भीनमाल 72 जिनालय में त्रिदिवसीय ध्वजारोहण समारोह का होगा आगाज कल ।
इतिहास प्रसिद्व श्री लक्ष्मी वल्लभ पाष्र्वनाथ 72 जिनालय महातीर्थ में षष्ठम वार्षिक ध्वजारोहण का त्रिदिवसीय कार्यक्रम रविवार 5 फरवरी से विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमो के साथ शुरू होगा । मीडिया प्रभारी माणकमल भण्डारी ने बताया कि 72 जिनालय में जैन मुनि जयरत्न विजय म.सा. तथा भावी आचार्य ज्योतिष सम्राट मुनिराज ऋषभचंद्र विजय म.सा. की निश्रा मे त्रिदिवसीय महोत्सव के तहत प्रति दिन महापुजन तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होगे । कार्यक्रम के तहत रविवार 5 फरवरी को दोपहर में पंच कल्याण महापुजन होगा तथा रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत भगवान भक्ति भावना में जैन भजन गायक, राजस्थानी लोक कलाकार तथा डान्स ग्रुप द्वारा अनुठे कार्यक्रम पेष किया जायेगा। महोत्सव के दुसरे दिन सोमवार 6 फरवरी को दोपहर में अट्ठारह अभिषेक महापुजन होगा तथा रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत गीत बहार कार्यक्रम में मंुबई के प्रसिद्व बोलीवुड गायक, गायिका, जैन भजन गायक, राजस्थानी लोक कलाकार तथा हास्य अभिनेता द्वारा अनुठे कार्यक्रम पेष किया जायेगा। मीडिया प्रभारी माणकमल भण्डारी ने बताया कि 72 जिनालय में मंगलवार 7 फरवरी को शुभ मोहरत में ध्वजारोहण किया जायेगा। इसी दिन प्रातः 8.30 बजे सŸारभेदी पूजन होगा । रात्रि में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा हैं। जिसमें अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कवि भाग लेगें। मंगलवार को ध्वजारोहण समारोह के तहत बधावा नृत्य होगा तथा लोक कलाकार मंदिर के बाहरी परिसर में आंगी, गैर डांडिया, मयूर नृत्य, कच्छी घोडी नृत्य, ढोल, बांकिया तथा नौपत वादन का प्रदर्षन करेंगे। इसी अवसर पर ध्वजारोहण समारोह के तहत मंदिर के भीतर रंग मंडप में प्रभु वंदन एंव नृत्य कार्यक्रम डिम्पल ग्रुप द्वारा पेष किया जायेगा। श्री लक्ष्मी वल्लभ पाष्र्वनाथ 72 जिनालय महातीर्थ में षष्ठम वार्षिक ध्वजारोहण के त्रिदिवसीय कार्यक्रम के तहत मंदिर परिसर को रंग बिरंगे फूलो से सजाया गया है। इस समारोह को लेकर जैन समाज एवं अन्य भक्तो में उत्साह का वातावरण है। महोत्सव को लेकर दक्षिण भारत के बैगलुरू, चैन्नई, हैदराबाद, मैसुर, कोईम्बतुर , विजयवाडा, मुम्बई, अहमदाबाद सहित कई नगरो एवं महानगरो से श्रद्वालुओ का आवागमन शुरू हो गया है।
नई दिल्ली।नोटबंदी : गड़बड़ी करने वाले 156 अधिकारियों पर गिरी गाज, मोदी सरकार ने किया निलंबित
नोटबंदी के दौरान जिन बैंक अधिकारियों ने गड़बड़ी की हैं, अब उनपर सरकार ने सख्त कार्यवाई कर उन्हें निलंबित कर दिया है।
सरकार ने शुक्रवार को कहा कि नोटबंदी के दौरान कई बैंक अधिकारी अनियमितता में शामिल रहे हैं और इस अपराध में शामिल रहे सरकारी बैंकों के 156 तथा निजी बैंकों के 11 अधिकारियों को निलम्बित कर दिया गया है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने लोकसभा में एक तारांकित प्रश्न के जवाब में कहा कि नोटबंदी के दौरान सरकारी तथा निजी बैंकों के कई अधिकारी अनयिमितता में संलिप्त रहे हैं। सरकार को मिली सूचना के अनुसार सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के 156 अधिकारियों को निलम्बित करके 41 अधिकारियों का तबादला कर दिया है।
