बुधवार, 15 मार्च 2017

बेहिसाब प्राकृतिक सौन्दर्य के लिए दुनियाभर में मशहूर है यह जगह -

 बेहिसाब प्राकृतिक सौन्दर्य के लिए दुनियाभर में मशहूर है यह जगह -


हुआकाचिना (Huacachina)





पेरू का सबसे खूबसूरत स्थान है। पेरू दक्षिणी अमरीका महाद्वीप में स्थित एक देश है। हालाँकि हुआकाचिना को पृथ्वी पर सबसे शुष्क स्थानों में से एक माना जाता है लेकिन यह स्थान पर्यटन और अपने बेहिसाब प्राकृतिक सौन्दर्य के लिए दुनियाभर में मशहूर है। 1999 के जनगणना के अनुसार हुआकाचिना का कुल जनसंख्या मात्र 115 थी।



यह पर्यटन स्थल एक प्राकृतिक झील के चारों ओर बसा है और हुआकाचिना के चारों ओर रेगिस्तान फैला हुआ है। इस झील के चारों ओर बसे लोग स्थानीय ही है। यहाँ आए पर्यटक रेत के टीलों पर छोटी गाड़ियों से सैर करना नहीं भूलते हैं। यहाँ आए पर्यटनों के लिए भरपूर हरियाली के साथ होटल, दुकानें, पुस्तकालय जैसे सभी सुविधाएं उपलब्ध है।



हुआकाचिना में तीन तरह की जलवायु पाई जाती है- सर्द, तटवर्ती मैदानों में खुश्क-सुहानी और वर्षा वाले जंगलों में गर्म के साथ थोड़ा उमस भरा। मुख्य रूप से यह प्रदेश शुष्क ही रहता है। इस कारण कभी-कभी झील का पानी कम हो जाता है। इस जादुई पर्यटन स्थल तक पहुँचने के लिए सबसे पहले आपको पेरू आना होगा।



पेरू के पास अटाकामा डेजर्ट में है यह खूबसूरत गांव हुआकाचिना। रेगिस्तान के बीच झील के किनारे बसे इस गांव की आबादी सिर्फ 115 है ।



यहां का सनसेट देखना बेहद मनभावन होता है। लगता है एक और स्वर्ग के दर्शन हो रहे हो।

सैंड ड्यून्स, सनसेट के साथ प्राकृतिक दृश्य पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन चुका है। यहां का लग्जरी रिसॉर्ट पर्यटकों को सैंड बोर्डिंग की सुविधा भी देता है।



पर्यटन के दृष्टि से पेरू सरकार ने कई कदम उठाएं हैं। यहाँ की सरकार ने दुनियाभर के पर्यटकों को अपने देश आमंत्रित करने के लिए कई प्रयास कर रही है। पेरू की भाषा स्पेनिश और क्वेशुका है। यहाँ 90 प्रतिशत लोग ईसाई धर्म को पालन करने वाले हैं। पर्यटन उद्योग भी यहाँ की आय का एक प्रमुख साधन है।




रेप के आरोपी और यूपी के पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति लखनऊ से गिरफ्तार -

रेप के आरोपी और यूपी के पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति लखनऊ से गिरफ्तार -रेप के आरोपी और यूपी के पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति लखनऊ से गिरफ्तार
नई दिल्‍ली। रेप के आरोपी और यूपी के पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति को पुलिस ने लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। प्रजापति मामला दर्ज होने के बाद से ही फरार चल रहे थे। बीच में वह मतदान के दिन वोट डालते नजर आए थे लेकिन उसके बाद से ही उनका कुछ पता नहीं चल रहा था। राज्‍य के डीजीपी जाविद अहमद ने खुद इसकी जानकारी दी है। गायत्री प्रजा‍पति के ऊपर भ्रष्‍टाचार समेत कई संगीन आरोप लगने के बाद के अखिलेश ने उन्‍हें अपने मंत्रिमंडल से बर्खास्‍त कर दिया था, लेकिन बाद में मुलायम सिंह के दबाव के बाद उसको वापस ले लिया गया था।

