मंगलवार, 29 अगस्त 2017

सीएम राजे का न भाषण में नाम और न कोई बातचीत, पीएम का राजस्थान दौरा

सीएम राजे का न भाषण में नाम और न कोई बातचीत, पीएम का राजस्थान दौरा

Looks distant between PM Modi and CM Raje
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राजस्थान दौरे पर आए। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे डबोक हवाई अड्डे पर उनका स्वागत करने पहुंची और खेलगांव में आयोजित मंच पर भी मौजूद रही। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सीएम के बीच दूरी नजर आई, जिसको लेकर राजनीतिक हलकों में चर्चाओं ने तूल पकड़ लिया।

डबोक एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री पहुंचे तो उनका स्वागत करने के लिए राज्यपाल कल्याणसिंह और सीएम वसुंधरा राजे समेत अनेक लोग मौजूद थे। राज्यपाल ने मोदी को किताब भेंट की। इस दौरान मोदी ने रुककर कल्याण सिंह से स्वास्थ्य आदि के बारे में जानकारी ली। इसके बाद आगे बढ़े मोदी का सीएम राजे ने गुलाब का फूल देकर स्वागत किया। मोदी फूल लेकर बिना किसी प्रतिक्रिया के आगे बढ़ गए।




इसी तरह की दूरियां मोदी और राजे के बीच खेलगांव में आयोजित शिलान्यास-लोकार्पण कार्यक्रम में भी नजर आई। मंच पर मोदी और उनके पास बैठे कल्याण सिंह के बीच कई बार बातचीत हुई, लेकिन राजे से उनकी कोई बात नहीं हुई। इस अनदेखी के कारण बीच-बीच में राजे भी असहज सी नजर आ रही थी। नरेंद्र मोदी ने जब अपना भाषण दिया तो उसमें भी राजे का नाम किसी योजना और उपलब्धि के लिए प्रमुखता से नहीं लिया। उपलब्धियों को राज्य सरकार या केंद्र सरकार के नाम लेकर गिनाया।

राम रहीम के डेरा आश्रम से छुड़ाई गईं 18 'शाही बेटी', सबका होगा मेडिकल टेस्‍ट

राम रहीम के डेरा आश्रम से छुड़ाई गईं 18 'शाही बेटी', सबका होगा मेडिकल टेस्‍ट

राम रहीम के डेरा आश्रम से छुड़ाई गईं 18 'शाही बेटी', सबका होगा मेडिकल टेस्‍ट
सिरसा : बलात्‍कार के दोषी डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को 20 साल की सजा सुनाई जा चुकी है. इसके बाद से ही उसके डेरे पर कार्रवाई की बात कही जा रही है. इसी कड़ी में मंगलवार को डेरा के सिरसा आश्रम में कार्रवाई की गई. यहां से 18 लड़कियों को छुड़ाया गया. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इन्‍हें आश्रम में शाही बेटी कहा जाता था. यहां से छुड़ाने के बाद इनका मेडिकल परीक्षण किया जाएगा. सिरसा सिविल हॉस्पिटल के सीएमओ गोविंद गुप्‍ता ने कहा कि डेरा के आश्रम से 18 लड़कियों को रेस्‍क्‍यु कर यहां लाया गया है. अब इनका मेडिकल परीक्षण किया जा रहा है.




24 घंटे हाजिर रहती थीं खास तौर पर ट्रेंड 250 सेविकाएं

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो गुरमीत राम रहीम ने खासतौर से अपनी सेवा के लिए कई साध्वियों की ड्यूटी लगा रखा थी. बताया जा रहा है कि राम रहीम ने अपनी सेवा में 200-250 साध्वियां लगी रखी थीं. इन साध्वियों को विशेष तौर पर ट्रेंड किया जाता था और उन्हें किसी भी अन्य मर्द से बात करने की मनाही थी. इतना ही नहीं ये साध्वियां जिस जगह रहती थीं, उसके 8-10 फीट के दायरे में पुरुषों के जाने पर प्रतिबंध था. केवल राम रहीम ही उनके पास जा सकता था.






