गुरुवार, 14 सितंबर 2017

बहन की बदनाम हरकतों से परेशान था भाई, प्रेग्नेंट पत्नी संग किया सुसाइड

बहन की बदनाम हरकतों से परेशान था भाई, प्रेग्नेंट पत्नी संग किया सुसाइड

बहन की बदनाम हरकतों से परेशान था भाई, प्रेग्नेंट पत्नी संग किया सुसाइड
लुधियाना.बहन की गलत हरकतों से गांव में हो रही बदनामी से दुखी युवक ने अपनी प्रेग्नेंट पत्नी के साथ एक ही रस्सी और एक ही हुक से लटककर जान दे दी। पति से तलाक के बाद बहन मायके में ही रह रही थी। इसी दौरान उसके एक फाइनेंसर से संबंध हो गए थे, इसका गांव विरोध कर रहा था। क्या है मामला...

- मामला थाना हठूर के गांव डल्ला का है। पुलिस को मौके से 10 पन्नों का सुसाइड नोट भी मिला।

- गुरुवार सुबह सवा 6 बजे मां ने बरामदे में बेटे और बहू को लटके देखा।

- सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने मृतक की बहन को हिरासत में ले लिया है। फाइनेंसर पर भी केस होगा।

- गांव डल्ला के ट्रक ड्राइवर गुरदीप की शादी जनवरी में हरमीत से हुई थी। गुरदीप की दो बहनें हैं।

- साहनेवाल बिहाई बहन मंदीप कौर का डेढ़ साल पहले तलाक हो गया था।

- तलाक के बाद मंदीप 8 साल के बेटे संग मायके में रहने लगी। मायके में गुरदीप, उसकी पत्नी और मां रहती है।

- यहां तलाकशुदा बहन मंदीप के संबंध रायकोट के एक फाइनेंसर से बन गए थे।

- गुरदीप की गैरहाजिरी में फाइनेंसर बहन से मिलने घर आने लगा था। इससे बदनामी हो रही थी।

10 पेज का सुसाइड नोट

- सुसाइड में गुरदीप ने लिखा है कि उसकी बहन मंदीप की गलत हरकतों के कारण जल्दी शादी कर दी थी।

- बहन ने शादी के बाद भी ससुराल में किसी से संबंध बना लिए थे। इससे उसका तलाक हो गया।

- डेढ़ साल से वह मायके में रह रही थी। उसके एक फाइनेंसर मुनीश गर्ग से संबंध हो गए थे।

- ये सब मेरी पत्नी और गांव वालों को पसंद नहीं था। इससे घर में क्लेश होता था।

- कई बार बहन को समझाया लेकिन वह नहीं सुधरी। फिर मैं क्या करता कुछ समझ नहीं आ रहा था।

- मैं और बदनामी बर्दाश्त नहीं कर सकता था। इसलिए मैंने यह कदम उठाया।

बेटी से 8 साल बड़ा था महिला का प्रेमी, खेत में रस्में पूरी कर उठाया ये स्टेप

बेटी से 8 साल बड़ा था महिला का प्रेमी, खेत में रस्में पूरी कर उठाया ये स्टेप

बेटी से 8 साल बड़ा था महिला का प्रेमी, खेत में रस्में पूरी कर उठाया ये स्टेप
बालोद।यहां गांव में स्थित एक फार्म हाउस में मंगलवार की सुबह आम के पेड़ पर फंदे से लटके एक अविवाहित युवा और विवाहित महिला को देख सनसनी मच गई। लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने शवों को फंदे से उतारा और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। मौके पर सिंदूर की पुड़िया और जमीन पर बिखरे फूल मिले हैं। बताया जा रहा है कि महिला जिस लड़के से प्रेम करती थी वो उसकी बेटी से उम्र में 8 साल ही बढ़ा है। जानिए क्यों हुआ ऐसा...




