बुधवार, 8 मार्च 2017

फलोदी/जोधपुर.5 हजार की रिश्वत लेते फलोदी नगरपालिका एईएन गिरफ्तार



फलोदी/जोधपुर.5 हजार की रिश्वत लेते फलोदी नगरपालिका एईएन गिरफ्तार


एसीबी जोधपुर की टीम ने बुधवार सुबह फलोदी नगरपालिका में कार्रवाई करते हुए सहायक अभियंता अमृतसिंह जाटव को 5 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद एईएन के फलोदी में सरकारी आवास, हिण्डौन व जयपुर के आवास में तलाशी ली जा रही है।डीएसपी जगदीश प्रसाद सोनी ने बताया कि ठेकेदार राजेश बोहरा की शिकायत पर पूरे तथ्यों की जांच पड़ताल के बाद नगरपालिका फलोदी के सहायत अभियंता को 5 हजार की रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया गया है। रिश्वत की राशि 2.10 लाख के बिल पास करवाने की एवज में ली गई थी। साथ ही 2 हजार 8 सौ रुपए पहले एलआईसी की किस्त में समायोजित किए गए थे।

अजमेर दरगाह बम ब्लास्ट मामले में आया बड़ा फैसला, एनआईए कोर्ट ने तीन को दोषी माना



अजमेर।अजमेर दरगाह बम ब्लास्ट मामले में आया बड़ा फैसला, एनआईए कोर्ट ने तीन को दोषी माना
अजमेर दरगाह बम ब्लास्ट मामले में आया बड़ा फैसला, एनआईए कोर्ट ने तीन को दोषी माना

बहुचर्चित दरगाह बम ब्लास्ट का फैसला जयपुर की एनआईए कोर्ट ने बुधवार को फैसला सुनाया। अदालत ने भावेश पटेल, देवेंद्र गुप्ता को मामले में दोषी ठहराया। इनमें एक आरोपी सुनील जोशी की मृत्यु हो चुकी है। इस मामले में शेष अन्य को बरी कर दिया गया।

अजमेर के ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में वर्ष 2007 में रमजान (11 अक्टूबर) के महीने में हुए बम विस्फोट में तीन जनों की मौत हो गई थी जबकि करीब 15 अन्य घायल हुए थे।

अजमेर के इतिहास में विश्व प्रसिद्ध दरगाह जैसे धार्मिक स्थल पर हुृए विस्फोट ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था। अनुसंधान में वारदात के पीछे विशेष संगठन का भी नाम आया। बाद में इसकी जांच सीबीआई की विशेष अदालत ने की। मामले में चार आरोप-पत्र दाखिल किए गए थे।

सरकार अभियोजन की ओर से जी. सी. चटर्जी उनकी मृत्यु उपरांत अश्वनी शर्मा विशेष लोक अभियोजक के रूप में तथा बचाव पक्ष की तरफ से जगदीश सिंह राणा, अश्विनी बोहरा व एस. पी. राव ने पैरवी की।

तीन जनों की हुई थी मौत

मामले में हैदराबाद निवासी और अजमेर में दुकान लगाने वाले सैय्यद सलीम, मोहम्मद शोएब की मौके पर मौत। डा. बद्रीऊल हसन की जयपुर में इलाज के दौरान मौत।

एक नहीं दो बम लगाए थे

जांच में यह बात सामने आई कि दरगाह में एक नहीं दो बम फटते। दरअसल एक बम आहाता ए नूर में एक थैले में छिपा कर रखा गया था जो फटा था।

दूसरा बम शाहजानी मस्जिद के सामने जहां महिलाएं अंदर की ओर बैठकर इबादत करती हैं वहां रखा गया था लेकिन किसी ने उस थैले को झालरे की ओर रख दिया। बाद में इसे किसी ने पूछताछ कार्यालय के पास रख दिया। जब तफ्तीश में इसे घटना के अगले दिन बरामद किया गया जिसे बम निरोधक दस्ते ने निष्क्रिय कर दिया था।

