गुरुवार, 10 जुलाई 2014

नागौर में पत्थर की खान में नाबालिग से गैंगरेप



कुचेरा। राजस्थान के नागौर जिले के कुचेरा क्षेत्र के ढावा गांव की एक नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। आरोपियों ने नाबालिग का अपहरण कर बड़ी खाटू स्थित पत्थर की खान में सामूहिक दुष्कर्म किया। बाद में ट्रेन से अहमदाबाद ले जाते समय जोधपुर रेलवे स्टेशन पर मौजूद पुलिसकर्मियों को नाबालिग ने किसी तरह इस बारे में बताया। इस पर पुलिसकर्मियों ने उसे वापस गांव पहुंचाया। नाबालिग को पुलिसकर्मियों के पास देखकर दोनों आरोपी भाग गए। पुलिस ने उनकी तलाश में कई जगह दबिश दी, लेकिन कोई सुराग नहीं लगा।
Minor girl gangraped in Rajasthan`s Nagaur
पुलिस के अनुसार ढावा गांव के एक व्यक्ति ने रिपोर्ट दी कि गांव के ही सुगनाराम जाट व बासनी नेता निवासी ओमप्रकाश जाट ने सात जुलाई को उसकी नाबालिग पुत्री का अपहरण कर लिया और बाइक पर उसे बड़ी खाटू क्षेत्र में ले गए। वहां पत्थर की खान में आरोपियों ने बालिका के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। वहां से नाबालिग को जोधपुर ले गए। जोधपुर से अहमदाबाद ले जाने के दौरान रेलवे स्टेशन पर मौका देखकर पीडिता ने पुलिस को पूरा वाकया बताया। पुलिसकर्मियों ने उसे वापस गांव पहुंचाया। पुलिस को देख आरोपी मौके से भाग गए। पुलिस ने अपहरण व दुष्कर्म का मामला दर्ज किया है।

पिता की तबीयत खराब बताकर किया अपहरण
नाबालिग के पिता ने बताया कि आरोपी सुगनाराम उसके ट्रैक्टर पर चालक है। सात जुलाई को दोपहर तीन बजे के करीब उसकी नाबालिग बेटी खेत पर जा रही थी। रास्ते में दोनों आरोपी बाइक पर आए और पिता की तबीयत खराब होने का कहकर बुटाटी साथ चलने की बात कही। इस पर वह उनके साथ बैठ गई। बुटाटी से आगे निकलने पर नाबालिग ने उनसे पूछा तो मारने की धमकी देकर चुप करा दिया।

इस तरह बच्ची चंगुल से
पूछताछ में नाबालिग ने बताया कि आरोपी उसे खाटू से जोधपुर ले गए तथा वहां से अहमदाबाद ले जा रहे थे। दोनों आरोपी जोधपुर में काउंटर पर टिकट लेने गए। इसी दौरान मौका पाकर उसने पुलिस को पूरा वाकया बताते हुए जबरदस्ती ले जाने की बात कही।