- घटना पलारी गांव की है। यहां के रहने वाले नारायण साहू की शादी 16 साल पहले अंजनि साहू से हुई थी।

- सबकुछ ठीक चल रहा था। अंजनि को एक बेटी और फिर एक बेटा भी हुआ। फिलहाल बेटी 15 साल की है और बेटा 7 साल का।

- 5 साल पहले अंजनि की लाइफ में गांव का ही का नौजवान लक्ष्मीकांत साहू आया। धीरे-धीरे दोनों में प्यार गहरा होने लगा और वो एक-दूसरे के करीब आने लगे।

- इसकी भनक अंजनि के पति को तो नहीं थी, लेकिन गांव में चर्चा जरूर होने लगी। दोनों एक-दूसरे के इतने करीब आ चुके थे कि दूर रहना गंवारा नहीं हो रहा था।

- पिछले कई दिनों से अंजनि पर पति की नजर थी। इसे लेकर घर में कुछ माहौल भी खराब हुआ था।

- घटना से तीन दिन पहले इस मामले को लेकर अंजनि और उसके पति में काफी विवाद भी हुआ था। इसके बाद मामला समाज के लोगों में पहुंचा था।

- शनिवार को बैठक बुलाई गई थी और अंजनि को काफी समझाया गया था। उस वक्त वो मान गई और प्रेमी के चक्कर में न पड़ने की बात कह पति के साथ घर चली गई थी।

- सोमवार की शाम को अंजनि और लक्ष्मीकांत घर से निकल आए और गांव में ही स्थित फार्म हाउस में जा पहुंचे।

- यहां 23 वर्षीय लक्ष्मीकांत ने खुद से 12 साल बड़ी अंजनि (35) की मांग में सिंदूर भरा और फिर जमीन पर फूल बिखेरकर एक-दूसरे के हो गए।

- इसके बाद दोनों ने एक-दूसरे के साथ ही दुनिया से अलविदा कह दिया। एक ही फंदे से आम के पेड़ पर लटक गए।

- सुबह कुछ ग्रामीणों ने देखा और गांव में शोर हो गया। मौके पर भीड़ लग गई। पुलिस को सूचना दी गई।

- पुलिस ने शवों को फंदे से उतारकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया और मामला दर्ज कर लिया।
पुलिस के मुताबिक, मृतका के ससुराल के लोग अभी मामले पर चुप हैं।
दोनों ने लिख छोड़ा है सुसाइड नोट
- घटना के बाद जब पुलिस ने तलाशी ली तब लक्ष्मीकांत के जेब से सासाइड नोट मिला। उसने लिखा था कि वो अपनी प्रेमिका अंजनि के साथ ये दुनिया छोड़कर जा रहा है।
- इधर अंजनि ने भी अपने घर सुसाइड नोट छोड़ा था। उसके मुताबिक वो जीवन से तंग आकर मौत को गले लगाने जा रही है।

खेत में पत्नी का रेत दिया गला, दिनभर घूमता रहा फिर रात को घर में लगा ली फांसी

खेत में पत्नी का रेत दिया गला, दिनभर घूमता रहा फिर रात को घर में लगा ली फांसी
खेत में पत्नी का रेत दिया गला, दिनभर घूमता रहा फिर रात को घर में लगा ली फांसी

जयपुर के शाहपुरा में गुरुवार को एक व्यक्ति ने पत्नी की दिन में गला रेत कर हत्या कर दी और फिर रात को खुद भी फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। महिला का शव खेत में तो पति का शव घर में फंसी के फंदे से झूलता मिला। जानिए और इस बारे में ...