अधिकारियों का कहना है कि डेरा परिसर के भीतर अब भी करीब 15,000 लोग हैं. डेरा परिसर के भीतर 10,000-12,000 लोग रहते हैं. डेरा अपने आप में एक छोटे शहर जैसा है, जिसमें घर, स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, स्टेडियम व दूसरे बुनियादी सुविधाएं हैं. सुरक्षा प्रतिष्ठानों के अनुमान के मुताबिक अब भी डेरे के अंदर 2000-3000 अनुयायी हैं.

तलाक के मामले पर मदरसों का बड़ा फैसला, अब पाठ्यक्रम में शामिल होगा तलाक का विषय

तलाक के मामले पर मदरसों का बड़ा फैसला, अब पाठ्यक्रम में शामिल होगा तलाक का विषय

तलाक के मामले पर मदरसों का बड़ा फैसला, अब पाठ्यक्रम में शामिल होगा तलाक का विषय
बरेली : तलाक के मामले में मदरसों ने बड़ा फैसला किया है. सुप्रीम कोर्ट द्वारा एक बार में तीन तलाक को लेकर ऐतिहासिक निर्णय दिये जाने के मद्देनजर बरेलवी मुसलमानों की आस्था के सबसे बड़े केन्द्र दरगाह आला हजरत ने अपने मसलक के मदरसों के पाठ्यक्रम में तलाक का विषय शामिल करने का फैसला किया है. दरगाह आला हजरत के दारुल इफ्ता ‘मंजरे-ए-इस्लाम‘ के अध्यक्ष मुफ्ती सैय्यद कफील हाशमी ने मंगलवार को यहां बताया कि तलाक को लेकर शरीयत में कई तरह की शर्तें हैं, लेकिन तलाक के ज्यादातर मामलों में इनकी अनदेखी की जाती है. लोगों में तलाक के बारे में सही जानकारी ना होना भी गड़बड़ी की बड़ी वजह है.




उन्होंने कहा कि अब मदरसों के विद्यार्थियों को तलाक का सही तरीका बताया जाएगा, जो कुरान और हदीस के हिसाब से होगा. दरगाह आला हजरत की तरफ से देशभर के बरेलवी मदरसों के लिए जल्द ही इस सिलसिले में आदेश जारी किया जाएगा. हाशमी ने बताया कि मदरसों में तलाक का सही तरीका जानने के बाद विद्यार्थी अपने आसपास के इलाकों में तलाक को लेकर परामर्श भी देंगे. मदरसों में होने वाली पैरेंट्स-टीचर मीटिंग (पीटीएम) में भी तलाक का सुन्नत तरीका बताया जाएगा.






उन्होंने बताया कि दरगाह आला हजरत ने दुनियाभर के उलमा का उर्स और जलसों की तकरीरों में भी शरीयत की रोशनी में तलाक के सही तरीकों की जानकारी देने का आह्वान किया है. हाशमी ने बताया कि दरगाह आला हजरत द्वारा तलाक के सुन्नत तरीकों की जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं.

बाड़मेर किसान को बिजली सप्लाई करने की एवज में रिश्वत लेते पकड़ा गया ​लाइनमेन

बाड़मेर किसान को बिजली सप्लाई करने की एवज में रिश्वत लेते पकड़ा गया ​लाइनमेन

Lineman caught for taking bribe in barmer for supplying electricity to the farmer
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने एक रिश्वतखोर बिजली कर्मचारी लाइनमेन को डेढ़ हजार रुपए की रिश्वत लेते ​हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। एसीबी ने लाइनमेन के बनियान की जेब से रिश्वत की रकम बरामद कर ली है।

एसीबी बाड़मेर के डीएसपी जितेंद्र सिंह ने बताया कि 59 वर्षीय गिरफ्तार आरोपी मोडाराम जाट गांव भीमड़ा, बायतू, बाड़मेर का रहने वाला है। वह जीएसएस, ग्रिड सबस्टेशन, भाखड़ा जिला बाड़मेर में लाइनमेन है। उसे आज सुबह करीब पौने 10 बजे 1500 रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा गया। उसके खिलाफ बलदेव नगर,बाड़मेर निवासी भूतपूर्व सैनिक परिवादी सोनाराम जाट ने एसीबी में शिकायत दर्ज करवाई थी।