लिम्का बुक में शामिल सीसीडीयू डिपार्टमेंट


लिम्का बुक में शामिल सीसीडीयू डिपार्टमेंट

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बाड़मेर. पीएचईडी की सीसीडीयू बाड़मेर ने जल चेतना कार्यक्रम के तहत नेशनल रिकार्ड हासिल कर लिम्का बुक में नाम दर्ज करवाया है। वैसे तो अमूमन कहा जाता है कि सरकारी विभागों में काम की रफ्तार बहुत ढीली होती है और इनके कारिंदे हर काम मे कम दिलचस्पी लेते है। बाड़मेर में सीसीडीयू ने इस धारणा के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए। बीते सप्ताह इस अभियान को लिम्का बुक ऑफ़ रिकॉर्ड 2014 में शामिल किया गया है। राज्य के सरकारी विभाग को मिलने वाला है पहला लिम्का बुक ऑफ़ रिकॉर्ड है, जो सीसीडीयू को मिला है। जानकारी के मुताबिक दो साल में पानी बचाने की मुहिम में जुटे जलदाय विभाग की सीसीडीयू इकाई के आईईसी अनुभाग के अभियान जल चेतना की सांप सीढ़ी के लिए लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड 2014 में शामिल किया गया है। बीते साल जिले भर में जल चेतना की बात और खेल-खेल के जरिए जागरूकता के उद्देश्य से धरा पर उतारी गई सांप-सीढ़ी देश की सबसे बड़ी सांप सीढ़ी घोषित की गई है। लिम्का बुक ऑफ इंडिया की संपादक विजया घोष ने बीते सप्ताह इस नए नेशनल रिकॉर्ड के प्रमाण पत्र को सीसीडीयू इकाई के आईईसी अनुभाग के कंसल्टेंट अशोक सिंह राजपुरोहित को दिया। राज्य के सरकारी विभाग को मिलने वाला यह केवल पहला रिकॉर्ड है बल्कि ही इस साल के लिम्का बुक के संस्करण मे राजस्थान से एक ही आवेदन रिकॉर्ड मे शामिल किया है।
900स्क्वायर फीट की सांप-सीढ़ी: सीसीडीयूइकाई के आईईसी अनुभाग के कंसल्टेंट अशोक सिंह इस सांप सीढ़ी के निर्माता है। वे इसे एक अभिनव पहल के साथ साथ आसानी से लोगों में पानी बचाने का संदेश देने वाला जरिया बताते हैं। लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड के मुताबिक अब तक देश की सबसे बड़ी सांप सीढ़ी 729 वर्ग फिट की थी जिसका रिकॉर्ड तमिलनाडु की एक स्वयं सेवी संस्थान के पास था और यह रिकॉर्ड 2006 मे बना था।
बाड़मेर में बनी सांप सीढ़ी का क्षेत्रफल 900 वर्ग फिट है जिसने नया नेशनल रिकॉर्ड बनाया है। पीएचईडी के एसई ओपी व्यास इस उपलब्धि को एक मिसाल बताते है। उनका कहना है की बाड़मेर में पानी पर जनजागरण की मिसाल है। लोगों को पानी बचत का संदेश कई माध्यमों से दिया जा रहा है।

न्यूयॉर्क में उठा राजस्थानी भाषा को मान्यता का मुद्दा


न्यूयॉर्क में उठा राजस्थानी भाषा को मान्यता का मुद्दा


न्यूयॉर्क में राजस्थान सम्मेलन, राना के मीडिया चेयरमैन भंडारी ने की प्रवासियों से अपील



बाड़मेर. राजस्थानएसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका (राना) के न्यूयॉर्क में आयोजित राजस्थान सम्मेलन में राजस्थानी भाषा मान्यता का मुद्दा उठा। राना के मीडिया चेयरमैन प्रेम भंडारी ने सम्मेलन में मौजूद सभी प्रवासी राजस्थानियों से मायड़ भाषा को मान दिलाने की मुहिम में योगदान देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा 14 करोड़ राजस्थानियों की मातृभाषा की संवैधानिक मान्यता के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है, जबकि हर प्रांत को अपनी भाषा में पढ़ने-लिखने का अधिकार मिला है। कारण राजस्थानी संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल नहीं है। उन्होंने कहा कि राजस्थानी के शब्दकोश में 2.10 लाख शब्द संकलित है। करीब साढ़े तीन लाख अप्रकाशित और 25 हजार प्रकाशित ग्रंथ पुस्तकालयों में मौजूद है। भंडारी ने कहा कि राजस्थान विधानसभा में लिए गए संकल्प को 11 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं। 17 दिसंबर 2006 को लोकसभा में तत्कालीन गृहराज्य मंत्री प्रकाश जायसवाल ने घोषणा की कि राजस्थानी एवं भोजपुरी को आठवीं अनुसूची में शामिल करने के लिए केन्द्र सरकार ने सैद्धांतिक सहमति दे दी है। डोगरी, मैथिली, संथाली सहित देश की 22 भाषाओं के माध्यम से आईएएस बनने की सुविधा है लेकिन राजस्थानी में नहीं। भंडारी ने कहा राजस्थानी भाषा को 8 वीं अनुसूची में जोड़ने की मांग प्रदेश प्रवास से जोर-शोर से उठाई जा रही है। ऐसे में प्रवासी राजस्थानियों को इस संघर्ष में जुटना चाहिए।


