लखनऊ। देश में तालिबानी फरमान कई बार सुनाए जा चुके है।
लेकिन एक तालिबानी फरमान से लड़कियों को अब तौबा करना होगा। देश में हो हल्ला मचाने वाली लव जिहाद की घटनाओं ने एक ऎसे फरमान को जन्म दे दिया है जिससे आजाद भारत में लडकियों की स्वतंत्रता पर प्रश्न चिन्ह लगना लाजिमी है।
उत्तर प्रदेश में लड़कियों के मोबाइल रखने पर पाबंदी लगाने का तालिबानी फरमान सुनाया गया है। अखिल भारतीय वैश्य एकता परिषद् ने लड़कियों के माबाइल फोन रखने पर पाबंदी लगा दी है।
इस पाबंदी का कारण लव जिहाद है। एक अंग्रेजी अखबार की वेबसाइट की खबर के अनुसार व्यापारियों की एक मीटिंग में निर्णय लिया गया कि समाज की बेटियां अब मोबाइल फोन नहीं रख सकेंगी।
इस मीटिंग में वैश्य समाज के हजारों लोगों ने भाग लिया और इस तुगलकी फरमान पर मोहर लगाई। इस समय देश में लव जिहाद का मामला गुंजता दिखाई दे रहा है।
लव जिहाद के चलते राजनीति भी अब साम्प्रदायिक होने लगी है। हालांकि हरियााणा और उत्तर प्रदेश में खाप पंचायतों ने पहले भी कई बार लड़कियों की आजादी पर तुगलकी फरमान जारी किए है।
लेकिन बुदि्धीजीवी कहलाया जाने वाला वैश्य वर्ग की ओर से लड़कियों के मोबाइल फोन पर पाबंदी लगाना आश्चर्यजनक है।
क्या है "लव जिहाद":
इस समय देशभर में लव जिहाद का मुद्दा गर्माया हुआ है। कुछ लोगों ने धर्म युद्ध और प्रेम युद्ध का मिश्रण कर लव जिहाद का नया नाम ईजाद किया है।
एक समुदाय विशेष द्वारा किसी गैर धर्म की लड़कियों को अपने प्रेम जाल में फंसाकर शादी करना और जबरन उनका धर्म परिवर्तन ही "लव जिहाद" कहलाता है।
रांची में राष्ट्रीय स्तर की शूटर तारा शाहदेव ने एक रंजीत उर्फ रकीबुल पर ऎसा ही आरोप लगाया था जिसके बाद से ही देश में लव जिहाद पर बहस छिड़ी हुई है।
तारा ने आरोप लगाया था कि रंजीत कोहली से प्रेम के चलते दोनों ने शादी कर ली। शादी के बाद तारा को पता चला कि रंजीत कोहली हिंदू नहीं बल्कि मुसमलान है और उसका नाम रकीबुल है।
तारा ने रंजीत उर्फ रकीबुल पर आरोप लगाया कि शादी के बाद रकीबुल उससे मारपीट क रता और जबरन धर्म परिवर्तन की कोशिश की।
मामले पर हंगामा मचने के बाद पुलिस ने रंजीत उर्फ रकीबुल को गिरफ्तार कर लिया था।
लेकिन एक तालिबानी फरमान से लड़कियों को अब तौबा करना होगा। देश में हो हल्ला मचाने वाली लव जिहाद की घटनाओं ने एक ऎसे फरमान को जन्म दे दिया है जिससे आजाद भारत में लडकियों की स्वतंत्रता पर प्रश्न चिन्ह लगना लाजिमी है।
उत्तर प्रदेश में लड़कियों के मोबाइल रखने पर पाबंदी लगाने का तालिबानी फरमान सुनाया गया है। अखिल भारतीय वैश्य एकता परिषद् ने लड़कियों के माबाइल फोन रखने पर पाबंदी लगा दी है।
इस पाबंदी का कारण लव जिहाद है। एक अंग्रेजी अखबार की वेबसाइट की खबर के अनुसार व्यापारियों की एक मीटिंग में निर्णय लिया गया कि समाज की बेटियां अब मोबाइल फोन नहीं रख सकेंगी।
इस मीटिंग में वैश्य समाज के हजारों लोगों ने भाग लिया और इस तुगलकी फरमान पर मोहर लगाई। इस समय देश में लव जिहाद का मामला गुंजता दिखाई दे रहा है।
लव जिहाद के चलते राजनीति भी अब साम्प्रदायिक होने लगी है। हालांकि हरियााणा और उत्तर प्रदेश में खाप पंचायतों ने पहले भी कई बार लड़कियों की आजादी पर तुगलकी फरमान जारी किए है।
लेकिन बुदि्धीजीवी कहलाया जाने वाला वैश्य वर्ग की ओर से लड़कियों के मोबाइल फोन पर पाबंदी लगाना आश्चर्यजनक है।
क्या है "लव जिहाद":
इस समय देशभर में लव जिहाद का मुद्दा गर्माया हुआ है। कुछ लोगों ने धर्म युद्ध और प्रेम युद्ध का मिश्रण कर लव जिहाद का नया नाम ईजाद किया है।
एक समुदाय विशेष द्वारा किसी गैर धर्म की लड़कियों को अपने प्रेम जाल में फंसाकर शादी करना और जबरन उनका धर्म परिवर्तन ही "लव जिहाद" कहलाता है।
रांची में राष्ट्रीय स्तर की शूटर तारा शाहदेव ने एक रंजीत उर्फ रकीबुल पर ऎसा ही आरोप लगाया था जिसके बाद से ही देश में लव जिहाद पर बहस छिड़ी हुई है।
तारा ने आरोप लगाया था कि रंजीत कोहली से प्रेम के चलते दोनों ने शादी कर ली। शादी के बाद तारा को पता चला कि रंजीत कोहली हिंदू नहीं बल्कि मुसमलान है और उसका नाम रकीबुल है।
तारा ने रंजीत उर्फ रकीबुल पर आरोप लगाया कि शादी के बाद रकीबुल उससे मारपीट क रता और जबरन धर्म परिवर्तन की कोशिश की।
मामले पर हंगामा मचने के बाद पुलिस ने रंजीत उर्फ रकीबुल को गिरफ्तार कर लिया था।