हॉस्पिटल में एडमिट कैदियों ने इलाज कराने से किया इनकार, तबीयत बिगड़ी
अजमेर.राज्य की पहली आैर एकमात्र हाई सिक्यूरिटी जेल में मनोरंजन और मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर कैदियों की भूख हड़ताल मंगलवार को छठे दिन भी जारी रही। अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरविंद सेंगवा और पुलिस अधिकारी कैदियों से समझाइश से लगातार समझाइश कर रहे हैं, लेकिन कैदी अपनी मांगों पर अड़े हैं।
जेएलएन अस्पताल में भर्ती कैदियों का उपचार कर रहे डाॅक्टरों ने प्रशासन को अवगत कराया है कि कैदियों ने उपचार लेने से इनकार कर दिया है, इस कारण उनकी हालत बिगड़ रही है। सहायक अस्पताल अधीक्षक डाॅ. विक्रांत के अनुसार कैदियों का स्वास्थ्य लगातार गिर रहा है। इनके शरीर में किटोंस की मात्रा बढ़ रही है और ब्लड शुगर में कमी आ रही है। डाॅक्टरों ने कैदियों से भी उपचार लेने की अपील की, लेकिन वे नहीं माने।
उधर, कैदियों के अड़ियल रवैये के मद्देनजर प्रशासन ने कानूनी कार्रवाई करने का मानस बनाया है। उल्लेखनीय है कि अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जेल सुधाकर जौहरी ने सोमवार को जेल पहुंच कर कैदियों से करीब दो घंटे तक बात की थी, लेकिन नतीजा नहीं निकला। कैदियों की मुख्य मांग है कि हाई सिक्यूरिटी जेल से सामान्य जेलों में शिफ्ट करने के मापदंड बदले जाएं। उनका कहना है कि वर्तमान में जेल प्रशासन की मनमानी से किसी भी कैदी को हार्डकोर करार देकर हाई सिक्यूरिटी जेल में रखा जा रहा है।
14 और कैदियों की हालत बिगड़ी
हाई सिक्यूरिटी जेल में भूख हड़ताल पर बैठे 14 और कैदियों की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें रात को जेएलएन अस्पताल पहुंचाया गया, जहां पहले से भर्ती कैदियों ने हंगामा मचा दिया। कैदियों ने इलाज कर रहे डाॅक्टर और स्टॉफ के साथ बदसलूकी भी की। सूचना पर एसपी डाॅ. नितिनदीप ब्लग्गन और सीओ राजेश मीणा सहित अन्य अधिकारी अस्पताल पहुंचे और कैदियों से बात कर उन्हें शांत करने की कोशिश की। जेल के 45 कैदियों ने खाना-पीना छोड़ रखा है। पिछले चार दिनों के अंतराल में 35 कैदियों को जेएलएन अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका है। मंगलवार को कैदियों ने इलाज कराने से इनकार कर दिया।
कैदी वार्ड की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त पुलिस जाब्ता लगाया गया है। जेल से दातारसिंह, महिपाल, लक्ष्मण, आतिश गर्ग, उदयसिंह, सूरज गुर्जर, मनोज, विक्रम, गजेंद्र, अनिल, अरविंद, आजाद आैर सोमपाल को तबीयत खराब होने पर रविवार को जेएलएन अस्पताल लाया गया था। मेडिकल मुआयना के बाद सभी कैदियों को भर्ती कर लिया गया। शनिवार शाम को भी जेल प्रशासन ने कैदी अरविंद पुत्र किशन, गिरिराज सिंह, हनुमान सिंह, रणजीत सिंह, दामोदर, सुरेश जैन और मोहनसिंह को जेएलएन अस्पताल पहुंचाया था।
जेल मैन्यूअल के खिलाफ जिद न करें कैदी
अतिरिक्त जिला कलेक्टर सिटी अरविंद सेंगवा ने बताया कि कैदियों को स्पष्ट कहा गया है कि उनकी वाजिब मांगों पर विचार किया जा रहा है, लेकिन जेल मैन्यूअल के खिलाफ मांगों को मनवाने की जिद कर वे प्रशासन पर नाजायज प्रेशर न बनाएं। कैदियों को भरोसा दिलाया गया है कि नियमानुसार समीक्षा कार्रवाई फिर कराई जा सकती है। इलाज लेने से इनकार करने वाले कैदियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। अस्पताल में सशस्त्र पुलिस जाब्ता तैनात है। एडिशनल एसपी सिटी भोलाराम सुरक्षा व्यवस्थाओं पर नजर रखे हुए हैं।
अस्पताल में कैदियों से मुलाकात
एडीजी जेल सुधाकर जौहरी के साथ हाई सिक्यूरिटी जेल में कैदियों की बातचीत की जानकारी सोमवार रात एडीएम सिटी अरविंद सेंगवा और पुलिस अधिकारियों ने अस्पताल पहुंचकर यहां भर्ती कैदियों को दी। हाई सिक्यूरिटी जेल से 8 कैदी सामान्य जेलों में शिफ्ट | हाई सिक्यूरिटी जेल से सामान्य जेलों में शिफ्ट करने की मांग को लेकर भूख हड़ताल कर रहे कैदियों से वार्ता के बाद 3 मार्च को जिला और जेल प्रशासन के अधिकारियों ने हाई सिक्यूरिटी जेल में बंद कैदियों की समीक्षा की थी। समीक्षा के दौरान 8 कैदी चिह्नित किए गए, जिन्हें सामान्य जेलों में शिफ्ट कर दिया गया।
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