मंगलवार, 29 अगस्त 2017

तलाक के मामले पर मदरसों का बड़ा फैसला, अब पाठ्यक्रम में शामिल होगा तलाक का विषय

तलाक के मामले पर मदरसों का बड़ा फैसला, अब पाठ्यक्रम में शामिल होगा तलाक का विषय

तलाक के मामले पर मदरसों का बड़ा फैसला, अब पाठ्यक्रम में शामिल होगा तलाक का विषय
बरेली : तलाक के मामले में मदरसों ने बड़ा फैसला किया है. सुप्रीम कोर्ट द्वारा एक बार में तीन तलाक को लेकर ऐतिहासिक निर्णय दिये जाने के मद्देनजर बरेलवी मुसलमानों की आस्था के सबसे बड़े केन्द्र दरगाह आला हजरत ने अपने मसलक के मदरसों के पाठ्यक्रम में तलाक का विषय शामिल करने का फैसला किया है. दरगाह आला हजरत के दारुल इफ्ता ‘मंजरे-ए-इस्लाम‘ के अध्यक्ष मुफ्ती सैय्यद कफील हाशमी ने मंगलवार को यहां बताया कि तलाक को लेकर शरीयत में कई तरह की शर्तें हैं, लेकिन तलाक के ज्यादातर मामलों में इनकी अनदेखी की जाती है. लोगों में तलाक के बारे में सही जानकारी ना होना भी गड़बड़ी की बड़ी वजह है.




उन्होंने कहा कि अब मदरसों के विद्यार्थियों को तलाक का सही तरीका बताया जाएगा, जो कुरान और हदीस के हिसाब से होगा. दरगाह आला हजरत की तरफ से देशभर के बरेलवी मदरसों के लिए जल्द ही इस सिलसिले में आदेश जारी किया जाएगा. हाशमी ने बताया कि मदरसों में तलाक का सही तरीका जानने के बाद विद्यार्थी अपने आसपास के इलाकों में तलाक को लेकर परामर्श भी देंगे. मदरसों में होने वाली पैरेंट्स-टीचर मीटिंग (पीटीएम) में भी तलाक का सुन्नत तरीका बताया जाएगा.






उन्होंने बताया कि दरगाह आला हजरत ने दुनियाभर के उलमा का उर्स और जलसों की तकरीरों में भी शरीयत की रोशनी में तलाक के सही तरीकों की जानकारी देने का आह्वान किया है. हाशमी ने बताया कि दरगाह आला हजरत द्वारा तलाक के सुन्नत तरीकों की जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं.

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