अखिलेश यादव ने भी गायत्री प्रजा‍पति से सरेंडर करने की अपील की थी, लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ। यूपी में हुए सत्‍ता परिवर्तन के बाद भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष अमित शाह ने कहा था कि नई सरकार के लिए प्रजापति की गिरफ्तारी के साथ उसके किए काले कारनामों की सजा दिलाना भी प्राथमिकता होगी।

इससे पूर्व पुलिस ने मंगलवार को अपर नगर मजिस्ट्रेट (एसीएम) के पुत्र विकास वर्मा समेत तीन को सुबह हजरतगंज से गिरफ्तार किया था। इसके अलावा गायत्री प्रजापति के बेटे और भतीजे को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की गई थी। एसएसपी मंजिल सैनी के मुताबिक गिरफ्तार लोगों में आशीष वर्मा, अमरेंद्र उर्फ पिंटू और रूपेश्वर हैं। आशीष वर्मा लखनऊ में तैनात एसीएम पंचम टीपी वर्मा का बेटा है।

इस मामले में तीन आरोपियों गनर चंद्रपाल, लेखपाल अशोक तिवारी और आशीष को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। गौरतलब है कि चित्रकूट की एक महिला ने 18 फरवरी को गौतमपल्ली थाने में गायत्री समेत उनके सात साथियों के खिलाफ दुष्कर्म, दुष्कर्म के प्रयास करने का आरोप लगाया था। इसके बाद सु्प्रीम कोर्ट के आदेश पर उसके खिलाफ पॉक्सो एक्ट समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था।

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जानें इस अनूठे मंदिर के बारे में यहां प्रसाद में मिलता है रज से भीगा कपड़ा -

जानें इस अनूठे मंदिर के बारे में यहां प्रसाद में मिलता है रज से भीगा कपड़ा - जानें इस अनूठे मंदिर के बारे में यहां प्रसाद में मिलता है रज से भीगा कपड़ा
भारत के अनूठे मंदिरों में शुमार है कामख्या मंदिर। यह मंदिर कामाख्या माता तांत्रिकों की देवी कामाख्या देवी की पूजा भगवान शिव के नववधू के रूप में की जाती है, जो कि मुक्ति को स्वीकार करती है और सभी इच्छाएं पूर्ण करती है। कामाख्या मंदिर असम की राजधानी दिसपुर से 7 किलोमीटर दूर कामाख्या मे है। कामाख्या से भी 10 किलोमीटर दूर नीलाचंल पर्वत पर स्थित है। यह मंदिर शक्ति की देवी सती का है और इसका तांत्रिक महत्व भी है। यहां के बारे में कई ऐसी बाते हैं, जिनसे हम आज तक अंजान हैं।

असम के शहर गुवाहाटी के पास सती का ये मंदिर 52 शक्ति पीठों में से एक है। इस मंदिर में देवी सती या दुर्गा की एक भी मूर्ति आपको देखने को नहीं मिलेगी। इस मंदिर के बाहरी परिसर में आपको कई देवी-देवताओं की आकृति देखने को मिल जाएगी। ये मंदिर तीन हिस्सों में बना हुआ है पहला हिस्सा सबसे बड़ा है इसमें हर व्यक्ति को नहीं जाने दिया जाता, वहीं दूसरे हिस्से में माता के दर्शन होते हैं जहां एक पत्थर से हर वक्त पानी निकलता रहता है। कहा जाता है कि महीने में एक बार इस पत्थर से खून निकलता है।

