बुधवार, 29 मार्च 2017

जयपुर.जयपुर पहुंचा ग्रेनो में हुआ तिरंगे के अपमान का विरोध, विदेशी अधिकारी ने फाड़ दिया था..



जयपुर.जयपुर पहुंचा ग्रेनो में हुआ तिरंगे के अपमान का विरोध, विदेशी अधिकारी ने फाड़ दिया था..
जयपुर पहुंचा ग्रेनो में हुआ तिरंगे के अपमान का विरोध, विदेशी अधिकारी ने फाड़ दिया था..

एक मोबाइल कंपनी की ओर से यूपी के सबसे प्रतिष्ठ तकनीक शहर ग्रेटर नोएडा में तिंरगे का अपमान करने का विरोध जयपुर तक पहुंच गया है। मोबाइल एसोसिएशन के सभी दुकानदार सड़क पर उतर प्रर्दशन करने लगे हैं..




यूपी में एक मोबाइल कंपनी में हुआ अपमान

संवाददाता के अनुसार, जयपुर में जगह-जगह तिरंगे के अपमान से जुड़े मामले में बुधवार को विरोध हुआ। यहां राजापार्क मोबाइल एसोसिएशन के सभी दुकानदारों ने पंचवटी सर्किल पर कम्पनी के खिलाफ नारेबाजी की और प्रदर्शन किया। वहीं, रायसर प्लाजा में भी लोगों ने घटना पर प्रतिक्रियाएं दीं।ग्रेनो स्थित एक कंपनी में विदेशी अधिकारी (चीन का बताया जा रहा है) ने कथित रूप से तिरंगे को फाड़कर डाल दिया। जिसके बाद यहां सेक्टर-63 में मोबाइल कम्पनी का स्थानीय नागरिकों द्वारा विरोध किया। उसके बाद सोश्यल मीडिया के जरिए लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दीं। कई दुकानदारों ने उक्त कंपनी के प्रोडक्ट ही बेचने से इनकार कर दिया।




'कार्रवाई हो उसपर, जिसने अपमान किया है'

राजापार्क मोबाइल एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश परनामी के मुताबिक जब तक कंपनी उस कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती है तब तक शहर में व्यापारी अपने स्टोर पर उस कंपनी के मोबाइल व अन्य उत्पादन नहीं बेचेंगे।

जयपुर.जयपुर में हत्या के 27 साल पुराने मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया फैसला, यूं बरी कर दिए 5 आरोपी



जयपुर.जयपुर में हत्या के 27 साल पुराने मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया फैसला, यूं बरी कर दिए 5 आरोपी


भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने राजस्थान हाइकोर्ट द्वारा हत्या मामले में दी गई सजा के आदेश को रद्द करते हुए बुधवार को 5 आरोपियों को बरी कर दिया। 27 साल पुराने मामले में अभियोजन के सबूतों में गंभीर असंगति होने के आधार पर सुनाया ऐसा फैसला...

जयपुर में हत्या के 27 साल पुराने मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया फैसला, यूं बरी कर दिए 5 आरोपी

सुप्रीम कोर्ट ने 27 साल पुराने मामले में 5 को किया दोष मुक्त

संवाददाता ने बताया, जयपुर में 27 साल पहले एक जमीन विवाद हुआ था, जिसमें पीडि़त पक्ष की ओर से एक व्यक्ति की हत्या का मामला ट्रायल कोर्ट में दाखिल कराया गया था। आरोपियों पर पीडित पक्ष के एक व्यक्ति की हत्या करने और बाकी को घायल करने के आरोप थे। ट्रायल कोर्ट ने असंगत गवाहियों और मेडिकल सबूतों के आधार पर आरोप संदेह से परे नहीं मानते हुए बरी कर दिया।




ऐसे केस हाईकोर्ट पहुंचा

ट्रायल कोर्ट के फैसले के बाद पीडि़त पक्ष हाईकोर्ट पहुंचा, जहां हाइकोर्ट ने दो आरोपियों को दोषी मानकर हत्या के आरोप में आजीवन कारावास और तीन को एक-एक साल की सजा से दंडित किया। जिसके बाद केस सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया। सुप्रीम कोर्ट ने मामले में अभियोजन के सबूतों में गंभीर असंगति होने के आधार पर पांच आरोपियों को हत्या के आरोप से मुक्त किया है।




सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के आदेश को रद्द करते हुए कहा है कि घटना दिन दहाड़े सड़क पर हुई थी लेकिन,अभियोजन एक भी स्वतंत्र गवाह पेश करने में विफल रहा है। कोर्ट ने कहा है कि अदालतों को हमेशा ही सत्य का पता लगाने का प्रयास करना चाहिए। एक अपराध ना केवल व्यक्ति के खिलाफ बल्कि पूरे समाज के खिलाफ अपराध है और यदि निरपराध व्यक्ति को सजा हुई तो यह न्याय प्रक्रिया की विफलता होगी।

सुरक्षा ऐसी की परिंदा भी पर नहीं मार सके, जालोर जेल तोड़ फरार हुए कुख्यात तस्कर को कोर्ट में किया पेश

सुरक्षा ऐसी की परिंदा भी पर नहीं मार सके, जालोर जेल तोड़ फरार हुए कुख्यात तस्कर को कोर्ट में किया पेश
सुरक्षा ऐसी की परिंदा भी पर नहीं मार सके, जालोर जेल तोड़ फरार हुए कुख्यात तस्कर को कोर्ट में किया पेश
जालोर. जालोर जेल से वर्ष 2011 की मध्यरात्रि में रोशनदान की सलाखे काटकर फरार हुए कुख्यात तस्कर कमलसिंह राणा को पुलिस के सशस्त्रकमांडो चितौड़ जेल से कड़ी सुरक्षा के बीच प्रोडक्शन वारंट पर जालोर लेकर पहुंचे।लूट, डकैती समेत कई मामलों में लिप्त कुख्यात आरोपित कमलसिंह उर्फ कमलसिंह राणा पुत्रडूंगरसिंह निवासी बम्बोरी पुलिस थाना रठाजना जिला प्रतापगढ़ को कड़ी सुरक्षा के बीच न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेजने के आदेश हुए।वर्ष 2015 में पुलिस पर फायरिंग कर फरार हुए कुख्यात गैंगस्टर आनंदपाल की फरारी के बाद पुलिस ज्यादा सतर्क नजर आई। कमल राणा के साथ एहतियात के तौर पर सशस्त्र बल तैनात रहा।

कमलसिंह के खिलाफ राजस्थान व मध्यप्रदेश में कई मामले दर्ज है। अक्टूबर 2016 को 7-8 दिसंबर 2011 की मध्यरात्रि में जालोर जेल में भजन सुनाकर रात को 13 बंदी लेकर जेल से फरार हुए कमल राणा को एसटीएफ, राजस्थान व मध्यप्रदेश की पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए रणथंभौर से गिरफ्तार कर लिया था। कुख्यात तस्कर कमल राणा पर मध्यप्रदेश और राजस्थान पुलिस ने 25-25 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा था। दोनों राज्यों में लूट, डकैती जैसे जघन्य अपराध कमल राणा पर दर्ज हैं। कुख्यात तस्कर कमल राणा पर करीब 25 मामले दर्ज हैं। कमल राणा वर्ष 2011 में जालोर जेल में कैद था। इस दौरान 7-8 दिसंबर की मध्यरात्रि को भजन कीर्तन की आवाज के बीच रोशनदान के सरिए काटकर कमलसिंह समेत कुल 14 कैदी मेघसिंह, गजेंद्रसिंह, किशनलाल, भागीरथ विश्नोई, गणेशाराम जाट, रंगलाल मेघवाल, कुशालचंद्र, उत्तमचंद्र माली, भाकराराम लुहार, प्रदीपराव, कालूसिंह, किशोर और भीमाराम भाग गए थे। इस आरोपितों में से अब तक 11 कैदी पुलिस गिरफ्त में थे, जबकि लेकिन फरारी का मुख्य सूत्रधार कुख्यात तस्कर मूलत: बंबोरी (चित्तौडग़ढ़) निवासी कमलसिंह राजपूत उर्फ कमल राणा पुत्र डूंगरसिंह, नांद (बाड़मेर) निवासी गणेशाराम जाट तथा अरणाय (जालोर) निवासी भाखराराम लोहार को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई थी।

