एएसआई के बाद सिपाही ने भी किया सुसाइड
अलवर। राजस्थान पुलिस के अलवर एसपी ऑफिस में तैनात एएसआई परमेश्वर दयाल गुर्जर की संदिग्ध परिस्थितियों में आत्महत्या के बाद उसी ऑफिस के एक सिपाही ने भी सुसाइड कर लिया है। एक ही दिन में दो पुलिसवालों की इस कदर मौत के बाद एसपी ऑफिस के माहौल के साथ-साथ कई अन्य सवाल उठ रहे हैं। बता दें कि अलवर शहर के इस मामले में एएसआई और सिपाही दोनों के ही आत्महत्या के कारणों का कोई पता नहीं चला है।
पुलिस के अनुसार एसपी ऑफिस में तैनात कांस्टेबल प्रशांत कुमार ने बुधवार को अज्ञात कारणों के चलते विषाक्त पदार्थ खाकर आत्महत्या का प्रयास किया। जिसे गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया। जहां देर रात उसने दम तोड दिया। प्रशांत एसपी ऑफिस अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुख्यालय शिवराज मीणा के अधीन तैनात था। यह मृतक ट्रैफिक इंस्पेक्टर नर्बदा शंकर का बेटा था।
इससे पहले सदर थाना क्षेत्र के अन्तर्गत करीरिया में अपनी कथित मौसी के घर आए एएसआई परमेश्वर दयाल गुर्जर ने फांसी लगाकर बुधवार को आत्महत्या कर ली। अलवर शहर के दिल्ली दरवाजा निवासी यह एएसआई भी एसपी ऑफिस के स्पेशल ब्रांच में तैनात था। पुलिस इस आत्महत्या को संदिग्ध मानते हुए जांच कर रही है। क्योंकि फांसी लगाने के वक्त जो स्थितियां थी वह संदिग्ध थी।
गुरुवार, 23 मई 2013
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एक ओर पाकिस्तानी जासूस गिरफ्तार
एक ओर पाकिस्तानी जासूस गिरफ्तार
जयपुर। राजधानी में गिरफ्तार हुए जासूस प्रकरण में केंद्रीय खुफिया एजेंसी ने दार्जिलिंग से एक और पाकिस्तानी जासूस को गिरफ्तार किया है। एजेंसियां दार्जिलिंग और सिलीगुड़ी क्षेत्र से अभी तार चार पाकिस्तानी जासूसां को गिरफ्तार कर चुकी है।
कुछ और जासूसों की तलाश जारी है। प्रदेश खुफिया पुलिस के मुखिया दलपत सिंह दिनकर ने बताया कि दार्जलिंग और सिलीगुड़ी क्षेत्र से गिरफ्तार चारों पाकिस्तानी जासूसों से एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं। आवश्यकता पड़ने पर चारों जासूस को प्रोडक्शन वारंट पर पूछताछ के लिए जयपुर लाया जाएगा।
दिनकर ने बताया कि जयपुर से गिरफ्तार जासूस बीके सिन्हा की जानकारी पर ही एक्स आर्मी पर्सन धन्नकुमार प्रधान और उसके सहयोगी मेहसारिया उर्फ मनोज तथा मदन बहादुर को गिरफ्तार किया गया। इनकी सूचना पर ही एक अन्य जासूस गोपाल विश्वकर्मा को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
जयपुर। राजधानी में गिरफ्तार हुए जासूस प्रकरण में केंद्रीय खुफिया एजेंसी ने दार्जिलिंग से एक और पाकिस्तानी जासूस को गिरफ्तार किया है। एजेंसियां दार्जिलिंग और सिलीगुड़ी क्षेत्र से अभी तार चार पाकिस्तानी जासूसां को गिरफ्तार कर चुकी है।
कुछ और जासूसों की तलाश जारी है। प्रदेश खुफिया पुलिस के मुखिया दलपत सिंह दिनकर ने बताया कि दार्जलिंग और सिलीगुड़ी क्षेत्र से गिरफ्तार चारों पाकिस्तानी जासूसों से एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं। आवश्यकता पड़ने पर चारों जासूस को प्रोडक्शन वारंट पर पूछताछ के लिए जयपुर लाया जाएगा।
दिनकर ने बताया कि जयपुर से गिरफ्तार जासूस बीके सिन्हा की जानकारी पर ही एक्स आर्मी पर्सन धन्नकुमार प्रधान और उसके सहयोगी मेहसारिया उर्फ मनोज तथा मदन बहादुर को गिरफ्तार किया गया। इनकी सूचना पर ही एक अन्य जासूस गोपाल विश्वकर्मा को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
महिला अधिकारी के गर्भ में मूर्ति का बच्चा!