देवी सती के कटे शरीर के हिस्से जहां-जहां गिरे वो आज शक्ति पीठ के रूप में जाने जाते हैं। इस जगह देवी सती की योनि गिरी थी। इसी कारण इस मंदिर को कामाख्या कहा जाता है। इस मंदिर से एक कहानी और जुड़ी है। कहा जाता है कि नराका नाम के एक दानव को कामाख्या देवी से प्यार हो गया था और उसने शादी का प्रस्ताव दे डाला लेकिन देवी ने इसके लिए एक शर्त रखी कि अगर वो निलांचल पर्वत पर सीढ़ियां बना देगा तो वो उससे शादी कर लेंगी। नराका ने इस शर्त को मान लिया और अपने काम में लग गया। आधी रात तक उसने काफ़ी ज़्यादा काम खत्म कर दिया। जब देवी ने उस राक्षस को जीतते देखा तो एक चाल चली. देवी ने एक मुर्गे का रूप लिया और बोलने लगी राक्षस को लगा कि सुबह हो गई और वो हार गया, लेकिन जब उसे इस चाल का पता चला तो उसने मुर्गे को मार दिया जिस जगह उस मुर्गे को मारा गया उसे कुरकुराता कहते हैं, साथ ही उस आधी बनी सीढ़ियों को मेखेलौजा पथ कहते हैं इस मंदिर में वैसे तो हर वक़्त भक्तों की भीड़ लगी होती है, लेकिन दुर्गा पूजा, पोहान बिया, दुर्गादेऊल, वसंती पूजा, मदानदेऊल, अम्बुवासी और मनासा पूजा पर इस मंदिर का महत्व और बढ़ जाता है

मंदिर में निवास करने वाली देवी को मासिक धर्म भी होता है। जो 3 दिन तक रहता है और भक्तों का मंदिर में जाना मना होता है। मंदिर से लाल रक्त के समान तरल द्रव्य निकलता है। इस दौरान अम्बुवासी मेला चलता है। मंदिर में अवस्थित देवी की अनुमानित योनि के समीप पंडित जी नया साफ-स्वच्छ कपड़ा रखते हैं। जो मासिक धर्म के दौरान ‘खून’ से भीग जाता है। फिर यह कपड़ा भक्तों को प्रसाद के रूप में वितरित किया जाता है। मां के रज से भीगा कपड़ा प्रसाद में मिलना किस्मत वालों को नसीब होता है।

साभार - See more at: http://www.jagran.com/spiritual/mukhye-dharmik-sthal-kamakhya-devi-temple-15656585.html?src=JAG-NAV-REL-ART#sthash. .dpuf

मंगलवार, 14 मार्च 2017

अजमेर।अजमेर के इस कॉलेज से सीखिए Cyber Crime रोकने के गुर, Expert बताएंगे आपको यह गोपनीय राज

अजमेर के इस कॉलेज से सीखिए cyber crime रोकने के गुर, expert बताएंगे आपको यह गोपनीय राज

अजमेर।अजमेर के इस कॉलेज से सीखिए Cyber Crime रोकने के गुर, Expert बताएंगे आपको यह गोपनीय राज


साइबर क्राइम रोकने के खिलाफ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग कॉलेजों तक पहुंच रहा है।

राजकीय बॉयज इंजीनियरिंग कॉलेज में साइबर क्राइम जागरुकता कार्यशाला 16 से 18 मार्च तक होगी।

इस दौरान विविध विषयों पर चर्चा की जाएगी। विद्यार्थियों, आमजन और शिक्षकों को इस कार्यशाला में कई सुरक्षा फीचर्स समझाए और बताए जाएंगे।

संयोजक तरुण कुमार जैन ने बताया कि राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के तत्वावधान में अवेयरनेस अबाउट साइबर क्राइम कार्यशाला होगी।

इसमें साइबर क्राइम व इससे सुरक्षा के विषयों पर चर्चा होगी। समन्वयक डॉ. ज्योति गजरानी और डॉ. राकेश राठी ने बताया कि कार्यशाला में ऑनलाइन बैंक फ्रॉड, साइबर बुलिंग, ई-मेल स्पैम, फिशिंग और अन्य विषयों पर चर्चा होगी।