चार आरोप पत्र हुए थे दाखिल

1- आरोप पत्र संख्या 92 विरुद्ध - देवेन्द्र गुप्ता अजमेर का मूल लेकिन वारदात के समय मध्य प्रदेश निवास, चंद्रशेखर शाजापुर मध्यप्रदेश, लोके श शर्मा महू, मध्य प्रदेश

2 - आरोप पत्र संख्या 92 ए विरुद्ध - मुकेश वासानी व हर्षद - गुजरात निवासीगण

3 - आरोप पत्र संख्या 92 बी विरुद्ध - नबकुमार सरकार उर्फ स्वामी असीमानंद, भरतेश्वर उर्फ भरत

4 - आरोप पत्र संख्या 92 सी विरुद्ध - भावेश पटेल व मेहूल इनकी गिरफ्तारी हुई लेकिन चार्जशीट नहीं दाखिल हुई, दो आरोपितों की सुनवाई के दौरान मौत इन धाराओं मंें चला मुकदमा 302, 307, 295ए व 120 बी, 201 भादस, धारा 3 बम विस्फोटक पदार्थ अधिनियम, धारा 13(2),16,18 व 20 विधि विरुद्ध क्रियाकलाप निवारण अधिनियम।




सीबीआई ने मामले में जांच के दौरान रमेश गोहिल, जयंती भाई मेहूल व हर्षद को गिरफ्तार किया था। यह गुजरात के बेस्ट बेकरी कांड में भी आरोपित थे इनके मामले में सुप्रीम कोर्ट ने दोबारा सुनवाई के आदेश दिए थे। इनमें से जयुती भाई व रमेश गोहिल की सुनवाई के दौरान मृत्यु हो गई थी।

इन्हें सीआरपीसी की धारा 167 (2) में गिरफ्तारी हुई लेकिन चार्जशीट पेश नहीं की थी। 149 गवाह, 13 पक्षद्रोही, 451 दस्तावेज मामले में 149 लोगों की गवाही हुई जिसमें झारखंड के एक मंत्री भी शामिल रहे। वहीं 451 दस्तावेज पेश किए गए। प्रकरण में मात्र 13 गवाह पक्षद्रोही हुए थे।

बाड़मेर.बाड़मेर को रिफाइनरी और जिला नहीं मिला, फिर मिला वो मामूली



बाड़मेर.बाड़मेर को रिफाइनरी और जिला नहीं मिला, फिर मिला वो मामूली


प्रदेश के बजट में बाड़मेर को घोर निराश किया है। रिफाइनरी, बालोतरा जिला और पेयजल योजनाओं के बजट का इंतजार कर रहे जिले के वाशिंदों को इनमें से कुछ नहीं मिला। जो घोषणाएं हुई है वे इतनी मामूली है कि इनको तो स्थानीय स्तर के नेता अपने लेटरपेड पर ही करवाकर आ जाते है।

बजट बड़ी उम्मीदें पाले बैठे विधायक और सांसद इस बजट की भी सराहना कर रहे है तो कांग्रेस के लोगों का कहना है कि मुख्यमंत्री ने बाड़मेर के विकास को रोक दिया है। मूलभूत सुविधाएं भी नहीं मिली है। आम आदमी ने भी इस बजट को निराशाजनक बताया है।

बजट में बाड़मेर को क्या मिला

1. बाड़मेर सिणधरी जालौर रोड़ 145 किलोमीटर का नवीनीकरण

2. सिणली में स्मृति वन

3. बिठूजा में 6 करोड़ से कास्टिक शुद्धिकरण प्लांट

4.डेजर्ट नेशनल पार्क में गोडावण संरक्षण

5. धनाऊ व पाटोदी में प्रथम श्रेणी पशु चिकित्सालय

6.बारहवीं स्तर के पांच स्कूलों में विज्ञान संकाय

7. धनाऊ व कुण्डल में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र

8. जिला मुख्यालय पर आयुर्वेद पद्धति

9. कल्याणपुर, गिड़ा, गडरारोड , पाटोदी व धनाऊ में नए आईटीआई

10 बाड़मेर में पारिवारिक न्यायालय

11. धोरीमन्ना व सेड़वा में उपकोष

12 रामसर में उपकोष के लिए भवन

13 जाखड़ा माता मंदिर में पैनेरोमा का निर्माण

क्या थी उम्मीदें

1. बाड़मेर में रिफाइनरी की स्थापना का खुलासा

2. बालोतरा को जिला बनाना

3. उपखण्ड मुख्यालयों पर सरकारी कॉलेज

4. मरू विकास बोर्ड का संचालन

5. पेयजल योजनाओं के लिए बजट

दौसा महिला दिवस पर शर्मसार हुआ दौसा: युवती की हत्या, किशोरी से गैंगरेप, भ्रूण फेंका