यह हमारे लिए खुशी की बात है कि अमेरिका की लाइब्रेरी आफ कांग्रेस ने राजस्थानी को दुनिया की तेरह समृद्ध भाषाओं में शुमार किया है।

बाड़मेर. राणीरूपादे स्थित नवनिर्मित मल्लिनाथ सभागार का उद्घाटन


संगठन में ही शक्ति है : जैन


बाड़मेर. भवन का लोकार्पण करते बाड़मेर विधायक मेवाराम जेन मानवेंद्रसिहं।

बाड़मेर. राणीरूपादे स्थित नवनिर्मित मल्लिनाथ सभागार का उद्घाटन बुधवार को विधायक मेवाराम जैन के मुख्य आतिथ्य में किया गया। समारोह में जैन ने कहा कि यह सभागार जो बनकर आज तैयार हुआ है इसका श्रेय मुझे नहीं समाज संस्थान को भी जाता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे संस्थान के संरक्षक शिव विधायक मानवेन्द्र सिंह जसोल ने कहा कि संस्थान कि एक महिला इकाई का भी गठन किया जाए जिसका संचालन समाज की महिलाएं ही करें जिससे समाज की आधी आबादी को भी अपने विचार रखने का मौका मिले। विशिष्ट अतिथि रावत त्रिभुवन सिंह ने बताया कि हमें जागते रहना है इस बदलते समय में हमें सावधानी से आगे बढ़ना है। समाजसेवी शिक्षाविद कमल सिंह महेचा ने कहा कि हमें अवसादग्रस्त नहीं होना चाहिए। उन्होंने आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। समारोह में समाज के युवाओं को नशा फिजूल खर्ची से बचने की सलाह दी। कैप्टन हीर सिंह भाटी ने बताया कि हमें सेना के जवानों की तरह एकजुट रहते हुए हर मुश्किल से पार पाना हैं। संस्थान के अध्यक्ष स्वरूप सिंह चाडी ने कहा कि विधायक का हमेशा सहयोग रहेगा। समारोह में सभागार बनाने वाले ठेकेदार मांगीलाल का भी सम्मान किया गया। कार्यक्रम का संचालन संस्थान के सचिव मांगूसिंह िबशाला ने किया।
समारोह में पृथ्वी सिंह रामदेरिया, लालसिंह कपूरडी, अचल सिंह गरल, कमल सिंह रानी गांव, सांग सिंह लूनू, गोर्धनसिंह भुरटिया, पार्षद सुल्तान सिंह, देवीसिंह पूर्व जिला परिषद सदस्य रिडमलसिंह दांता मोहनसिंह भाटी, ईश्वर सिंह चुली, प्रकाश सिंह भुरटिया, उदयराज सिंह, तनसिंह महाबार, नीमसिंह उंडखा, राजेंद्र सिंह भियाड़, देवी सिंह माडपुरा, रिडमल सिंह दांता, महेंद्र सिंह तारातरा, हनवंत सिंह, भवानी सिंह लूनू, नेपाल सिंह तिबनियार, नरेशपाल सिंह तेजमालता, पदमसिंह कोटड़ा, स्वरुप सिंह आगोर, शेर सिंह भुरटिया, विक्रम सिंह शिव कर मौजूद रहे।

बुधवार, 9 जुलाई 2014

महिला को सरकार के खिलाफ रिर्पोटिंग करना पड़ा महंगा, 50 कोड़ों की सजा मिली



ईरान में सरकार के खिलाफ रिर्पोटिंग करना एक महिला पत्रकार को काफी महंगा पड़ा। सरकार की योजनाओं के खिलाफ दुष्‍प्रचार करने के आरोप में इस महिला पत्रकार को 2 साल जेल में बिताने पड़ेंगे, इसी के साथ उसे सार्वजनिक स्‍थल पर 50 कोड़े मारने की भी सजा सुनाई है।
 महिला को सरकार के खिलाफ रिर्पोटिंग करना पड़ा महंगा, 50 कोड़ों की सजा मिली
मर्जिए रसौली नाम की महिला पत्रकार जनवरी 2012 में सभा करने और सरकार के खिलाफ दुष्प्रचार के आरोप में गिरफ्तार की गई थी। रसौली कई प्रगतिशील एवं सुधारवादी अखबारों में कला, संगीत और किताब समीक्षा की खबर करती थी।

