डॉक्टर ने लूटी महिला मरीज की इज्जत
मुंबई। मुंबई में 26 साल की महिला से रेप का मामला सामने आया है। बलात्कार का आरोप एक डॉक्टर पर लगा है। महिला से रेप क्लीनिक में हुआ था। पीडिता के पति ने आरोप लगाया है कि डॉक्टर ने उसकी पत्नी से रेप किया। आरोपी डॉक्टर ने उसे पैसे लेकर मामला रफा-दफा करने के लिए कहा। जब उसने मना कर दिया तो वह पुलिस की मदद से फरार हो गया।
घटना से गुस्साए पीडिता के परिजनों ने खार पुलिस स्टेशन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इसी थाना इलाके में आरोपी डॉक्टर का क्लीनिक आया हुआ है। पीडिता के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने केस दर्ज करने से मना कर दिया। पीडिता ने कहा कि मैं इंसाफा चाहतूी हूं। डॉक्टर को उसके किए की सजा मिलनी चाहिए। पुलिस ने हमारी कोई मदद नहीं की। उन्होंने डॉक्टर को भागने दिया।
पीडिता के पति ने बताया कि थाने लाने की बजाय पुलिस वालों ने आरोपी डॉक्टर को उसकी कार में जाने दिया। डॉक्टर गायब हो गया है। उसने मुझे घूस देने की भी कोशिश की थी।
रविवार, 19 मई 2013
23 साल बाद इंटरनेट से मिले मां-बाप
23 साल बाद इंटरनेट से मिले मां-बाप
बीजिंग। इंटरनेट ने परिवार से बिछडे लोगों को फिर माता पिता से मिलाने का काम इस बार चीन में किया जहां पांच साल की उम्र में अपह्वत एक बच्चा 28 साल की उम्र में अपने मूल परिवार से मिल सका। चीनी मीडिया के अनुसार इस बच्चे का 23 साल पहले शिहुआनप्रांत से अपहरण हो गया था। चीन में बच्चों के अपहरण की घटनाएं बहुत होती हैं और अपह्वर्ता बच्चे को जरूरतमंद माता पिता को मोटी रकम पर बेच देते हैं।
इसी कडी में अपराधियों ने इस बच्चे का अपहरण किया और उसे उसके घर से करीब डेढ़ हजार किलोमीटर दूर फुजियान के एक दम्पती को बेच दिया था। बच्चे के मस्तिष्क में उसके बचपन की तस्वीरें थी और उम्र बढ़ने के साथ ही उसमें अपने घर के लिए तड़प बढ़ती गई और वह लगातार अपने जैविक माता पिता से मिलने के लिए प्रयास करता रहा। इसके लिए उसने इंटरनेट का सहारा लिया और अपने शहर की बचपन की तस्वीर गूगल मैप में ढूंढना शुरू किया।
वह अपने बचपन के शहर की यादों के जरिए गूगल के सहारे ढूंढता रहा और अंतत: वह अपने मिशन में सफल हुआ और उसे माता पिता से मिलने का अवसर मिल ही गया। एच ली नाम का यह युवक जब अपने माता पिता से मिला तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। ली की मां ने मीडिया से कहा भी है कि वह पिछले 23 साल से सिर्फ अपने बच्चे के बारे में ही सोचती रही है और आज जब अपने बेटे को 28 साल के युवा के रूप में देख रही है तो उसकी खुशी आसमान छू रही है।
इससे पहले भारत के कोलकाता में बिछडा वह भारतीय बच्चा भी खूब चर्चा में रहा जिसे आस्ट्रेलिया का एक दम्पती अपने साथ ले गया था। इंटरनेट के जरिए इस युवक ने अपने घर का पता लगाया तो वह दशकों बाद इंदौर में अपने माता पिता से मिल सका था।
