मंगलवार, 7 जुलाई 2015

नई दिल्ली।बस में करंट लगने से 15 लोगों की मौत पर राजस्थान सरकार को नोटिस



नई दिल्ली।बस में करंट लगने से 15 लोगों की मौत पर राजस्थान सरकार को नोटिस


राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने राजस्थान के टोंक जिले में एक बस पर बिजली का तार गिरने से 15 लोगों की मौत और 31 के घायल होने पर राज्य के मुख्य सचिव को नोटिस जारी किया है।

आयोग ने इस घटना के बारे में मीडिया में आई रिपोर्ट का संज्ञान लेते हुए मुख्य सचिव को चार सप्ताह में नोटिस का जवाब देने को कहा है।

रिपोर्टों के अनुसार गत 12 जून को टोंक जिले में बारात की एक बस पर हाई वोल्टेज तार गिर गया जिससे पूरी बस में करंट प्रवाहित हो गया और उसमें सवार 15 लोगों की मौत हो गई तथा 31 घायल हो गए।

बस में करीब 50 यात्री सवार थे। आयोग ने कहा है कि हाई वोल्टेज और दूसरी बिजली लाइनों के कारण दुर्घटना रोकना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है।

इस घटना से कई लोगों की जान गई है और कई घायल हुए हैं। यह मानवाधिकार उल्लंघन का गंभीर मामला है। सरकार चार सप्ताह में घटना के बारे में विस्तार से रिपोर्ट दे।

पीलीभीत।युवती ने थाने में की मनचले की जमकर धुनाई, वीडियो हुआ वायरल



पीलीभीत।युवती ने थाने में की मनचले की जमकर धुनाई, वीडियो हुआ वायरल


महिलाओं के खिलाफ दिन पर दिन बढ़ रहे अपराध को रोकने में पुलिस के असफल होने के बाद अब महिलाओं और लड़कियों ने खुद इससे लड़ने की ठान ली है। यूपी के पीलीबीत में ऐसा ही एक वाक्या सामने आया है। यहां एक स्टूडेंट ने छेड़छाड करने वाले लड़के को थाने में जमकर धुना। इस पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से वायरल हो रहा है।

यूपी के पीलीभीत की रहने वाली एक स्टूडेंट ने कमेंट पास करने वाले मनचले से परेशान होकर सबक सिखाने की सोची। युवती ने छेड़छाड़ करने वाले लड़के को पकड़कर पहले तो पुलिस के हवाले किया। फिर अपने परिजनों के साथ थाने पहुंच कर मनचले की जमकर धुनाई की। यहीं नहीं लड़के से अपने पैर छुआ के माफी भी मंगवाई।

पुलिस पूरे प्रकरण में बीच-बचाव कराने की जगह घटना का वीडियो बनाने में लगी रही। अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस मामले की जांच की बात कर रही है।

राष्ट्रीय मरु उद्यान के संबंध में सीमाकंन को लेकर कवायद जैसलमेर अपेक्षा के साथ आशंका भी!

राष्ट्रीय मरु उद्यान के संबंध में सीमाकंन को लेकर कवायद

जैसलमेर अपेक्षा के साथ आशंका भी! 


राष्ट्रीय मरु उद्यान के संबंध में सीमाकंन को लेकर कवायद एक बार फिर शुरू हो गई है। ऐसे में डीएनएपी क्षेत्र को कम करने या फिर स्थान परिवर्तन करने को लेकर आशंकाएं भी हैं और अपेक्षाएं भी। ऐसे में सीमांकन का निर्णय लेने के दौरान जैसलमेर जिले का हित ध्यान में रखने की मांग अब जोर पकडऩे लगी है।

गौरतलब है कि बाड़मेर-जैसलमेर जिलों के सीमावर्ती क्षेत्र में राष्ट्रीय मरु उद्यान नाम से एक वन्य जीव अभयारण्य वर्ष 1980-81 में घोषित हुआ था। यह 3162 वर्ग किमी में फैला है। इस क्षेत्र में 73 राजस्व गांव एवं 200 बड़ी ढाणियां बसी हुई हैं।

आज भी ये क्षेत्र सरकारी रिकार्ड में राजस्व भूमि हैं। राष्ट्रीय मरु उद्यान का क्षेत्र कम करने या पुनर्सीमांकन की मांग स्थानीय जनता की ओर से कई बार उठी है।

कई कमेटियों ने अपना निर्णय दिया है। अंतिम कमेटी ने रणजीतसिंह की अध्यक्षता में वर्ष 2011 में क्षेत्र का निरीक्षण किया था।