इस घटना से पिछले साल नए राष्ट्रपति बने हसन रौहानी के चुनाव से राजनैतिक एवं सांस्कृतिक आजादी की उम्मीद लगाए बैठे कई लोगों को निराशा हुई है।

 

शाह के अध्यक्ष बनने पर खूब बरसे कांग्रेसी नेता



गुना। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह ने भारतीय जनता पार्टी का अध्यक्ष अमित शाह को बनाए जाने पर चुभने वाली बधाई दी है। उन्होंने कहा है भाजपा ने भ्रष्टाचार और फर्जी मुठभेड़ के आरोपी को अध्यक्ष बनाया है, इसके लिए भाजपा के नेताओं और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख को बधाई। दिग्विजय सिंह का कहना है कि भाजपा के पास सिर्फ ऐसे ही लोग हैं जो सहकारी घोटाला करते हैं, फर्जी मुठभेड़ में शामिल होते हैं, कोई लड़की की जासूसी कराता है। ऐसी नियुक्ति के लिए भाजपा के नेताओं के साथ संघ प्रमुख मोहन भागवत को भी बधाई।


कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव ने शाह के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा है। सिंह ने मोदी के 'अच्छे दिन' के जुमले पर भी चुटकी ली और कहा कि लगता है कि अच्छे दिन तो इन्ही के आए हैं, जनता के नहीं।



उल्लेखनीय है कि वर्ष 2010 में अमित शाह गुजरात के गृह राज्यमंत्री रहते मार्बल व्यापारियों को परेशान करने वाले सोहराबुद्दीन, उसकी पत्नी कौसर बी और उसके सहयोगी तुलसीराम प्रजापति की फर्जी मुठभेड़ में हत्या के मामले में गिरफ्तार हुए थे। उन्हें दो साल राज्य से बाहर रहने की शर्त पर जमानत मिली थी।



कांग्रेस नेता रेणुका चौधरी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, बीजेपी की पहचान ऐसे ही लोगों से होगी जो गैर कानूनी काम कर चुके हैं और करते जाएंगे। उन्होंने अमित शाह पर हलमा करते हुए कहा कि इनका रिकॉर्ड क्या है? सबने देखा था। वो ट्रेलर था अब फिल्म भी देख लीजिए।चौधरी ने कहा कि पद होने से उनका पिछला रिकॉर्ड मिट जाएगा क्या? जो सच है उसे असत्य नही बना सकते। इतिहास गवाह है और इसे दोबारा नही लिख सकते। यही बीजेपी का तरीका है, सबको पता था कि यही होने वाला है। कांग्रेस बीजेपी से लड़ती रहेगी।



कांग्रेस नेता अखिलेश प्रताप सिंह ने अमित शाह के बीजेपी अध्यक्ष बनाए जाने पर कहा है कि आज डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय अमित शाह के बराबर हो गए। बीजेपी के लोगों को यह दिन मुबारक।

महंगाई पर लोकसभा मे हुई चर्चा, राहुल ले रहे थे "खर्राटे"

नई दिल्ली। देश की जनता का महंगाई से बुरा हाल है। महंगाई को मुद्दा बनाकर केन्द्र में सरकार बनाने वाली भाजपा अब इससे निपटने के उपाय ढूंढ रही है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस और विरोधी दल संसद और सड़क पर मोदी सरकार को घेर रहे हैं।rahul gandhi was sleeping in lok sabha during discussion
लेकिन लोकसभा के एक दृश्य को देखने से साफ पता चलता है कि 10 साल सत्ता में रहने वाली कांग्रेस आम आदमी की समस्याओं को कितनी गंभीरता से लेती रही है।

