प्रकरण पर कहा कि विधायक ने बढिय़ा काम कर रहे एक अफसर को सस्पेंड करा दिया। कलेक्टर खुद कह रहे हैं कि मैने दिसंबर में पत्र भेजा था, उसमें ऐसी कोई टिप्पणी नहीं थी कि आयुक्त को सस्पेंड किया जाए। इस पूरे मामले से मुख्य सचिव को अवगत करवाया है।
रिफाइनरीपर 3-4 माह में फैसला संभव : कर्नलने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने रिफाइनरी के मामले में जल्दबाजी की। पहले लीलाला में और फिर पचपदरा में स्थानांतरित कर दी। इसके पीछे रिफाइनरी लगाए जाने की मंशा नहीं थी। तभी तो 35000 करोड़ रुपए का ऋण बिना ब्याज पर 15 सालों के लिए देने के लिए एचपीसीएल से समझौता कर दिया। जबकि जमीन, पानी और सब सुविधाएं सरकार दे रही है। सरकार ने गलत एमओयू किया था। अब रिव्यू कर आगामी 3-4 माह में फैसला होने की संभावना है।
तारबंदी से प्रभावित किसानों को मिलेगा मुआवजा : सांसद ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सरहद पर स्थित तारबंदी के निकट बसने वाले किसानों की जमीन तारबंदी के उस पार भी है, लेकिन इनको सालों से मुआवजा नहीं मिला है। इस मुद्दे को लेकर लोकसभा में भी उठाया गया है,जल्द ही मुआवजा दिलाया जाएगा।
अग्निकांडपीड़ितों को अधिक मुआवजे का प्रावधान करेंगे :कर्नल ने कहा कि गांव के एक गरीब की वर्षों की मेहनत कर बनाई ढाणी आग की भेंट चढ़ जाती है तो इससे बड़ा कोई दुख नहीं हो सकता है। उसे आसमान तले रहना पड़ता है, लेकिन वर्तमान में केवल 16-17 हजार मुआवजा ही मिलता है, जो नुकसान से कई गुणा कम है।प्रयास कर रहे हैं कि कम से कम 1 लाख रुपए या चार गुणा मुआवजा मिले।
प्रत्येकढाणी बिजली से रोशन होगी :सांसद ने कहा कि अब सौ की आबादी की बजाय सरकार प्रत्येक ढाणी का विद्युतीकरण करेगी। बाड़मेर में 40 से 45 फीसदी ढाणियों में ही विद्युतीकरण हुआ है। बिजली के मामले में बाड़मेर काफी पिछड़ा हुआ है। 450 करोड़ बजट का प्रावधान किया है।
गांवोंमें 150 टॉवर की आवश्यकता :जिले के कई गांवों में आज भी बीएसएनएल के मोबाइल नेटवर्क की कमी है। बीएसएनएल की हालत खराब है। इसके लिए 150 टॉवरों की आवश्यकता है। हालांकि 44 टॉवर लगाए जाने की तैयरी शुरू हो चुकी है। इसके सुधार के लिए बजट का प्रावधान किया गया है। 

सुप्रीम कोर्ट का फरमान, अब लिव इन रिलेशनशिप में रहने वाले जोड़े कहलाएंगे पति पत्नी

सुप्रीम कोर्ट का फरमान, अब लिव इन रिलेशनशिप में रहने वाले जोड़े कहलाएंगे पति पत्नी


सुप्रीम कोर्ट ने 'लिव इन रिलेशनशिप' पर अहम फैसला सुनाते हुए अपने एक आदेश में कहा है कि अगर बिना शादी किए कोई जोड़ा एक साथ पति-पत्नी की तरह रहा है तो दोनों कानूनी रूप से शादीशुदा माने जाएंगे।कोर्ट ने यह भी कहा है कि यदि किसी यदि किसी पुरूष साथी की लिव इन में रहने के दौरान मौत ​हो जाती है तो उसकी महिला साथी का उसकी संपत्ती पर पूरा अधिकार रहेगा।

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लगातार सैक्ससुअल इंटरकोर्स करने वाले माने जाएंगे पति पत्नी
सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस एमवाई इकबाल और जस्टिस अमिताभ रॉय की बेंच ने यह आदेश सुनाते हुए कहा कि लगातार शारीरिक संबंध बनाने वाले कपल को विवाहित ही माना जाएगा। इस तरह के मामले में दूसरे पक्ष को यह साबित करना होगा कि वे (कपल) कानूनी रूप से शादीशुदा नहीं हैं। बेंच ने फैसला सुनाते हुए कहा, ''जब कोई पुरूष और महिला लंबे समय तक साथ रहते हैं तो ऐसे कई फैसलों में यह स्पष्ट किया गया है कि कानून बिना विवाह के साथ रहने के खिलाफ है जबकि शादी के पक्ष में रहता है। हालांकि स्पष्ट सबूत के साथ दूसरा पक्ष इसे खारिज कर सकता है। कानूनी रूप से रिलेशनशिप को खत्म करने की मांग करने वाली पार्टी के ऊपर काफी बोझ होता है।



गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने 2010 में अपने फैसले में पति-पत्नी के तौर पर साथ रहने वाले कपल के मामलों में महिला को वाइफ का अधिकार दिया है। कोर्ट ने यह फैसला एक परिवार के प्रॉपर्टी विवाद को लेकर दिया है। एक परिवार ने यह दावा किया है कि उनके दादा अपनी पत्नी की मौत के बाद 20 सालों से एक औरत के साथ 'लिव इन रिलेशनशिप' में रहते थे। परिवार का दावा है कि दोनों ने शादी नहीं की थी इसलिए उस महिला को दादा की मौत के बाद उनकी प्रॉपर्टी पर कानूनी रूप से कोई अधिकार नहीं है।

लंगूर की मौत पर जश्न, विधि विधान से किया अंतिम संस्कार

लंगूर की मौत पर जश्न, विधि विधान से किया अंतिम संस्कार


धौलपुर। कहा जाता है कि अकाल मृत्यु का शिकार होने वाले प्रति लोग शोक व्याप्त करते हैं चाहे मौत किसी इंसान की हो या किसी जानवर की। दरअसल धौलपुर शहर में बीती रात इसके विपरीत नज़ारा देखने को मिला है। जहां एक लंगूर की मौत के बाद लोगों ने खुशी का इज़हार करते हुए राहत की सांस ली और इस बेजुबान की मौत पर जश्न मनाया गया।

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धौलपुर शहर में कुछ महीनों से एक लंगूर का आतंक पर्याय बना हुआ था। जिसने शहर भर में 100 से अधिक लोगों को अपना शिकार बना रखा था। जिसमें कई लोगों को उपचार के लिए इधर-उधर रैफर करना पड़ा था। दो माह पूर्व जब इस लंगूर का आतंक बढ़ा और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के धौलपुर दौरे के दौरान उनके निवास पर भी इसने आतंक मचाया था। इस लंगूर को पकड़ने के लिए सवाईमाधोपुर के वन विभाग से स्पेशल टीम धौलपुर पहुंची और टीम लंगूर को पकड़कर अपने साथ सवाईमाधोपुर ले गई, लेकिन वह लंगूर सवाईमाधोपुर से महज़ पंद्रह दिनों में वापस धौलपुर लौट आया। जहां उसने लोगों पर हमला करना फिर से शुरू कर दिया है। धौलपुर लौटने के बाद इस लंगूर ने सैंकड़ों लोगों को अपना शिकार बना लिया था। बीती रात अचानक विद्युत डीपी की चपेट में आ जाने से इस आतंकी लंगूर की मौत हो गई। इसकी मौत के बाद स्थानीय लोगों ने खुशी का जश्न मनाया।




इन लोगों का कहना है कि इस लंगूर के आतंक के कारण लोग अपने घर से नहीं निकल रहे थे और अपने घर की छत पर भी जाने में डरते थे। यहां के बच्चे तो अपने माता-पिता के साथ ही निकलते थे। लोग घरों से हाथ में डंडा लेकर निकलते थे। इसकी मौत के बाद अब यहां के लोग इस लंगूर का विधि विधान से अंतिम संस्कार करने के लिए कह रहे है।

झारखण्ड के नक्सली इलाके में अजमेर पुलिस के चर्चे

झारखण्ड के नक्सली इलाके में अजमेर पुलिस के चर्चे


अजमेर| अजमेर पुलिस ने झारखंड के नक्सली क्षेत्र के पाकुड जिले से चोरी के आरोपी से 3 लाख 75 हजार का कैमरा बरामद किया है, जिसके बाद से अजमेर पुलिस की कार्रवाई के चर्चे झारखंड में भी हो रहे हैं। दरअसल जिस क्षेत्र से अजमेर के पुलिस कर्मी आरोपी के घर से चोरी का माल बरामद करके लाये। वह क्षेत्र नक्सली प्रभावित है।

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उस इलाके में आम लोग ही नहीं बल्कि झारखण्ड पुलिस भी कदम फुंख-फुंख कर रखती है। ऐसे में अजमेर से 3 पुलिस कर्मी आरोपी के घर से चोरी का माल बरामद करके ले आये हैं। जानकारी के अनुसार 12 फरवरी को देवनाथ योगी ने क्लार्क टॉवर थाने में चोरी का मुकदमा दर्ज करवाया था।


