पठानकोट-अमृतसर रेलवे ट्रैक पर मिले 5 जिंदा बम, ट्रेनें रोकी गईं
पंजाब के गुरदासपुर में संदिग्ध आतंकियों ने थाने और यात्री बस पर सोमवार सुबह हमला किया. इस हमले के अलावा पंजाब से एक और दहशत भरी खबर है. जानकारी के मुताबिक, पठानकोट-अमृतसर रेलवे ट्रैक पर 5 बम मिले हैं.
इन बमों के रेलवे ट्रैक पर मिलने की जानकारी मिलते ही बम निरोधक दस्ते को घटनास्थल पर भेज दिया गया है. रेलवे के मुताबिक, पठानकोट-अमृतसर रेलवे लाइन पर पेट्रोलमैन अश्विनी को ब्रिज नंबर 236 के पास बम दिखाई दिया, जिसके बाद बम के बारे में पता चल पाया. ट्रैक पर बम मिलने से ट्रेन नंबर 54612 को सुरक्षा कारणों से रोक दिया गया है.
LIVE: पंजाब में बड़ा आतंकी हमला, थाने में कोई बंधक नहीं, सेना-NSG-SSG मोर्चे पर
सेना के 100 ट्रूप्स पठानकोट से गुरदासपुर पहुंच गए हैं. सेना ने स्पेशल फोर्स के जवानों को बुलाया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मंत्रियों से पल-पल की जानकारी ले रहे हैं.
गृह मंत्रालय ने आतंकी हमले की पुष्टि की है साथ ही थाने में किसी के बंधक बनाए जाने की खबर को खारिज किया. इससे पहले खबर थी कि आतंकियों ने एक पुलिसवाले के परिवार को बंधक बना लिया है. हमले के मद्देनजर देशभर में हाईअलर्ट जारी कर दिया है. पंजाब NSG और SSG की टीम भी हमला स्थल पर पहुंच गई है. दीनानगर पुलिस थाने में हमलावरों और सेना-पुलिस के बीच फायरिंग जारी है. समझा जा रहा है कि थाने के अंदर 30-40 पुलिसकर्मी मौजूद हैं. थाने में आतंकी उस कमरे में घुस गए हैं, जिसमें पुलिस के हथियार रखे हुए हैं.
जानकारी के मुताबिक, हमलावर मारुति कार में सवार होकर आए थे. कार को बरामद कर लिया गया है. बताया जाता है कि आतंकियों ने कार कुछ लोगों से छीन लिया था. सीमा पर सेना को घुसपैठ की संभावना के बाबत अलर्ट कर दिया गया है. केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने बताया कि बंधक की कोई खबर नहीं है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आपात बैठक बुलाई है, जिसमें RAW, BSF समेत सुरक्षा एजेंसियों के उच्चाधिकारी मौजूद होंगे. गुरदासपुर पश्चिमी सीमा के समीप है. समझा जा रहा है आतंकी सीमा पार पाकिस्तान से आए हैं. फायरिंग के मद्देनजर पुलिस थाने में पंजाब पुलिस की अतिरिक्त टुकड़ी को तैनात किया गया है.दूसरी ओर, हमले में सभी घायलों को अस्पताल भेजा गया है. आसपास के इलाके के लोगों को भी अलर्ट कर दिया गया है. सुरक्षाकर्मियों की पहली कोशिश अंदर फंसे पुलिसकर्मियों को सुरक्षित बाहर निकालना है.
गृह मंत्री कर रहे हैं निगरानी
इस बीच, गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से भी फाेन पर बात की है. MHA सीधे तौर पर घटना की निगरानी कर रही है. राजनाथ सिंह ने गृह सचिव और NSA से भी बात की है.