उस कमेटी के सभी सदस्य सहमत थे कि गोडावण के संरक्षण के लिए सुदासरी का क्षेत्र जहां गोडावण विद्यमान है, उसे ही राष्ट्रीय मरु उद्यान की सीमा में रखा जाए। गोडावण का ऐसा क्षेत्र रामदेवरा गांव के पास भी है। वहां गोडावण का प्रजनन भी होता है।

यहां आशंका भी

वर्तमान में एक कमेटी ने दुबारा सर्वेक्षण किया है। इसकी रिपोर्ट पर राज्य सरकार को निर्णय करना है। पूर्व विधायक गोवद्र्धन कल्ला बताते हैं कि कमेटी का प्रयोजन केवल बाड़मेर जिले के क्षेत्र को हटा कर जैसलमेर जिले के अन्य क्षेत्र को जोडऩा है।

जो समस्याएं बाड़मेर जिले के क्षेत्र में हैं, वही जैसलमेर जिले के खुहड़ी, म्याजलार क्षेत्र की है, जहां घनी आबादी बसी हुई है। ऐसे में जैसलमेर जिले में अभयारण्य की सीमाएं बढ़ाना जैसलमेर की जनता के साथ अन्याय है।

यह है सुझाव

पूर्व में राज्य सरकार को कमेटियों ने सुझाव दिया था कि राष्ट्रीय मरु उद्यान को जैसलमेर के शाहगढ़ के क्षेत्र में स्थानांतरित किया जा सकता है। उस क्षेत्र की स्थिति वर्तमान अभयारण्य जैसी है। जनसंख्या भी कम है। रणजीतसिंह कमेटी शाहगढ़ क्षेत्र में अफ्रीकन चीते के लिए अभ्यारण बनाना चाहती थी, जिसका क्षेत्रफल 4000 वर्ग किमी था।

सरकार को बताए सुझाव

पूर्व विधायक गोवद्र्धन कल्ला ने इस संबंध में मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित कर अवगत कराया है कि यदि राष्ट्रीय मरु उद्यान के क्षेत्र को नहीं घटाया जा सकता तो इन सुझावों पर गौर किया जा सकता है।

गोडावण पक्षी संरक्षण के सुदासरी के क्षेत्र जो तारबंदी में हैं और अन्य कोई क्षेत्र जहां गोडावण प्रजनन हो रहा हो, उसको मरु उद्यान में रखा जाए।

जैसलमेर जिले के शाहगढ़ में 4000 वर्गकिमी क्षेत्र को जहां पूर्व में अफ्रीकन चीता अभयारण्य बनाने का प्रस्ताव था, उसे राष्ट्रीय मरु उद्यान के लिए सीमांकन कर नवीन अभयारण्य घोषित किया जाए।

राष्ट्रीय मरु उद्यान के लिए निर्धारित शर्तें

1. अभयारण्य का क्षेत्र इंदिरा गांधी नहर के कमांड क्षेत्र से दूर होना चाहिए।

2. क्षेत्र अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र से दूर होना चाहिए।

3. यह अभयारण्य सुरक्षा एजेंसियों के अभ्यास क्षेत्र में नहीं होना चाहिए।

4. क्षेत्र में न्यूनतम जनसंख्या होनी चाहिए।

5. क्षेत्र में थार रेगिस्तान की समानता होनी चाहिए।

6. क्षेत्र में वन्यजीव की बहुतायात होनी चाहिए।

7. क्षेत्र में गोडावण पक्षी का संरक्षण होना चाहिए।

ये थे कमेटी में शामिल

जानकारी के मुताबिक डीएनपी क्षेत्र में हाल ही सर्वे करने पहुंची टीम में एडी. पीसीसीएफ एके उपाध्याय, सीसीएफ गोविन्द सागर भारद्वाज, राज्य बोर्ड सदस्य वन्यजीव विक्रम गरेवाल, राजपालसिंह तंवर, आरएस भंडारी, उप वन संरक्षक वन्यजीव जैसलमेर अनूप केआर शामिल थे।

बड़ीसादड़ी अश्लील वीडियो की धमकी, सहमी छात्रा ने की आत्महत्या



बड़ीसादड़ी अश्लील वीडियो की धमकी, सहमी छात्रा ने की आत्महत्या


स्कूल शिक्षक की ओर से अश्लील वीडियो बनाकर वायरल करने की धमकी से परेशान छात्रा ने रविवार देर रात विषाक्त सेवन कर लिया। उदयपुर में उपचार के उसकी मौत हो गई।

मामले में पुलिस ने स्कूल संचालक और उसके अध्यापक भांजे के खिलाफ मामला दर्ज कर दोनों को हिरासत में लिया है। छात्रा की मौत के बाद परिजनों व गुस्साई भीड़ ने सोमवार दोपहर निजी विद्यालय के बाहर शव रखकर स्कूल में तोडफ़ोड़ की। बाद में दो मोटर साइकिल सहित फर्नीचर को आग लगा दी।