बीजिंग। इंटरनेट ने परिवार से बिछडे लोगों को फिर माता पिता से मिलाने का काम इस बार चीन में किया जहां पांच साल की उम्र में अपह्वत एक बच्चा 28 साल की उम्र में अपने मूल परिवार से मिल सका। चीनी मीडिया के अनुसार इस बच्चे का 23 साल पहले शिहुआनप्रांत से अपहरण हो गया था। चीन में बच्चों के अपहरण की घटनाएं बहुत होती हैं और अपह्वर्ता बच्चे को जरूरतमंद माता पिता को मोटी रकम पर बेच देते हैं।
इसी कडी में अपराधियों ने इस बच्चे का अपहरण किया और उसे उसके घर से करीब डेढ़ हजार किलोमीटर दूर फुजियान के एक दम्पती को बेच दिया था। बच्चे के मस्तिष्क में उसके बचपन की तस्वीरें थी और उम्र बढ़ने के साथ ही उसमें अपने घर के लिए तड़प बढ़ती गई और वह लगातार अपने जैविक माता पिता से मिलने के लिए प्रयास करता रहा। इसके लिए उसने इंटरनेट का सहारा लिया और अपने शहर की बचपन की तस्वीर गूगल मैप में ढूंढना शुरू किया।
वह अपने बचपन के शहर की यादों के जरिए गूगल के सहारे ढूंढता रहा और अंतत: वह अपने मिशन में सफल हुआ और उसे माता पिता से मिलने का अवसर मिल ही गया। एच ली नाम का यह युवक जब अपने माता पिता से मिला तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। ली की मां ने मीडिया से कहा भी है कि वह पिछले 23 साल से सिर्फ अपने बच्चे के बारे में ही सोचती रही है और आज जब अपने बेटे को 28 साल के युवा के रूप में देख रही है तो उसकी खुशी आसमान छू रही है।
इससे पहले भारत के कोलकाता में बिछडा वह भारतीय बच्चा भी खूब चर्चा में रहा जिसे आस्ट्रेलिया का एक दम्पती अपने साथ ले गया था। इंटरनेट के जरिए इस युवक ने अपने घर का पता लगाया तो वह दशकों बाद इंदौर में अपने माता पिता से मिल सका था।
बेटे ने की छेड़छाड़, बाप ने जिंदा जलाया
बेटे ने की छेड़छाड़, बाप ने जिंदा जलाया
जिला मुख्यालय से लगभग 50 किलोमीटर दूर गैरतगंज थानान्तर्गत ग्राम गढी में एक व्यक्ति ने अपने लड़के के छेड़छाड़ के आरोप में जेल जाने से बौखलाकर फरियादी नाबालिग लड़की पर तेल छिड़ककर आग लगा दी. लडकी को मरणासन्न हालत में भोपाल रैफर किया गया है.
पुलिस अधीक्षक शशिकांत शुक्ला ने बताया कि 16 मई की दोपहर ग्राम गढी की नाबालिग 15 वर्षीया लड़की गांव के बाहर शौच के लिये गई थी तभी गांव के ही 17 वर्षीय किशोर अशोक कुमार ने बदनीयती से उसे पकड़ लिया और उसके साथ अश्लील हरकतें की. बालिका किसी तरह उससे छूटकर घर पहुंची और परिजनों को घटना की जानकारी दी.
परिजनों द्वारा थाने पहुंचकर घटना की रिपोर्ट दर्ज कराने पर पुलिस ने अशोक कुमार के खिलाफ धारा 354 के तहत प्रकरण दर्ज कर उसे न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भिजवा दिया गया.
उन्होंने बताया कि अपने लडके की बेइज्जती का बदला लेने के लिये अशोक के पिता ने लड़की के घर पहुंचकर उस पर मिट्टी का तेल छिडक दिया और आग लगा दी. लड़की की चीख पुकार सुन जब उसके परिजन पहुंचे तो लड़के का पिता वहां से भाग खड़ा हुआ.
लड़की के परिजन उसे लेकर गैरतगंज के शासकीय अस्पताल पहुंचे जहां गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे 90 प्रतिशत जली हालत में भोपाल भेज दिया गया. पुलिस लड़के के पिता को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ कर रही है.