महिला अधिकारी के गर्भ में मूर्ति का बच्चा!
बेंगलूरू। आई टी कंपनी आई गेट के बर्खास्त सीईओ फणीश मूर्ति के खिलाफ कोर्ट में यौन उत्पीड़न का केस चलेगा। कंपनी की एक महिला अधिकारी ने आरोप लगाया है कि वह मूर्ति (49) के बच्चे की मां बनने वाली है। इस महिलाकर्मी की लॉ फर्म ने एक प्रेस रिलीज में यह बात कही है।
उल्लेखनीय है कि कंपनी ने मूर्ति को इसलिए निकाल दिया कि अपने अधीन कार्य करने वाली एक महिला के साथ संबंध होने के बारे में उन्होंने संस्थान को सूचित नहीं किया। यह दूसरी बार है कि मूर्ति यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे हैं।
एक ऑडियो कॉन्फ्रेंस में मूर्ति ने कहा था,मैंने कंपनी की किसी नीति का उल्लंघन नहीं किया है। इस अधिनस्त महिला अधिकारी ने मूर्ति पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। मूर्ति भारत के जाने माने आईटी एक्जेक्यूटिव हैं।
कैनिफोर्निया की इस लॉ फर्म एमान-स्मिथ एंड मार्सी ने कहा है कि यह महिला गर्भवती है। वह मूर्ति के बच्चे की मां बनने वाली है। इस बात का पता चलने पर मूर्ति ने उस पर अबोर्शन का दबाव डाला। इनकार करने पर मूर्ति ने महिला को कंपनी छोड़कर जाने को कहा।
विज्ञप्ति में कहा गया है - सुपरवाइजर की हैसियत से मूर्ति ने महिला की निजी जिंदगी में जगह बना ली। चूंकि मूर्ति नियोक्ता थे इसलिए वे अपने असर से महिला की निजी जिंदगी में दखल देते रहे। किसी भी कंपनी का सीईओ अपने सबोर्डिनेट्स पर आर्थिक व निजी तौर पर काफी ताकतवर होता है। ऎसा ही मूर्ति के मामले में भी था। महिला भी अपने रोजगार व रोजमर्रा के खर्चो की पूर्ति के लिए मूर्ति पर निर्भर थी। जब महिला ने इस संबंध से बाहर आना चाहा तो मूर्ति ने उसे नौकरी से निकाल देने की धमकी दी।
एमान-स्मिथ एंड मार्सी ने कहा कि वह आई गेट के खिलाफ भी कार्रवाई करेगी। कैनिफोर्निया कानून के अनुसार चूंकि मूर्ति आई गेट में अधिकारी थे इसलिए उनके द्वारा किए गए काम आई गेट द्वारा उठाए गए कदम ही माने जाएंगे।
इससे पहले मूर्ति ने कहा बिना किसी संशय के यह फिरौती का मामला है। जिस वकील ने इस महिला का 2002 में केस लड़ा वही वकील फिर इसी महिला का केस लड़ रहा है। आप इसका मतलब समझ सकते हैं। मूर्ति ने कहा,जहां तक एक महिला से संबंध की बात है तो इस बारे में मैंने कंपनी को बता दिया था। 2002 के मामले का इस मामले से कोई संबंध नहीं है।
मूर्ति को 2002 में इनफोसिस छोड़नी पड़ी थी। मूर्ति की पर्सनल सेक्रेटरी ने उन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। इस मामले में तीन मई 2003 को कोर्ट के बाहर तीस लाख डालर में समझौता किया गया था।