लोकसभा में बुधवार को महंगाई के मुद्दे पर चर्चा हो रही थी। उस दौरान कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पीछे की सीट पर सो रहे थे। सारा सदन इस गंभीर मसले पर सरकार की खिंचाई करने के साथ उपाय बता रहा था, वहीं कांग्रेस के "युवराज" सोते हुए पाए गए।

बजट सत्र शुरू होने के पहले ही दिन कांग्रेस समेत पूरा विपक्ष महंगाई के मुद्दे पर लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन के सामने आकर नारेबाजी करने लगा। तब राहुल गांधी भी आस्तीन चढ़ाए वहां आकर खडे हो गए। उस हंगामे का वह भी हिस्सा बने।

लेकिन आम आदमी की जेब पर भारी पड़ती महंगाई को लेकर जब चर्चा होने लगी तो इस मुद्दे पर राहुल गांधी कितने गंभीर हैं, इस तस्वीर को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है।

"वोट के लिए कोठे खुलवा सकती है बीजेपी"

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के एक नेता ने भाजपा पर विवादित बयान दिया है। aap leader give controversial statement on bjp
आप नेता नवीन जयकिहंनद ने बुधवार को कहा कि वोट के लिए बीजेपी कोठे तक खुलवा सकती है।

नवीन ने रोहतक में बीजेपी नेता ओमप्रकाश धनखड़ पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा की मानसिकता घटिया है।

उन्होंने कहा कि बीजेपी वोट के लिए हर जिले में कोठे खुलवा सकती है।

गौरतबल है कि धनखड़ ने कुछ दिनों पहले लड़कियों को लकर एक विवादित बयान दिया था।

जयहिंद ने धनखड़ के बयान की निंदा करते हुए इसे हरियाणा के युवाओं की बेइज्जती बताई है।

वहीं बुधवार को खुद जयहिंद ने बीजेपी पर विवादित बयान दे दिया है।

हर रोल के लिए बेहतरीन थे संजीव कुमार



फिल्म शोले में ठाकुर बलदेव सिंह के किरदार को हमेशा के लिए अमर कर देने वाले संजीव कुमार को उनके बेमिसाल अभिनय के लिए याद किया जाता है। एशिया के सर्वश्रेष्ठ अभिनेताओं में शामिल संजीव कुमार का असली नाम हरीभाई जेठालाल जरीवाला था।
Sanjeev Kumar was an iconic talented actor in Hindi Cinema
9 जुलाई 1938 को एक गुजराती परिवार में जन्मे संजीव कुमार बचपन से ही फिल्मजगत से जुड़ना चाहते थे। जीवन के शुरूआती दौर में वह पहले रंगमंच से जुड़े, उसके बाद उन्होंने फिल्मालय के एक्टिंग स्कूल में दाखिला लिया। इसी दौरान 1960 में उन्हें फिल्मालय बैनर की फिल्म हम हिन्दुस्तानी में एक छोटी सी भूमिका निभाने का अवसर मिला।

इस फिल्म के बाद संजीव कुमार एक के बाद एक सफल फिल्मों से अपने अभिनय से झंडे गाड़ते चले गए। वर्ष 1968 में उन्होंने दिलीप कुमार के साथ अभिनय किया और उन्हें प्रभावित कर दिया। उनकी फिल्मों में सीता और गीता, खिलौना, आंधी, मौसम, मनचली, शोले जैसी फिल्में शामिल हैं।

अपने 25 वर्ष लंबे अभिनय करियर में संजीव कुमार 14 बार फिल्मफेयर अवॉर्ड के लिए नोमिनेट किए गए तथा दो बार उन्होंने पुरस्कार भी जीता। उन्हें दो बार नेशनल फि ल्म अवॉर्ड फॉर बेस्ट एक्टर के लिए भी सम्मानित किया गया। आजीवन अविवाहित रहे संजीव कुमार की 6 नवम्बर 1985 को 47 वर्ष की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई। उनकी मृत्यु के बाद भारत सरकार ने उनकी याद में पोस्ट स्टॉम्प जारी किया।

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