पत्नी के गुप्तांग पर लॉक,10 साल सजा
पत्नी के गुप्तांग पर लॉक,10 साल सजा
इंदौर। क्रूरता की सभी हदें पार करने वाले एक पति को अपने जीवनसाथी के गुप्तांग पर ताला लगाने के जुर्म में जिला न्यायालय सोहन लाल को 10 साल के सश्रम कारावास और 1,000 रूपए का जुर्माना भरने की सजा सुनाई है। अपर सत्र न्यायाधीश अवनींद्र कुमार सिंह ने बहुचर्चित मामले में 38 वर्षीय सोहनलाल को भारतीय दण्ड संहिता की विभिन्न धारा के तहत दोषी करार देते हुए यह सजा सुनाई।
अदालत ने कहा सोहनलाल के खिलाफ यह आरोप सिद्ध हो चुका है कि उसने अपनी पत्नी के गुप्तांग पर एक नुकीले औजार से छेद करके ताला लगाकर उसे गंभीर चोटें पहुंचाई हैं। उसके चरित्र पर शक करके उसे मानसिक रूप से प्रताडित किया है।
इधर अभियोजन पक्ष की वकील ज्योति तोमर ने बताया कि जीवनसाथी की क्रूरता की शिकार हुई महिला अपने पति के खिलाफ लगाए गए संगीन आरोपों से इंकार करते हुए खुद के पुराने बयानों से अदालत में पलट गई थी, लेकिन परिस्थितिजन्य साक्ष्यों और गवाहों बयानों के आधार पर अभियोजन पक्ष अदालत के सामने यह साबित करने में सफल रहा कि पेशे से ऑटो मैकेनिक सोहन लाल ने अपनी पत्नी के चरित्र पर शक के चलते कम से कम चार साल तक उसके गुप्तांग पर ताला लगाकर रखा। ताले को समय-समय पर वह खोलता और बंद करता रहा।
इस मामले का खुलासा 16 जुलाई 2012 को तब हुआ जब लम्बे वक्त से अपने पति की क्रूरता झेल रही महिला ने चूहे मारने वाली दवा पीकर आत्म हत्या करने का प्रयास किया और उसे शासकीय महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। अस्पताल की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. विभा मौजेस ने अदालत में गवाही देते हुए कहा16 जुलाई 2012 को अस्पताल में इस महिला के इलाज के दौरान पेशाब की नली लगाते समय देखा कि उसके गुप्तांग पर ताला जड़ा हुआ है।
डॉक्टर ने अदालत में बताया कि इस ताले के बारे में जब पीडिता से पूछा गया तो उसने बताया कि उसका पति चार साल पहले गांजा पिलाकर उसे बेहोश कर दिया था। इसके बाद एक नुकीले औजार से छेद करके उसके गुप्तांग पर ताला लगा दिया गया। पुलिस के मुताबिक सोहनलाल रोज सुबह काम पर जाने से पहले अपनी पत्नी के गुप्तांग पर ताला लगा देता था और रात को जब काम से लौटता तो ताला खोल देता था। ताले की चाबी भी सोहन लाल अपने पास ही रखता था।
इंदौर। क्रूरता की सभी हदें पार करने वाले एक पति को अपने जीवनसाथी के गुप्तांग पर ताला लगाने के जुर्म में जिला न्यायालय सोहन लाल को 10 साल के सश्रम कारावास और 1,000 रूपए का जुर्माना भरने की सजा सुनाई है। अपर सत्र न्यायाधीश अवनींद्र कुमार सिंह ने बहुचर्चित मामले में 38 वर्षीय सोहनलाल को भारतीय दण्ड संहिता की विभिन्न धारा के तहत दोषी करार देते हुए यह सजा सुनाई।
अदालत ने कहा सोहनलाल के खिलाफ यह आरोप सिद्ध हो चुका है कि उसने अपनी पत्नी के गुप्तांग पर एक नुकीले औजार से छेद करके ताला लगाकर उसे गंभीर चोटें पहुंचाई हैं। उसके चरित्र पर शक करके उसे मानसिक रूप से प्रताडित किया है।
इधर अभियोजन पक्ष की वकील ज्योति तोमर ने बताया कि जीवनसाथी की क्रूरता की शिकार हुई महिला अपने पति के खिलाफ लगाए गए संगीन आरोपों से इंकार करते हुए खुद के पुराने बयानों से अदालत में पलट गई थी, लेकिन परिस्थितिजन्य साक्ष्यों और गवाहों बयानों के आधार पर अभियोजन पक्ष अदालत के सामने यह साबित करने में सफल रहा कि पेशे से ऑटो मैकेनिक सोहन लाल ने अपनी पत्नी के चरित्र पर शक के चलते कम से कम चार साल तक उसके गुप्तांग पर ताला लगाकर रखा। ताले को समय-समय पर वह खोलता और बंद करता रहा।
इस मामले का खुलासा 16 जुलाई 2012 को तब हुआ जब लम्बे वक्त से अपने पति की क्रूरता झेल रही महिला ने चूहे मारने वाली दवा पीकर आत्म हत्या करने का प्रयास किया और उसे शासकीय महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। अस्पताल की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. विभा मौजेस ने अदालत में गवाही देते हुए कहा16 जुलाई 2012 को अस्पताल में इस महिला के इलाज के दौरान पेशाब की नली लगाते समय देखा कि उसके गुप्तांग पर ताला जड़ा हुआ है।
डॉक्टर ने अदालत में बताया कि इस ताले के बारे में जब पीडिता से पूछा गया तो उसने बताया कि उसका पति चार साल पहले गांजा पिलाकर उसे बेहोश कर दिया था। इसके बाद एक नुकीले औजार से छेद करके उसके गुप्तांग पर ताला लगा दिया गया। पुलिस के मुताबिक सोहनलाल रोज सुबह काम पर जाने से पहले अपनी पत्नी के गुप्तांग पर ताला लगा देता था और रात को जब काम से लौटता तो ताला खोल देता था। ताले की चाबी भी सोहन लाल अपने पास ही रखता था।
देहरादून: शराबी लड़कियों ने की लड़कों से बदसलूकी, मचाया हंगामा
देहरादून: शराबी लड़कियों ने की लड़कों से बदसलूकी, मचाया हंगामा
देहरादून में कुछ छात्राओं ने नशे की हालत में जम कर कोहराम मचाया. पहले अपनी कार से बाइक सवारों को टक्कर मारी फिर सड़क से लेकर थाने तक हंगामा किया. सभी आरोपी लड़कियां सियासी परिवार से वास्ता रखती हैं.