अमरीका की इस कंपनी के काफी बड़ी संख्या में कर्मचारी भारत में कार्यरत हैं। कंपनी केलिफोर्निया के फ्रीमोंट में स्थित है। कंपनी ने गरहार्ड वाजिंगर को अंतरिम मुख्य कार्यकारी नियुक्त किया था। कंपनी ने बयान जारी कर कहा था - बोर्ड ने यह कार्रवाई इस मामले में जांच के बाद की है। मूर्ति का उनके अधीन काम करने वाली एक महिला का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगा था। इंफोसिस छोड़ने के बाद मूर्ति ने एक कंपनी का गठन किया था जिसे आईगेट ने खरीद लिया था।
बेंगलूरू। आई टी कंपनी आई गेट के बर्खास्त सीईओ फणीश मूर्ति के खिलाफ कोर्ट में यौन उत्पीड़न का केस चलेगा। कंपनी की एक महिला अधिकारी ने आरोप लगाया है कि वह मूर्ति (49) के बच्चे की मां बनने वाली है। इस महिलाकर्मी की लॉ फर्म ने एक प्रेस रिलीज में यह बात कही है।
उल्लेखनीय है कि कंपनी ने मूर्ति को इसलिए निकाल दिया कि अपने अधीन कार्य करने वाली एक महिला के साथ संबंध होने के बारे में उन्होंने संस्थान को सूचित नहीं किया। यह दूसरी बार है कि मूर्ति यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे हैं।
एक ऑडियो कॉन्फ्रेंस में मूर्ति ने कहा था,मैंने कंपनी की किसी नीति का उल्लंघन नहीं किया है। इस अधिनस्त महिला अधिकारी ने मूर्ति पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। मूर्ति भारत के जाने माने आईटी एक्जेक्यूटिव हैं।
कैनिफोर्निया की इस लॉ फर्म एमान-स्मिथ एंड मार्सी ने कहा है कि यह महिला गर्भवती है। वह मूर्ति के बच्चे की मां बनने वाली है। इस बात का पता चलने पर मूर्ति ने उस पर अबोर्शन का दबाव डाला। इनकार करने पर मूर्ति ने महिला को कंपनी छोड़कर जाने को कहा।
विज्ञप्ति में कहा गया है - सुपरवाइजर की हैसियत से मूर्ति ने महिला की निजी जिंदगी में जगह बना ली। चूंकि मूर्ति नियोक्ता थे इसलिए वे अपने असर से महिला की निजी जिंदगी में दखल देते रहे। किसी भी कंपनी का सीईओ अपने सबोर्डिनेट्स पर आर्थिक व निजी तौर पर काफी ताकतवर होता है। ऎसा ही मूर्ति के मामले में भी था। महिला भी अपने रोजगार व रोजमर्रा के खर्चो की पूर्ति के लिए मूर्ति पर निर्भर थी। जब महिला ने इस संबंध से बाहर आना चाहा तो मूर्ति ने उसे नौकरी से निकाल देने की धमकी दी।
एमान-स्मिथ एंड मार्सी ने कहा कि वह आई गेट के खिलाफ भी कार्रवाई करेगी। कैनिफोर्निया कानून के अनुसार चूंकि मूर्ति आई गेट में अधिकारी थे इसलिए उनके द्वारा किए गए काम आई गेट द्वारा उठाए गए कदम ही माने जाएंगे।
इससे पहले मूर्ति ने कहा बिना किसी संशय के यह फिरौती का मामला है। जिस वकील ने इस महिला का 2002 में केस लड़ा वही वकील फिर इसी महिला का केस लड़ रहा है। आप इसका मतलब समझ सकते हैं। मूर्ति ने कहा,जहां तक एक महिला से संबंध की बात है तो इस बारे में मैंने कंपनी को बता दिया था। 2002 के मामले का इस मामले से कोई संबंध नहीं है।
