रविवार, 5 अप्रैल 2015

lमाता ज्वाला देवी को आज भी है उनका इंतजार



भगवान गुरु गोरक्षनाथ धुनि रमाने वाले महायोगी हैं। अनेकों कहानियां उनसे सम्पूर्ण भारत में जुडी हुई हैं। एक समय की बात है भगवान गुरु गोरक्षनाथ नर-नारायण पर्वत की ओर अपने शिष्यों के साथ जा रहे थे। रास्ते में माता का प्रख्यात शक्ति पीठ पढ़ गया। माता ने भगवान गुरु गोरक्षनाथ जी को आता देख उनका रास्ता रोक लिया और उनसे निवेदन किया की वो कुछ समय उनके मंदिर में विश्राम करें।भगवान गुरु गोरक्षनाथ जी ने कहा हे माता! तुम्हारे मंदिर में लोग मदिरा और मांस का भोग चढ़ाते हैं और हम एक महायोगी हैं।



माता हठ करने लगी और उनका रास्ता रोक लिया। माता के हठी स्वाभाव को देख भगवान गुरु गोरक्षनाथ जी ने उनके निवेदन को स्वीकार करते हुए कहा हम अपने शिष्यों से भिक्षा मंगवाते हैं और आप हमें उसका भोजन बनवाकर खिलाएं। यह सुनकर माता अत्यंत प्रसन्न हुई और अपने मंदिर में चली गई। माता ने अपने मंदिर मेँ आंच प्रज्वलित कर ली यह मान कर की भगवान गुरु गोरक्षनाथ थोड़ी ही देर में अपने शिष्यों के साथ भिक्षा लेकर आएंगे। कई दिन बीत गए लेकिन भगवान गुरु गोरक्षनाथ नहीं आए। माता ने जो आंच प्रज्वलित करी थी वह आज तक इस स्थान पर जल रही है। इसके बाद माता का वह स्थान ज्वाला देवी के नाम से प्रख्यात हो गया जो हिमांचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में है। ऐसा माना जाता है की माता ज्वाला देवी आज भी भगवान गुरु गोरक्षनाथ जी का इंतजार कर रही हैं और आंच आज तक जल रही हैं ज्वाला देवी के मंदिर में।




भगवान गुरु गोरक्षनाथ जी के नाम पर ही भारत देश में एक सिटी का नाम गोरखपुर है जहां उनका पूरे विश्व का सबसे बड़ा मंदिर स्थापित है। आपको यह जान कर भी आश्चर्य होगा की नेपाल देश का नाम "गोरक्ष राष्ट्र" है। भगवान गुरु गोरक्षनाथ ही नेपाल देश का भी आधार कहलाते हैं। अनेकों कहानियां सम्पूर्ण विश्व में प्रचलित हैं जो यह सिद्ध करती हैं भगवान गुरु गोरक्षनाथ हर काल में हर युग में इस पृथ्वी पर निवास करते हैं।




- भुवन जोशी

जीवन के 33 वर्ष एक अविश्वसनीय महल बनाने हेतु समर्पित कर दिए

शौक का कोई मूल्य नहीं होता यह एक प्रचलित मुहावरा है परन्तु बहुत से लोगों का शौक उनसे कुछ ऐसा करवा जाता है जो अविस्मरणीय बन इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जाता है । इस तरह वह व्यक्ति भी अमर हो जाता है जिसने शौक के चलते ऐसी कोई कलाकृति तैयार की होती है । ऐसे ही एक व्यक्ति थे फ्रांस के ग्रामीण पोस्टमैन फर्दीनांद शेवल जिन्होंने अपने जीवन के 33 वर्ष एक अविश्वसनीय महल बनाने हेतु समर्पित कर दिए जिसमें स्तम्भ, मेहराबें तथा छोटी-छोटी कुटिया थीं ।

विधुर शेवल को फ्रांस में डाक बांटते समय अक्सर असामान्य आकार की चट्टानें मिला करती थीं । तब उन्होंने निश्चय किया और एक पहिए वाली ठेला गाड़ी लेकर वह रोजाना 18 मील का सफर तय करके खूबसूरत कंकर-पत्थर एकत्रित करने लगे । एक छोटे से शौक के तौर पर शुरू हुआ यह काम 1879 में एक ‘लाइफ प्रोजैक्ट’ बन गया । इस प्रोजैक्ट के परिणामस्वरूप सामने आया सर्वाधिक शानदार शौकिया भवन निर्माण कला का नमूना- ला पालाइस आइडियल ।


