बुधवार, 5 अगस्त 2015

नई दिल्ली ललित मोदी के खिलाफ गैर-जमानती वॉरंट जारी

नई दिल्ली ललित मोदी के खिलाफ गैर-जमानती वॉरंट जारी
ललित मोदी के खिलाफ गैर-जमानती वॉरंट जारी
एक विशेष अदालत ने बुधवार को पूर्व आईपीएल प्रमुख ललित मोदी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित मामले में गैर-जमानती गिरफ्तारी वॉरंट जारी किया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ललित मोदी को भेजे गए समन पर कोई जवाब नहीं देने पर मनी लॉन्ड्रिंग रोकने को गठित विशेष अदालत की शरण ली थी।

मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून से जुड़ी अदालत के विशेष जज पीआर भावके ने वॉरंट जारी करते हुए कहा कि ईडी का आवेदन स्वीकार किया जाता है। ईडी ने पिछले हफ्ते ललित मोदी के खिलाफ विशेष अदालत में आवेदन दायर कर गैर-जमानती गिरफ्तारी वॉरंट जारी किए जाने का आग्रह किया था। ईडी ने यह कदम तब उठाया जब ललित मोदी ने समनों का जवाब नहीं दिया। प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों के अनुसार, यह वॉरंट विदेश मंत्रालय भेजा जाएगा, जो इसे ब्रिटेन भेजेगा।
ईडी द्वारा 2009 में अपने खिलाफ जांच शुरू किए जाने के तुरंत बाद ही ललित ने देश छोड़ दिया था। हालांकि जांच एजेंसी के लिए गैर जमानती गिरफ्तारी वारंट हासिल करना बहुत आसान नहीं रहा क्योंकि जज ने सबसे पहले ईडी के सामने वॉरंट मांगने में देरी का प्रश्न उठाया और बाद में अधिकारक्षेत्र का मुद्दा भी उठाया। अदालत ने यह भी जानना चाहा कि एजेंसी ललित मोदी को गिरफ्तार क्यों नहीं कर रही है। साथ ही यह भी पूछा कि क्या जांच के दौरान वॉरंट जारी किया जा सकता है।


पिछले महीने अदालत ने मामले में मदद मांगते हुए सिंगापुर और मॉरीशस को आग्रह पत्र भेजा था। बीसीसीआई ने एमएसएम सिंगापुर (जो सोनी चैनल की मालिक है) तथा डब्ल्यूएसजी मीडिया के बीच एक सौदे को लेकर 2010 में ललित मोदी के खिलाफ चेन्नै में एफआईआर दर्ज कराई थी। वर्ष 2008 में बीसीसीआई ने डब्ल्यूएसजी को 91 करोड़ 80 लाख डॉलर में 10 साल के लिए मीडिया अधिकार बेचे थे। डब्ल्यूएसजी ने तब सोनी को आधिकारिक प्रसारक बनाने के लिए एमएसएम के साथ एक सौदा किया। बाद में करार नौ साल के सौदे के रूप में हुआ, जहां एमएसएम ने 1.63 अरब डॉलर का भुगतान किया।

वर्ष 2009 में ईडी ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत जांच शुरू की थी। फेमा के तहत जांच के दायरे में आए आरोपों के अनुसार, एमएसएम सिंगापुर की ओर से डब्ल्यूएसजी को किए गए 425 करोड़ रुपए के सुविधा शुल्क का भुगतान गैर-कानूनी तरीके से किया गया था।

ईडी के वकील हितेन वेणगांवकर ने कहा कि चूंकि ललित मोदी भारत में नहीं है, इसलिए गैर-जमानती वॉरंट जारी किया जाना चाहिए। उन्होंने दावा किया था कि ललित मोदी ने वर्ष 2009 से उन्हें जारी किए गए समनों का अनुपालन नहीं किया है। जज ने पूछा था कि चूंकि ईडी ने ललित मोदी के खिलाफ आरोप पत्र दायर नहीं किया है, ऐसे में क्या ललित मोदी अदालत के समक्ष आरोपी है?