नोटबंदी के दौरान गड़बड़ी करने के मामले में निजी क्षेत्र के बैंकों के 11 अधिकारी निलम्बित हुए हैं। उन्होंने बताया कि इस दौरान हुए आपराधिक मामले भी हुए हैं और ऐसे 26 मामलों में पुलिस तथा केंद्रीय जांच ब्यूरो में शिकायत दर्ज कराई गई है।
साथ ही उनका कहना था कि बैंक अधिकारियों के खिलाफ अनियमितता को लेकर गड़बड़ी की गंभीरता के आधार पर ममाले चलाए जाते हैं और बैंक अपनी नियमावली के अनुसार अपने कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करता है।
कोटड़ा.इस आदिवासी परिवार में हुआ खूनी खेल, आपसी रंजिश में किया फायर, एक की मौत
उपखण्ड के माण्डवा थाना क्षेत्र में आदिवासी परिवार के बीच आपसी रंजिश के कारण हुए फायर में एक व्यक्ति की मौत हो गई। परिवार में विवाद इतना बढ़ गया कि आवेश में आकर एक व्यक्ति पर गोली चला दी गई जिससे उसकी मौत हो गई।
विलाप करती मृतक की पत्नी व अन्य रिश्तेदार।
घटना शुक्रवार सवेरे तकरीबन 8 बजे की है, जब मृतक मणा 40 भाडिया बूम्बरीया निवासी झेड अपने पिता व अपने पुत्र सहित एक अन्य व्यक्ति के साथ किसी पुराने विवाद को लेकर अपने ही घर से कुछ दूर अपने रिश्तेदार के घर पहुंचा। दोनों पक्षों के बीच पुरानी बातचीत से शुरू हुआ विवाद इतना बढ़ गया कि आरोपी पक्ष के मूनीया पिता भीमा बूम्बरीया ने आवेश में आकर गोली चला दी। जिसके कारण मणा की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक का पिता व पुत्र वहां से जान बचाकर भाग निकले।
घटना की सूचना माण्डवा थाने पर दी। इस पर माण्डवा थानाधिकारी बहादुरमल देवड़ा मय जाप्ता मौके पर पहुंचे। मौके पर मणा लहूलुहान अवस्था में पड़ा मिला। पुलिस के पहुंचने से पूर्व ही मणा की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने शव को कोटड़ा सीएचसी पहुंचा दिया। इस दौरान मणा के पिता भाडिया ने मूनीया पिता भीमा बूम्बरीया व बला पिता होमा बूम्बरीया के खिलाफ नामजद रिपोर्ट पुलिस को दी है ।
भोपाल।प्रेमिका की गला दबाकर हत्या, घर में चबूतरा बनाकर किया दफन
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में प्रेमिका की गला दबाकर हत्या करने के बाद प्रेमी ने शव को घर के भीतर ही सीमेंट-कंक्रीट के चबूतरे में दफन कर दिया। पुलिस ने गुरुवार देर शाम युवती का शव बरामद करने के बाद आरोपी को हिरासत में ले लिया।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, पश्चिम बंगाल के बकोरा की रहने वाली श्वेता शर्मा (28) की भोपाल के उदयन दास से फेसबुक पर दोस्ती हुई और वह प्यार में बदल गई। उसके बाद श्वेता घर वालों से नौकरी मिलने की बात कहकर जून 2016 भोपाल चली आई और यहां साकेत नगर में उदयन के साथ लिव-इन-रिलेशनशिप में रहने लगी।
पुलिस के मुताबिक, श्वेता से परिजनों का दिसंबर के बाद से संपर्क टूट गया। इस पर उसके परिजनों ने बकोरा में पुलिस में जनवरी के पहले सप्ताह में गुमशुगदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। बकोरा पुलिस ने श्वेता के मोबाइल की लोकेशन भोपाल के साकेत नगर की पाई तो पुलिस दल गुरुवार की शाम को भोपाल पहुंच गया।
गोविंदपुरा क्षेत्र के नगर पुलिस अधीक्षक (सीएसपी) वीरेंद्र मिश्रा ने शुक्रवार को बताया कि बकोरा के बैंक अधिकारी शिवेंद्र शर्मा की बेटी श्वेता के मोबाइल फोन की लोकेशन साकेत नगर के एक मकान की मिली। इसके बाद बकोरा पुलिस ने भोपाल के पुलिस दल के साथ मिलकर इस बात की पुष्टि की कि श्वेता उदयन के साथ इसी मकान में रहती थी।