यह भवन कंकर-पत्थरों से निर्मित एक महल है जो कला का लामिसाल नमूना है ।फर्दीनांद शेवल ने 13 वर्ष की आयु में एक बेकर का चेला बनने के लिए स्कूल छोड़ दिया था । आगे चल कर उन्होंने डाक बांटने का काम शुरू कर दिया । अपनी उम्र के तीसरे दशक में जब उन्होंने असामान्य आकार वाली चट्टानें देखीं तो इस महल के निर्माण का विचार उनके मन में पैदा हुआ ।अपनी एक पत्रिका में उन्होंने लिखा था, ‘‘मैं इसका कारण जानने का इच्छुक था । एक स्वप्न में मैंने देखा कि मैंने एक महल, किला या गुफाएं निर्मित की थीं । मैंने इस बारे में किसी को कुछ नहीं बताया क्योंकि मुझे लगा था कि वे मेरा मजाक उड़ाएंगे । मुझे खुद भी अजीब महसूस हुआ था । मैंने खुद से कहा कि क्योंकि प्रकृति की इच्छा है कि मैं ऐसी कलाकृति बनाऊं तो मैं ऐसा महल तैयार करूंगा ।’’


और इस तरह अस्तित्व में आया ला पालाइस आइडियल नामक महल जिसके लिए शेवल रात के समय काम किया करते थे । जो असामान्य पत्थर इस महल के निर्माण में इस्तेमाल किए गए उन्हें वह पहले तो अपनी जेब में भर कर लाते थे, फिर उन्होंने एक टोकरी का इस्तेमाल किया और अंतत: एक पहिए वाली ठेला गाड़ी का इस्तेमाल किया ।


भवन निर्माण की इस अद्वितीय कलाकृति पर ईसाईयत से लेकर हिंदू भवन निर्माण कला का प्रभाव स्पष्ट देखा जा सकता है । शेवल द्वारा निर्मित इस कलाकृति को ‘नेव आर्ट’ आर्कीटैक्चर की असाधारण उदाहरण का दर्जा दिया जाता है । भले ही 19 अगस्त, 1924 को फर्दीनांद शेवल का देहांत हो गया था परन्तु उनकी इस अद्वितीय रचना ने उन्हें इतिहास में अमर कर दिया ।

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष प्रो. ललितकिशोर चतुर्वेदी का निधन

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष प्रो. ललितकिशोर चतुर्वेदी का  निधन


राजस्थान प्रदेश में भाजपा के क़द्दावर नेता पूर्व प्रदेशाध्यक्ष प्रो. ललितकिशोर चतुर्वेदी के निधन का समाचार पाकर दु:ख हुआ । वे कुशल संगठनकर्ता थे । छोटों के प्रति उनकी आत्मीयता अविस्मरणीय है । वे प्रदेश की सरकार में मंत्री और राज्यसभा के सांसद् भी रहे । वे कोटा के निवासी थे। उदयपुर में वे प्रोफ़ेसर रहे। यहाँ उन्होनें संघ का भी कार्य किया । उनका मेवाड़ से विशेष लगाव था । यही से महाविद्यालय की नौकरी छोड़कर भारतीय जनसंघ के संगठन मंत्री बने । फिर वे प्रदेश के नेता हो गये । प्रत्येक पत्र का उत्तर देना उनका स्वभाव था ।

शनिवार, 4 अप्रैल 2015

हत्या के आरोप में चार और गिरफ्तार, एसएचओ को भेजा फोर्स लीव पर

हत्या के आरोप में चार और गिरफ्तार, एसएचओ को भेजा फोर्स लीव पर


अजमेर चोरी के शक में चौकीदार की पीट-पीट कर हत्या करने और जलाने के आरोप में रामगंज थाना पुलिस ने शुक्रवार को मुख्य आरोपित सहित चार जनों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को शेष आरोपितों की तलाश है। इनमें एक पुलिस कांस्टेबल का बेटा भी शामिल है। अनुसंधान में लापरवाही के आरोप में पुलिस अधीक्षक महेन्द्र सिंह चौधरी ने रामगंज थानाप्रभारी उपअधीक्षक नानूराम मीणा को फोर्स लीव पर भेज दिया है।
four more arrested, SHO has been sent for force leave


चंद्रवरदाई नगर निवासी ओमप्रकाश गत 21 मार्च को लापता हो गया। उसके परिजन ने गुमशुदगी दर्ज करा दी। परिजन का आरोप है कि रामगंज थाना पुलिस ने सुनवाई करने की बजाए उनके साथ ही अभद्रता की। परिजन ने रामगंज थाने पर प्रदर्शन किया और एसपी चौधरी के समक्ष उपस्थित होकर प्रकरण की निष्पक्ष सुनवाई की मांग की।




इसके बाद एसपी ने प्रकरण की जांच सहायक पुलिस अधीक्षक गौरव यादव को सौंप दी। यादव ने जिला पुलिस की स्पेशल टीम के एएसआई विजय सिंह, जगमाल, प्रवीण, मनोज, बाबूसिंह की मदद से यह पता लगा लिया की आेमप्रकाश मुख्य आरोपित मन्नू उर्फ मुन्ना उर्फ मनोज के मकान के निकट एक निर्माणधीन मकान पर चौकीदारी करता था।