दौसा महिला दिवस पर शर्मसार हुआ दौसा: युवती की हत्या, किशोरी से गैंगरेप, भ्रूण फेंकामहिला दिवस पर शर्मसार हुआ दौसा: युवती की हत्या, किशोरी से गैंगरेप, भ्रूण फेंका


अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर दौसा में महिलाओं से जुड़े शर्मसार कर देने वाले तीन मामले सामने आए हैं। दौसा में युवती की हत्या, किशोरी से गैंगरेप और भ्रूण फेंकने का मामला सामने आया है। तीनों मामले बीती रात से आज सवेरे तक दर्ज हुए हैं।




युवती का जला हुआ शव बरामद

दौसा के बसवा इलाके में आज सवेरे युवती का जला शव मिलने से सनसनी फैल गई। इस बारे में गांव वालों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस के अनुसार मृतका की उम्र पच्चीस से तीस साल के बीच है। युवती की पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस का मानना है कि युवती को जलाने से पहले उसकी हत्या की गई है।




चौदह साल की किशोरी से गैंगरेप

उधर, लालसोट थाना इलाके में चौदह साल की किशोरी से गैंगरेप का मामला सामने आया है। किशोरी ने गांव के ही पांच युवकों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज कराया है। किशोरी का कहना है कि गांव के ही युवक उसे घर ले जाने के बहाने साथ ले गए और फिर उसके साथ गैंगरेप किया और फरार हो गए। देर रात मामले में एफआईआर दर्ज करवाई गई है।




परिवार ने मार डाला मासूम

नांगल इलाके में एक युवती ने अपने परिजनों की मदद से तीन महीने के भ्रूण को फेंक दिया। युवती की हालत जब बिगड़ी तो उसे गुपचुप अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन इस बारे में पुलिस को सूचना मिल गई। पुलिस ने युवती के परिजनों से पूछताछ की है। साथ ही युवती से पूछताछ कर भू्रण की तलाश शुरू कर दी है। युवती पर मामला दर्ज किया जा रहा है।

हॉस्पिटल में एडमिट कैदियों ने इलाज कराने से किया इनकार, तबीयत बिगड़ी

हॉस्पिटल में एडमिट कैदियों ने इलाज कराने से किया इनकार, तबीयत बिगड़ी
हॉस्पिटल में एडमिट कैदियों ने इलाज कराने से किया इनकार, तबीयत बिगड़ी

अजमेर.राज्य की पहली आैर एकमात्र हाई सिक्यूरिटी जेल में मनोरंजन और मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर कैदियों की भूख हड़ताल मंगलवार को छठे दिन भी जारी रही। अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरविंद सेंगवा और पुलिस अधिकारी कैदियों से समझाइश से लगातार समझाइश कर रहे हैं, लेकिन कैदी अपनी मांगों पर अड़े हैं।

जेएलएन अस्पताल में भर्ती कैदियों का उपचार कर रहे डाॅक्टरों ने प्रशासन को अवगत कराया है कि कैदियों ने उपचार लेने से इनकार कर दिया है, इस कारण उनकी हालत बिगड़ रही है। सहायक अस्पताल अधीक्षक डाॅ. विक्रांत के अनुसार कैदियों का स्वास्थ्य लगातार गिर रहा है। इनके शरीर में किटोंस की मात्रा बढ़ रही है और ब्लड शुगर में कमी आ रही है। डाॅक्टरों ने कैदियों से भी उपचार लेने की अपील की, लेकिन वे नहीं माने।