- शाहपुरा थाना पुलिस के एस आई सुभाष यादव ने बताया कि भवानी सिंह राजपूत (45) अपनी पत्नी संतोष कंवर (40) के साथ शाहपुरा के समीप जवानपुरा धोबी की ढाणी में रहता था। भवानी व संतोष के एक बेटा व दो बेटी हैं।

- भवानी बुधवार को संतोष को खेत में मिर्ची तोड़ने के लिए लेकर गया था। दरअसल वह संतोष को बाजरे के खेत में ले गया। वहां भवानी ने संतोष की धारदार हथियार से गला रेत कर हत्या कर दी।

- संतोष का शव खेत में ही छोड़कर भवानी घर लौट आया। वह दिनभर घूमता रहा। बच्चे व रिश्तेदार भवानी से संतोष के बारे में पूछते रहे। वह टालता रहा। रात तक सभी यह पूछते रहे कि तू मिर्ची तोड़ने के लिए संतोष को ले गया था वह लौटी क्यों नहीं।

रात को लगा ली फांसी

- रात को दो बजे परिजनों ने भवानी से बात करने के लिए उसके कमरे का दरवाजा खटखटाया तो भीतर से काेई जवाब नहीं मिला। इस पर परिजनों ने दरवाजा तोड़ दिया। उन्होंने देखा कि भवानी कुंदे से फांसी के फंदा पर झूला हुआ था।

- परिजन उसे फंदे से उतारकर अस्पताल ले गए। तब तक उसकी सांसें चल रही थीं। अस्पताल पहुंचने पर डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। डाक्टरों ने पुलिस को फोन कर दिया।

- इस पर एएसपी रामस्वरूप शर्मा, डीएसपी भागचन्द मीणा, थाना प्रभारी वीरेंद्र सिंह राठौड़ वहां पहुंचे। अधिकारियों ने जयपुर से एफएसएल टीम को वहां बुला लिया।

बाजरे के खेत में मिला संतोष का शव

- पुलिस ने आकर पूछताछ की तो परिजनों ने बताया कि इसने फांसी लगाई है वहीं इसकी पत्नी संतोष गायब है।

- पुलिस रात को ही संतोष को तलाशने के लिए खेत में पहुंच गई। काफी देर तलाशने पर बाजरे के खेत में संतोष का शव मिला।

- संतोष के शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।

हत्या क्यों की पता नहीं चला

- पुलिस ने बताया कि भवानी शराब पीता था। पति-पत्नी में झगड़ा होता रहता था।

- अब यह पूछताछ में ही पता चलेगा कि उसने संतोष की हत्या के बाद सुसाइड क्यों किया।

बुधवार, 13 सितंबर 2017

बाड़मेर सरकारी विभाग के बीस लाख बैंक से निकलने के प्रयास में एक बुजुर्ग सहित दो गिरफ्तार

बाड़मेर सरकारी विभाग के बीस लाख बैंक से निकलने के प्रयास में एक बुजुर्ग सहित दो गिरफ्तार 

बाड़मेर- जिला मुख्यालय पर उस समय हड़कंप मच गया जब, एक करीब 75 वर्षीय बुजुर्ग कृषि विभाग के बैंक एकाउंट से 20 लाख रुपये निकालने जिला मुख्यालय स्थित एसबीआई बैंक पहुंचा।

प्राप्त जानकारी के अनुसार बुजुर्ग नगाराम कृषि विभाग की डायरी (जिसमे करीब 1 करोड़ 90 लाख अंकित थे) लेकर जिला मुख्यालय स्थित एसबीआई बैंक पहुंचा और 20 लाख रुपये निकालने के लिए उसने विड्रॉल भरा।

क्यों हुआ बैंक अधिकारियों को संदेह
सरकारी विभाग के एकाउंट्स में विड्रॉल की बजाय चैक द्वारा ही लेन-देन होता है। जब बैंक अधिकारियों को इस बात का संदेह हुआ तो उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी।

सूचना पर पुलिस पहुंची मौके पर
सूचना मिलने पर सिटी कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और पूरे मामले पर संदेह जाहिर करते हुए 75 वर्षीय नगाराम सहित 1 और युवक को हिरासत में ले लिया। जिनसे पूछताछ जारी है।