PALI : पढ़ाई के दबाव से परेशान चौथी कक्षा के छात्र ने रची खुद के अपहरण की कहानी

PALI : पढ़ाई के दबाव से परेशान चौथी कक्षा के छात्र ने रची खुद के अपहरण की कहानी

PALI : पढ़ाई के दबाव से परेशान चौथी कक्षा के छात्र ने रची खुद के अपहरण की कहानी
पाली. पढ़ाई के दबाव से चौथी कक्षा का छात्र दीपक (कोई आहत ना हो, इसलिए नाम बदला गया है) इतना परेशान हो गया कि उसने टीवी सीरियल देखकर खुद के अपहरण की झूठी कहानी रच ली। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने गहनता से पड़ताल की तो इसका खुलासा हुआ। पुलिस ने परिजनों को बालक का ख्याल रखने के साथ ही पढ़ाई के लिए अत्यधिक दबाव नहीं डालने की हिदायत दी है।

रामदेव रोड चौकी प्रभारी प्रेमप्रकाश ने बताया कि शहर निवासी एक व्यक्ति ने नौ मार्च को अपने भतीजे के अपहरण का मामला दर्ज करवाया। इस पर पुलिस ने जांच शुरू की। बालक ने जो रास्ता बताया, उस रास्ते में आने वाले सारे सीसीटीवी फुटेज खंगाले। लोगों से पूछताछ की लेकिन, अपहरणकर्ता फुटेज में नजर नहीं आए। आखिरकार बालक से अकेले में प्यार से पूछताछ की तो उसने बताया कि परीक्षा चल रही थी। परिजन पढ़ाई के लिए परेशान न करें, इसलिए वह सात मार्च को घर से अकेला निकल गया और चादर वाले बालाजी पाल से होते हुए मिलगेट आबकारी विभाग के कार्यालय तक पहुंच गया। कुछ देर वहां बैठने के बाद वापस घर आया और चाचा को स्वयं के अपहरण की झूठी कहानी बता दी।

क्राइम सीरियल देख की हरकत

बालक ने पूछताछ में बताया कि टीवी पर आने वाले एक क्राइम सीरियल को देखने के बाद उसके मन में खुद के अपहरण की झूठी कहानी रचने का ख्याल आया।

पहले यह बताई थी कहानी

सात मार्च को बालक ने अपने चाचा को बताया कि टोपी पहने तीन युवक बाइक पर आए। किसी के मकान के बारे में जानकारी मांगी। उसने मना किया तो जबरदस्ती बाइक पर बिठाया। चिल्लाने पर जान से मारने की धमकी दी। चादर वाले बालाजी मार्ग से होते हुए उसे रेलवे स्टेशन की ओर ले जाने लगे। आबकारी भवन के निकट पेशाब करने का बहाना कर उन बदमाशों के चंगुल से भाग आने की बात बताई थी।

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एक्सपर्ट कमेंट

- बच्चों को डांटे नहीं, प्यार से समझाएं

गत माह हाउसिंग बोर्ड निवासी एक होनहार स्कूली छात्रा ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। अब महज दस वर्षीय बालक ने अपने अपहरण की झूठी कहानी रची। जो साफ दर्शाता है कि परीक्षा में नम्बर कम आने पर परिजनों से मिलने वाली डांट से बचने के लिए उसने यह सब किया। बच्चे से ज्यादा इस मामले में परिजनों की गलती मानता हूं। जो अपने बच्चे की दिल की बात समझने में नाकाम रहे। परिजनों को समझना चाहिए कि हर बच्चे की क्षमता अलग-अलग होती है। बच्चों को पढ़ाई के लिए प्यार से समझाना चाहिए कि अभी पढ़ाई पर ध्यान दोगे तो भविष्य सुखद रहेगा। दबाव डाला जाएगा तो बच्चे डिप्रेशन में आएंगे और अपने दिल की बात बताने से डरेंगे और गलत कदम उठाएंगे। इसलिए जरूरी है कि बच्चों की क्षमताओं को समझा जाए। उनसे प्यार से पेश आए न कि छोटी-छोटी बातों पर उन्हें डांटा जाए।

- डॉ. दलजीतसिंह, मनोरोग चिकित्सक, बांगड़ अस्पताल, पाली