नई दिल्ली घरेलू नौकर या ड्राइवर रखने पर देना पड़ सकता है अपॉइंटमेंट लेटर
घरेलू नौकर या ड्राइवर रखने पर जल्द ही आपको नौकरी के नियम और शर्तों को बताने वाला अपॉइंटमेंट लेटर देना पड़ सकता है। डोमेस्टिक वर्कर्स के अधिकारों की सुरक्षा और उन्हें बेसिक सोशल सिक्यॉरिटी देने के लिए लेबर मिनिस्ट्री ऐसा प्रपोजल तैयार कर रही है।
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया कि यह कदम अन-ऑर्गनाइज्ड सेक्टर को मजबूत करने की इंटरनैशनल लेबर ऑर्गनाइजेशन (आईएलओ) से प्रतिबद्धता के अनुसार उठाया जा रहा है। देश की कुल वर्कफोर्स में अन-ऑर्गनाइज्ड सेक्टर की हिस्सेदारी 93 पर्सेंट की है।
अधिकारी ने कहा, 'आईएलओ की ओर से देश को इनफॉर्मल से फॉर्मल वर्कफोर्स की ओर ले जाने का काफी दबाव है। देश में इनफॉर्मल या अनऑर्गनाइज्ड सेक्टर काफी बड़ा है। इसलिए इसे पूरी तरह फॉर्मल करना संभव नहीं होगा। इस वजह से हमने अन-ऑर्गनाइज्ड सेक्टर को मजबूत करने पर सहमति दी है।'
मिनिस्ट्री के प्रपोजल के मुताबिक, एंप्लॉयर्स के लिए मासिक वेतन पर काम करने वाले सभी घरेलू वर्कर्स को फॉर्मल अपॉइंटमेंट लेटर जारी करना अनिवार्य होगा। अधिकारी ने बताया, 'फॉर्मल अपॉइंटमेंट लेटर जारी करने से यह पक्का होगा कि डोमेस्टिक वर्कर्स को केवल हेल्पर्स के तौर पर न माना जाए बल्कि उन्हें एंप्लॉयड वर्कर्स समझा जाए, जो एंप्लॉयमेंट के साथ मिलने वाले अधिकारों और सम्मान के पात्र हैं।'
डोमेस्टिक वर्कर्स को लेकर कोई भरोसेमंद आंकड़ा उपलब्ध नहीं है। एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि देश में लगभग 50 लाख डोमेस्टिक वर्कर्स हैं। इनके योगदान को अक्सर आर्थिक आंकड़ों में जगह नहीं मिलती। देश में 35 करोड़ अन-ऑर्गनाइज्ड वर्कफोर्स में डोमेस्टिक वर्कर्स की हिस्सेदारी लगभग 1.5 पर्सेंट है। ये वर्कर्स विशेषतौर पर शहरी इलाकों में बच्चों और बुजुर्गों की देखभाल, कुकिंग, ड्राइविंग, क्लीनिंग, ग्रॉसरी शॉपिंग जैसे काम करते हैं।
अपॉइंटमेंट लेटर मिलने से इन वर्कर्स के सामने आने वाली कुछ मुश्किलों को हल किया जा सकेगा। इन वर्कर्स के पास वादे से कम वेतन मिलने की स्थिति में शिकायत करने का कोई जरिया नहीं होता क्योंकि इन्हें लिखित में कुछ नहीं दिया जाता। इनके पास बेसिक हेल्थकेयर, साप्ताहिक छुट्टी, मैटरनिटी लीव जैसी सुविधाएं भी नहीं होतीं। इन्हें कई बार खराब व्यवहार का भी शिकार बनना पड़ता है। इसका विरोध करने पर नौकरी जाने का खतरा भी रहता है।
जानकारों का कहना है कि डोमेस्टिक वर्कर्स के लिए अपॉइंटमेंट लेटर अनिवार्य किए जाने का काफी विरोध हो सकता है। डोमेस्टिक वर्कर्स से जुड़े कुछ कानून देश में मौजूद हैं। इनमें अन-ऑर्गनाइज्ड सोशल सिक्यॉरिटी ऐक्ट, 2008 और सेक्सुअल हैरसमेंट अगेंस्ट विमेन एट वर्कप्लेस (प्रिवेंशन, प्रॉहिबिशन ऐंड रिड्रेसल) एक्ट, 2013 शामिल हैं। इसके साथ ही कई राज्यों में मिनिमम वेजेज शेड्यूल भी हैं, लेकिन अक्सर इन कानूनों का पालन नहीं किया जाता।
ब्रेकिंग। . बाड़मेर जालोर में भारी बरसात और चेतावनी के बाद स्कूल की छूटी घोषित
बाड़मेर/जालोर पिछले तीन दिनों से जिले में चल रही भारी बरसात और अगले चौबीस घंटो में भारी बरसात की चेतावनी के बीच जिला कलेक्टर बाड़मेर जालोर ने एहतियात के तौर पर स्कूल की छुट्टी घोषित की। जिला कलेक्टर मधुसूदन शर्मा और डॉ जीतेन्द्र कुमार सोनी ने एहतियात के तौर पर छुट्टी घोषित की। जिले में बरसात का दौर जारी हैं ,कई गाँव जलमग्न हो गए तो कई गाँवों के मुख्य मार्गो से संपर्क टूट गया। एक दिन का अवकाश घोषित किया हैं
अजमेर एसपी मंथली प्रकरण 16 में से 12 गवाह पलटेअजमेर एसपी मंथली प्रकरण में भ्रष्टाचार निरोधक मामलात की अदालत में शनिवार दो और गवाह अपने बयान से पलट गए। अभियोजन पक्ष के वकील विशेष लोक अभियोजक एस. पी. शर्मा के अनुसार पुष्कर में हैडकांस्टेबल के पद पर कार्यरत रहे गोरधनलाल तथा तत्कालीन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लोकेश सोनवाल के गनमैन के पद पर कार्यरत रहा राकेश कुमार अपने पूर्व के दिए बयानों से पलट गए।अदालत ने उन्हें पक्षद्रोही घोषित किया है। अदालत का समय पूरा होने के कारण एक अन्य गवाह यशपाल के बयान नहीं लिए जा सके। उसे अगली पेशी के लिए पाबंद किया गया। प्रकरण की सुनवाई अब 26 व 27 अगस्त को होगी। प्रकरण मंें अब तक 16 गवाहों के बयान हो चुके हैं इनमें से12 गवाह पक्षद्रोही हो चुके हैं।