मन्नू को संदेह था कि कुछ दिन पहले उसके मकान से चोरी हुए लेपटॉप और मोबाइल में ओमप्रकाश का हाथ है। गत 22 मार्च को मन्नू शराब के नशे में उसके साथी प्रीतम, राजा, मनीष, प्रेमचंद तथा अन्य के साथ ओमप्रकाश के पास गया। उन्होंने ओमप्रकाश को जबरन मोटरसाइकिल पर बैठाया और पुष्कर के नांद गांव में स्थित मन्नू के फार्म हाउस ले जाने लगे। आरोपितों ने पहले रेलवे स्टेशन और फिर आगरा गेट पर ओमप्रकाश के साथ मारपीट की।




फार्म हाउस पहुंचने के बाद सभी आरोपित ओमप्रकाश पर पिल पड़े। लात घूंसो से वह ओमप्रकाश को तब तक पीटते रहे। जब तक वह बेहोश नहीं हो गया। अगले दिन 23 मार्च की तड़के जब मन्नू यह कह कर फार्म हाउस से रवाना हुआ कि वह ओमप्रकाश के लिए डॉक्टर को लेकर आ रहा है। अहमदाबाद स्थित जमालपुरा का रहने वाला राजा उर्फ शेख मुद्दसर हुसैन और कोटड़ा निवासी प्रीतम फार्म हाउस पर ही रह गए। प्रीतम मन्नू का नौकर है। शेष आरोपित भी किसी ना किसी काम से वहां से रवाना हो गए। उनके जाने के कुछ देर बाद जब राजा और प्रीतम ने ओमप्रकाश को होश में लाने का प्रयास किया। इसी दौरान उन्हें पता चला कि आेमप्रकाश की मौत हो गई।




राजा ने तुरंत मन्नू को फोन करके ओमप्रकाश की मौत की जानकारी दी। यह सुनकर मन्नू व अन्य आरोपितों के हाथ पैर फूल गए। मन्नू को राजा ने कहा कि वह लाश को ठिकाने लगा देगा। राजा ने प्रीतम के साथ मिलकर लकडियां, पेट्रोल और शक्कर एकत्र की। राजा और प्रीतम ने ओमप्रकाश के शव को लकडियों पर लिटाया और शक्कर व पेट्रोल डालकर आग लगा दी। आग लगाने के बाद आरोपितों ने शव के टुकड़े करके सीमेंट के दो कट्टों में डाला और पुष्कर रोड स्थित बाड़ी नदी में लाकर फेंक दिए। पुलिस ने प्रीतम की तस्दीक पर अवशेष बरामद कर लिए है।

बीकानेर बिजली गिरने से महिला झुलसी

women scorched by lighting


बीकानेर बज्जू ग्राम पंचायत नोखड़ा के मोडिया गांव में शुक्रवार रात आकाशीय बिजली गिरने से एक गर्भवती महिला गंभीर रूप से घायल हो गई है। उसे बीकानेर पीबीएम अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। वहीं 16 बकरी व भेड़ोंं की मौत हो गई है। शुक्रवार रात करीब 10 बजे मोडिया गांव में बेलदारों का बास में भजनाराम बेलदार की ढाणी के ऊपर बिजली गिरी। झोपड़े के अंदर बैठी भजनाराम की पुत्रवधु समदू (21) पत्नी अमलखराम के कंधे झुलस गए। बताया जा रहा है कि समदू मोबाइल पर बात कर रही थी ताी आकाशीय बिजली गिरी। घायल समदू को परिजन गडिय़ाला अस्पताल लेकर आए लेकिन मामला गंभीर होने पर समदू को बीकानेर पीबीएम रैफर कर दिया गया। बिजली गिरने से झोपड़े के पास बैठी भजनाराम की 12 बकरियां व 4 भेड़ों की मौत हो गई तथा पांच पशु भी घायल हो गए है।

निवेशकों को लुभाने के लिए जापान गई सीएम राजे



नई दिल्ली

राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पांच दिवसीय आधिकारिक जापान यात्रा के लिए शनिवार को इंदिरा गांधी अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से रवाना हो गईं। राजे के साथ एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधि मंडल भी गया है।
CM vasundhara Raje went japan to lure investors


विदेश यात्रा के दौरान राजे मुख्य रूप से जापानी उद्यमियों के साथ कई बैठकों एवं रोड शो कायक्रमों में भाग लेंगी।




उल्लेखनीय है कि आगामी 19 एवं 20 नवम्बर को जयपुर में आयोजित किए जाने वाले 'रिसर्जेंट राजस्थान पार्टनरशिप समिट' की तैयारियों के मद्देनजर जापान यात्रा राज्य में विदेशी निवेश आकर्षित करने के लिए काफी महत्वपूर्ण है।




