गुरुवार, 31 अगस्त 2017

जोधपुर आर्थिक तंगी का दंश झेल रहे दम्पति ने उठाया खौफनाक कदम, अपने दो बच्चों को फांसी के फंदे पर लटकाकर झूले फंदे पर

आर्थिक तंगी का दंश झेल रहे दम्पति ने उठाया खौफनाक कदम, अपने दो बच्चों को फांसी के फंदे पर लटकाकर झूले फंदे पर


जोधपुर: जिले के बासनी थाना इलाके में आर्थिक तंगी से जुझ रहे एक परिवार ने सामुहिक खुदकुशी का खौफनाक कदम उठाते हुए गुरुवार को मौत को गले लगा लिया. जानकारी के अनुसार जोधपुर शहर से सटे तनावड़ा में जैन मंदिर के पास खेत में बने एक कमरे में दो बच्चों को फांसी के फंदे पर लटका दम्पति के भी फंदे पर झूल आत्महत्या करने का मामला सामने आया.




इलाके में रहने वाले लोगों ने बताया कि दम्पति जैन मंदिर के पास स्थित एक खेत में काम किया करते थे. वहीं दम्पति का एक पुत्र विक्रम कमरे में सोता हुआ मिला जो बच गया है. एक ही परिवार के चार सदस्यों द्वारा फांसी लगाकर जान देने से इलाके में सनसनी फैल गई. पुलिस कमिश्नर सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच जांच शुरू कर दी है.




हालांकि अभी आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है लेकिन आर्थिक तंगी और लंबे समय से उर्मिला की बीमारी प्रमुख कारण माने जा रहे है. जान देने वाले दम्पति का पीछे बचे पुत्र विक्रम ने बताया कि रात को सवा 10 बजे सोए थे सुबह 3 बजे दे पर लटके परिवार के चार सदस्यों को देख कर हर कोई सदमे में आ गया.





नहीं होगी नागौर की प्रसिद्ध तांगा दौड़, हाईकोर्ट ने खारिज की राज्य सरकार की याचिका

नहीं होगी नागौर की प्रसिद्ध तांगा दौड़, हाईकोर्ट ने खारिज की राज्य सरकार की याचिनहीं होगी नागौर की प्रसिद्ध तांगा दौड़, हाईकोर्ट ने खारिज की राज्य सरकार की याचिकाका

जोधपुर। तेजा दशमी पर नागौर के खरनाल में आयोजित होने वाले मेले में कल लोग तांगा दौड़ नहीं देख पाएंगे। नागौर में तांगा दौड़ पर लगी रोक को हटाने की मांग को लेकर राज्य सरकार की ओर से दायर याचिका को राजस्थान हाईकोर्ट ने आज खारिज कर दिया। नागौर के लोग तांगा दौड़ फिर शुरू करवाने को लेकर लम्बे अरसे से प्रयासरत थे। हाईकोर्ट के आदेश से उनकी इस मुहिम को झटका लगा है। खारिज की याचिका…

- राजस्थान हाईकोर्ट की तरफ से गत वर्ष छह जनवरी को नागौर सहित पूरे प्रदेश में तांगा दौड़ पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बाद से नागौर के लोग लगातार राज्य सरकार पर दबाव बना रहे थे।

- लोगों के दबाव में राज्य सरकार ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर प्रतिबंध को हटाने का आग्रह किया। राज्य सरकार ने अपनी तरफ से पैरवी करने के लिए विशेष रूप से तमिलनाडू में जलीकट्‌टू रेस मामले में केन्द्र की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में पैरवी करने वाले केंद्र के एडिशनल सोलिसिटर जनरल पीएस नरसिम्हा को नियुक्त किया गया था।

- न्यायाधीश गोविन्द माथुर और न्यायाधीश निर्मलजीत कौर की खंडपीठ के समक्ष नरसिम्हा ने कहा कि नागौर जिले के जिन चार गांवों में यह तांगा रेस आयोजित की जाती रही है, वहां की ग्राम पंचायतों ने तांगा रेस कच्ची सडक़ पर करवाने का जिला पशु कल्याण कमेटी को शपथ पत्र दिए हैं।

