महिला अधिकारी के गर्भ में मूर्ति का बच्चा!
बेंगलूरू। आई टी कंपनी आई गेट के बर्खास्त सीईओ फणीश मूर्ति के खिलाफ कोर्ट में यौन उत्पीड़न का केस चलेगा। कंपनी की एक महिला अधिकारी ने आरोप लगाया है कि वह मूर्ति (49) के बच्चे की मां बनने वाली है। इस महिलाकर्मी की लॉ फर्म ने एक प्रेस रिलीज में यह बात कही है।
उल्लेखनीय है कि कंपनी ने मूर्ति को इसलिए निकाल दिया कि अपने अधीन कार्य करने वाली एक महिला के साथ संबंध होने के बारे में उन्होंने संस्थान को सूचित नहीं किया। यह दूसरी बार है कि मूर्ति यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे हैं।
एक ऑडियो कॉन्फ्रेंस में मूर्ति ने कहा था,मैंने कंपनी की किसी नीति का उल्लंघन नहीं किया है। इस अधिनस्त महिला अधिकारी ने मूर्ति पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। मूर्ति भारत के जाने माने आईटी एक्जेक्यूटिव हैं।
कैनिफोर्निया की इस लॉ फर्म एमान-स्मिथ एंड मार्सी ने कहा है कि यह महिला गर्भवती है। वह मूर्ति के बच्चे की मां बनने वाली है। इस बात का पता चलने पर मूर्ति ने उस पर अबोर्शन का दबाव डाला। इनकार करने पर मूर्ति ने महिला को कंपनी छोड़कर जाने को कहा।
विज्ञप्ति में कहा गया है - सुपरवाइजर की हैसियत से मूर्ति ने महिला की निजी जिंदगी में जगह बना ली। चूंकि मूर्ति नियोक्ता थे इसलिए वे अपने असर से महिला की निजी जिंदगी में दखल देते रहे। किसी भी कंपनी का सीईओ अपने सबोर्डिनेट्स पर आर्थिक व निजी तौर पर काफी ताकतवर होता है। ऎसा ही मूर्ति के मामले में भी था। महिला भी अपने रोजगार व रोजमर्रा के खर्चो की पूर्ति के लिए मूर्ति पर निर्भर थी। जब महिला ने इस संबंध से बाहर आना चाहा तो मूर्ति ने उसे नौकरी से निकाल देने की धमकी दी।
एमान-स्मिथ एंड मार्सी ने कहा कि वह आई गेट के खिलाफ भी कार्रवाई करेगी। कैनिफोर्निया कानून के अनुसार चूंकि मूर्ति आई गेट में अधिकारी थे इसलिए उनके द्वारा किए गए काम आई गेट द्वारा उठाए गए कदम ही माने जाएंगे।
इससे पहले मूर्ति ने कहा बिना किसी संशय के यह फिरौती का मामला है। जिस वकील ने इस महिला का 2002 में केस लड़ा वही वकील फिर इसी महिला का केस लड़ रहा है। आप इसका मतलब समझ सकते हैं। मूर्ति ने कहा,जहां तक एक महिला से संबंध की बात है तो इस बारे में मैंने कंपनी को बता दिया था। 2002 के मामले का इस मामले से कोई संबंध नहीं है।
मूर्ति को 2002 में इनफोसिस छोड़नी पड़ी थी। मूर्ति की पर्सनल सेक्रेटरी ने उन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। इस मामले में तीन मई 2003 को कोर्ट के बाहर तीस लाख डालर में समझौता किया गया था।
अमरीका की इस कंपनी के काफी बड़ी संख्या में कर्मचारी भारत में कार्यरत हैं। कंपनी केलिफोर्निया के फ्रीमोंट में स्थित है। कंपनी ने गरहार्ड वाजिंगर को अंतरिम मुख्य कार्यकारी नियुक्त किया था। कंपनी ने बयान जारी कर कहा था - बोर्ड ने यह कार्रवाई इस मामले में जांच के बाद की है। मूर्ति का उनके अधीन काम करने वाली एक महिला का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगा था। इंफोसिस छोड़ने के बाद मूर्ति ने एक कंपनी का गठन किया था जिसे आईगेट ने खरीद लिया था।
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