कुचेरा। राजस्थान के नागौर जिले के कुचेरा क्षेत्र के ढावा गांव की एक नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। आरोपियों ने नाबालिग का अपहरण कर बड़ी खाटू स्थित पत्थर की खान में सामूहिक दुष्कर्म किया। बाद में ट्रेन से अहमदाबाद ले जाते समय जोधपुर रेलवे स्टेशन पर मौजूद पुलिसकर्मियों को नाबालिग ने किसी तरह इस बारे में बताया। इस पर पुलिसकर्मियों ने उसे वापस गांव पहुंचाया। नाबालिग को पुलिसकर्मियों के पास देखकर दोनों आरोपी भाग गए। पुलिस ने उनकी तलाश में कई जगह दबिश दी, लेकिन कोई सुराग नहीं लगा।
पुलिस के अनुसार ढावा गांव के एक व्यक्ति ने रिपोर्ट दी कि गांव के ही सुगनाराम जाट व बासनी नेता निवासी ओमप्रकाश जाट ने सात जुलाई को उसकी नाबालिग पुत्री का अपहरण कर लिया और बाइक पर उसे बड़ी खाटू क्षेत्र में ले गए। वहां पत्थर की खान में आरोपियों ने बालिका के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। वहां से नाबालिग को जोधपुर ले गए। जोधपुर से अहमदाबाद ले जाने के दौरान रेलवे स्टेशन पर मौका देखकर पीडिता ने पुलिस को पूरा वाकया बताया। पुलिसकर्मियों ने उसे वापस गांव पहुंचाया। पुलिस को देख आरोपी मौके से भाग गए। पुलिस ने अपहरण व दुष्कर्म का मामला दर्ज किया है।
पिता की तबीयत खराब बताकर किया अपहरण
नाबालिग के पिता ने बताया कि आरोपी सुगनाराम उसके ट्रैक्टर पर चालक है। सात जुलाई को दोपहर तीन बजे के करीब उसकी नाबालिग बेटी खेत पर जा रही थी। रास्ते में दोनों आरोपी बाइक पर आए और पिता की तबीयत खराब होने का कहकर बुटाटी साथ चलने की बात कही। इस पर वह उनके साथ बैठ गई। बुटाटी से आगे निकलने पर नाबालिग ने उनसे पूछा तो मारने की धमकी देकर चुप करा दिया।
इस तरह बच्ची चंगुल से
पूछताछ में नाबालिग ने बताया कि आरोपी उसे खाटू से जोधपुर ले गए तथा वहां से अहमदाबाद ले जा रहे थे। दोनों आरोपी जोधपुर में काउंटर पर टिकट लेने गए। इसी दौरान मौका पाकर उसने पुलिस को पूरा वाकया बताते हुए जबरदस्ती ले जाने की बात कही।
इस तरह बच्ची चंगुल से
पूछताछ में नाबालिग ने बताया कि आरोपी उसे खाटू से जोधपुर ले गए तथा वहां से अहमदाबाद ले जा रहे थे। दोनों आरोपी जोधपुर में काउंटर पर टिकट लेने गए। इसी दौरान मौका पाकर उसने पुलिस को पूरा वाकया बताते हुए जबरदस्ती ले जाने की बात कही।