जज भावके ने कहा था कि गैर-जमानती वॉरंट जारी करने के लिए व्यक्ति का अदालत के समक्ष आरोपी होना जरूरी है। ईडी के वकील ने कहा था कि यह मामला जांच के पूर्व चरण में है और सुप्रीम कोर्ट ने पिछले फैसले में कहा था कि गैर जमानती वॉरंट जांच के दौरान जारी किया जा सकता है।

BSF काफिले पर हमला करने वाला आतंकी जिंदा पकड़ा गया, दो जवानों की मौत



जम्मू  BSF काफिले पर हमला करने वाला आतंकी जिंदा पकड़ा गया, दो जवानों की मौत

जम्मू और कश्मीर में उधमपुर के पास जम्मू श्रीनगर हाईवे पर उधमपुर में सीमा सुरक्षा बल के काफिले पर आतंकवादियों के हमले में भारत को बड़ी कामयाबी मिली है। इस हमले में एक आतंकी भी पकड़ा गया है। ऐसा लंबे समय बाद हुआ है, जब मुठभेड़ के बाद कोई जिंदा आतंकी सुरक्षाबलों के हाथ आया है। हालांकि आतंकवादियों के हमले में BSF के दो जवानों की मौत हो गई और आठ घायल हो गए । जवाबी कार्रवाई में एक आतंकवादी भी मारा गया।प्रत्यक्षदर्शियों ने बयान किया खौफनाक मंज़र
कहा जा रहा है कि मुंबई पर हुए आतंंकी हमले के दौरान पकड़े गए कसाब के बाद पहली बार किसी आतंकी को पकड़ा गया है। इसका नाम उस्माद उर्फ कासिम खान बताया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कासिम पाकिस्तान के फैसलाबाद का रहने वाला है।

पूर्व आर्इएएस ललित के पंवार होगें आरपीएससी के चैयरमैन



जयपुर।

आखिर लम्बे इंतजार के बाद राजस्थान लोक सेवा आयोग को नया चैयरमैन मिल ही गया। राज्य सरकार ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी ललित के पंवार को आरपीएससी का चेयरमैन नियुक्त किया है।





उनकी नियुक्ति का आदेश बुधवार को कार्मिक विभाग ने जारी कर दिया। गौरतलब है कि काफी लम्बे समय से आरपीएससी में चेयरमैन का पद रिक्त था।पंवार हाल ही में आर्इएएस पद से सेवानिवृत हुए है। वे काफी लम्बे अरसे तक राज्य में विभिन्न पदो पर कामकाज संभाल चुके है। पंवार की कला, पर्यटन आैर संस्कृति जैसे विषयो में गहरी रूचि है।





पंवार राजस्थान में अपने कार्यकाल के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सचिव के रूप में काम भी देख चुके है। मूलत बाडमेर जिले के रहने वाले पंवार की स्वच्छ छवि के चलते उन्हे नर्इ जिम्मेदारी दी गर्इ है।

बताया जा रहा है पिछले दिनो आरपीएससी की कार्यप्रणाली को लेकर उठे विवाद के चलते राज्य सरकार को एेसे व्यति की तलाश थी। जो बिगडी छवि को ठीक कर सके।

देह व्यापार में लिप्त टीवी एक्टेस व दलाल अरेस्ट

देह व्यापार में लिप्त टीवी एक्टेस व दलाल अरेस्ट


मुंबई। मुंबई पुलिस की समाजसेवा ब्रांच ने देह व्यापार के आरोप में सोमवार रात एक टीवी एक्ट्रेस और उसके दलाल को अरेस्ट किया कर लिया। दोनों की गिरफ्तारी शबरी होटल से की गई।




पुलिस सूत्रों के अनुसार बीते कई दिनों से पुलिस को 27 वर्षीय इस अभिनेत्री के देह व्यापार में लिप्त होने की शिकायत मिली थी। इसके बाद पुलिस ने सत्यता का पता लगाने के लिए जाल बुना तथा उसे रंगे हाथों पकडऩे की पूरी योजना तैयार कर ली।