- शपथ पत्रों आधार पर जिला कलक्टर ने तांगा रेस की अनुमति दिए जाने की अनुशंसा स्टेट बोर्ड से की थी। उन्होंने बताया कि स्टेट बोर्ड ने इस प्रस्ताव पर सहमति जताते हुए प्रस्ताव नेशनल बोर्ड को भेजा था।

- नेशनल बोर्ड ने स्टेट बोर्ड की अनुशंसा के अनुरूप हाईकोर्ट से अनुमति प्राप्त करने को कहा है, इसलिए तांगा रेस की अनुमति दी जाए।

- इसका विरोध करते हुए पूर्व में दायर याचिकाकर्ता के अधिवक्ता महावीर विश्नोई ने कहा कि हाईकोर्ट द्वारा तांगा रेस पर बैन लगाने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी विचाराधीन है।

- इस एसएलपी में राज्य सरकार ने हाल ही अपना जवाब पेश किया है, जिसमें सरकार ने तांगा रेस से घोड़ों के साथ क्रूरता होने की बात स्वीकार की है।

- उन्होंने कहा कि सरकार खुद मान रही है कि तांगा रेस पशु क्रूरता की श्रेणी में आती है। सुनवाई के बाद जस्टिस गोविन्द माथुर तथा जस्टिस निर्मलजीत कौर की खंडपीठ ने सरकार की याचिका खारिज कर दी।

- उल्लेखनीय है कि नागौर की तांगा दौड़ बहुत प्रसिद्द रही है। जिले में चार स्थान पर होने वाली इस दौड़ को देखने बड़ी संख्या में लोग उमड़ते रहे है। सबसे अधिक आकर्षण खरनाल मेले में होने वाली तांगा दौड़ का रहता है।

18 की उम्र में प्रेग्नेंट हो गई थी 100 Cr. की मालकिन, ऐसे फंसी थी प्यार में

18 की उम्र में प्रेग्नेंट हो गई थी 100 Cr. की मालकिन, ऐसे फंसी थी प्यार में
18 की उम्र में प्रेग्नेंट हो गई थी 100 Cr. की मालकिन, ऐसे फंसी थी प्यार में

जयपुर. शहर के हाईप्रोफाइल डेथ केस शुभांगना की मौत ने पुलिस को पसोपेश में डाल दिया है। पुलिस भले ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार इसे आत्महत्या का केस मान रही है, लेकिन हत्या से भी इनकार नहीं कर रही है। ऐसे में पुलिस कॉलेज में लगे सीसीटीवी कैमरे घटनास्थल के अास-पास लगे सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग देखी जाएगी। इस बीच शुभांगना का उसके वकील को भेजा लेटर सामने आया है जिसमें उसने पति से 16 साल की उम्र में प्यार होने से लेकर अब तक की सारी बातें लिखी हैं। 18 साल की उम्र में हो गई थी प्रेग्नेंट...

- मंगलवार को जशोदा देवी एजुकेशन ग्रुप की चेयरपर्सन शुभांगना के पिता प्रेम सुराणा पुलिस कमिश्नर संजय अग्रवाल एडिशनल पुलिस कमिश्नर प्रफुल्ल कुमार से मिले। सुराणा ने शुभांगना के पति राजकुमार पर बेटी की हत्या करने का शक जताते हुए अधिकारियों को कुछ दस्तावेज सबूत के तौर पर दिए, जो शुभांगना की मौत से पहले उसने अपने एडवाेकेट को ई-मेल किए थे और वाट्स ऐप पर राजकुमार के साथ हुई बातचीत के अंश हैं।

- इसमें लिखा है कि कि जब वह 16 साल की थी, तब उसकी मुलाकात राजकुमार से हुई थी। उसने मुझे नाबालिग होते हुए भी प्यार के जाल में फंसाया और मुझसे फिजिकल रिलेशन बनाए। जिससे में 15 की उम्र तक 6 बार प्रेग्नेंट हो चुकी थी और 6 बार अबॉर्शन करा चुकी थी।

कई बार कर चुका है मर्डर की कोशिश

- आरोप है कि राजकुमार अपने चार साथियों के साथ शुक्रवार की रात को कॉलेज में गया और शुभांगना को वहां पर रुकने के लिए फोन किया था। गार्ड को शुभांगना ने राजकुमार को रुकवाने के लिए कहा था।

