जैसलमेर,जिला कलक्टर ने आंगनवाडी पाठषालाओं का किया औचक निरीक्षण,
पाठषाला बंद पाए गए, कार्यकर्ता व सहायिका को हटाने के दिए निर्देष
पाठषाला पर पोषाहार व्यवस्थाओं में सुधार लाने के दिए निर्देष
जैसलमेर, 04 अप्रैल। जिला कलक्टर नमित मेहता ने गुरूवार को आंगनवाडी सेवाओं का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाआंे का जायजा लिया। उन्होंने ग्राम बडाबाग, लौद्रवा, छत्रैल, चूंधी आंगनवाडी पाठषालाओं का निरीक्षण किया तो निरीक्षण के वक्त छत्रैल, चूंधी, लौद्रवा के आंगनवाडी पाठषालाएं बंद पाई गई। जिला कलक्टर ने इसको गंभीरता से लिया एवं कहा कि गुरूवार को दिन आंगनवाडी पाठषालाओं में पोषाहार वितरण का दिवस होता है उस दिन बंद पाया जाना अनियमितता का परिचायक है।
जिला कलक्टर मेहता ने बंद पाए गए आंगनवाडी पाठषालाओं की आंगनवाडी कार्यक्रर्ताओं एवं सहायिकाआंे को तत्काल ही हटाने के उप निदेषक महिला एवं बाल विकास को मौके पर निर्देष दिए। उन्होंने इस प्रकार की स्थिति पर नाराजगी व्यक्त की एवं उप निदेषक को निर्देष दिए कि वे इस संबंध में संबंधित महिला पर्यवेक्षक को भी नोटिस जारी करावें। उन्होंने यह भी हिदायत दी कि आंगनवाडी पाठषाला की माॅनिटरिंग व्यवस्थाआंे में सुधार लावें एवं संबंधित महिला सुपरवाईजर एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी को भी निर्देषित किया जावे कि वे सभी आंगनवाडी पाठषालाओं की प्रभावी ढंग से माॅनिटरिंग करंे एवं समय पर बच्चों को पोषाहार वितरण हो।
जिला कलक्टर ने सर्वप्रथम बडाबाग आंगनवाडी केन्द्र का निरीक्षण किया तो वहां का केन्द्र निजी कमरे में संचालित होना पाया गया। इस संबंध में आंगनवाडी कार्यकर्ता श्रीमती देवी सौलंकी से जानकारी ली तो बताया कि पूर्व में यह पाठषाला विद्यालय में संचालित थी लेकिन अब वहां से हटा दिया है। इस व्यवस्था को देखते हुए जिला कलक्टर ने राजकीय माध्यमिक विद्यालय बडाबाग का भी निरीक्षण किया एवं प्रधानाध्यापक को निर्देष दिए कि वे एक कक्ष आंगनवाडी केन्द्र के संचालन के रूप में प्रदान करेंगंे। उन्होंने बडाबाग पाठषाला के निरीक्षण के समय सहायिक उपस्थित नहीं होने पर उसे भी हटाने के निर्देष दिए। उन्होंने आंगनवाडी कार्यकर्ता को निर्देष दिए कि वे पाठषालाओं में बच्चों को समय पर पोषाहार का वितरण करें वहीं प्री षिक्षा के रूप में उसे सही ढंग से संचालित कर उन्हें प्री स्कूली षिक्षा का ज्ञान अर्जन करावें।
जिला कलक्टर मेहता ने राजकीय माध्यमिक विद्यालय बडाबाग के निरीक्षण के दौरान मिड-डे-मील पोषाहार व्यवस्था का भी जायजा लिया एवं वहां पकाए जा रहंे पोषाहार की जानकारी ली। उन्होंने यहां पर कक्षा 4 में जाकर वहां अध्ययनरत विद्यार्थीयों से गणित की जोड बाकी बच्चांे से करवाई वहीं उनकी क्लास लेकर एक षिक्षक की भूमिका भी अदा की। उन्होंने विद्यार्थीयों से सामान्य ज्ञान से प्रष्न भी पूछें जिसका जवाब बच्चों ने दिया। उन्होंने बच्चों से भविष्य में क्या बनोगें उसकी भी जानकारी उनसे ली। उन्होंने बच्चांे से उनके घर में शौचालय बनें हुए है या नहीं की भी जानकारी ली तो 10-12 बच्चों ने बताया कि उनके घर में शौचालय नहीं बने हुए है। इस संबंध में जिला कलक्टर ने बच्चों को सीख दी कि वे आज ही अपने घर जाकर अपने माता-पिता को कहेगंे कि वे अपने घर में अवष्य ही शौचालय निर्माण करावें, और यह भी बतावें कि जिला कलक्टर ने उन्हें शौचालय बनाने की बात कही है तो अवष्य ही शौचालय बनाना चाहिए।
जिला कलक्टर ने प्रधानाध्यापक से षिक्षण व्यवस्था की भी जानकारी ली एवं कहा कि वे बच्चों को अच्छी गुणवता की षिक्षा अर्जित करावें। इस दौरान उप निदेषक महिला एवं अधिकारिता विभाग राजेन्द्र चैधरी भी मौजूद थें।