पुलिस ने एक कांस्टेबल को बोगस ग्राहक बनाकर एक दलाल के पास भेजा। दलाल ने उसे कई फोटो दिखाई जिस पर इस अभिनेत्री का चुनाव किया। सौदा 15,000 रुपए में तय हो गया। दलाल के फोन कर बुला लेने पर अभिनेत्री पैसे लेने होटल पहुंची। होटल पहुंचते ही पुलिस ने अभिनेत्री और उसके दलाल को दबोच लिया। दोनों को अंबोली थाने ले जाया गया।



थाना पुलिस के अनुसार दलाल राज उपाध्याय के कई नवोदित व संघर्षरत अभिनेत्रियों से संपर्क पाए गए। प्रारंभिक जांच से प्रतीत होता है कि वह कई का इस्तेमाल देह व्यापार का धंधा चलाने में करता है। फिलहाल उपाध्याय को देह व्यापार अधिनियम के तहत अरेस्ट किया गया तथा अभिनेत्री को महिला पुर्नवास केन्द्र भेज दिया गया। मामले की जांच जारी है।

जोधपुर हथियारों के साथ तीन गिरफ्तार

जोधपुर  हथियारों के साथ तीन गिरफ्तार

पुलिस ने सांगरिया फांटा से डीपीएस बाईपास पर आवासीय कॉलोनी में मंगलवार शाम दबिश देकर लग्जरी कार में सवार तीन शातिर बदमाशों को हथियार व मादक पदार्थ के साथ गिरफ्तार किया।
इनमें से एक युवक संभाग का बड़ा शराब तस्कर व दूसरा बीकानेर के बहुचर्चित रामकिशन सियाग हत्याकाण्ड में वांछित है। आरोपी अपनी एक महिला मित्र से मिलने आए थे। पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) प्रीति जैन के अनुसार लग्जरी कार में सवार कुछ बदमाश आवासीय कॉलोनी में आए हुए थे। पुलिस ने बदमाशों की कार को घेर लिया।
उसमें सवार जालोर जिले में बागोड़ा थानान्तर्गत कुकावास निवासी राजू ईराम (34) पुत्र बादराराम विश्नोई, बीकानेर जिले में नोखा थानान्तर्गत लालम देसरबड़ा निवासी रेंवतराम (26) पुत्र रामलाल जाट तथा जालोर में करड़ा थानान्तर्गत मीरपुर निवासी भाकराराम (27) पुत्र खंगाराराम जाट को गिरफ्तार किया गया।
राजू के कब्जे से एक पिस्तौल, चार जिन्दा कारतूस व 154 ग्राम अफीम बरामद की गई। जबकि रेंवतराम जाट की जेब से तीन कारतूस, एक खुद के नाम का व दूसरा फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस तथा भाकराराम से एक चाकू बरामद किया गया। पुलिस ने आम्र्स एक्ट व एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर तीनों को गिरफ्तार किया है। उदयपुर नम्बर की कार के बारे में राजू ईराम का दावा है कि वह उसके मित्र की है।
19 एफआईआर, तीन जिलों में वांछित
बोरानाडा थानाधिकारी भवानीसिंह ने बताया कि राजू ईराम जालोर जिले का हार्डकोर व संभाग का बड़ा शराब तस्कर है। उसके खिलाफ 19 एफआईआर पहले से दर्ज है। वह जालोर, बाड़मेर व पाली जिले का वांटेड है। वह हरियाणा से सांचौर, गुजरात के कई शहरों तक अवैध शराब का सप्लायर है। वह दिनेश मांजू हत्याकाण्ड में जेल में रह चुका है।
गिरफ्तारी से बचने के लिए बदला नाम
नोखा के लालम देसरबड़ा निवासी रेंवतराम जाट 24 फरवरी 2011 को बीकानेर में हुए बहुचर्चित रामकिशन सियाग की हत्या का वांछित आरोपी है। साढ़े चार साल से वह फरार था। उसके पास दो लाइसेंस मिले। एक लाइसेंस फर्जी निकला। गिरफ्तारी से बचने के लिए उसने फोटो खुद की तथा नाम युसुफ खान पठान लिख रखा था।