मंगलवार, 14 जुलाई 2015

जयपुरबीएड-एमएड की फीस 150 फीसदी बढ़ी



जयपुरबीएड-एमएड की फीस 150 फीसदी बढ़ी


अध्यापक बनने का सपना संजोए अभ्यर्थियों को 150 प्रतिशत राशि ज्यादा खर्च करनी होगी। कुछ समय पहले राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षण परिषद और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने बीएड, बीपीएड, शिक्षा शास्त्री, एमएड और शिक्षाचार्य पाठ्यक्रम की अवधि एक वर्ष से बढ़ा कर दो साल की है। वहीं अब राज्य सरकार ने इन पाठ्यक्रमों का शुल्क बढ़ा दिया है।

इजाफा इसी सत्र से

सोमवार को शासन सचिवालय में फीस निर्धारण समिति की बैठक में शिक्षक पाठ्यक्रमों की फीस करीब 150 फीसदी तक बढ़ाने पर सहमति बनी। वृद्धि सिर्फ सत्र 2015-16 के लिए ही होगी। आगे शुल्क वृद्धि नए सिरे से तय की जाएगी। वर्ष 2007 के बाद यह बढ़ोतरी हुई है। सूत्रों के अनुसार सरकार ने शिक्षण कॉलेजों से फीस निर्धारण के लिए ऑडिटेड बैंलेस शीट मंगाई थी।

पर कुछ ही कॉलेजों ने यह भेजी। लिहाजा राज्य सरकार ने और इंतजार करने के बजाय शैक्षणिक सत्र 2015-16 के लिए यह वृद्धि कर दी है। प्रवेश के लिए हुई पीटीईटी और पीएसएसटी समेत अन्य परीक्षाओं के परिणाम आए, एक महीने से भी अधिक समय बीत चुका है, लेकिन सरकार की ओर से फीस निर्धारण नहीं होने के कारण अभी तक काउंसलिंग का काम अटका हुआ है। प्रदेश के करीब 1000 शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालयों में इस कारण नया सत्र शुरू नहीं हो पाया है।

ऐसे समझें हिसाब

एक वर्षीय बीएड की फीस 22400 रुपए थी। शत प्रतिशत वृद्धि तो दो वर्षीय पाठ्यक्रम होते ही हो गई। फिर सरकार ने 20 फीसदी वृद्धि और कर दी। अत: अब अभ्यर्थियों को 54000 रुपए देने होंगे। तुलनात्मक आधार पर इसमें 140 प्रतिशत वृद्धि आंकी गई है। पहले परीक्षा शुल्क 8000 था। अब 16 हजार हो गया। इस तरह कुल फीस करीब 150 फीसदी बढ़ेगी।

नौकरानी को गर्म छड़ों से दागती थीं पूर्व सांसद की पत्नी



नई दिल्ली। पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी द्वारा अपने नौकरों को पीटे जाने और एक नौकरानी की हत्या के मामले की सुनवाई के दौरान मामले में एक गवाह ने सोमवार को यहां अदालत में बताया कि जागृति दरवाजे के ताले, लोहे की छड़ों और लातों से मारती थी। उसने बताया कि वह उनके शरीर को लोहे की गर्म छड़ों से भी दागती थीं।



नौकरानी को यातना के मामले में अभियोजन पक्ष के गवाह के रूप में गवाही देते हुए 19 वर्षीय रामपाल ने अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश अमित बंसल को बताया कि धनंजय सिंह की पत्नी जागृति सिंह को जल्दी गुस्सा आ जाता था। उसने बताया कि वह छोटी-छोटी बातों पर उसे और अन्य दो घरेलू नौकरों को बुरी तरह से पीटती थीं।



उसने बताया कि उनके घर पर काम करते समय उसे किसी भी प्रकार का मेहनताना नहीं दिया जाता था। अदालत बहुजन समाज पार्टी के नेता के खिलाफ दायर मामले की सुनवाई कर रही थी। उनके ऊपर अपनी नौकरानी को प्रताडि़त करने और उसकी हत्या के मामले में सबूत मिटाने का मामला चल रहा है। उनकी पत्नी जागृति सिंह पर नौकरानी की हत्या का मामला चल रहा है।



रामपाल ने बताया कि उसने सांसद के दक्षिणी दिल्ली स्थित घर में दिसंबर 2012 से काम करना शुरू किया था और उसे इसके लिए मेहनताने के रूप में एक रुपया भी नहीं दिया गया। उसने बताया कि उसी घर में मीना नाम की एक घरेलू सहायिका भी काम करती थी। वहीं राखी उसके काम पर जाने के तीन-चार महीने बाद काम पर आई थी।