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पाठषाला बंद पाए गए, कार्यकर्ता व सहायिका को हटाने के दिए निर्देष
पाठषाला पर पोषाहार व्यवस्थाओं में सुधार लाने के दिए निर्देष
जैसलमेर, 04 अप्रैल। जिला कलक्टर नमित मेहता ने गुरूवार को आंगनवाडी सेवाओं का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाआंे का जायजा लिया। उन्होंने ग्राम बडाबाग, लौद्रवा, छत्रैल, चूंधी आंगनवाडी पाठषालाओं का निरीक्षण किया तो निरीक्षण के वक्त छत्रैल, चूंधी, लौद्रवा के आंगनवाडी पाठषालाएं बंद पाई गई। जिला कलक्टर ने इसको गंभीरता से लिया एवं कहा कि गुरूवार को दिन आंगनवाडी पाठषालाओं में पोषाहार वितरण का दिवस होता है उस दिन बंद पाया जाना अनियमितता का परिचायक है।
जिला कलक्टर मेहता ने बंद पाए गए आंगनवाडी पाठषालाओं की आंगनवाडी कार्यक्रर्ताओं एवं सहायिकाआंे को तत्काल ही हटाने के उप निदेषक महिला एवं बाल विकास को मौके पर निर्देष दिए। उन्होंने इस प्रकार की स्थिति पर नाराजगी व्यक्त की एवं उप निदेषक को निर्देष दिए कि वे इस संबंध में संबंधित महिला पर्यवेक्षक को भी नोटिस जारी करावें। उन्होंने यह भी हिदायत दी कि आंगनवाडी पाठषाला की माॅनिटरिंग व्यवस्थाआंे में सुधार लावें एवं संबंधित महिला सुपरवाईजर एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी को भी निर्देषित किया जावे कि वे सभी आंगनवाडी पाठषालाओं की प्रभावी ढंग से माॅनिटरिंग करंे एवं समय पर बच्चों को पोषाहार वितरण हो।
जिला कलक्टर ने सर्वप्रथम बडाबाग आंगनवाडी केन्द्र का निरीक्षण किया तो वहां का केन्द्र निजी कमरे में संचालित होना पाया गया। इस संबंध में आंगनवाडी कार्यकर्ता श्रीमती देवी सौलंकी से जानकारी ली तो बताया कि पूर्व में यह पाठषाला विद्यालय में संचालित थी लेकिन अब वहां से हटा दिया है। इस व्यवस्था को देखते हुए जिला कलक्टर ने राजकीय माध्यमिक विद्यालय बडाबाग का भी निरीक्षण किया एवं प्रधानाध्यापक को निर्देष दिए कि वे एक कक्ष आंगनवाडी केन्द्र के संचालन के रूप में प्रदान करेंगंे। उन्होंने बडाबाग पाठषाला के निरीक्षण के समय सहायिक उपस्थित नहीं होने पर उसे भी हटाने के निर्देष दिए। उन्होंने आंगनवाडी कार्यकर्ता को निर्देष दिए कि वे पाठषालाओं में बच्चों को समय पर पोषाहार का वितरण करें वहीं प्री षिक्षा के रूप में उसे सही ढंग से संचालित कर उन्हें प्री स्कूली षिक्षा का ज्ञान अर्जन करावें।
जिला कलक्टर मेहता ने राजकीय माध्यमिक विद्यालय बडाबाग के निरीक्षण के दौरान मिड-डे-मील पोषाहार व्यवस्था का भी जायजा लिया एवं वहां पकाए जा रहंे पोषाहार की जानकारी ली। उन्होंने यहां पर कक्षा 4 में जाकर वहां अध्ययनरत विद्यार्थीयों से गणित की जोड बाकी बच्चांे से करवाई वहीं उनकी क्लास लेकर एक षिक्षक की भूमिका भी अदा की। उन्होंने विद्यार्थीयों से सामान्य ज्ञान से प्रष्न भी पूछें जिसका जवाब बच्चों ने दिया। उन्होंने बच्चों से भविष्य में क्या बनोगें उसकी भी जानकारी उनसे ली। उन्होंने बच्चांे से उनके घर में शौचालय बनें हुए है या नहीं की भी जानकारी ली तो 10-12 बच्चों ने बताया कि उनके घर में शौचालय नहीं बने हुए है। इस संबंध में जिला कलक्टर ने बच्चों को सीख दी कि वे आज ही अपने घर जाकर अपने माता-पिता को कहेगंे कि वे अपने घर में अवष्य ही शौचालय निर्माण करावें, और यह भी बतावें कि जिला कलक्टर ने उन्हें शौचालय बनाने की बात कही है तो अवष्य ही शौचालय बनाना चाहिए।
जिला कलक्टर ने प्रधानाध्यापक से षिक्षण व्यवस्था की भी जानकारी ली एवं कहा कि वे बच्चों को अच्छी गुणवता की षिक्षा अर्जित करावें। इस दौरान उप निदेषक महिला एवं अधिकारिता विभाग राजेन्द्र चैधरी भी मौजूद थें।
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