बाड़मेर कर्मचारियों के हितो की सुरक्षा के लिए मजबूत प्रत्याषी चुनेः पंवार



बाड़मेर कर्मचारियों के हितो की सुरक्षा के लिए मजबूत प्रत्याषी चुनेः पंवार
सीपीएफ चुनाव में जाट के समर्थन मंे बायतु और षिव में किया प्रचार, आज तीन स्थानों पर होगा बैठको का आयोजन

बाड़मेर,13 सितंबर।

18 सितंबर को होने वाले सीपीएफ चुनावों मंे राजस्थान विद्युत तकनीकी कर्मचारी एसोसिएषन के प्रत्याषी के पक्ष मंे मतदान के लिए जीन जान से जुट जाए। मजबूत प्रत्याषी के चयन से ही कर्मचारियों के हित सुरक्षित रहेगे। यह बात राजस्थान विद्युत तकनीकी कर्मचारी एसोसिएषन बाड़मेर के प्रदेष प्रवक्ता रमेष पंवार ने सीपीएफ चुनावों में संगठन के प्रत्याषी रामप्रकाष जाट के समर्थन में बायतु और षिव में प्रचार बैठको के दौरान कही।

पंवार ने कहा कि तीन-तीन साल बीतने को है मगर अभी तक कर्मचारियों के सीपीएफ एकाउंट नहीं खुले हैं, पैसा कहां जा रहा हैं, कोई धणी धोरी नहीं हैं। कई कर्मचारियों के सीपीएफ ऋण के प्रकरण महिनों से लंबित हैं जो कि घोर विडम्बना हैं। आॅन लाईन एकाउंट की प्रक्रिया टेंडर दिये जाने के दो साल बाद भी पूरी नहीं हो पाई हैं। इसलिए इन सब समस्याओं के समाधान के लिए मजबूत प्रत्याषी रामप्रकाष जाट के पक्ष मंे शत-प्रतिषत मतदान कराना हैं। जिला अध्यक्ष नरेन्द्रसिंह ने कहा कि 18 सितंबर को होने वाली सीपीएफ चुनाव महज चुनाव नहीं हैं, यह आत्म सम्मान की लड़ाई है जिसके जरिये खोया हुआ सम्मान पाया जा सकता हैं, इसलिए इसमें किसी भी प्रकार की कोई कसर नहीं रहनी चाहिए। सभी कर्मचारी इसके लिए पूरजोर प्रयास करे एवं 18 सितंबर को मतदान करे। बैठको के दौरान बायतु में उपखण्ड की बैठक को जिला कार्यकारी अध्यक्ष राजेन्द्र चैधरी, रविषंकर, विनय कुमार, बलराम, हरचंदराम, करनाराम, मदन भाटिया, अषोक कुमार ने संबोधित किया। इसी क्रम में षिव उपखण्ड में जिला उपाध्यक्ष लिखमाराम चैधरी, बाबुलाल मुंढ़, खेमाराम, मूलाराम, तेजाराम, दलाराम, शंभुसिंह, राजू वैष्णव, रामबाबू गुर्जर, चन्दनमल, कुलदीप चरण ने संबोधित किया। बैठको में बायतु एवं षिव उपखण्ड के कर्मचारी बड़ी संख्या में मौजुद रहे।

जाट आज तीन स्थानों पर करेगे बैठकेः

राजस्थान विद्युत तकनीकी कर्मचारी एसोसिएषन के प्रदेष उपाध्यक्ष एवं सीपीएफ चुनावों मंे प्रत्याषी रामप्रकाष जाट बुधवार को जिले मंे तीन स्थानों पर प्रचार बैठको को संबोधित करेगे। निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक रामप्रकाष जाट बुधवार सुबह 10 बजे पचपदरा, 12 बजे बाड़मेर जिला मुख्यालय एवं दोपहर 3 बजे चैहटन मुख्यालय पर बैठक कर मतदान की अपील करेगे। इन बैठको में जिले भर के कर्मचारी मौजुद रहेगे।