बुधवार, 12 अगस्त 2015

बालोतरा टैंडर से पहले काम हो गया पूरा!

बालोतरा  टैंडर से पहले काम हो गया पूरा!

बालोतरा

राजस्थान के बाड़मेर ज़िले के बालोतरा उपखड में नगर परिषद द्वारा जारी निविदा 4 अगस्त को निकलित थी और 19 अगस्त को टेंडर डालना था और अगले ही दिन 20 अगस्त को टेंडर खुलना था लेकिन निविदा निकलते ही चेहते ठेकदार से काम भी शुरू करवा दिया और अगर शिकायतकर्ता ने शिकायत नही की होती तो टेंडर जारी होने से पहले काम भी पूरा हो जाता।

भ्रष्टाचारनिरोधक ब्यूरो की टीम ने मंगलवार को एक शिकायत पर जांच की जिसमें शहर के विकास कार्यों में अनियमिता सामने आई हैं। नगर परिषद ने जिन कार्यों के लिए निविदाएं आमंत्रित की थीं। वे काम मौके पर टैंडर होने से पहले ही होना पाया गया। जांच के दौरान टीम ने कार्यों की मौका स्थिति देखकर शिकायत का सत्यापन करने के बाद संबंधित मूल पत्रावलियाें को प्रमाणित प्रतिलिपियां लेने की कार्रवाई की। एसीबी की जांच के दौरान नगरपरिषद में पूरे दिन हड़कंप मचा रहा।




एसीबी के डीएसपी विजयसिंह ने बताया कि शिकायतकर्ता ओमप्रकाश प्रजापत ने बताया कि लिखित शिकायत देकर बताया कि नगरपरिषद द्वारा एक दैनिक समाचार पत्र में अल्पकालीन निविदा जारी कर अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त हुई सड़कों के कार्य के लिए टैंडर आमंत्रित किए। लेकिन नगरपरिषद अधिकारियों ने अपने चहेते ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से टैंडर की तिथि से पूर्व कार्य प्रारंभ करवा दिया। जो वर्तमान में चल रहे हैं। इस पर मंगलवार को बाड़मेर एसीबी की टीम जांच के लिए नगर परिषद पहुंची।

यहथी शिकायत

शिकायतथी कि नगर परिषद ने शहर में अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त हुई सड़कों की मरम्मत करवाने के लिए 4 अगस्त को एक समाचार पत्र में अल्पकालीन निविदा में जारी की। जिसमें 19 अगस्त को निविदा प्रपत्र विक्रय किए जाकर 20 अगस्त को दोपहर 3 बजे तक प्राप्त कर उसी दिन 3 बजे उपस्थित संवेदकों के सामने खोले जाने थे। इनमें करीब एक करोड़ 20 लाख रुपए के 12 काम थे। लेकिन निविदा के क्र.सं. 3 अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त सड़क मरम्मत कार्य जोधपुर रोड प्रथम फाटक से महादेव गैस सर्विस तक दोनों और तथा 7 नंबर का सांचोर रोड प्रथम फाटक से महावीर उद्यान तक सड़क मरम्मत का काम टैंडर होने से पहले करवाए जा रहे हैं।

टैंडर20 को होने थे और 70 फीसदी काम पूर्ण

टीमने जांच के दौरान शहर में दो स्थानों पर चल रहे सड़क मरम्मत के कार्यों की मौका स्थिति देखी और उनका भौतिक सत्यापन भी करवाया। इसके बाद कार्यों से संबंधित मूल पत्रावलियां की प्रमाणित प्रतिलिपियां अग्रिम कार्रवाई के लिए ली। एसीबी ने जांच के दौरान मौके पर सड़क मरम्मत का काम होता पाया गया।

मौखिकअनुमति से ही ठेकेदार ने शुरू किए काम

टीमने जांच में पाया कि सड़क मरम्मत के काम नगर परिषद के आयुक्त सभापति की मौखिक अनुमति पर हो रहे थे। दोनों काम हनुमानदास बोहरा फर्म के कांट्रेक्टर से करवाए जा रहे थे।

संदेहके घेरे में अधिकारी

अधिकारियोंकी सांठ-गांठ के बिना टैंडर होेने से पूर्व काम होना मुमकिन नहीं है। हालांकि प्रारंभिक जांच में किसी भी मिलीभगत सामने नहीं आई है, लेकिन नगरपरिषद के जिम्मेदार अधिकारी संदेह के घेरे में हैं। जांच में एक बात हो स्पष्ट हो गई है कि चहेतों को फायदा पहुंचाने के लिए नगर परिषद को लाखों रुपए चूना लगाया जा रहा था।