रिसर्जेंट राजस्थान पार्टनरशिप समिट की तैयारियों की एक कड़ी के रूप इस यात्रा के दौरान राजे, प्रतिनिधिमंडल के साथ सात अप्रैल को टोक्यो में तथा 10 अप्रैल को क्वेटो में 'रोड शो' कार्यक्रमों को संबोधित करेगी।

बेजुबान पक्षियों की प्यास के लिए मेरी मर्ज़ी ग्रुप द्वारा परिण्डे लगाने का अभियान जारी ,अब तक तीन सौ परिण्डे लगे

बेजुबान पक्षियों की प्यास के लिए मेरी मर्ज़ी ग्रुप द्वारा परिण्डे लगाने का अभियान जारी ,अब तक तीन सौ परिण्डे लगे

बाड़मेर। गर्मी में मूक पक्षियों की प्यास बुझाने के लिए व्हाट्स अप्प सोसियल ग्रुप मेरी मर्जी बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक मनरेगा और कृष्णा संस्था के तत्वाधान में जीव दया अभियान के तहत शनिवार कोशहर कोतवाली ,नगर परिषद ,पोस्ट ऑफिस शहर ,गांधी चौक स्कूल में बड़ी तादाद में परिंदे लगाये ,कोतवाली में प्रेमाराम चौधरी ,केवल चंद ,सहित थाना के समस्त कर्मचारियों ने परिण्डे बंधे ,इसी तरह गांधी चौक स्कूल में चन्दन सिंह भाटी ,पार्षद पीताम्बर सोनी ,बाबू भाई शेख ,भगवान आकोदा ,दिग्विजय सिंह चुली ,मोनू मोटवानी , रमेश सिंह इन्दा ,ललित छाजेड़ ,धीरज जैन ,मगाराम माली हितेश मूंदड़ा,,छगन सिंह चौहानने परिंदे लगा पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था की ,इससे पूर्व शुक्रवार को ,गेंहू रोड स्थित जैन दादावाड़ी,सरदारपूरा,तनसिंह सर्किल में पक्षियों के लिए परिंडे लगाये गए।कार्यक्रम संयोजक और अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक सुरेश दाधीच के नेतृत्व में सदस्यों परिण्डे लगाये तथा पानी की जिम्मेदारी सौंपी।


टीम के कई सदस्यों ने बड़ी तादाद में परिण्डे लगा कर गर्मी में मूक पक्षियों की प्यास बुझाने का प्रयास किया। कार्यक्रम संयोजक सुरेश दाधीच ने बताया जीव दया अभियान के तहत बेजुबान पक्षियों की प्यास के लिए एक हजार परिण्डे लगाये जा रहे है। भीषण गर्मी व जल संकट से बेहाल बेजुबान पक्षियों को बचाने के लिए हर घर की छत पर मिट्टी के जलपात्र रखने का दाधीच ने आह्वान किया
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बालोतरा। ट्रेन की चपेट में आने से अधेड़ की मोत

बालोतरा। ट्रेन की चपेट में आने से अधेड़ की मोत


बालोतरा। बालोतरा शनिवार की दोपहर को जोधपुर से चलकर बाड़मेर की और जाने वाली ट्रेन से बालोतरा रेलवे स्टेशन के नजदीक रेल की पटरियां पार करते समय ट्रेन की चपेट में आने से अमृत लाल नाई उम्र 40 वर्ष निवासी शास्त्री कॉलोनी कृषि मण्डी के पीछे वार्ड न. 32 की मौत हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक को कम सुनाई देता था इसलिए शायद ट्रेन की आवाज नही सुन पाया ट्रेन की चपेट में आ गया जिससे मौके पर ही मौत हो गई।

-बाड़मेर रतेऊ गांव में युवती पर चाकू से हमला

-बाड़मेर रतेऊ गांव में युवती पर चाकू से हमला 

बायतु उपखंड के गिड़ा थाना क्षेत्र के रतेउ गांव में एक युवती पर

चाकु से जानलेवा हमला करने का मामला सामने आया है। वारदात शनिवार सुबह की

बताई जा रही है। युवती के परिजन गंभीर हालात में युवती को बालोतरा के

राजकिय नाहटा अस्पताल लाये। युवती के गले, सीने ओर हाथ पर चाकु के गहरे

घांव होने के कारण उसका आप्रेषन किया गया। युवती के परिजनो का कहना है

युवती को सुबह पंाच बजे आरोपी ने फोन कर घर से बाहर बुलाया ओर बाद में

दुष्कर्म कर उसको मारने की नीयत से चाकु से वार किये। परिजनो ने बताया कि

मामलो को लेकर गिड़ा पुलिस को रिपेार्ट दी गई है।