नशे का सौदागर है कमल

पिछले साल पुलिस गिरफ्त में आए कमलसिंह की गिरफ्तारी पर यह सामने आया था कि वह डोडा चूरा, अफीम, स्मैक की तस्करी भी कर रहा था। उसने अलग ही गैंग बना रखी थी और गैंग का मुखिया बना हुआ था। इसकी गैंग ग्रामीण क्षेत्र में तस्करी की गतिविधियों को अंजाम देते थे और तस्कर राणा को खबर करते थे।

सिरोही पुलिस ने किया था गिरफ्तार

राणा को सिरोही पुलिस ने वर्ष-2011 में 5 सितंबर को कैलाश नगर की पहाडिय़ों में गिरफ्तार कर कार से करीब 1 क्विंटल अफीम बरामद किया था। उसके साथ अन्य एक आरोपित भी पकड़ा गया था। उस दौरान सिरोही जिला कारागार की मरम्मत होने के कारण उसे अन्य बंदियों के साथ जालोर जेल में शिफ्ट किया गया था। लेकिन दिसंबर-2011 में वह योजनाबद्ध तरीके से जले की सलाखें काटकर फरार हो गया था।

मंगलवार, 28 मार्च 2017

बाड़मेर अपने परिवार की सुरक्षा की फरियाद लेकर आई महिला कलेक्ट्रेट के टांके में कूदी, लोगो ने बचाया



बाड़मेर अपने परिवार की सुरक्षा की फरियाद लेकर आई महिला कलेक्ट्रेट के टांके में कूदी, लोगो ने बचाया



बाड़मेर जिले कलेक्टर परिसर में सपने परिवार की सुरक्षा को लेकर फरियाद करने आई श्रीमती लहरी देवी सुथार अटल सेवा केंद्र के पास बने पानी के टांके में कूद पड़ी।कलेक्टरेट में चहल पहल होने से लोगो ने महिला को टाँके से तुरन्त निकल अस्पताल उपचार के लिए भिजवाया।सूत्रानुसार महिला की पुत्री के कुछ समय पहले एक युवक द्वारा छेड़छाड़ की गयी थी जिसका पुलिस केस चला।युवक को जेल हो गयी।अभी महिला को किसी ने बताया कि युवक जेल से छूट के आने के बाद आपके परिवार को नुकसान पहुंचाएगा।मानसिक दबाव में आई महिला आज अपनी पुत्री के साथ जिला प्रशासन से फरियाद करने आई थी।