छात्रा का शव लेकर जैसे ही परिजन स्कूल के सामने पहुंचे उग्र भीड़ ने स्कूल में जमकर तोडफ़ोड़ की। फिर भवन एवं फर्नीचर को आग के हवाले कर दिया। स्थिति काबू करने पहुंचे अतिरिक्त पुलिस बल पर भी लोगों ने पथराव किया। वहीं आग बुझाने पहुंचे दमकल वाहन को करीब एक घंटे तक बीच मार्ग में रोके रखा।

विषम हालात में एक बारगी तो विद्यालय स्टाफ को जान बचाने के लाले पड़ गए, लेकिन पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए सभी को एक कमरे में बंद किया और मौका देख सुरक्षित घर पहुंचाया। देर शाम पुलिस ने स्कूल संचालक पूरण गिरी और उसके भांजे पुष्पेंद्र गिरी के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया। साथ ही पूरण व पुष्पेंद्र को हिरासत में भी लिया है।

जानकारी के अनुसार विषाक्त सेवन से हुई मौत के बाद 11वीं कक्षा की छात्रा का शव लेकर परिजन सीधे ही चित्तौडग़ढ़ मार्ग स्थित विवेकानंद सीनियर सैकण्डरी स्कूल पहुंचे। यहां परिजनों एवं उपस्थित अन्य लोगों ने आरोपित देवरी निवासी शिक्षक पुष्पेंद्र गिरी को उनके हवाले करने को कहा। शिक्षक के नहीं मिलने पर भीड़ उग्र हो गई और तोडफ़ोड़ शुरू कर दी।

सूचना पर स्थानीय पुलिस पहुंची, लेकिन बेकाबू भीड़ को काबू नहीं कर सकी। यहां भीड़ ने परिसर में रखी बाइक एवं कार में तोडफ़ोड़ कर आग लगा दी। फिर विद्यालय के कक्षाकक्षा में रखे फर्नीचर को एकत्र कर उसे भी आग के हवाले कर दिया। भीड़ ने कम्प्यूटर कक्ष में तोडफ़ोड़ कर शेष फर्नीचर को चित्तौडग़ढ़ मार्ग में रखकर आग लगा दी। निकुम्भ, डूगंला व मंगलवाड़ थाने से पहुंचे पुलिस बल पर लोगों ने पथराव किया। जवाबी पथराव कर पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर किया। लोगों ने आग बुझाने के लिए आए टैंकर को यहां परिसर में नहीं घुसने दिया। इधर आरोपित शिक्षक मौके से फरार था।

आक्रोशित भीड़ ने यहां सीसीटीवी कैमरों विज्ञान प्रयोगशाला में भी तोड़ फोड़ की। इधर, विद्यालय परिसर में तीसरे माले पर स्थापित छात्रावास में भीड़ पहुंच गई। बाद में उपखण्ड अधिकारी व तहसीलदार ने बच्चों को सुरक्षित किया। गौरतलब है कि ननिहाल में रहकर अध्ययनरत छात्रा ने शिक्षक पुष्पेंद्र पर अश्लील वीडियो बनाने और वायरल करने की धमकी देने का आरोप लगाया था। बाद में उसने विषाक्त सेवन कर लिया।

वीडियो वायरल करने की दे रहा था धमकी, हुई थी शिकायत

पुलिस के अनुसार परिजनों ने जानकारी दी कि आरोपित पुष्पेंद्र गिरी पिछले छह माह से बालिका को परेशान कर रहा था। हाल ही में उसने बालिका को अश्लील वीडियो बनाने और उसे वायरल करने धमकी भी दी थी। इससे बालिका घबरा गई थी।

बालिका ने परिजनों से इसकी शिकायत की थी। परिजनों ने भी इसकी जानकारी स्कूल संचालक पूरण गिरी को दी थी, लेकिन पूरण ने इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की। इससे पुष्पेंद्र के हौसले बढ़ गए और उसने बालिका को ज्यादा परेशान करना शुरू कर दिया। जिससे त्रस्त छात्रा ने आत्महत्या कर ली।

तोडफ़ोड़ आगजनी का मामला दर्ज

रविवार देर रात बड़ीसादड़ी स्थित एक स्कूल में अध्ययनरत बालिका ने विषाक्त पदार्थ का सेवन कर लिया था, जिसके बाद सोमवार को उसकी मौत हो गई। दोपहर को परिजनों व स्थानीय लोगों ने स्कूल के सामने प्रदर्शन किया। इस दौरान स्कूल में तोडफ़ोड़ की गई व आगजनी की घटना भी हुई। परिजन व अन्य लोगों ने स्कूल के एक कर्मचारी पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है।