मामले में परिवादी देवनाथ योगी ने अपने नौकर फारुल शेख पर कैमरा चोरी होने का आरोप लगाया था। पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट की अनुपालन करते हुए सीआरपीसी की धारा-41 में हुए संशोधन के आधार पर आरोपी फारुल शेख को नोटिस दिया और उसके कब्जे से कैमरा बरामद कर लाई|

भीमराव अंबेडकर को लेकर राजस्थान में कट रही है सियासी फसल

भीमराव अंबेडकर को लेकर राजस्थान में कट रही है सियासी फसल


जयपुर| संविधान निर्माता बाबा भीमराव अंबेडकर को लेकर प्रदेश में सियासी फसल काटी जा रही है| सिय़ासत का तरीका भले ही अलग हो...भाजपा, कांग्रेस और बसपा तीनों पार्टियों में होड मची है बाबा अंबेडकर के अपना बताने की। दलितों के मसीहा बाबा अंबेडकर की जयंति की आड में राजनैतिक दल वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं।14 अप्रैल को पूरा देश बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर की जयन्ती मना रहा है। देश के संविधान निर्माता बाबा भीमराव दलितों के मसीहा माने जाते हैं। लिहाजा इस साल जयन्ती मनाना कोई नई बात नहीं है। कांग्रेस मानती है कि इस बार बाबा साहब के जन्म को 125 साल हो गए... इसलिए वो पूरे साल बाबा साहेब से जुड़े कार्यक्रम मनाएगी। कांग्रेस का दावा है दलित और दमित वर्ग के लिए हमेशा कांग्रेस आगे रही है। अंबेडकर भले जीवन भर कांग्रेस से नहीं जुडे हों, लेकिन कांग्रेस अंबेडकर को अपना कह रही है|

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सत्ता में आने के बाद ही अब बाबा साहेब अम्बेडकर बीजेपी को अपने लगने लगे हैं। भाजपा अंबेडकर को उन माहापुरुषों में मानती है, जिनके पद चिन्हों पर पार्टी चल रही है। कांग्रेस और बसपा के दावे को खारिज करते हुए बीजेपी का कहना है कि चुनावों के नतीजे साफ इशारा कर रहे हैं कि दलित वर्ग किसके साथ है।

अंबेडकर जयंती की आड़ में एक ओर जहां कांग्रेस आपनी खोया जनाधार जुटाने की जुगत में है...वहीं बसपा बाबा भीम के नाम पर अपना वजूद तलाश रही है ..तो भला भाजपा कहां पीछे रहने वाली है।सवर्ण वर्ग की पार्टी का ठप्पा हटाने के लिए अंबेडकर जयंति से अच्छा मौका क्या होगा।

गुरू संग शिष्या ने भागकर रचाई शादी

गुरू संग शिष्या ने भागकर रचाई शादी


झुंझुनूं। गुरु और शिष्या की शादी का मामले तो आपने कई सुने होंगे परंतु सूरजगढ़ कस्बे में गुरु और शिष्या ने शादी की है, बिल्कुल अलग अंदाज में। इन दोनों इस रिश्ते की धज्जियां उठा दी हैं। दरअसल सूरजगढ़ कस्बे में एक कॉलेज है इस कॉलेज में पढ़ाने वाले टीचर का अपनी ही शिष्या पर दिल आ गया। बात आगे बढ़ती गई और और कहानी शादी तक पहुंच गई। अब सवाल था कि शादी कैसे करें, तो दोनों भाग गए विवाह रचा लिया।

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सहायक थाना अधिकारी नेतराम जांगिड़ ने बताया कि कस्बे के महाविद्यालय में लड़की पढ़ती थी। उन्होंने बताया कि लड़की 7 अप्रेल को घर वालों को परीक्षा देने का बहाना बता कर चिड़ावा के कॉलेज में गई थी। वहीं से बुहाना थाना क्षेत्र के खेरना की ढाणी तन सांतौर का रहने वाला अध्यापक दिपक यादव उसे लेकर फरार हो गया। लड़की के पिता ने थाने में मामला दर्ज कराया था। इसके बाद पुलिस दोनों की तलाश कर रही थी।


पुलिस ने गत रविवार को दोनों को हरियाणा के लुहारू से गिरफ्तार किया है। इस प्रेमी जोड़े का कहना है कि शादी दोनों की मर्जी से हुई है। इस प्रेमी जोड़े ने पुलिस का सामने दिल्ली के आर्य समाज में की शादी के दस्तावेज़ भी पेश किए हैं। लड़की ने अपने प्रेमी के साथ जाने की इच्छा ज़ाहिर की और उसे उसके प्रेमी के साथ भेज दिया गया।