असर नशे का है. शराब का नशा और पिता के पावर का नशा इन लड़कियों के सिर चढ़ कर बोल रहा है. देहरादून के एक पुलिस स्टेशन में अजीबोगरीब वाकया पेश आया जब कुछ लड़कों ने लड़कियों पर बदसलूकी का आरोप लगाया.
जिन लड़कियों की बात हो रही है उनमें से एक मेरठ के पूर्व बीएसपी सांसद की बेटी है, बाकी लड़कियों के पिता देहरादून में ही नेता हैं. आरोप ये है कि इन लड़कियों ने नशे की हालत में गाड़ी चलाते हुए दो मोटरसाइकिल सवारों को टक्कर मार दी. बताया जा रहा है कि टक्कर मारने के बाद इन लड़कियों ने देहरादून की सड़क पर हंगामा बरपाना शुरू कर दिया.
कुछ लोगों के खबर करने पर जब मामला थाने तक पहुंचा तो लड़कियों ने अपने रसूख का दम दिखाते हुए उल्टे लड़कों पर छेड़खानी का आरोप मढ़ दिया. हांलाकि पुलिस की जांच में गलती लड़कियों की ही सामने आई. मेडिकल रिपोर्ट में लड़कियों के नशे की हालत में होने की पुष्टि हो चुकी है. उन्हें केस दर्ज कर थाने से ही जमानत पर रिहा कर दिया गया है.
देहरादून में कुछ छात्राओं ने नशे की हालत में जम कर कोहराम मचाया. पहले अपनी कार से बाइक सवारों को टक्कर मारी फिर सड़क से लेकर थाने तक हंगामा किया. सभी आरोपी लड़कियां सियासी परिवार से वास्ता रखती हैं.
असर नशे का है. शराब का नशा और पिता के पावर का नशा इन लड़कियों के सिर चढ़ कर बोल रहा है. देहरादून के एक पुलिस स्टेशन में अजीबोगरीब वाकया पेश आया जब कुछ लड़कों ने लड़कियों पर बदसलूकी का आरोप लगाया.
जिन लड़कियों की बात हो रही है उनमें से एक मेरठ के पूर्व बीएसपी सांसद की बेटी है, बाकी लड़कियों के पिता देहरादून में ही नेता हैं. आरोप ये है कि इन लड़कियों ने नशे की हालत में गाड़ी चलाते हुए दो मोटरसाइकिल सवारों को टक्कर मार दी. बताया जा रहा है कि टक्कर मारने के बाद इन लड़कियों ने देहरादून की सड़क पर हंगामा बरपाना शुरू कर दिया.
कुछ लोगों के खबर करने पर जब मामला थाने तक पहुंचा तो लड़कियों ने अपने रसूख का दम दिखाते हुए उल्टे लड़कों पर छेड़खानी का आरोप मढ़ दिया. हांलाकि पुलिस की जांच में गलती लड़कियों की ही सामने आई. मेडिकल रिपोर्ट में लड़कियों के नशे की हालत में होने की पुष्टि हो चुकी है. उन्हें केस दर्ज कर थाने से ही जमानत पर रिहा कर दिया गया है.
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