रविवार, 5 जुलाई 2015

तंत्र विद्या के नाम पर की थी बहू की हत्या, ससुर को आजीवन कारावास

तंत्र विद्या के नाम पर की थी बहू की हत्या, ससुर को आजीवन कारावास

हनुमानगढ़ भूत निकालने के नाम पर विवाहिता की पीट-पीट कर हत्या करने के बहुचर्चित मामले में शनिवार को एडीजे द्वितीय दयाराम गोदारा ने मृतका के ससुर को दोषी करार देते हुए आजीवन कठोर कारावास की सजा सुनाई। उस पर पांच हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया, जो अदा नहीं करने पर उसे दो माह का अतिरिक्त कारावास भुगतना होगा।

न्यायालय ने मृतका के ससुर को साक्ष्य मिटाने का दोषी भी माना है। राज्य सरकार की ओर से मामले की पैरवी एपीपी द्वितीय सुमन झोरड़ ने की। प्रकरण के अनुसार रोशनलाल निवासी खैरुवाला ने 18 सितम्बर 2011 को पीलीबंगा थाने में मामला दर्ज कराया कि उसकी बहन विमला देवी की 16 सितम्बर को ससुर रामस्वरूप पुत्र नंदराम बावरी निवासी माणक थेड़ी ने पीट-पीट कर हत्या कर दी। आरोपी ससुर से जब मृतका के पीहर पक्ष ने घटना का कारण पूछा तो बताया कि वह तंत्र विद्या से विमला का भूत निकाल रहा था। इसलिए उसकी पिटाई की।

पिटाई, भूख-प्यास आदि यातनाओं से विमला की मौत हो गई। आरोपी ने घटना के बाद मौके से साक्ष्य मिटाने का भी प्रयास किया। पुलिस ने मामले की जांच कर न्यायालय में चालान पेश किया। प्रकरण की सुनवाई के बाद न्यायालय ने रामस्वरूप को आईपीसी की धारा 302 तथा 201 का दोषी माना। धारा 302 के तहत उसे आजीवन कारावास, पांच हजार रुपए जुर्माना तथा जुर्माना अदा नहीं करने पर दो माह के अतिरिक्त कारावास की सजा सुनाई गई। जबकि धारा 201 के तहत पांच वर्ष के कठोर करावास, दो हजार रुपए जुर्माने तथा जुर्माना अदा नहीं करने पर एक माह के अतिरिक्त कारावास की सजा सुनाई गई है। दोनों सजाएं साथ-साथ चलेंगी। महावीर सिंह से विमला देवी का विवाह एक सितम्बर 2011 को हुआ था। शादी के महज 15 दिन बाद ही ससुर ने तंत्र विद्या के नाम पर उसकी हत्या कर दी। मृतका के पीहर पक्ष ने केवल ससुर रामस्वरूप के खिलाफ ही हत्या का मामला दर्ज करवाया।

न्यायालय ने भी यह माना कि पीहर पक्ष अगर रंजिशवश मामला दर्ज कराता तो ससुराल पक्ष के अन्य लोगों पर भी आरोप लगा सकता था। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। इससे मामले की जांच की दिशा नहीं भटकी।

BSNL का ग्राहकों को तोहफा, बिना अकाउंट करो पैसा ट्रांसफर

BSNL का ग्राहकों को तोहफा, बिना अकाउंट करो पैसा ट्रांसफर

देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल ने शुक्रवार को मनी ट्रांसफर के लिए प्रीपेड कार्ड आधारित माेबाइल वॉलेट सेवा की शुरूआत की।



वॉलेट सेवा के जरिए उपभोक्ता एक लाख रुपए तक की रकम लोड करके देश के दूर दराज के किसी भी हिस्से में भेज सकेंगे। स्पीड पे से वे इतनी ही रकम की सेवा या प्रोडक्ट का देश में कहीं पर भी भुगतान कर सकेंगे।



इसके लिए बैंक अकाउंट की बाध्यता भी नहीं होगी। यह पैसा वह बीएसएनएल के आउटलेट्स के जरिए निकाल सकेंगे। अगर उनके पास बैंक खाता होगा तो वह खाते के जरिए निकासी कर सकेंगे।



साधारण उपभोक्ता रोजाना 5 हजार रुपए तक की रकम की निकासी कर सकेंगे जबकि केवार्इसी उपभोक्ताआें के लिए यह लिमिट एक लाख तक की होगी।



दूर संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद की मौजूदगी में यह सेवा शुक्रवार को लांच की गई। यह सेवा कर्नाटक, केरल आैर तमिलनाडू में सितंबर के अंत तक शुरू हो जाएगी।



कैसे काम करेगी वाॅलेट सेवा?