मामले में संचालक व उसके भांजे पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है। स्कूल संचालक पुलिस हिरासत में है। देर रात अन्य आरोपित को भी पकड़ लिया गया। तोडफ़ोड़ और आगजनी का भी मामला दर्ज किया गया है।

प्रसन्नकुमार खमेसरा, जिला पुलिस अधीक्षक, चित्तौडग़ढ़

पाली आपसी रंजिश में युवक की हत्या



पाली आपसी रंजिश में युवक की हत्या 


शहर के प्रताप नगर क्षेत्र में कुम्हारों की गली के मुहाने पर चार-पांच बाइक पर आए करीब 8-10 हमलावरों ने पुरानी रंजिश के चलते दो भाइयों पर हमला कर दिया। इसमें एक भाई की मौत हो गई और बीच-बचाव करने आया एक अन्य युवक घायल हो गया।

घर से चंद कदम दूर हुई इस वारदात से सनसनी फैल गई। पुलिस मौके पर पहुंची और वारदात स्थल से साक्ष्य लिए हैं। थाना प्रभारी नरेन्द्र शर्मा ने बताया कि प्रताप नगर निवासी सोहनलाल पुत्र पन्नाजी भाट की कुछ युवकों से रंजिश चल रही थी। इसी के चलते कुछ युवक बाइक पर सवार होक र आए और सोहनलाल को तलाश किया। लेकिन घर के बाहर उसका भाई महेन्द्र खड़ा था।

जिस पर तलवारों से हमला कर दिया। इस हमले को देख थोड़ी दूर खड़ा राकेश पुत्र खीमाराम माली बीच-बचाव करने आया, लेकिन हमलावरों ने उस पर भी चाकू से हमला कर दिया। इसके बाद हमलावर वहां से भाग गए। आस-पास के लोगों ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया, जहां महेन्द्र की मौत हो गई। वहीं घायल राकेश को जोधपुर रैफर किया गया। पुलिस ने मौका तस्दीक की और आरोपितों की तलाश शुरू की। देर रात को दो युवकों को हिरासत में भी लिया गया है।

घर से महज चंद कदम दूर वारदात

यह वारदात जहां हुई, वहां से मात्र चंद कदम दूर ही मृतक का घर था। बताया जाता है कि मृतक को हमलावर घर से लेकर बुलाकर लाए और तलवारों से उस पर हमला कर दिया। एक तलवार उसके सिर पर लगी, जिससे वह घायल हो गया और यही उसकी मौत का कारण बनी।

छह जनों पर लगाया आरोप

मृतक के भाई सोहनलाल ने पुलिस को रिपोर्ट दी कि इस वारदात को अंजाम देने के पीछे महेश हरिजन, करण मेघवाल, रज्जाक, फिरोज, मुकेश खान सिंधी और जसराज हरिजन का हाथ है। देर रात एक बजे इस संबंध में रिपोर्ट दर्ज की गई। पुलिस ने देर रात दो जनों को हिरासत में भी लिया, लेकिन उनके नामों का खुलासा नहीं हो पाया है।

पहले साथ थी बैठक

स्थानीय लोगों ने बताया कि मृतक महेन्द्र के भाई सोहनलाल की आरोपितों के साथ ही बैठक थी, लेकिन बीते दिनों किसी बात को लेकर रंजिश हो गई थी। इसके बाद से सोहन का आरोपितों से झगड़ा होता था। कई बार महेन्द्र ने झगड़े में बीच-बचाव कर छुड़वाया था। सोमवार को भी सोहन और आरोपितों में झगड़ा हुआ, जिसे छुड़वाने के लिए महेन्द्र ने कुछ बोल दिया। जिससे महेन्द्र हमलावरों की नजरों में चढ़ गया। इसके बाद हथियारों से लैस होकर आए हमलावरों ने पहले सोहन को ढूंढा, लेकिन उसके नहीं मिलने पर महेन्द्र पर वार कर दिए।

आपराधिक प्रवृत्ति के आरोपित

वारदात की सूचना मिलते ही शहर वृताधिकारी रामदेव जलवानिया मय जाप्ता मौके पर पहुंचे। बताया जाता है कि आरोपित आपराधिक प्रवृत्ति के हैं और उनके खिलाफ पूर्व में कई मामले और वारंट भी जारी हो रखे हैं। लेकिन पुलिस की निष्क्रियता से वे पकड़े नहीं गए थे। इस बात से नाराज होकर जलवानिया ने थानाप्रभारी और जवानों को खरी-खरी भी सुनाई। रात दो बजे तक पुलिस अधिकारी हिरासत में लिए गए दो जनों से पूछताछ में जुटे हुए थे।