- राजकुमार शुभांगना पिछले आठ माह से अलग-अलग रह रहे थे। ऐसे में राजकुमार का अचानक कॉलेज जाना और उसी समय वाट्स ऐप पर शुभांगना को मिलने, गाली-गलौज करने अश्लील मैसेज करके प्रताड़ित किया था। ऐसे में पुलिस इसके आधार पर राजकुमार की भूमिका को संदिग्ध मान रही है।

- प्रेम सुराणा ने बताया कि बेटी शुभांगना ने आरोपी के खिलाफ महिला थाने में दहेज का केस दर्ज कराया था, लेकिन तब वह शांति से रहने लगा तो शुभांगना ने केस वापस ले लिया था।

- राजकुमार के कई युवतियों, महिला -कर्मचारियों नौकरानी से रिश्ते थे। इसकी भनक जब शुभांगना को लगी, तो वह शराब के नशे में उसके साथ मारपीट करता और कॉलेज में लाखों रुपए का घोटाला कर दिया। कई दिनों तक शुभांगना ने उसकी हरकताें को सहन किया।

- सुराणा का ये आरोप भी है कि राजकुमार ने शुभांगना को एक दफा नशीली दवा विषाक्त पदार्थ खिलाकर हत्या करने का प्रयास भी किया था।

अभी हम जांच करेंगे, हत्या जैसी बात सामने आई तो कार्रवाई करेंगे

गले पर कैसे निशान हैं, इस बारे में मुझे ज्यादा पता नहीं है, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फांसी लगाने की बात सामने आई है। मृतका के परिजन मिले हैं और उन्होंने राजकुमार पर हत्या करने के आरोप लगाए हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट, घटनास्थल कॉलेज में लगे सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग और उसके परिजनों द्वारा दिए गए कुछ दस्तावेज की जांच करेंगे। अगर जांच में हत्या होने जैसे सबूत मिलेंगे, तो आगे की कार्रवाई करेंगे। -प्रफुल्ल कुमार, एडिशनल पुलिस कमिश्नर, जयपुर

पति की मौत के बाद मां ने की दूसरी शादी, सौतेला पिता 3 साल से करता रहा रेप

पति की मौत के बाद मां ने की दूसरी शादी, सौतेला पिता 3 साल से करता रहा रेप

पति की मौत के बाद मां ने की दूसरी शादी, सौतेला पिता 3 साल से करता रहा रेप
पुष्कर. पुष्कर में एक व्यक्ति अपनी नाबालिग सौतेली बेटी के साथ पिछले तीन साल से रोजाना डरा धमका कर दुष्कर्म कर रहा था। पीड़िता के बयानों के आधार पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी राजेंद्र माली गुरुवार को अदालत में पेश किया जाएगा। पुलिस के अनुसार पीडि़ता इन दिनों अजमेर स्थित नारी निकेतन में बाल कल्याण समिति की निगरानी में रह रही है।

- पीड़िता ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि उसके पिता का निधन बचपन में ही हो गया था। इसके बाद उसकी मां ने राजेंद्र माली नामक व्यक्ति से दूसरा विवाह किया। सौतेला पिता उसके साथ गत 2014 से डरा धमका कर रोजाना घर में ही दुष्कर्म कर रहा है।

- आरोप है कि विरोध व मना करने पर आरोपी उसके साथ मारपीट करता रहा तथा जान से मारने की धमकियां भी दी। पीड़िता ने इसकी जानकारी मां और पड़ोसियों को भी दी मगर किसी ने मदद नहीं की। गत दिनों जानकारी मिलने पर मानव तस्करी यूनिट प्रभारी सीआई अशोक चौधरी के नेतृत्व में चाइल्ड लाइन व बाल कल्याण समिति के सदस्यों की एक संयुक्त रेस्क्यू कमेटी ने पुष्कर स्थित पीड़िता के घर पर दबिश दी।

- प्रारंभिक पूछताछ में पीड़िता ने माता-पिता पर आए दिन मारपीट करने व भूखा रख कर शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पीड़ित बालिका को आरोपियों के चंगुल से आजाद करा कर अपने संरक्षण में ले लिया और उसे अपने साथ अजमेर ले गई।