वाॅलेट सेवा में पैसे भेजने वाले उपभोक्ता को बीएसएनएल के आउटलेट पर जाकर मोबाइल पर रीचार्ज कराना होगा।



उपभोक्ता इसे किसी खाते पर भी अपलोड करा सकता है। अगर खाता नहीं है तो वह जहां पैसे भेजे जाने हैं वहां की बीएसएनएल शाखा या बीएसएनएल आउटलेट से इस पैसे को हासिल किया जा सकता है।



बीएसएनएल ने इसके लिए आईटी कंपनी पिरो के साथ करार किया है। फिलहाल ट्रांजेक्शन चार्ज के रूप में एक फीसदी की रकम देनी होगी।







पिरो ने स्पीड पे के लिए वीजा के साथ साझेदारी की है। इसके जरिए डेबिट और क्रेडिट कार्ड की तरह वस्तु और सेवा की खरीददारी तेजी से की जा सकेगी।



यह सेवा देने के लिए पिरो ने आंध्रा और कॉरपोरेशन बैंक के साथ करार किया है। जबकि पीएनबी और बैंक आफ इंडिया से उनकी बातचीत चल रही है।



बीएसएनएल बज के जरिए करिये मनोरंजन



बीएसएनएल ने मनोरंजन सेवा बीएसएनएल बज की भी शुरूआत की। इसके तहत उपभोक्ता महज दस रुपए में स्मार्ट फोन पर न्यूज, जोक्स आदि सेवाओं का आनंद ले सकेंगे।



यह सेवा हिंदी, अंग्रेजी, बंगाली, तमिल, मलयालम, कन्नड़, और तेलुगू में मौजूद होगी।







अब मिलेगी फ्री रोमिंग सुविधा



दूरसंचार कंपनियों द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (एमएनपी) शुरू किए जाने के बाद देश के टेलीकॉम सेक्टर में अगला बड़ा बदलाव पूरे ग्राहकों को देश में मुफ्त रोमिंग की सुविधा दिए जाने का हो सकता है।



फ्री रोमिंग में दूसरे टेलीकॉम सेक्टर में होने पर फ्री इनकमिंग और बिना किसी अतिरिक्त लागत के कॉल करने (आउट गोइंग) की सुविधा मिलने लगेगी।



इस साल दिसंबर से सेवाएं शुरू करने की तैयारी में जुटी मुकेश अंबानी की अगुवाई वाले रिलायंस समूह की टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जिओ के बाजार में उतरने साथ ही टेलीकॉम सेक्टर के कदम फ्री रोमिंग की ओर बढ़ने की उम्मीद की जा रही है।



माना जा रहा है कि रिलायंस जिओ के मैदान में उतरने के साथ ही देश के टेलीकॉम बाजार में काफी बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे, जो इस सेक्टर की दशा-दिशा को बदल कर रख देंगे।



बाजार के बदले हुए समीकरणों के बीच कई छोटी टेलीकॉम कंपनियों के मैदान से बाहर हो जाने की आशंका भी जताई जा रही है।

बधाई हो ! मुन्ना हुआ मगर फुटपाथ पर....

बधाई हो ! मुन्ना हुआ मगर फुटपाथ पर....

हरदोई केंद्र सरकार हो या प्रदेश सरकार कोई भी जनकल्याण की योजना लागू कर दे मगर वह लोगों को मिलेगी इसकी हमारे देश में गारंटी नहीं है और न कोई गारंटी लेने वाला है।

खासतौर से स्वास्थ विभाग तो खुद अपने जिम्मेदारों की करतूतों से बीमार है। यहां कर्मचारी सरकारी नौकरी करते हुए निजी अस्पतालों के लिए काम करते हैं। जननी सुरक्षा योजना के लिए अस्पतालों को दी गई 102 एम्बुलेंस का लाभ अधिकतर गर्भवती महिलाओं को मिल ही नहीं रहा है।

ज्यादातर आशाओं के जरिये आने वाली 102 एम्बुलेंस प्रसव पीडि़त तक पहुंचती ही नहीं या पहुंचने से पहले ही प्रसव के दौरान सरकारी अस्पताल में होने वाली तमाम दुश्वारियां को गिनाते हुए इतना भयभीत कर दिया जाता है कि प्रसव पीडि़त 102 पर बैठने की हिम्मत नहीं जुटा पाती इसके बाद उसे निजी नर्सिंग होम की खूबियों का बखान किया जाता है, ऐेसे में दर्द से करा रही महिला के परिजन नर्सिंग होम का रुख करने को मजबूर हो जाते हैं।

हरदोई की तहसील संडीला में सड़क किनारे फुटपाथ पर हुए प्रसव का सामने आया एक मामला है। दरअसल उन्नाव जनपद के बांगरमऊ इलाके के शीतल गंज के रहने वाले हनीफ की पत्नी खुशबू को शनिवार भोर में जबरदस्त प्रसव पीड़ा हुई तमाम फोन और प्रयासों के बाद भी न कोई आशा न ही 102 उसके घर पहुंची। काफी इंतजार के बाद महिला को तड़पता देख परिजन आनन फानन में उसे लेकर बांगरमऊ सीएचसी पहुंचे।