मिश्रा के अनुसार, उदयन से पूछताछ की तो उसने बताया कि श्वेता उसके साथ रहती थी और विवाद होने पर पिछले दिनों गला दबाकर हत्या कर दी। उसके बाद शव को घर के भीतर सीमेंट कंक्रीट का एक प्लेटफार्म (चबूतरा) बनाकर दफन कर दिया।
मिश्रा ने बताया कि गुरुवार देर रात चबूतरे को तोड़कर श्वेता का शव बरामद कर लिया गया और आरोपी उदयन को हिरासत में ले लिया गया। उससे पूछताछ की जा रही है। वह हत्या कर श्वेता के शव को दफनाने का सही-सही ब्यौरा नहीं दे रहा है।
आरोपी ने पुलिस को बताया है कि उसका श्वेता से दिसंबर माह के अंतिम दिनों में विवाद हुआ और वह इतने गुस्से में आ गया कि उसने श्वेता की गला दबाकर हत्या कर दी। उसने शव को घर से बाहर ले जाकर ठिकाने लगाने का मन बनाया, पर राज खुलने के डर से घर के भीतर ही चबूतरा बनाकर शव दफन कर दिया।
कई मायनांे मंे ऐतिहासिक रहा मुख्यमंत्री का बाड़मेर दौराबाड़मेर,02 फरवरी। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे का एक दिवसीय दौरा कई मायनांे मंे ऐतिहासिक रहा। निम्बाणियांे की ढाणी के अलावा बायतू मंे आयोजित कार्यक्रमांे के दौरान ऐतिहासिक जनसमूह की मौजूदगी ने मुख्यमंत्री श्रीमती राजे के दौरे का ऐतिहासिक बना दिया। गौर करने योग्य बात यह है कि पहली मर्तबा इस तरह के कार्यक्रम मंे शामिल होने के लिए जोधपुर संभाग के अलावा प्रदेष के अन्य जिलांे से सैकड़ांे लोग बाड़मेर पहुंचे।मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने निम्बाणियो की ढाणी मंे पूर्व विधायक स्वर्गीय तगाराम चौधरी के परिजनांे को ढ़ाढ़स बंधाया। इस दौरान स्वर्गीय चौधरी के परिवार के प्रत्येक सदस्य के बारे मंे विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने तगाराम चौधरी के व्यक्तित्व की प्रषंसा करते हुए यह भी कहा कि वे अक्सर आमजन की समस्याआंे के समाधान के लिए अड़ जाते थे। श्रीमती राजे ने चौधरी की पत्नी गंवरीदेवी के साथ उनकी पुत्रवधु सिगरती देवी से काफी देर तक परिवार के बारे मंे जानकारी ली। उन्हांेने तगाराम चौधरी के भाई ठेकेदार स्वर्गीय जीवणाराम चौधरी की पत्नी से भी बातचीत की। राजे ने स्वर्गीय चौधरी के पोतांे एवं पोतियांे की षिक्षा, रोजगार के बारे मंे भी जाना। मुख्यमंत्री श्रीमती राजे ने निम्बाणियांे की ढाणी मंे विस्तार से स्वर्गीय तगाराम चौधरी के अनुभवांे को साझा करते हुए उनको जनहितैषी बताया। निम्बाणियो की ढाणी मंे गुरूवार को प्रदेष के विभिन्न जिलांे से सैकड़ांे लोग पहुंचे। वहीं बाड़मेर जिले के दूर-दराज इलाकों से पहुंचने वालांे की तादाद भी खासी रही। यह ऐसा पहला मौका था जब समाज के प्रत्येक तबके की ऐतिहासिक भीड़ किसी कार्यक्रम मंे देखी गई, वहीं प्रदेष की मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने भी खुलकर समय दिया।हेमजी का तला, अरणेष्वर धाम मंे भी ऐतिहासिक भीड़ की मौजूदगी रही। स्थानीय एवं प्रदेष के विभिन्न स्थानांे से आए जन प्रतिनिधियांे की मौजूदगी में मुख्यमंत्री श्रीमती राजे ने हर क्षेत्र मंे बाड़मेर एवं प्रदेष के विकास का भरोसा दिलाया। ऐतिहासिक भीड़ एवं मुख्यमंत्री के बाड़मेर की जनता के प्रति समर्पण ने इस दौरे का ऐतिहासिक बना दिया।