कार के साथ बह गया था नाले में, सात दिन बाद इस हालत में मिली लाश

कार के साथ बह गया था नाले में, सात दिन बाद इस हालत में मिली लाश

कार के साथ बह गया था नाले में, सात दिन बाद इस हालत में मिली लाश
जयपुर. गत शुक्रवार को करतारपुरा नाले में बह गए लड़के आयुष का शव सात दिन मिल गया है। आयुष का शव गुर्जर की थड़ी के पास नाले में मिला। बता दें की पिछले सात दिनों से सिविल डिफेंस और एनडीआरएफ की टीम रेस्क्यू अभियान चला रही थी। जानें क्या है मामला...




- बताया जा रहा है कि पिछले सात दिनों से लाठी-डंडों के साथ आयुष की तलाश चल रही थी।

- रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान अचानक आयुष की लाश झाड़ियों के साथ तैरती दिखी। जिसके बाद रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही टीम ने नाले में उतरकर लाश बाहर निकाली।

- गौरतलब है कि शुक्रवार सुबह हुई तेज बारिश में करतारपुरा नाले में आयुष गर्ग कार सहित बह गया था। उसने बचने काफी प्रयास किया, हिम्मत भी दिखाई, मंजर देख रहे लोग भी खूब चिल्लाए लेकिन बहता पानी उसे न जाने कहां ले गया।

- तभी से आपदा प्रबंधन और एसडीआरएफ की टीम उसकी तलाश में जुटी, लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं लगा।

- शनिवार को आयुष को पता नहीं चलने पर परिजनों और लोगों ने टोंक रोड जमा कर दिया था। इसके बाद सांसद रामचरण बोहरा भी मौके पर पहुंचे और व्यापारियों से बात की।

ऐसे हुआ था हादसा

- बता दें कि जहां से आयुष बहा, सुदर्शनपुरा औद्योगिक क्षेत्र की इस पुलिया पर हर वर्ष तेज बारिश के दौरान पानी आता है।

- बहाव क्षेत्र में आने के बाद भी प्रशासन ने पुलिया के दोनों तरफ कोई चेतावनी बोर्ड नहीं लगाया थ। और आयुष ने वहां कार उतार दी।

- कार बहने के बाद सामने आए वीडियो में से एक में दिख रहा है कि आयुष तैरकर बचने का प्रयास किया, लेकिन बहाव तेज होने कारण वह बाहर नहीं आ पाया।

खूब रोका था, फिर भी ले गया कार

-प्रत्यक्षदर्शी ने बताया था कि ईमली वाला फाटक रेलवे लाइन के पास पुल से काफी ऊपर तक पानी बहने के कारण लोग जनकपुरी द्वितीय पुलिया पर जाम लगा था। लेकिन कार के साथ बहने वाला आयुष दिल्ली रेलवे पुल के नीचे की तरफ सड़क के ऊपर से बह रहे पानी में कार ले जाने लगा। लोगों ने चिल्लाकर उसे मना भी किया। लेकिन उसने लोगों की आवाज का अनसुना कर दिया और पानी में कार घुसा दी। तभी अचानक कार पानी के साथ बहने लगी।

- हादसे के वक्त आयुष बचने के लिए कार की छत पर भी चढ़ा, लेकिन कार पलट गई। जिससे वो पानी में गिर गया। काफी देर तक तैरने की भी कोशिश की लेकिन तेजबहाव में वो अपनी जान नहींं बचा सका।

पिता चलाते हैं किराने की दुकान

- 22 साल का आयुष गर्ग किसान मार्ग पर रहता है। आयुष के पिता की घर के पास किराने की दुकान है। ताऊ सुशील ने बताया कि तीन भाईयों में आयुष दूसरे नंबर का है। सुबह करीब सवा सात बजे बारिश आने पर अपने बड़े भाई को बाईस गोदाम कोचिंग छोडऩे के लिए कार से निकला था। दस बजे तक भी घर नहीं लौटा तो उसकी तलाश में निकले। यहां पहुंचे तो पता चला कि कार सहित वह बह गया था।