गवाह ने अदालत को बताया कि एक अप्रेल 2013 को राखी को खाना बनाने में देरी हो गई थी, जिसके बाद जागृति ने उसकी पिटाई की और उसके बाल काट दिए। उसी दिन जागृति ने उसके (रामपाल) गुप्तांगों में मुक्का और लात मारी।



उसने बताया कि उस दिन के बाद से वह हम तीनों नौकरों को छोटी-छोटी बातों पर हिरण के सींग, लकड़ी की छड़ों से मारा करती थीं और नाखूनों से हमारे चेहरों पर नोचा करती थीं। वह हमारा गला भी दबा दिया करती थीं और यहां तक कि वे हमारे मुंह में ताला डाल दिया करती थीं, जिसके कारण मेरे होठों में चोट आ गई।



रामपाल ने अदालत को बताया कि जब खून निकलने लगा तो, जागृति ने कहा कि खून देखकर दया नहीं आती है, जाओ खून साफ करके आओ। उसने बताया कि जागृति ने एक बार लोहे की छड़ से उसके सिर पर वार किया था। नौकरानी की मौत से 15-20 दिन पहले जागृित से उसे पेट में लोहे की छड़ से दागा था।



रामपाल ने हालांकि अदालत में बताया कि धनंजय सिंह ने उसे नहीं पीटा। अदालत ने इस मामले की अगली सुनवाई 20 जुलाई तक टाल दी है। धनंजय सिंह के खिलाफ केवल सबूतों को मिटाने के आरोप चल रहा है। अन्य सभी आरोपों से अदालत ने उन्हें बरी कर दिया है।

नारी निकेतन का गार्ड हर दिन एक युवती को ले जाता था कमरे में



ग्वालियर। ग्वालियर के नारी निकेतन से बीती रात भागी 15 युवतियों में से सोमवार को एक और युवती नारी निकेतन में वापस लौट आई। इस प्रकार कुल 12 युवातियां लौट आई है।



वापस लौटी युवतियों ने पुलिस के सामने पहुंच कर शिकायत की थी कि नारी निकेतन का गार्ड एक युवती को रोजाना अपने कमरे में ले जाता था। उस घटना को कलेक्टर ने गंभीरता से लेकर तत्काल कार्रवाई की है।



कलेक्टर डॉ. संजय गोयल ने नारी निकेतन के गार्ड के विरूद्ध कार्रवाई की अनुसंशा की है। वहीं पूरे मामले की मप्र की महिला बाल विकास मंत्री माया सिंह ने जांच के निर्देश आयुक्त महिला सशक्तिकरण को दिए हैं। कलेक्टर ने एसडीएम झांसी रोड को घटना की जांच करने को कहा है।



नारी निकेतन से बीती रात भागी 15 में से 11 युवतियां रात को ही वापस लौट आई थीं। वहीं एक और युवती रीनू भी सोमवार को वापस नारी निकेतन पहुंच गई। थाना पुलिस ने युवतियों की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर युवतियों की तलाश शुरू कर दी है।



महिला-बाल विकास मंत्री माया सिंह ने ग्वालियर के नारी निकेतन से महिलाओं के भाग जाने की घटना को गंभीरता से लिया है। उन्होंने आयुक्त महिला सशक्तिकरण को इस घटना की जांच करने के निर्देश दिए हैं। माया सिंह ने कहा है कि यह घटना गंभीर है और इसके कारणों का पता लगना जरूरी है।



उन्होंने आयुक्त महिला सशक्तिकरण कल्पना श्रीवास्तव से कहा है कि वे स्वयं ग्वालियर जाएं और इसकी पूरी जांच कर उन्हें रिपोर्ट सौंपे। रविवार सोमवार की दरम्यानी रात नारी निकेतन से अंतरूवासिनियों के भागने की घटना को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया है।



कलेक्टर डॉ. संजय गोयल ने अपर जिला दण्डाधिकारी शिवराज वर्मा एवं विभागीय अधिकारियो को मौके पर भेजकर इस घटना की जांच कराई है। साथ ही लापरवाह अधिकारी, कर्मचारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई भी की है।



कलेक्टर ने इस पूरी घटना की बारीकी से विस्तृत जांच करने की जिम्मेदारी एसडीएम झांसी रोड को सौंपी है। घटना की जांच के दौरान जिन अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही सामने आई है उनके खिलाफ जिला प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं।