वहां मौजूद चिकित्सकों ने उसका परीक्षण किया आशा और एनम ने बताया कि प्रसव सामान्य नहीं हो पाएगा। गर्भस्थ शिशु फंसा हुआ है तथा महिला की भी हालत ठीक नहीं है। कर्मचारियों की बात से परिजन भयभीत हो उठे तब कर्मचारियों ने स्थानीय नर्सिंग होम ले जाने की नेक सलाह दे डाली। प्रसव पीडि़ता की चिंता में डूबे भयभीत परिवार वाले आनन फानन में वाहन से उसे संडीला ले आए।

एक नर्सिंग होम के पास ही प्रसव पीड़ा इस कदर बढ़ गई कि साथ में आई महिलाओं ने सड़क किनारे फुटपाथ पर ही चादर तान दी। आखिरकार थोड़ी मशक्कत के बाद सड़क किनारे ही फुटपाथ पर मुन्ने की किलकारी गूंज गई। तब जाकर परिजनों ने राहत की सांस ली और स्वास्थ्य सेवाओं को कोसते हुए चंद मिनट बाद ही खुशी-खुशी वापस लौट गए।

ट्विटर बम: राष्ट्रपति भवन ने दर्ज कराई ललित मोदी के खिलाफ शिकायत

ट्विटर बम: राष्ट्रपति भवन ने दर्ज कराई ललित मोदी के खिलाफ शिकायत

ट्विटर पर एक के बाद एक नए खुलासे कर नेताओं के लिए परेशानी खड़ी करने वाले आईपीएल के पूर्व कमिश्रर ललित मोदी की मुश्किलें बढ़ सकती है, क्योंकि अब एक ट्वीट को लेकर राष्ट्रपति भवन ने ललित मोदी केे खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।

एक अंग्रेजी अखबार की खबर के मुताबिक राष्ट्रपति भवन ने 23 जून के ललित मोदी के उस ट्वीट को गंभीरता से लिया है जिसमें उन्होंने राष्ट्रपति के सेक्रटरी ओमिता पॉल का जिक्र किया था।

इस संबंध में राष्ट्रपति भवन ने उस ट्वीट की एक कॉपी अटैच कर दिल्ली पुलिस को औपचारिक शिकायत भेज दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक शिकायत पर राष्ट्रपति भवन के एक अधिकारी के दस्तख्त है। जिसमें दिल्ली पुलिस से मामले में उचित कार्रवाई करने की मांग की गई है।

इससे पहले भी राष्ट्रपति भवन ने ललित मोदी के ट्वीट को आधारहीन और दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया था। वहीं दूसरी ओर दिल्ली पुलिस ने भी राष्ट्रपति भवन की ओर से की गई शिकायत की पुष्टि की है।

गौरतलब है कि यूके के अधिकारियों के समक्ष ललित मोदी ने आरोप लगाया था कि वित्त मंत्री रहते हुए प्रणब मुखर्जी ने उनके पीछे ईडी को लगा दिया था, क्योंकि आईपीएल की कोच्चि टीम में सुनंदा पुष्कर की हिस्सेदारी को लेकर ललित मोदी के खुलासे के के बाद शशि थरूर को अपना मंत्री पद गंवाना पड़ा था।

अब उमड़ा RSS का मुस्लिम प्रेम, पहली बार दी इफ्तार पार्टी



प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मुस्लिमों को करीब लाने के बाद अब मुस्लिमों के बीच अपनी छवि सुधारने की कोशिशों में जुटे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने रमजान के मौके पर पहली बार इफ्तार पार्टी कर सभी चौका दिया।

आरएसएस के अग्रिम संगठन 'मुस्लिम राष्ट्रीय मंच' की ओर से शनिवार को आयोजित इफ्तार पार्टी में 70 मुस्लिम देशों के राजदूतों के साथ ही बीजेपी के मंत्रियों और नेताओं को भी न्योता दिया गया था।

पार्लियामेंट एनेक्सी में आयोजित इस कार्यक्रम राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के प्रमुख इंद्रेश कुमार ने कहा कि हिंदू संगठन केे मुस्लिम विंग के जरिए लोगों के बीच ये संदेश दिया जा रहा है कि हमारे लिए सभी धर्म समान महत्व रखते हैं।

इंद्रेश ने कहा कि किसी भी धर्म के लोगोंं को दूसरे के धर्म और भावनाओं का सम्मान करना चाहिए और अलगाववाद का रास्ता बिल्कुल नहीं अपनाना चाहिए। इंद्रेश कुमार ने कुरान में लिखे शांति और सदभावना के संदेश को भी दोहराया।