नई दिल्ली। भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने दावा किया है कि पूर्व केन्द्रीय मंत्री शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की हत्या हुई थी। दुबई के माफिया ने सुनंदा पुष्कर की हत्या की थी, ताकि वह आईपीएल से जुड़े हवाला कारोबार के संबंध में सार्वजनिक खुलासा ना करें।
इंडिया टीवी के कार्यक्रम आप की अदालत में स्वामी ने कहा कि सुनंदा पुष्कर ने 17 जुलाई को शाम 4.30 बजे प्रेस कांफ्रेंस बुलाई थी। गौरतलब है कि 17 जुलाई को ही सुनंदा पुष्कर दिल्ली के पांच सितारा होटल में मृत पाई गई थी। स्वामी ने कहा कि सुनंदा पुष्कर ने कुछ पत्रकारों को बताया था कि वह आईपीएल में हवाला कारोबार और आईपीएल में रॉबर्ट वाड्रा की भूमिका को लेकर खुलासा करने वाली है। सुनंदा पुष्कर उन लोगों के नामों का भी खुलासा करने वाली थी जो इराक के तानाशाह सद्दाम हुसैन के ऑयल फॉर फूड स्कैम में शामिल थे।
कार्यक्रम के दौरान जब स्वामी से पूछा गया कि क्या आपके पास कोई सबूत हैं तो उन्होंने कहा हां। पुलिस ने भी एक या दो पत्रकारों के बयान दर्ज किए हैं। सुनंदा के नौकर नारायण ने पुलिस को बताया था कि वह सुबह 6 बजे और 7.30 बजे सुनंदा के कमरे में गया था। उस वक्त शशि थरूर यह कहते हुए कमरे से निकले थे कि उन्हें एआईसीसी के अधिवेशन में शामिल होने के लिए तालकटोरा स्टेडियम जाना है। एआईसीसी का अधिवेशन 10 बजे शुरू होने वाला था। नारायण केरल का रहने वाला है।
नारायण के मुताबिक सुबह 10 बजे ड्राइवर एक अज्ञात व्यक्ति के साथ होटल के रूम में आया था। उस वक्त होटल की तीसरी मंजिल पर लगे सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर रहे थे। अन्य मंजिलों पर लगे सीसीटीवी कैमरे काम कर रहे थे। यह सब जांच का विषय है। स्वामी ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर सुनंदा के मौत के मामले की जांच एसआईटी से कराने के लिए कहा है। मामले की सीबीआई,रॉ और ईडी से भी जांच करानी चाहिए क्योंकि केस हवाला कारोबार और अंतरराष्ट्रीय टेलिफोन कॉल से जुड़ा है।
स्वामी ने आरोप लगाया कि सुनंदा का अंतिम संस्कार मौत के 24 घंटे के भीतर कर दिया गया। ऎसे मामलों में सामान्यतया शव को मोर्चरी में रखा जाता है। जब स्वामी को बताया गया कि सुनंदा के विसरा को सुरक्षित रखा गया था तो उन्होंने कहा कि विसरा से सिर्फ पदार्थो की मौजूदगी का पता चलता है। शव पर स्पष्ट रूप से चोट के निशान थे जो ऑटोप्सी के वीडियो में देखे जा सकते हैं। स्वामी ने कहा कि मौत के छह महीने बाद भी पुलिस यह फैसला नहीं ले पाई है कि किस प्रकृति की एफआईआर दर्ज की जाए।
स्वामी के मुताबिक दिल्ली आने से पहले सुनंदा की तिरूअनंतपुरम के क्लिनिक में मेडिकल जांच हुई थी। इससे साफ पता चलता है कि वह न तो नींद की गोलियां ले रही थी और ना ही अन्य दवाईयां। स्वामी ने कहा कि यूएस में मेडिकल चैकअप के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी न्यूयॉर्क के 66 वें स्ट्रीट फिफ्थ एवेन्यू के अपार्टमेंट में रूकी थी,जो शशि थरूर और दुबई के शराब कारोबारी कलाथाम्बी का है।