उधर, कैदियों के अड़ियल रवैये के मद्देनजर प्रशासन ने कानूनी कार्रवाई करने का मानस बनाया है। उल्लेखनीय है कि अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जेल सुधाकर जौहरी ने सोमवार को जेल पहुंच कर कैदियों से करीब दो घंटे तक बात की थी, लेकिन नतीजा नहीं निकला। कैदियों की मुख्य मांग है कि हाई सिक्यूरिटी जेल से सामान्य जेलों में शिफ्ट करने के मापदंड बदले जाएं। उनका कहना है कि वर्तमान में जेल प्रशासन की मनमानी से किसी भी कैदी को हार्डकोर करार देकर हाई सिक्यूरिटी जेल में रखा जा रहा है।

14 और कैदियों की हालत बिगड़ी

हाई सिक्यूरिटी जेल में भूख हड़ताल पर बैठे 14 और कैदियों की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें रात को जेएलएन अस्पताल पहुंचाया गया, जहां पहले से भर्ती कैदियों ने हंगामा मचा दिया। कैदियों ने इलाज कर रहे डाॅक्टर और स्टॉफ के साथ बदसलूकी भी की। सूचना पर एसपी डाॅ. नितिनदीप ब्लग्गन और सीओ राजेश मीणा सहित अन्य अधिकारी अस्पताल पहुंचे और कैदियों से बात कर उन्हें शांत करने की कोशिश की। जेल के 45 कैदियों ने खाना-पीना छोड़ रखा है। पिछले चार दिनों के अंतराल में 35 कैदियों को जेएलएन अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका है। मंगलवार को कैदियों ने इलाज कराने से इनकार कर दिया।

कैदी वार्ड की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त पुलिस जाब्ता लगाया गया है। जेल से दातारसिंह, महिपाल, लक्ष्मण, आतिश गर्ग, उदयसिंह, सूरज गुर्जर, मनोज, विक्रम, गजेंद्र, अनिल, अरविंद, आजाद आैर सोमपाल को तबीयत खराब होने पर रविवार को जेएलएन अस्पताल लाया गया था। मेडिकल मुआयना के बाद सभी कैदियों को भर्ती कर लिया गया। शनिवार शाम को भी जेल प्रशासन ने कैदी अरविंद पुत्र किशन, गिरिराज सिंह, हनुमान सिंह, रणजीत सिंह, दामोदर, सुरेश जैन और मोहनसिंह को जेएलएन अस्पताल पहुंचाया था।

जेल मैन्यूअल के खिलाफ जिद न करें कैदी

अतिरिक्त जिला कलेक्टर सिटी अरविंद सेंगवा ने बताया कि कैदियों को स्पष्ट कहा गया है कि उनकी वाजिब मांगों पर विचार किया जा रहा है, लेकिन जेल मैन्यूअल के खिलाफ मांगों को मनवाने की जिद कर वे प्रशासन पर नाजायज प्रेशर न बनाएं। कैदियों को भरोसा दिलाया गया है कि नियमानुसार समीक्षा कार्रवाई फिर कराई जा सकती है। इलाज लेने से इनकार करने वाले कैदियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। अस्पताल में सशस्त्र पुलिस जाब्ता तैनात है। एडिशनल एसपी सिटी भोलाराम सुरक्षा व्यवस्थाओं पर नजर रखे हुए हैं।




अस्पताल में कैदियों से मुलाकात

एडीजी जेल सुधाकर जौहरी के साथ हाई सिक्यूरिटी जेल में कैदियों की बातचीत की जानकारी सोमवार रात एडीएम सिटी अरविंद सेंगवा और पुलिस अधिकारियों ने अस्पताल पहुंचकर यहां भर्ती कैदियों को दी। हाई सिक्यूरिटी जेल से 8 कैदी सामान्य जेलों में शिफ्ट | हाई सिक्यूरिटी जेल से सामान्य जेलों में शिफ्ट करने की मांग को लेकर भूख हड़ताल कर रहे कैदियों से वार्ता के बाद 3 मार्च को जिला और जेल प्रशासन के अधिकारियों ने हाई सिक्यूरिटी जेल में बंद कैदियों की समीक्षा की थी। समीक्षा के दौरान 8 कैदी चिह्नित किए गए, जिन्हें सामान्य जेलों में शिफ्ट कर दिया गया।