मूर्ति को 2002 में इनफोसिस छोड़नी पड़ी थी। मूर्ति की पर्सनल सेक्रेटरी ने उन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। इस मामले में तीन मई 2003 को कोर्ट के बाहर तीस लाख डालर में समझौता किया गया था।
अमरीका की इस कंपनी के काफी बड़ी संख्या में कर्मचारी भारत में कार्यरत हैं। कंपनी केलिफोर्निया के फ्रीमोंट में स्थित है। कंपनी ने गरहार्ड वाजिंगर को अंतरिम मुख्य कार्यकारी नियुक्त किया था। कंपनी ने बयान जारी कर कहा था - बोर्ड ने यह कार्रवाई इस मामले में जांच के बाद की है। मूर्ति का उनके अधीन काम करने वाली एक महिला का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगा था। इंफोसिस छोड़ने के बाद मूर्ति ने एक कंपनी का गठन किया था जिसे आईगेट ने खरीद लिया था।
पत्नी ने लगाई फांसी, पति वेबकैम पर देखता रह गया
मुंबई: मुंबई में जुहू इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जब एक महिला ने उस समय फांसी लगा ली, जब वह अपने पति से वेबकैम पर चैट कर रही थी, और पति देखता रह गया।
बताया गया है कि नेहरू नगर की झुग्गियों में रहने वाली 27-वर्षीय शोभना और उसके पति स्वप्निल बुधवार शाम को आपस में वेबकैम पर चैट कर रहे थे और देखते ही देखते शोभना ने पंखे से लटककर जान दे दी। स्वप्निल ने तुरन्त शोभना की बहन को इसकी सूचना दी, लेकिन जब तक वह पहुंची, काफी देर हो चुकी थी।
दरअसल, शोभना और स्वप्निल ने वर्ष 2012 में परिवार वालों से छिपकर कोर्ट में शादी कर ली थी, लेकिन वह अपने मां-बाप के घर में रहती रही। बाद में घरवालों को पता चल गया और उसके बाद दोनों के परिजनों ने सबके सामने दोबारा शादी करने के लिए रजामंदी दे दी, लेकिन आरोप है कि इसके बाद लड़के वालों ने दहेज मांगना शुरू कर दिया, जिससे तनाव पैदा हो गया। जुहू पुलिस ने फिलहाल खुदकुशी का मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है। पुलिस ने शोभना का लैपटॉप जांच के लिए जब्त कर लिया है।
बताया गया है कि नेहरू नगर की झुग्गियों में रहने वाली 27-वर्षीय शोभना और उसके पति स्वप्निल बुधवार शाम को आपस में वेबकैम पर चैट कर रहे थे और देखते ही देखते शोभना ने पंखे से लटककर जान दे दी। स्वप्निल ने तुरन्त शोभना की बहन को इसकी सूचना दी, लेकिन जब तक वह पहुंची, काफी देर हो चुकी थी।
दरअसल, शोभना और स्वप्निल ने वर्ष 2012 में परिवार वालों से छिपकर कोर्ट में शादी कर ली थी, लेकिन वह अपने मां-बाप के घर में रहती रही। बाद में घरवालों को पता चल गया और उसके बाद दोनों के परिजनों ने सबके सामने दोबारा शादी करने के लिए रजामंदी दे दी, लेकिन आरोप है कि इसके बाद लड़के वालों ने दहेज मांगना शुरू कर दिया, जिससे तनाव पैदा हो गया। जुहू पुलिस ने फिलहाल खुदकुशी का मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है। पुलिस ने शोभना का लैपटॉप जांच के लिए जब्त कर लिया है।
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