अपर जिला दण्डाधिकारी शिवराज वर्मा ने बताया कि नारी निकेतन की शिक्षिका पार्वती शर्मा को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही अधीनस्थ स्टाफ पर नियंत्रण न होने के कारण नारी निकेतन की प्रभारी अधीक्षिका प्रमोदिनी सक्सेना के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिये कारण बताओ नोटिस जारी कर उनसे यह प्रभार हटाने की कार्रवाई की जा रही है।



इसके अलावा नारी निकेतन की महिला होमगार्ड सैनिक शशि तिवारी व उमेश शर्मा को भी ड्यूटी से हटाकर दोनों के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है। नारी निकेतन में सुरक्षा के लिए दूसरे जवान तैनात कर दिए गए हैं।

6 देशों का दौरा कर स्वदेश लौटे पीएम मोदी



प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 6 देशों का अपना आठ दिवसीय दौरा संपन्न कर सोमवार देर रात करीब पौने डेढ़ बजे स्वदेश लौट आए है। इस दौरान मोदी रूस और मध्य एशिया के पांच देशों के दौरे के अपने आखिरी पड़ाव ताजिकिस्तान से स्वदेश लौटे।



दौरे के दौरान रूस के ऊफा में ब्रिक्स नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकों के साथ और शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में भी मोदी शामिल हुए। इस दौरान भारत को एससीओ का पूर्ण सदस्य बनाया गया।



उफा में मोदी ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मुलाकात की जिसमें दोनों देशों के बीच फिर से वार्ता शुरू करने के अलावा मुंबई आतंकी हमला मामले की सुनवाई को तेज करने का फैसला किया गया।



ऊफा में मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी चिनङ्क्षपग से भी मुलाकात कर द्विपक्षीय मुद्दे पर बातचीत की। प्रधानमंत्री ने ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी से भी मुलाकात कर रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण चाबहार बंदरगाह परियोजना समेत कई मुद्दों पर चर्चा की।



मोदी की छह देशों की यह यात्रा छह जुलाई को उज्बेकिस्तान से शुरू हुई थी और जिसके बाद उन्होंने कजाखस्तान, रूस, तुर्कमेनिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान का दौरा किया।



इस दौरे में प्रधानमंत्री ने मध्य एशियाई देशों से भारत के रिश्तों को मजबूत करने की कोशिश के साथ ऊर्जा, रक्षा और सुरक्षा जैसे क्षेत्र में सहयोग पर जोर दिया। अपनी यात्रा के दौरान मोदी ने इस क्षेत्र के देशों से शिक्षा, संस्कृति और सूचना प्रोद्योगिकी से जुड़े कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए।

नासिक कुंभ मेला शुरु, राजनाथ ने की पूजा-अर्चना



मुंबई।
महाराष्ट्र के नासिक में मंगलवार को कुंभ मेले की शुरुआत हो गई। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने विशेष पूजा- अर्चना कर मेले की औपचारिक शुरुआत की। इससे पहले हजारों की संख्या में साधु संत और आमजन नासिक पहुंच गए हैं और आने वाले दिनों में इनकी संख्या में और इजाफा होगा।



शाही स्नान 29 अगस्त, 13 सितंबर और 18 सितंबर को होगा जबकि त्रयम्बकेश्वर में 29 अगस्त, 13 सिंतबर और 25 सितंबर को होगा। मेले में आने वाले यात्रियों के लिए रेलवे प्रशासन ने नासिक से हावड़ा तक के लिए 12 सुपरफास्ट ट्रेनें चलार्ईं हैं।



रोडवेज प्रशासन ने 3 हजार बसों की व्यवस्था की है। इसक अलावा नासिक में स्थानीय प्रशासन ने 315 एकड़ से अधिक बड़े स्थान पर साधुओं के लिए साधुग्राम तैयार किया है। यहां तंबू लगाए गए हैं और शौचालयों, 24 घंटे पेयजल, एलपीजी सिलेंडरों और बिजली की व्यवस्था की गई है।



वहीं सुरक्षा की दृष्टि से 15 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों को मेला स्थल के आसपास तैनात किया गया है। गौरतलब है कि कुंभ मेले में श्रद्धालु गोदावरी नदी में पवित्र स्नान करते हैं।



नासिक एवं त्रयम्बकेश्वर पुरोहित संघ के अध्यक्ष सतीश शुक्ला और त्रयम्बकेश्वर पुरोहित संघ के अध्यक्ष जयंत शिखर ने बताया कि हर 12 साल के अंतराल पर हिंदू कैलेंडर के मुताबिक माघ माह में जब सूर्य और बृहस्पति एक साथ सिंह राशि में प्रवेश करता है तब नाािस-त्रयम्बकेश्वर में कुभ मेला आयोजित किया जाता है।