एसीबीजांच के बाद भी होंगे 'एडजेस्टमेंट'का संदेह

एसीबीकी जांच के बाद अब नगरपरिषद अधिकारी 'एडजेस्टमेंट' की गोटी खेलेंगे। पहले भले ही प्लानिंग हो कि टैंडर उसी ठेकेदार को दे देंगे, जो काम कर रहा है, मगर अब जब यह मामला जांच में फंस गया तो भी ठेकेदार को तो भुगतान येन केन प्रकारेण करवा ही दिया जाएगा। जानकार सूत्र बताते हैं कि नगर परिषद बालोतरा में इस तरह का खेल लंबे समय से चल रहा है। इस बार भले ही एसीबी में शिकायत हुई और जांच हुई, फिर भी ठेकेदार को एडजेस्टमेंट से भुगतान करवा दिया जाएगा। जानकारों के अनुसार इन कामों का ठेका भले ही अब दूसरे ठेकेदार के नाम से हो जाए, अब जो ठेकेदार काम कर रहे हैं, उनको अन्य वार्डों में काम से भुगतान करवा दिया जाएगा।

शिकायतपर की जांच

नगरपरिषद में सड़काें की मरम्मत के काम टैंडर होने से पूर्व होने की शिकायत आई थी जिस पर जांच की गई। जांच में शिकायत सत्यापित करन पर काम मौके पर होने पाए गए। टीम ने कार्यों से संबंधित मूल पत्रावलियाें की प्रमाणित प्रतिलिपियां लेकर अग्रिम कार्रवाई के लिए रिपोर्ट तैयार की है। विजयसिंह,डीएसपी, एसीबी बाड़मेर।

मंगलवार, 11 अगस्त 2015

कांग्रेस का राष्ट्रपति को सौंपा ज्ञापन, कहा राजे को हटाएं

कांग्रेस का राष्ट्रपति को सौंपा ज्ञापन, कहा राजे को हटाएं

जयपुर प्रदेश कांग्रेस के एक प्रतिनिधि मण्डल ने मंगलवार को नई दिल्ली में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को ज्ञापन देकर मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे को पद से हटाने की मांग उठाई।

प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट के नेतृत्व में दिए ज्ञापन में कहा गया है कि मुख्यमंत्री राजे ने देश की समस्त वैधानिक संस्थाओं को ताक पर रखकर भगौड़े ललित मोदी को ट्रेवल डॉक्यूमेंट दिलवाने में मदद की, साथ ही विदेशी सरकार से गुजारिश की कि उनकी सिफारिश को भारत सरकार से छिपाया जाए। यह खुलासा स्वयं ललित मोदी ने किया। राजे का यह कृत्य राष्ट्र के साथ विश्वासघात है।

प्रतिनिधिमण्डल में पूर्व मु यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश प्रभारी गुरूदास कामत, नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी, प्रभारी सचिव इरशाद बेग, एआईसीसी महासचिव सीपी जोशी, मोहन प्रकाश, पूर्व केन्द्रीय मंत्री चंद्रेश कुमारी, नमोनारायण मीणा, जितेन्द्र सिंह, महादेवसिंह खण्डेला, लालचंद कटारिया, सांसद अश्कअली टाक, नरेन्द्र बुढानिया, मेवाराम जैन विधायक गोविन्द सिंह डोटासरा सहित अन्य नेता थे।

बाड़मेर. बीएसएफ के एडिशनल डीजी ने देखे बाॅर्डर के हाल

बाड़मेर.

 बीएसएफ के एडिशनल डीजी ने देखे बाॅर्डर के हाल

स्वतंत्रता दिवस समारोह में चार दिन बचे हैं और भारत-पाकिस्तान के बीच सीमाओं पर चैकसी बढ़ा दी गई है। घुसपैठ सहित किसी भी नापाक हरकत को रोकने के लिए बीएसएफ के जवान सीमाओं पर मुस्तैदी से चैकसी कर रहे हैं ।
इस बीच बीएसएफ के एडिशनल डीजी महेश सिंगला ने सीमा चैकियां निरीक्षण कर हालातों का जायजा लिया है। सोमवार को वे जैसलमेर से लगती सीमाओं पर पहुंचे थे, वहीं मंगलवार को उन्होंने बाड़मेर से लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा चैकियों का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं देखी।
उन्होंने सोमवार रात मुनाबाव में विश्राम किया था। मंगलवार सुबह वे बीकेडी, आरके डी, फिगरी सहित अन्य सीमा चैकियों पर पहुंचे। उन्होंने बीएसएफ अधिकारियों से जानकारी ली तथा आॅपरेशन अलर्ट के तहत अतिरिक्त सावचेती बरतने के निर्देश दिए।

जयपुर। भांजे के थे मामी से अवैध संबंध, मिलकर उतारा मामा को मौत के घाट



जयपुर।  भांजे के थे मामी से अवैध संबंध, मिलकर उतारा मामा को मौत के घाट 

राजधानी के बजाज नगर थाना इलाके के बरकत नगर में मंगलवार सुबह घर में सो रहे एक युवक की हत्या कर दी गई । हत्या के आरोप में युवक की पत्नी कृष्णा और मृतक युवक के भांजे पवन को गिरफ्तार कर लिया है ।
पुलिस के अनुसार भांजे पवन के मामी से अवैध संबंध थे जिसके चलते दोनों ने मिलकर युवक राकेश सैनी की गला रेंत कर हत्या कर दी थी ।