जिसमें बताया कि उसके गांव में ही भगवानाणियों की ढाणी में निम्बला स्थित अपने कृषि कुएं पर रोजाना बिजली की जरुरत रहती है। इस तय सीमा में छह घंटे के भीतर बिजली सप्लाई करने की एवज में जीएसएस ग्रिड स्टेशन पर तैनात लाइनमेन मोडाराम पीड़ित से 1500 रुपए की रिश्वत मांग रहा है। तब सूचना का सत्यापन करवाने के बाद डीएसपी जितेंद्र सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने ट्रेप रचा और आरोपी लाइनमेन मोडाराम को रिश्वत लेते धरदबोचा। उससे पूछताछ की जा रही है।

शिमला :गुड़िया केस : सीबीआई की बड़ी कार्रवाई, IG और DSP समेत 8 पुलिस अफसर गिरफ्तार

शिमला :गुड़िया केस : सीबीआई की बड़ी कार्रवाई, IG और DSP समेत 8 पुलिस अफसर गिरफ्तार
गुड़िया केस : सीबीआई की बड़ी कार्रवाई, IG और DSP समेत 8 पुलिस अफसर गिरफ्तार

शिमला : हिमाचल प्रदेश के कोटखाई में गुड़िया गैंगरेप-मर्डर केस में सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई की. CBI ने इस मामले की शुरूआती जांच करने वाली एसआईटी चीफ आईजी जहूर जैदी समेत आठ अफसरों को गिरफ्तार किया है. इन सभी पर सबूतों से छेड़छाड़ का आरोप लगा है. इन गिरफ्तारियों का संबंध एक आरोपी की पुलिस कस्टडी में हुई मौत से है. हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट ने कोटखाई सामूहिक बलात्कार एवं हत्या मामले और एक आरोपी की हिरासत में मौत केस की जांच 19 जुलाई को सीबीआई को सौंपी थी.




सीबीआई द्वारा गिरफ्तार लोगों में आईजी जहूर हैदर जैदी के अलावा डीएसपी मनोज कुमार जोशी और 6 अन्य पुलिसकर्मी शामिल हैं. 22 जुलाई को इस मामले में सीबीआई ने दो FIR दर्ज की थी. गौरतलब है कि 4 जुलाई को शिमला से 56 किमी दूर कोटखाई में आरोपियों ने 16 वर्षीय स्कूली छात्रा को लिफ्ट दी और नजदीकी जंगल में ले जाकर उसके साथ रेप किया और फिर उसकी हत्या कर दी. नाबालिग की लाश दो दिन बाद बरामद हुई थी. उसके शरीर पर चोट के कई निशान पाए गए थे.






पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी राजिंदर सिंह समेत आशीष चौहान, सुभाष बिष्ट, दीपक कुमार, सूरज सिंह और लोकजन को गिरफ्तार किया था। इस मामले में एक आरोपी की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई थी. सीबीआई सूत्रों ने बताया, 'आईजी जैदी, डीएसपी मनोज जोशी और अन्य पुलिसकर्मियों को संदेह के आधार पर गिरफ्तार किया गया है. जांच के बाद ही यह पता चल पाएगा कि ये पुलिस कस्टडी में हुई मौत मामले में शामिल हैं या नहीं.'




मामले ने पकड़ा था तूल

गुड़िया गैंगरेप-मर्डर केस में पूरे राज्य में जमकर प्रदर्शन किए गए. इस मामले में एक आरोपी की कोटखाई थाने में 18 जुलाई की रात हत्या कर दी गई थी. CBI ने इन दोनों ही मामलों में केस दर्ज किया है. वहीं बीजेपी ने राज्य सरकार को कटघरे में खड़े करते हुए सीएम वीरभद्र सिंह पर जमकर निशाना साधा था.