राजस्थान विकास प्रदर्शनी प्रारंभ, आज दौड़ेगा बाड़मेर

राजस्थान विकास प्रदर्शनी प्रारंभ, आज दौड़ेगा बाड़मेर

बाड़मेर, 28 मार्च। राजस्थान दिवस समारोह के उपलक्ष्य मंे रासीउमावि स्टेशन रोड़ परिसर मंे मंगलवार को जिला सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय की ओर से तीन दिवसीय राजस्थान विकास प्रदर्शनी प्रारंभ हुई। यह प्रदर्शनी 30 मार्च तक आमजन के अवलोकनार्थ खुली रहेगी। राजस्थान दिवस समारोह के तहत बुधवार को प्रातः 6.30 बजे से बाड़मेर मैराथन का आयोजन होगा। जिला प्रशासन से अधिकाधिक आमजन से बाड़मेर मैराथन मंे शामिल होने का अनुरोध किया है।
जिला सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय की ओर लगाई गई राजस्थान विकास प्रदर्शनी मंे राजस्थान के इतिहास, निर्माण एवं विकास के विविध पहलूआंे को प्रदर्शित किया गया है। इस प्रदर्शनी मंे यूं बना राजस्थान, इतिहास के पन्नांे से राजस्थान का निर्माण, जागीरदारी, जमींदारी एवं बिस्सेदारी प्रथा की समाप्ति, इतिहास साक्षी है राजपूती सिंगारी दिल्ली मंे धमाका, बारहठ बंधुआंे का पराक्रम आजादी का अतुल्य उपक्रम, स्वामी भक्ति की प्रतिमूर्ति पन्नाधाय, वीर रस के सिद्व कवि सूर्यमल मिश्रण, जन जागृति के अग्रदूत डा.केसरीसिंह बारहठ, गोपालसिंह खरवा, विजयसिंह पथिक, इतिहास नायिका महारानी पदमिनी, भक्ति की मरू मंदाकिनी मीराबाई, महानायक महाराणा सांगा, महाराणा प्रताप, पृथ्वीराज चौहान, अमरसिंह राठौड़, वीर दुर्गादास राठौड़, बाड़मेर के ऐतिहासिक स्थलांे के साथ राजस्थान के विकास के सफर तथा उपलब्धियांे को भी चित्रांे के माध्यम से दर्शाया गया है। यह प्रदर्शनी आमजन के लिए 30 मार्च तक कार्यालय समय मंे खुली रहेगी। इस दौरान कोई भी आमजन इसका अवलोकन कर सकता है।
बाड़मेर जिला मुख्यालय पर राजस्थान दिवस समारोह के उपलक्ष्य मंे गडरारोड़ स्थित महावीर सर्किल से बुधवार को प्रातः 6.30 बजे बाड़मेर मैराथन का आयोजन होगा। इसमंे जन प्रतिनिधि, प्रशासनिक अमला, सेना, सीमा सुरक्षा बल, वायु सेना, एनसीसी के अधिकारी एवं कार्मिक शामिल होंगे। जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने बताया कि छह किमी तक आयोजित होने वाली बाड़मेर मैराथन के लिए समुचित तैयारियां की गई है। उन्हांेने बताया कि बाड़मेर मैराथन 45 वर्ष से कम आयु एवं 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के पुरूष तथा महिला संभागियांे के लिए तीन श्रेणियांे मंे आयोजित होगी। इन तीन श्रेणियांे मंे प्रथम पांच स्थान पर रहने वाले संभागियांे को सम्मानित किया जाएगा। इस दौरान एम्बूलेंस मय चिकित्सक की तैनातगी के साथ यातायात एवं अन्य समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए है।
बाड़मेर मैराथन के आयोजक तनसिंह चौहान ने बताया कि युवाआंे को प्रोत्साहित करने के लिए पहली बार बाड़मेर मैराथन का आयोजन किया जा रहा है। इससे विशेषकर युवा वर्ग मंे अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता पैदा होगी। आयोजन प्रभारी जोगेन्द्रसिंह चौहान ने बताया कि बाड़मेर मैराथन मंे धावक दीपाराम के अलावा सेना, बीएसएफ, वायुसेना एवं प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल होकर युवाआंे को प्रोत्साहित करेंगे। उन्हांेने बताया कि 29 मार्च को प्रातः 5.30 बजे से बाड़मेर जिला मुख्यालय पर महावीर सर्किल से मैराथन के लिए चेस्ट नंबर देने का कार्य प्रारंभ होगा। इसके लिए पर्याप्त संख्या मंे काउंटर स्थापित किए जाएंगे। उन्हांेने बताया कि मैराथन के समापन स्थल पर जिला कलक्टर सुधीर शर्मा एवं पुलिस अधीक्षक डा.गगनदीप सिंगला के साथ अन्य अतिथि विजेता प्रतिभागियांे को सम्मानित करेंगे। मैराथन मंे शामिल होने वाले प्रतिभागियांे को वापिस महावीर सर्किल तक लाने के लिए बसांे की व्यवस्था की जाएगी। बाड़मेर मैराथन का सोशियल मीडिया पर लाइव प्रसारण किया जाएगा। इधर, जिला कलक्टर सुधीर शर्मा एवं पुलिस अधीक्षक डा.गगनदीप सिंगला ने अधिकाधिक युवाआंे से बाड़मेर मैराथन मंे शामिल होने की अपील की है।