पुलिस के अनुसार मृतक राकेश सैनी गोविंद देव मंदिर, किसान मार्ग, बरकत नगर में मकान नंबर सी-505 में रहता था। मंगलवार सवेरे करीब साढ़े पांच बजे पुलिस को राकेश के परिजनों ने उसकी हत्या होने की सूचना दी।







पुलिस के अनुसार राकेश का गला और कंधा काटा गया है। पुलिस ने मौके पर फोरेसिक विशेषज्ञों और खोजी श्वान दल को बुलाया था।



पुलिस के अनुसार राकेश की शादी साल 2011 में हुई थी। उसके तीन साल का एक बेटा और डेढ़ साल की बेटी है। डीसीपी पूर्व कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि खून से सना पेपर कटर भी मिला है।









पुलिस ने मामले की गुत्थी को सुलझाने के लिए हत्या के शक में मृतक युवक राकेश की पत्नी और भांजे सहित एक अन्य युवक को हिरासत में लिया था । सभी से गहन पुछताछ करने पर मामी- भांजे के अफेयर का खुलासा हुआ । मामी-भांजे ने ही युवक राकेश को चाकू से गला रेंत कर हत्या की थी । पुलिस के अनुसार मृतक राकेश के कमरे से अटैच बाथरूम में भी खून के धब्बे मिले हैं।







बताया जा रहा कि मृतक राकेश का भांजा उसके साथ काफी लंबे समय से रह रहा था जिसके चलते मामी का भांजे से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनो के प्रेम प्रसंग में रोडा मानते हुए राकेश सैनी की हत्या कर दी गई।

आरोपी पवन एक प्रिंटिंग प्रेस मे काम करता है ।

सीकर सीआरपीएफ का भगौड़ा कांस्टेबल दशरथ आखिर जिंदा मिल गया



सीकर  सीआरपीएफ का भगौड़ा कांस्टेबल दशरथ आखिर जिंदा मिल गया
साढ़े तीन साल बाद सीआरपीएफ का भगौड़ा कांस्टेबल दशरथ आखिर जिंदा मिल गया। वह हिमाचल के सोलन में एक महिला के साथ रह रहा था। उसकी पत्नी चंद्रकला ने सरकार से मदद के नाम पर 17 लाख रुपए उठा लिए थे और 12 हजार रुपए मासिक पेंशन भी ले रही थी।

हालांकि दशरथ के पिता उसे मृत मानने को तैयार नहीं थे। झुंझुनूं जिले के दोरादास गांव निवासी इस जवान की गिरफ्तारी पर पुलिस की ओर से 25 हजार रुपए का इनाम भी घोषित था। पुलिस ने जवान को बाद में उच्च न्यायालय में पेश किया। आईजी डीसी जैन ने बताया कि दशरथ सीआरपीएफ में सिपाही के पद 1998 से कार्यरत था। फरवरी 2012 में छुट्टी पर घर आया था। उसके बाद लापता हो गया। पिता ने उच्च न्यायालय, जयपुर में हैबीयर्स कॉपर्स दायर की।

कंकाल व हड्डियों को माना दशरथ

दशरथ के नहीं मिलने पर पुलिस ने लगभग उसे मृत मान लिया था। पुलिस जांच में दशरथ के मोबाइल लोकेशन की अंतिम कड़ी चूरू के रतननगर में आई। रतननगर में पुलिस को चार हड्डिया व कंकाल बरामद हुआ, लेकिन पुलिस ने हड्डियों व दशरथ के माता-पिता के डीएनए की जांच करवाई तो डीएनए का मिलान नहीं हुआ। दशरथ की तलाश में अक्टूबर 2014 तक झुंझुनूं पुलिस जुटी रही। बाद में यह

जिम्मा सीकर पुलिस को सौंपा गया

पुलिस को पिछले दिनो दशरथ के प्रतापगढ़ क्षेत्र में देखे जाने की जानकारी मिली। पुलिस ने प्रतापगढ़, छोटी सादड़ी, नीमच में उसकी तलाशी के लिए अभियान शुरू किया। पता चला कि दशरथ पिछले माह भीलवाड़ा के ठेकेदार की पत्नी को भगाकर ले गया।

पुलिस को दोनों के हिमाचल के सोलन के गांव बद्दी में होने की जानकारी मिली। पुलिस ने दशरथ व ठेकेदार की पत्नी को सोमवार को सीकर एएसपी के नेतृत्व में गठित टीम ने शाहजहांपुर अलवर से दस्तयाब कर लिया